उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल और घूमने की जानकारी – Tourist Places In Uttarakhand In Hindi
Tourist Places Of Uttarakhand In Hindi : उत्तराखंड भारत का एक खूबसूरत राज्य हैं और इसकी राजधानी देहरादून हैं। उत्तराखंड देवभूमि या देवों की भूमि के रूप में भी प्रसिद्ध हैं। उत्तराखंड को उत्तर प्रदेश राज्य से काट कर एक अलग राज्य बनाया गया हैं, जिसे पहले उत्तरांचल के रूप में भी जाना जाता था। उत्तराखंड एक ऐसा स्थान है जो न केवल हिमालय की खूबसूरती का दावा करता हैं बल्कि एक सांस्कृतिक सभ्यता और लोकाचार की भावना को भी प्रकट करता हैं। राज्य में ओक, बिर्च, चांदी के फेयर और रोडोडेंड्रोन के साथ-साथ यहां की खड़ी पहाड़ी, ढलानों पर चढ़ने का खूबसूरत अनुभव भी पर्यटक ले सकते हैं।
यदि आप उत्तराखंड और यहां के पर्यटक स्थलों के बारे में जानना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को पूरा जरूर पढ़े।
उत्तराखंड पर्यटकों के बीच क्यों खास हैं – What Is Special In Uttarakhand In Hindi
उत्तराखंड में हिल स्टेशन – Hill Station In Uttarakhand In Hindi
उत्तराखंड के पर्यटक स्थल – Uttarakhand Ke Tourist Place In Hindi
- उत्तराखंड में ऋषिकेश पर्यटन स्थल – Rishikesh Tourism Place In Hindi
- उत्तराखंड में नैनीताल पर्यटन स्थल – Nainital Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
- उत्तराखंड का पर्यटन स्थल मसूरी – Mussoorie Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
- उत्तराखंड का पर्यटन स्थल बद्रीनाथ – Badrinath Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
- उत्तराखंड का दर्शनीय स्थल हरिद्वार – Haridwar Tourist Place In Hindi
- उत्तराखंड में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क – Jim Corbett National Park In Uttarakhand In Hindi
- उत्तराखंड का पर्यटन स्थल यमुनोत्री – Yamunotri Tourist Place In Hindi
- उत्तराखंड का पर्यटन स्थल केदारनाथ – Kedarnath Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
- उत्तराखंड का दर्शनीय स्थल गंगोत्री – Gangotri Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
- उत्तराखंड का पर्यटन स्थल औली – Auli Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
- उत्तराखंड का पर्यटन स्थल देहरादून – Dehradun Tourist Place in Uttarakhand In Hindi
- रानीखेत उत्तराखंड का पर्यटन स्थल – Ranikhet Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
- उत्तराखण्ड का पर्यटन स्थल अल्मोड़ा –Almora Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
- उत्तराखंड में धनोल्टी पर्यटक जगह – Dhanaulti Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
- उत्तराखण्ड का टूरिस्ट प्लेस भीमताल – Bhimtal Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
उत्तराखण्ड घूमने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit In Uttarakhand In Hindi
उत्तराखण्ड में होटल इन हिंदी – Hotel In Uttarakhand In Hindi
उत्तराखण्ड में फेमस फूड – Uttarakhand Famous Food In Hindi
उत्तराखण्ड कैसे पहुंचे – How To Reach Uttarakhand In Hindi
- फ्लाइट से उत्तराखंड कैसे पहुंचे – How To Reach Uttarakhand By Flight In Hindi
- ट्रेन से उत्तराखंड कैसे पहुंचे – How To Reach Uttarakhand By Train In Hindi
- बस से उत्तराखंड कैसे पहुंचे – How To Reach Uttarakhand By Bus In Hindi
उत्तराखंड की लोकेशन का मैप – Uttarakhand Location
उत्तराखंड की फोटो गैलरी – Uttarakhand Images
1. उत्तराखंड पर्यटकों के बीच क्यों खास हैं – What Is Special In Uttarakhand In Hindi
उत्तराखंड भारत का एक बहुत ही लोकप्रिय तीर्थ स्थल है और इसी राज्य से हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र और पावन मानी जाने वाली नदियों में से दो नदियां गंगा और यमुना का उद्गम स्थल है। उत्तराखंड तीर्थो के चारो धाम हैं और हिन्दू धर्म के मुताबिक श्रद्धालुओं के सबसे पवित्र चार स्थल – केदारनाथ , गंगोत्री , यमुनोत्री और बद्रीनाथ उत्तराखंड राज्य की गोद में बसे हुए हैं।
2. उत्तराखंड में हिल स्टेशन – Hill Station In Uttarakhand In Hindi
उत्तराखंड राज्य में कई हिल स्टेशनहैं। जैसे – अल्मोड़ा , कौसानी, भीमताल , मसूरी, नैनीताल , धनोल्टी , लैंसडाउन , सटल और रानीखेत हैं। जोकि पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। गर्मियों में ठंडा रहने की वजह और अन्य क्रियाकलापों के लिए भी इन हिल स्टेशन का महत्व बहुत अधिक बढ़ जाता हैं। पर्यटक गर्मी के मौसम और छुट्टियां बिताने के लिए यहां भारी संख्या में आते हैं।
3. उत्तराखंड के पर्यटक स्थल – Uttarakhand Ke Tourist Place In Hindi
उत्तराखंड राज्य पर्यटक के लिहाज से टूरिस्टों के लिए वेहद ही खास हैं। पर्यटक यहां भारी तादाद में आते हैं खासकर गर्मियों का मौसम पर्यटकों को बहुत अधिक लुभाता हैं। तो आइए हम आपको उतराखंड राज्य के प्रमुख पर्यटक स्थलों की जानकारी देते हैं जहां आप घूमने जा सकते हैं।
3.1 उत्तराखंड में ऋषिकेश पर्यटन स्थल – Rishikesh Tourism Place In Hindi
ऋषिकेश पर्यटन स्थल उत्तराखंड राज्य में स्थित हैं और यह गंगा और चंद्रभागा के अभिसरण के साथ साथ हिमालय की तलहटी में कई प्राचीन और भव्य मंदिरों के लिए दुनिया भर में जाना जाता हैं। इसके अलावा यह जगह लौकप्रिय कैफे, योग आश्रम और साहसिक खेलों का केंद्र भी है। ऋषिकेश आध्यात्मिक और एड्रेनालाईन पंपिंग का एक अनौखा है। पिछले कुछ वर्षों में उत्तराखंड लौकप्रिय पर्यटक स्थल ऋषिकेश को भारत के एडवेंचर स्पोर्ट्स के केंद्र के रूप में भी विकसित किया गया है। क्योंकि यहां व्हाइट वाटर राफ्टिंग, फ्लाइंग फॉक्स, माउंटेन बाइकिंग, बंजी जंपिंग आदि विकल्पों की शानदार भीड़ देखने को मिलती हैं।
और पढ़े: ऋषिकेश में घूमने वाली जगह और पर्यटन स्थल
3.2 उत्तराखंड में नैनीताल पर्यटन स्थल – Nainital Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
नैनीताल उत्तराखंड राज्य के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक हैं, जोकि कुमाऊं पहाड़ियों के बीच में स्थित एक विलक्षण पर्वतीय स्थल है। जिसे ‘नैनी झील’ के नाम से भी जाना जाता है। प्राकृतिक सुंदरता और झीलों की नगरी के रूप में प्रसिद्ध उत्तराखंड का नैनीताल बर्फ से ढकी पहाड़ियों और शांत झीलों के साथ एक आकर्षण उत्त्पन करता हैं। नैनीताल में साहसिक गतिविधियों को भी किया जा सकता हैं।
और पढ़े: नैनीताल में घूमने की जगह और पर्यटन स्थल की जानकारी
3.3 उत्तराखंड का पर्यटन स्थल मसूरी – Mussoorie Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
मसूरी पर्यटक स्थल दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी खूबियों और विशेषताओं के लिए अपनी ओर आकर्षित करने में कामयाब रहा हैं। गढ़वाल हिमालय पर्वत माला की तलहटी के बीचो बीच स्थित मसूरी पर्यटक स्थल जिसे “क्वीन ऑफ द हिल्स” के नाम से भी जाना जाता हैं। मसूरी की ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 7000 फीट है। पूरे वर्ष एक शांत और सुखद जलवायु का अनुभव कराता है।
और पढ़े: मसूरी की यात्रा और पर्यटन स्थल
3.4 उत्तराखंड का पर्यटन स्थल बद्रीनाथ – Badrinath Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
उत्तराखंड का पर्यटन स्थल बद्रीनाथ नर और नारायण पर्वत श्रृंखलाओं के बीचो बीच नीलकंठ पर्वत शिखर पर स्थित चारों धामों में से एक तीर्थ स्थल हैं। बद्रीनाथ धाम भगवान विष्णु को समर्पित एक तीर्थस्थल है जो प्रतिबर्ष लाखों तीर्थ यात्रियों की मेजबानी करता है। बद्रीनाथ धाम का उल्लेख विभिन्न वेदों में भी किया गया है। उत्तराखंड का पर्यटन स्थल बद्रीनाथ हिंदू पौराणिक कथाओं में उल्लेखित होने के कारण विशेष रूप से भगवान शिव से संबंधित है।
और पढ़े: बद्रीनाथ की यात्रा और इतिहास
3.5 उत्तराखंड का दर्शनीय स्थल हरिद्वार – Haridwar Tourist Place In Hindi
भारत के सात सबसे पवित्र शहरों में शुमार हरिद्वार उत्तराखंड राज्य के गढ़वाल क्षेत्र में गंगा नदी के तट पर स्थित एक खूबसूरत प्राचीन शहर है। हरिद्वार शहर के आश्रमों, मंदिरों और संकरी गलियों से संपन्न शहर है। लाखों की संख्या में भक्त पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाने आते हैं। प्रत्येक बारह वर्षों में एक बारहरिद्वार में विश्व प्रसिद्ध कुंभ के मेले का आयोजन किया जाता हैं। कुम्भ के मेले में शामिल होने और उसका आनंद लेने के लिए पूरे भारत वर्ष से पर्यटक आते हैं। कुम्भ का मेला हरिद्वार के अलावा भारत के मात्र तीन शहर प्रयागराज, नासिक और उज्जैन में लगता हैं।
और पढ़े: हरिद्वार में घूमने की जगह और दर्शनीय स्थल की जानकारी
3.6 उत्तराखंड में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क – Jim Corbett National Park In Uttarakhand In Hindi
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क उत्तराखंड राज्य में हिमालय की तलहटी के बीच में स्थित एक आकर्षित नेशनल पार्क हैं। भारत के सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यानो में से एक जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की स्थापना सन 1936 में हैली नेशनल पार्क के रूप में गयी थी। जिम कार्बेट नेशनल पार्क में रॉयल बंगाल टाइगर की गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजातियों का निवास स्थान बनाया गया हैं। हिमालय की तलहटी में रामगंगा नदी के किनारे स्थित जिम कार्बेट नेशनल पार्क में लगभग 580 पक्षी प्रजातियों, 50 प्रजातियों के पेड़ और जानवरों की लगभग 50 प्रजातिया, 25 सरीसृप प्रजातिया के साथ साथ 500 से अधिक वर्ग मीटर के क्षेत्र में विस्तृत है।
और पढ़े: जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की जानकारी
3.7 उत्तराखंड का पर्यटन स्थल यमुनोत्री – Yamunotri Tourist Place In Hindi
उत्तराखंड का पर्यटन स्थल यमुनोत्री यमुना नदी की उत्पत्ति के रूप में श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष पर्यटन स्थल बन चुका हैं और यह छोटे चार धाम में से एक हैं। 3293 मीटर की ऊंचाई पर स्थित योमुनोत्री धाम गढ़वाल हिमालय की गोद में बसा हुआ हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार यम की बहन के रूप में यमुना को मौत के देवता के रूप में प्रतिष्ठित करती हैं। यह भी माना जाता है कि यमुना में स्नान करने से जीवन के अंतिम समय में मृत्यु दर्द रहित हो सकती है।
3.8 उत्तराखंड का पर्यटन स्थल केदारनाथ – Kedarnath Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
उत्तराखंड का पर्यटन स्थल केदारनाथ अपने प्राचीन शिव मंदिर, तीर्थ स्थल, हिमालय पर्वतमाला और मन्त्र मुग्ध कर देने वाले परीदृश्यों के लिए लोकप्रिय है। केदारनाथ मंदिर चोराबाड़ी ग्लेशियर और केदारनाथ की चोटियों से घिरा हुआ है। केदारनाथ में बर्फ से ढकी चोटियों के साथ-साथ अनगिनत पर्वतमालाए है।
और पढ़े: केदारनाथ का इतिहास, जाने से पहले जरूर जान लें ये बातें
3.9 उत्तराखंड का दर्शनीय स्थल गंगोत्री – Gangotri Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
उत्तराखंड का दर्शनीय स्थल गंगोत्री उत्तरकाशी में स्थित एक तीर्थस्थल हैं। यहां आने वाले पर्यटकों की लम्बी कतार लगी रहती हैं। पौराणिक कहानियों से पता चलता हैं कि सदियों पहले राजा भागीरथ की तपस्या के बाद देवी गंगा ने उनके पूर्वजों के पापों को धोने के लिए खुद को एक नदी के रूप में प्रवाहित किया। लेकिन ऊंचाई से गिरते हुए जल के वेग को कम करने के लिए भगवान शिव ने आपनी जटाओं में उस जल को समा लिया। गंगा नदी के उद्गम स्थान को भागीरथी भी कहा जाता हैं।
3.10 उत्तराखंड का पर्यटन स्थल औली – Auli Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
उत्तराखंड का पर्यटन स्थल औली अपने यहां सेब के बाग, पुराने ओक और देवदार के पेड़ों के साथ साथ बिंदीदार औली में प्राकृतिक सुंदरता का धनी पर्यटक स्थल हैं। औली में स्कीइंग के अलावा आप गढ़वाल हिमालय की पहाड़ियों में भी कई ट्रेक के लिए जा सकते है। यहां के बर्फ से ढके पहाड़ों का खूबसूरत नजारा देखकर मंत्रमुग्ध होने का अनुभव भी आप ले सकते है। समुद्र तल से 2800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित औली एक मन्त्रमुग्ध कर देने वाला पर्यटन स्थल हैं।
और पढ़े: औली के 15 प्रमुख पर्यटन स्थल
3.11 उत्तराखंड का पर्यटन स्थल देहरादून – Dehradun Tourist place in Uttarakhand in hindi
उत्तराखंड राज्य में दून घाटी के बीच स्थित देहरादून भारत के दर्शनीय स्थलों में से एक हैं। उतराखण्ड राज्य की राजधानी देहरादून पर्यटकों के मध्य बहुत ही लोकप्रिय हिल स्टेशन है। उतराखण्ड राज्य में गढ़वाल हिमालय की एक सुंदर चोटी पर स्थित देहरादून समुद्र तल से 1400 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। देहरादून के सनसेट पॉइंट का आकर्षित नजारा देखते ही बनता हैं। देहरादून गुफाओं, झरनों और प्राकृतिक संसाधनों से भरा हुआ स्थान हैं।
और पढ़े : देहरादून के प्रमुख पर्यटन स्थल और घूमने की जानकारी
3.12 रानीखेत उत्तराखंड का पर्यटन स्थल – Ranikhet Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
उत्तराखंड राज्य के प्रमुख पर्यटक स्थलों में एक रानीखेत प्रचीन मंदिरों के आसपास अंग्रेजो द्वारा विकसित किया गया एक ऐसा हिल स्टेशन है, जो हिमालय पर्वतमाला और जंगल को एक दूसरे से जोड़ता है। रानी खेत की शांत जलवायु और सरल प्राकृतिक सुंदरता यहां आने वाले टूरिस्टों अपनी ओर बहुत अधिक आकर्षित करती हैं। रानीखेत भारतीय सेना के कुमाऊं रेजिमेंट के मुख्यालय के लिए भी फेमस है और यहां एक कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर संग्रहालय बना हुआ है। इस संग्रहालय में हथियारों, फोटो आदि का बहुत ही खूबसूरत ढंग से प्रदर्शन किया गया है, जो अपनी सेना के ऐतिहासिक भव्यता और महत्व का परिचय देता है।
और पढ़े : रानीखेत के 5 प्रमुख दर्शनीय स्थल
3.13 उत्तराखण्ड का पर्यटन स्थल अल्मोड़ा – Almora Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
उत्तराखण्ड का पर्यटन स्थल अल्मोड़ा हिमालय पर्वतमाला के जंगल में फैला हुआ एक विशाल शहर है और इसका आकार घोड़े जूते की तरह हैं। यह खूबसूरत हिल-स्टेशन जो पूर्व ब्रिटिश विरासत और एडिबल वाइब का दावा प्रस्तुत करता है। अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, शानदार भोजन, शानदार वन्य जीवन के लिए यह स्थान प्रसिद्ध हैं। अल्मोड़ा एक कृषि प्रधान शहर हैं और यहां प्रवाहित होने वाली दो नदियों में कोशी (कौशकी) और सुयाल (सलमली) हैं।
3.14 उत्तराखंड में धनोल्टी पर्यटक जगह – Dhanaulti Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
भारत के पर्यटन राज्य उत्तराखण्ड में धनोल्टी नामक पर्यटक जगह हैं जो यहा आने वाले टूरिस्टों को बहुत अधिक प्रभावित करती हैं। मसूरी से 62 किमी की दूरी पर स्थित यह शहर उत्तराखंड राज्य की शोभा बढ़ा रहा हैं। धनौल्टी की ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 2200 मीटर है।
और पढ़े : धनोल्टी यात्रा की जानकारी और घूमने की 5 खास जगह
3.15 उत्तराखण्ड का टूरिस्ट प्लेस भीमताल – Bhimtal Tourist Place In Uttarakhand In Hindi
उत्तराखण्ड का टूरिस्ट प्लेस भीमताल समुद्र तल से 1370 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं। भीमताल पहाड़ों के बीच में स्थित हैं और आसपास मंदिरों को भी देखा जा सकता हैं।उत्तराखंड में भीमताल पर्यटक जगह प्राचीन शहर प्रकृति की छाया के नीचे लेटने, अपनी आंखो को आराम देने और शांति का अनुभव करने के लिए आदर्श मानी जाती हैं।
उत्तराखण्ड के इन टूरिस्ट प्लेसो के अलावा भी यहां के अन्य प्रमुख पर्यटन स्थल घूमने जा सकते हैं जिनकी जानकारी हम आपको नीचे दे रहे हैं।
- वैली ऑफ फ्लावर्स
- टिहरी गढ़वाल
- राजाजी नेशनल पार्क
- नौकुचियाताल
- मध्यमहेश्वर मंदिर
- नागेश्वर मंदिर
- चोपता घाटी
4. उत्तराखण्ड घूमने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit In Uttarakhand In Hindi
यदि आप भारत के प्रमुख पर्यटक राज्य उत्तराखण्ड घूमने जा रहे हैं तो हम आपको बता दें की आप जुलाई से लेकर अगस्त तक मानसून के मौसम में यहां की यात्रा न करे। मानसून मौसम के अलावा आप वर्ष भर उत्तराखण्ड घूमने जा सकते हैं। खास कर पर्यटक गर्मियों में यहां आना पसंद करते हैं।
5. उत्तराखण्ड में होटल इन हिंदी – Hotel In Uttarakhand In Hindi
उत्तराखण्ड आने वाले पर्यटक यदि यहां होटल की तलाश में हैं। तो हम आपको बता दें कि उत्तराखण्ड में लो-बजट से लेकर हाई बजट तक होटल उपलब्ध हैं, तो आप अपनी सुविधानुसार होटल ले सकते हैं। तो आइयें हम आपको उत्तराखण्ड की कुछ होटलो के नाम बताते हैं।
- रेड फॉक्स होटल उत्तराखण्ड
- लेमन ट्री होटल, उत्तराखण्ड
- होटल शिवा रेजीडेंसी, उत्तराखण्ड
- द गोल्डन टस्क
- होटल विष्णु पैलेस
- मनु महारानी
6. उत्तराखण्ड में फेमस फूड – Uttarakhand Famous Food In Hindi
उत्तराखण्ड घूमने वाला प्रत्येक पर्यटक यहां की प्रसिद्ध भोजन सामग्री का लुत्फ उठाना चाहता हैं, तो आइये हम आपको उत्तराखण्ड के कुछ प्रसिद्ध फूड की जानकारी देते हैं। आलू के गुटके, कॉफौली / कप्पा, भांग की चटनी, आलू टमाटर का झोल, फानु, बड़ी, चैनसू, कुमाउनी रायता, झंगोरा की खीर, सिंगोरी, अरसा और डुबक यहां की कुछ प्रसिद्ध भोजन सामग्री हैं इसके अलावा भी आपको उत्तराखण्ड में विभिन्न प्रकार की भोजन सामग्री मिल जाएगी।
7. उत्तराखण्ड कैसे पहुंचे – How To Reach Uttarakhand In Hindi
भारत के पर्यटक राज्य उत्तराखण्ड जाने के लिए आप हवाई मार्ग, ट्रेन और सड़क मार्ग में से किसी का भी चुनाव कर सकते है। क्योंकि उतराखण्ड सभी तरह की संचार व्यवस्था से परिपूर्ण हैं।
7.1 फ्लाइट से उत्तराखंड कैसे पहुंचे – How To Reach Uttarakhand By Flight In Hindi
उत्तराखंड जाने के लिए यदि आपने हवाई मार्ग को चुना हैं तो हम आपको बता दें कि उत्तराखण्ड ने नजदीक ही दो हवाई अड्डे देहरादून में जॉली ग्रांट एयरपोर्ट और नैनीताल में पंतनगर एयरपोर्ट हैं। देहरादून हवाई अड्डे से देश के प्रमुख शहरों के लिए नियमित उड़ानें संचालित की जाती हैं जबकि पंतनगर हवाई अड्डे से सीमित उड़ानें ही हैं। देहरादून हवाई अड्डे से Uttarakhandकी दूरी लगभग 180 किलोमीटर हैं जबकि पंतनगर एयर पोर्ट से उतराखण्ड की दूरी 261 किलोमीटर हैं।
7.2 ट्रेन से उत्तराखंड कैसे पहुंचे – How To Reach Uttarakhand By Train In Hindi
यदि आपने उत्तराखंड जाने के लिए ट्रेन का चुनाव किया हैं तो हम आपको बता दें कि यहां के कुछ महत्वपूर्ण जंक्शन हैं। जैसे – हरिद्वार, देहरादून, ऋषिकेश, नैनीताल, कोटद्वार, काठगोदाम, पौड़ी और ऊधम सिंह नगर शामिल हैं। ये सभी रेल्वे स्टेशन देश के अन्य शहरों जैसे दिल्ली, वाराणसी और लखनऊ से अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं। तो आप किसी भी स्टेशन का चुनाव अपनी सुविधानुसार कर सकते है।काठगोदाम और टनकपुर रेल्वे स्टेशन उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र के प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करते हैं।
7.3 बस से उत्तराखंड कैसे पहुंचे – How To Reach Uttarakhand By Bus In Hindi
उत्तराखंड भारत के प्रमुख शहरों से सडक मार्ग से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैं। इसलिए सड़क मार्ग से भी उत्तराखण्ड आसानी से पहुंचा जा सकता हैं।
और पढ़े: उत्तराखंड के प्रसिद्ध हिल स्टेशन लैंसडाउन यात्रा की पूरी जानकारी
इस आर्टिकल में आपने उत्तराखंड राज्य के प्रमुख पर्यटक स्थल और उनकी यात्रा से जुडी जानकारी को जाना है आपको हमारा यह आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
8. उत्तराखंड की लोकेशन का मैप – Uttarakhand Location
9. उत्तराखंड की फोटो गैलरी – Uttarakhand Images
- मनसा देवी मंदिर हरिद्वार
- देवप्रयाग की यात्रा के
- जागेश्वर धाम यात्रा की जानकारी
- कौसानी के 5 प्रमुख दर्शनीय स्थल
- पशुपतिनाथ मंदिर की यात्रा और रोचक तथ्यों की जानकारी
1 thought on “उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल और घूमने की जानकारी – Tourist Places In Uttarakhand In Hindi”
में बहुत शुक्रगुजार हु आपने इतना सुन्दर ब्लॉग लिखा है ,में उत्तराखंड का निवासी हु आपने बहुत अच्छे से बताया है कौन से सबसे बढ़िया स्थान है उत्तराखंड में धन्यवाद में भी अपने वेबसाइट पर उत्तराखंड के बारे में जानकारी देता हु
Leave a Comment Cancel reply
- Photogallery
- Travel News In Hindi
- Tourist destinations
- Places To Visit In Uttarakhand In Hindi
देवभूमि से प्रसिद्ध उत्तराखंड की इन मशहूर जगहों को भी कर लें अपनी ट्रैवलिंग लिस्ट में शामिल
उत्तराखंड एक ऐसी जगह है, जहां न केवल हिमालय की खूबसूरती देखने को मिलती है, बल्कि यहां कई सांस्कृतिक सभ्यता भी देखी जा सकती है। अगर आप भी उत्तराखंड घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो इस लेख में यहां की कुछ लोकप्रिय जगहों एक बारे में जरूर जानें।.
उत्तराखंड में ऋषिकेश और हरिद्वार - Rishikesh and Haridwar in Uttarakhand in Hindi
ऋषिकेश पर्यटन स्थल उत्तराखंड राज्य में मौजूद है और ये हिमालय की तलहटी में कई प्राचीन और भव्य मंदिरों की वजह से दुनियाभर में मशहूर है। इसके अलावा ये जगह अपने लोकप्रिय कैफे, योग आश्रम और एडवेंचर एक्टिविटीज के लिए भी जानी जाती है। पिछले कुछ वर्षों में ऋषिकेश साहसिक खेलों की वजह से काफी विकसित हुआ है। तो वही अगर हम हरिद्वार की बात करें तो, हरिद्वार भारत के सात सबसे पवित्र शहरों में शुमार है। हरिद्वार उत्तराखंड राज्य के गढ़वाल क्षेत्र में गंगा नदी के तट पर स्थित है। हरिद्वार शहर अपने आश्रमों, मंदिरों और संकरी की वजह से पर्यटकों के बीच बेहद फेमस है। प्रत्येक 12 वर्षों में एक बार यहां कुम्भ का मेला भी आयोजित किया जाता है।
Haridwar Tour Guide: हरिद्वार में हैं घूमने के लिए बहुत कुछ, यहां हैं यात्रा से जुड़े सभी जवाब
उत्तराखंड का केदारनाथ और बद्रीनाथ - Kedarnath and Badrinath in Uttarakhand In Hindi
उत्तराखंड का पर्यटन स्थल केदारनाथ शिव मंदिर, तीर्थ स्थल, हिमालय पर्वतमाला और खूबसूरत नजारों के लिए लोकप्रिय है। आपको बता दें, केदारनाथ मंदिर चोराबाड़ी ग्लेशियर और केदारनाथ की चोटियों से घिरा हुआ है। तो वही बात करें बद्रीनाथ की, हिंदुओं के चार पवित्र "धामों" में से, बद्रीनाथ भगवान विष्णु को समर्पित बेहद लोकप्रिय मंदिर है। उत्तराखंड में अलकनंदा नदी के किनारे स्थित, बद्रीनाथ पूरे शहर में एक बहुत ही शांतिपूर्ण और सुखद जीवन का माहौल पैदा करता है। बद्रीनाथ धाम का उल्लेख विभिन्न वेदों में भी किया गया है।
केदारनाथ के आसपास की ये जगह भी हैं बेहद मशहूर, मंदिर के दर्शन करने के बाद इन स्थानों में
(फोटो साभार : TOI)
उत्तराखंड का देहरादून - Dehradun in Uttarakhand in hindi
जब वीकेंड पर कही घूमने की बात आती है, तो सबसे पहले हमारे दिमाग में देहरादून घूमने का ख्याल आता है। यहां के हरे-भरे पेड़, नीला आसमान, सर्द मौसम, बढ़िया खाना, ये सब कुछ ट्रिप को मजेदार बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ते। हिमालय की तलहटी में बसा देहरादून, जो उत्तराखंड की राजधानी है, अपनी खूबसूरत जलवायु और सुंदर परिदृश्य के लिए जाना जाता है। उत्तराखंड राज्य में गढ़वाल हिमालय की चोटी पर स्थित देहरादून समुद्र तल से 1400 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
वीकेंड आने से पहले शुरू कर लें देहरादून के पास मौजूद खूबसूरत हिल स्टेशन पर जाने की प्लानिंग
उत्तराखंड की मसूरी और नैनीताल जगह - Mussoorie and Nainital in Uttarakhand In Hindi
मसूरी पर्यटक स्थल दुनियाभर के पर्यटकों को अपनी विशेषताओं की वजह से बेहद आकर्षित करता है। यहां आप हर साल हजारों लाखों में सैलानियों को देख सकते हैं। मसूरी को “क्वीन ऑफ द हिल्स” के नाम से भी जाना जाता हैं। मसूरी की ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 7000 फीट है। तो वही बात करें नैनीताल की, नैनीताल हिल स्टेशन भी उत्तराखंड राज्य के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है। नैनीताल को 'नैनी झील' के नाम से भी जाना जाता है। नैनीताल अपनी एडवेंचर एक्टिविटीज के लिए भी बेहद प्रसिद्ध है।
जानिए गुजरात के पास मौजूद इन खास हिल स्टेशनों के बारे में, इन छुट्टियों में आप भी करने जा सकते हैं मजे
उत्तराखंड में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क - Jim Corbett National Park In Uttarakhand In Hindi
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क उत्तराखंड राज्य में हिमालय की तलहटी के बीच स्थित एक खूबसूरत नेशनल पार्क है। ये नेशनल पार्क भारत के सबसे पुराने राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है, जिसकी स्थापना वर्ष 1936 में हैली नेशनल पार्क के रूप में गयी थी। आपको बता दें इस पार्क में रॉयल बंगाल टाइगर की लुप्तप्राय प्रजातियों का निवास स्थान है। इसके अलावा इस पार्क में 580 पक्षी प्रजातियां, 50 प्रजातियों के पेड़ और जानवरों की लगभग 50 प्रजातियां, 25 सरीसृप प्रजातियां मौजूद हैं।
आप भी मॉनसून में भारत के इन टॉप 7 वाइल्ड लाइफ सेंचुरी की जंगल सफारी का लुत्फ जरूर उठाएं
उत्तराखंड का उत्तरकाशी - Uttarkashi in Uttarakhand in Hindi
उत्तरकाशी शहर उत्तराखंड में स्थित है, और इसे हिंदू पौराणिक कथाओं में सबसे पवित्र शहरों में से एक माना जाता है। पूरा शहर दिव्य विरासत, लुभावनी प्राकृतिक सुंदरता और सुखदायक वातावरण से भरा हुआ है। इसे देवभूमि भी कहा जाता है, और इसे यमुनोत्री और गंगोत्री तीर्थयात्रा का प्रवेश द्वार माना जाता है। इसमें प्रकृति के सबसे लुभावने नज़ारों के साथ-साथ चुनौतीपूर्ण ट्रैकिंग मार्ग भी हैं जो इसे प्रकृति के प्रति उत्साही लोगों का पसंदीदा गंतव्य बनाता है। बर्फ से लदी पहाड़ियां, सुंदर घाटियां और हरे-भरे अल्पाइन जंगल इसे धरती पर स्वर्ग जैसा बनाते हैं।
आप भी जानिए कश्मीर की इन खूबसूरत जगहों के बारे में, पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को बेहद आकर्षित करती है ये जगह
उत्तराखंड में रानीखेत - Ranikhet in Uttarakhand in Hindi
रानीखेत उत्तराखंड के सबसे लोकप्रिय आकर्षणों में से एक है जो कुछ बेहतरीन प्राकृतिक दृश्यों और प्राकृतिक सुंदरता से समृद्ध है। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित, यह गंतव्य शहर की भीड़ भाड़ से दूर लाकर आपको खड़ा कर देता है। ये हिल स्टेशन हिमालय का मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करता है, जहां आपको शांतिपूर्ण वातावरण भी देखने को मिलेगा। रानीखेत सेब के बागों, खुबानी और देवदार के पेड़ों से घिरे कुछ सबसे खूबसूरत बगीचों का घर है। इसमें घने जंगल और खूबसूरत झरने भी हैं जो पर्यटकों को बेहद आकर्षित करते हैं।
भारत के फेमस टॉप 8 हिल स्टेशन, छुट्टियां मनाने के लिए बेस्ट मानी जाती हैं ये खूबसूरत जगह
रेकमेंडेड खबरें
- Market Trends
- Current News
- Infrastructure
- Locality Trends
- Seller Corner
- Commercial Realty
- Budget 2022
- Budget 2023
- Budget 2024
- Coronavirus
- Citizen Services
- Personal Finance
- Construction Know-How
- City Transport
- PG / Co-Living
- Celebrity Homes
- Famous Monuments
- Green Homes
- Home Automation
- Home Improvement
- Shopping Hubs
- Rent Receipt Online
- Pay Rent Online
- Rent Agreement Online
- Personal Loan
- Personal Loan EMI Calculator
- Personal Loan Eligibility Calculator
- Web Stories
Home » यात्रा » उत्तराखंड में घूमने लायक 15 पर्यटन स्थल
उत्तराखंड में घूमने लायक 15 पर्यटन स्थल
उत्तराखंड ‘जिसे पहले उत्तरांचल के नाम से जाना जाता था’ उत्तर भारत का एक राज्य, जिसे देवताओं की भूमि यानि देवभूमि के रूप में जाना जाता है। यह एक पहाड़ी राज्य है जो उत्तर में चीन और पूर्व में नेपाल के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है। यह विशाल हिमालयी क्षेत्र प्रकृति की सुंदरता और देवताओं के प्रति समर्पण को प्रदर्शित करता है। इसके दो मुख्य क्षेत्र है गढ़वाल और कुमाऊं ,जिनमें पहाड़ों, घाटियों, नदियों, झीलों, ग्लेशियरों और कई पवित्र मंदिरों का आकर्षण है। दुनिया भर से पर्यटक स्कीइंग,वन्यजीव,अभयारण्यों, रिवर राफ्टिंग, ध्यान और चार धाम यात्रा के लिए उत्तराखंड आते हैं।
Table of Contents
उत्तराखंड कैसे पहुंचे
हवाई जहाज से.
उत्तराखंड में दो घरेलू हवाई अड्डे हैं – राज्य की राजधानी देहरादून के पास जॉली ग्रांट हवाई अड्डा और नैनीताल के पास पंत नगर हवाई अड्डा। जॉली ग्रांट हवाई अड्डा दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, चेन्नई और हैदराबाद से जुड़ा हुआ है। पंत नगर हवाई अड्डा केवल दिल्ली से जुड़ता है।
सड़क द्वारा
उत्तराखंड में रोडवेज का एक अच्छी तरह से जुड़ा हुआ नेटवर्क है, जो इसे राज्य के माध्यम से यात्रा करने का सबसे अच्छा तरीका बनाता है। दिल्ली और इस क्षेत्र के आसपास के कई भारतीय शहरों में अंतरराज्यीय बसों या टैक्सियों द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
उत्तराखंड में लगभग 12 प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं जो उत्तराखंड को अन्य भारतीय शहरों से जोड़ते हैं। पहाड़ी राज्य होने के कारण उत्तराखंड में 1,500 मीटर से ऊपर के रेलवे स्टेशन नहीं हैं। आप केवल तलहटी में रेलवे स्टेशन पा सकते हैं।
उत्तराखंड घूमने का सबसे अच्छा समय
अधिकतर उत्तराखंड के हिल स्टेशनों में दिसंबर में बर्फबारी होती है, जिससे यह समय घूमने का सबसे अच्छा समय होता है।
उत्तराखंड में घूमने की जगहें
हिमालय की तलहटी में बसा ऋषिकेश उत्तराखंड के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक है।उत्तराखंड राज्य में स्थित, ऋषिकेश ऋषियों, योग साधकों और तीर्थयात्रियों का केंद्र है, जो घाटों (नदी के किनारे) और मंदिरों में आते है।यह अपने शांत मंदिरों और रिवर राफ्टिंग, बंजी जंपिंग, जिप-लाइनिंग, ट्रेकिंग, विशाल झूले और रॉक क्लाइम्बिंग जैसे रोमांचकारी साहसिक खेलों के लिए लोकप्रिय है। सुंदर हिमालय के पास स्थित, ऋषिकेश में पवित्र गंगा नदी भी है। पर्यटक यहां आध्यात्मिक तीर्थयात्रा और कल्याण के लिए आते हैं, क्योंकि यह योग और ध्यान की राजधानी के रूप में भी प्रसिद्ध है।यहां पर जुड़वां पुल’ राम और लक्ष्मण झूला हैं ‘क्योंकि ये पुल गंगा के ऊपर 750 फीट पर स्थित हैं। ऋषिकेश में विभिन्न घाटों पर पवित्र गंगा की पूजा की जाती है। परमार्थ निकेतन में गंगा आरती और त्रिवेणी घाट पर एक अलग अनुभव ही महसूस होता है। यहां क्षेत्र को रोशन करने के लिए पवित्र नदी के पार सैकड़ों जले हुए दीये तैरते हैं और घंटियों और मंत्रों की आवाज़ से इस जगह पर एक आनंदमय आध्यात्मिक अनुभव कराती है।यहां पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय योग सप्ताह में भाग लेने के लिए आने वाले पर्यटकों और योग प्रेमियों की मेजबानी करता है। ऋषिकेश आयुर्वेद के लिए भी जाना जाता है, और यहां पर शिक्षा प्रदान करने वाले कई संस्थान भी हैं। यह अपने योग विद्यालयों के लिए भी जाना जाता है
कैसे पहुंचे ऋषिकेश
हवाई मार्ग से: जॉली ग्रांट हवाई अड्डा, देहरादून, ऋषिकेश का निकटतम हवाई अड्डा है, जो शहर से लगभग 35 किमी दूर है।
सड़क मार्ग से: ऋषिकेश प्रमुख सड़कों और राष्ट्रीय राजमार्गों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है और देश के सभी हिस्सों से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
रेल द्वारा: ऋषिकेश में एक रेलवे स्टेशन है जो हरिद्वार के अलावा प्रमुख भारतीय शहरों से नहीं जुड़ा है। इसलिए, निकटतम प्रमुख स्टेशन हरिद्वार है, जो अन्य शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों में से एक है देहरादून, देहरादून उत्तराखंड की राजधानी है। जो हिमालय की तलहटी में स्थित है। देहरादून की प्राकृतिक सुंदरता और यहां की शांति ही पर्यटकों को यहां पर आकर्षित करती है और अपनी तरफ खींच लाती है। देहरादून में अनेक पर्यटन स्थल हैं जिन्हें आप देख व घूम सकते हैं। देहरादून अपने झरनें, गुफ़ाएं, प्राकृतिक झरनें तथा अनेक सुंदर प्राचीन मंदिरों के लिये भी प्रसिद्ध है। यहां पर सहस्त्र धारा, लक्ष्मण सिद्ध मंदिर, तपकेश्वर महादेव मन्दिर, संता देवी मन्दिर, तपोवन आदि देहरादून में आप इन सभी धार्मिक स्थलों पर घूम सकते हैं व दर्शन कर सकते हैं। यहां पर दर्शन करने से आपको अपने अंदर एक सुकून भरी शांति महसूस होती है। इसके अलावा देहरादून में आप कुछ और अन्य पर्यटक स्थल हैं जिनका विजिट आप कर सकते हैं। क्योंकि देहरादून सिर्फ अपने प्राकृतिक सुंदरता के लिए नहीं अपितु अनेक प्रसिद्ध शिक्षण संस्थानों के कारण भी जाना जाता है। जैसे- राबर्ट की गुफा, सर्वे ऑफ़ इंडिया, भारतीय वानिकी अनुसंधान, शिक्षा परिषद, राजाजी राष्ट्रीय उद्यान, मासली हिरण पार्क आदि। यहां सब जगहों पर घूमने से आपको बहुत सी चीजों और रिसर्च के बारे में जानकारी प्राप्त होगी। आप जब भी यहां घूमने आयें तो अपने साथ अपने स्टडी कर रहे बच्चों को भी लेकर आयें। क्योंकि वे इन सभी चीजों को देखने व जानने में बहुत ही उत्सुक रहते हैं। इससे उनका नॉलेज भी बढ़ता है। इन सभी के साथ देहरादून में एक बौद्ध मठ भी है जिसका नाम है माइंड्रोलिंग मठ, जिसका इतिहास 300 से अधिक वर्षों का है। यह भारत में सबसे महत्वपूर्ण बौद्ध स्थलों में से एक है और एशिया में सबसे ऊंचा स्तूप है। मठ क्लेमेंट टाउन में शहर के केंद्र से 9 किमी दूर स्थित है। देहरादून का यह स्थान भी घूमने वाली जगहों में से एक है। इस बौद्ध मठ में घूमने का समय: सुबह 9:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक है आप यहां पर सप्ताह के सभी दिन घूम सकते हैं। यहां का प्रवेश भी नि: शुल्क है।
कैसे पहुंचे देहरादून
हवाई मार्ग से: जॉली ग्रांट हवाई अड्डा देहरादून शहर के केंद्र से 20 किमी दूर स्थित है। दिल्ली के लिए रोजाना उड़ानें हैं। निकटतम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दिल्ली से लगभग 235 किमी दूर स्थित है।
सड़क मार्ग से: देहरादून एनएच 72 के माध्यम से अन्य शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। सामान्य, साथ ही डीलक्स बसें आईएसबीटी कश्मीरी गेट, दिल्ली से देहरादून के लिए आसानी से उपलब्ध हैं।
रेल द्वारा: देहरादून रेलवे स्टेशन पर देश के सभी प्रमुख शहरों से ट्रेन सेवाएं उपलब्ध हैं।
नैनीताल उत्तराखंड में घूमने के लिये व दर्शन करने के लिये तथा दर्शनीय हिल स्टेशनों के रूप में सबसे अच्छी जगहों में से एक है। तथा नैनीताल बेहद सुंदर और शांत जगह है, जहां लोग सबसे ज्यादा घूमना पसंद करते हैं। हर साल यहां पर्यटकों की भारी भीड़ भी देखने को मिलती है। नैनीताल कई पर्यटन स्थलों को समेटे हुए तथा अपनी झीलों के लिये जाना जाता है। इसके नैनीताल कई झीलों से घिरा हुआ भी है। तथा यहां पर हिल स्टेशनों के चारों ओर बर्फ़ से ढकी विशाल पहाड़ी चोटियाँ हैं। जो समुद्रतल से 7,000 फिट की उचाईं पर स्थित हैं। नैनीताल का मुख्य केंद्र यहां का आँखों के आकार वाली एक प्राकृतिक ताजा झील है। आँखों के आकार की यह झील कुमाऊँ क्षेत्र की सबसे प्रसिद्ध झीलों में से एक है। यहां पर नौका विहार, पिकनिक, व शाम को घूमने के लिये सबसे अच्छा स्थान है। तथा नैनीताल झील सात चोटियों से घिरी हुई एक मनमोहक जगह है। आप यहां पर पहाड़ों पर घूमने के लिये ट्रेकिंग का मजा ले सकते हैं साथ ही झील घूमने के लिए नाव की सवारी कर सकते हैं। तथा आप यहां पर अपने परिवार के साथ घूमने हुए सनसेट का भी मजा ले सकते हैं, यहां से सनसेट बेहद खूबसूरत दिखाई देता है। तथा साथ ही बगल में हिमालय के ऊँचे पहाड़ों से घिरे हुए नैना देवी मन्दिर में भी दर्शन व पूजा अर्चना कर सकते हैं। यह भारत में सबसे पवित्र व लोकप्रिय 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। जो माँ नैना देवी का मन्दिर है। इसके साथ ही आप नैनीताल में और भी प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों पर घूम सकते हैं। जैसे- जीबी पंत हाई एल्टीट्युड चिड़ियाघर, इको केव गार्डेंन, नैनी झील, नैनीताल हिल स्टेशन आदि। नैनीताल में नैनीताल हिल स्टेशनों की सबसे खास बात होती है वहाँ से दिखने वाली बर्फ़ीली पहाड़ियां और हिमालयी सुंदरता जो हम सभी का मन मोह लेती हैं। वहीं अगर आप नैनीताल के हाईयेस्ट चिड़ियाघर में घूमना चाहते हैं जो उत्तराखंड का एकमात्र चिड़ियाघर है। समुद्र तल से 2,100 मीटर की ऊंचाई पर, इसमें विभिन्न प्रकार के जानवर हैं जो केवल उच्च ऊंचाई पर रहते हैं जैसे साइबेरियन टाइगर, सेराओ, तिब्बती वूल्फ, रेड पांडा, हिरण और हिम तेंदुआ। यह चिड़ियाघर शेर का डंडा पहाड़ी की चोटी पर नैनीताल बस स्टैंड से 1.8 किमी की दूरी पर स्थित है। और सुबह 10:30 से शाम 4:30 बजे तक खुला रहता है।
नैनीताल घूमने कब जायें
अगर आप नैनीताल घूमने जा रहें हैं तो कोशिश करें कि जनवरी से मार्च के महीने में घूमने जायें, क्योंकि अगर आपको बर्फबारी पसंद है तो यहां इस मौसम में ही सबसे ज्यादा बर्फबारी होती है। तो इसलिए आप बर्फबारी इंजॉय करने जनवरी से मार्च तक के महीने में जाएं। लेकिन अगर आपको नैनीताल में एक और सुंदरता तथा फूलों से भरे हुए तथा फूल अपनी खुशबु बिखेरते हुए पूरे शहर को देखना पसंद है तो आप अप्रैल से जून के महीने में जाएं। तब यहां पर हल्की ठंडी भीरहती है और नैनीताल का पूरा शहर भी फूलों तथा उसकी खुशबु और अपनी प्राकृतिक सुंदरता से भरा रहता है।
कैसे पहुंचे नैनीताल
हवाई मार्ग से: पंत नगर हवाई अड्डा, 55 किमी दूर, नैनीताल का निकटतम घरेलू हवाई अड्डा है। हवाई अड्डा नई दिल्ली और मुंबई से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। देहरादून हवाई अड्डा नैनीताल से 283 किमी दूर है।
सड़क मार्ग से: नैनीताल उत्तर भारत के प्रमुख स्थलों के साथ सड़कों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। नैनीताल राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 87 से जुड़ा है। दिल्ली, आगरा, देहरादून, हरिद्वार, लखनऊ, कानपुर और से नियमित बसें चलती हैं। बरेली। दिल्ली से लग्जरी कोच उपलब्ध हैं। दिल्ली से नैनीताल के लिए निजी टैक्सी और रात भर की बसें आसानी से उपलब्ध हैं।
रेल द्वारा: निकटतम रेलवे स्टेशन, काठगोदाम रेलवे स्टेशन, नैनीताल से 23 किमी दूर है। नई दिल्ली, कोलकाता, आगरा और लखनऊ से रोजाना कई सीधी ट्रेनें चलती हैं।
जिम कॉर्बेट
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क उत्तराखंड के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है।यह उत्तराखंड के नैनीताल जिले का सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान लुप्तप्राय बंगाल टाइगर के लिए जाना जाता है। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क कॉर्बेट टाइगर रिजर्व का हिस्सा है।यह अपनी वन्यजीव सफारी के लिए प्रसिद्ध, पार्क में पक्षियों की 650 से अधिक प्रजातियां समेटे हुए हैं। साथ ही यहां की अन्य शिकारी प्रजातियों में तेंदुए, जंगली बिल्लियाँ, मछली पकड़ने वाली बिल्लियाँ, तेंदुआ, हाथी, हिप्पोपोटैमस, भौंकने वाले हिरण, सांभर हिरण, चीतल, काले भालू और नेवले शामिल हैं। साथ ही जिम कार्बेट में देखने लायक जगहों में से एक है कॉर्बेट संग्रहालय, जो पूरे राष्ट्रीय उद्यान में सबसे आकर्षक स्थानों में से एक है। संग्रहालय अब उस बंगले में स्थित है जो प्रसिद्ध संरक्षणवादी- जिम कॉर्बेट- का घर हुआ करता था- जिनके नाम पर पार्क का नाम रखा गया है। संग्रहालय उनके संस्मरणों, उनके निजी सामान, उनके द्वारा लिखे गए पत्रों के साथ-साथ उनके मित्रों और शुभचिंतकों, प्राचीन वस्तुओं और दुर्लभ तस्वीरों को प्रदर्शित करता है। यहां एक छोटी सी दुकान स्मृति चिन्ह और हाथ से तैयार की गई स्थानीय वस्तुओं को भी बेचती है जिन्हें कोई भी खरीद सकता है। इसके साथ ही आप कार्बेट पार्क में रिवर राफ्टिंग का मजा ले सकते हैं। तथा साथ ही राम गंगा नदी के किनारे सैर कर सकते हैं। क्योंकि राम गंगा नदी सूर्योदय और सूर्यास्त को देखने के लिये एक सुंदर स्थान है और साथ ही आप यहां पर अक्सर हिरणों को भी घूमते हुए देख सकते हैं।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क को पांच जोन में बांटा गया है। पर्यटक पार्क के मुख्य भाग में आप जानवरों के करीब पहुंच सकते हैं, एक बफर जोन या कोर क्षेत्र के रूप में सीमांकित कर दिये गये हैं। यहां का समय: ढिकाला और बिजरानी जोन, जून से अक्टूबर / नवंबर तक बंद रहते हैं। तथा ढेला और झिरना जोन पूरे साल खुले रहते हैं। हालांकि, जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में मानसून के दौरान बाढ़ का खतरा रहता है । इसलिए मौसम को ध्यान में रखकर ही जिम कार्बेट पार्क जाएं।
यहां सफारी का समय: सुबह 07:00 बजे से 10:00 बजे तक और दोपहर 02:00 बजे से शाम 05:30 बजे तक है। तथा प्रवेश शुल्क: 200 रुपये (भारतीय) जीप सफारी: 5000 रुपये (जीप;में अधिकतम 6 लोग और 2 बच्चे (5 से 12 वर्ष)) ही बैठ सकते हैं।तथा जंगल सफारी को पहले से बुक करने की सलाह दी जाती है।
कैसे पहुंचे जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क
हवाई मार्ग से: पंत नगर हवाई अड्डा निकटतम घरेलू हवाई अड्डा है, जो कॉर्बेट से लगभग 80 किमी दूर है। इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (दिल्ली) निकटतम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो कॉर्बेट से लगभग साढ़े चार घंटे की ड्राइव पर है।
रेल द्वारा: निकटतम स्टेशन रामनगर रेलवे स्टेशन है, जो लगभग 12 किमी दूर स्थित है। कई ट्रेनें रामनगर को दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य शहरों और कस्बों से जोड़ती हैं। दिल्ली से रामनगर तक चलने वाली सीधी ट्रेन रानीखेत एक्सप्रेस दिल्ली से कॉर्बेट पहुंचने के लिए सबसे अच्छी ट्रेन है। स्टेशन के बाहर स्थानीय टैक्सियाँ उपलब्ध हैं, होटलों और पार्कों में जाने के लिए। कॉर्बेट रामनगर से 12 किमी और देहरादून से 227 किमी दूर है। यह उत्तराखंड राज्य सड़क परिवहन निगम (USRTC) और कुछ निजी यात्रा सेवाओं के माध्यम से जुड़ा हुआ है।
उत्तराखंड का सबसे अच्छा पर्यटन स्थल रानीखेत है। यह उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में समुद्र तल से 1,829 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। वास्तुकला के हिसाब से रानीखेत हिमालय क्षेत्र में एक छोटा सा गांव है।तथा प्रकृति से रूबरू होने के लिए रानीखेत सबसे अच्छा स्थान है। जहां के देवदार और बलूत के पेड़ इस जगह की खूबसूरती में चार-चांद लगा देते हैं। अगर आप शहरी जीवन की भागदौड़ से कुछ दूर प्रकृति में एक अच्छा समय बिताना चाहते हैं, तो रानीखेत घूमने अवश्य जाएं। यहां पर सुंदर ब्रिटिश युग की पत्थर की इमारतें इस छोटे से शहर में आकर्षण को जोड़ती हैं, जो इसे उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक बनाती है। रानीखेत, जिसका अर्थ है रानी की भूमि, प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श पर्यटन स्थल है। इसमें सेब के बागों, खुबानी और देवदार के पेड़ों से घिरे खूबसूरत बगीचे हैं। इसमें जंगल भी है और झरने झरने भी। रानीखेत नंदा देवी चोटी, ट्रेकिंग रेंज और पहाड़ी चढ़ाई के अपने दृश्य के लिए लोकप्रिय है। रानीखेत भारतीय सेना की कुमाऊं रेजिमेंट का मुख्यालय भी है और इसमें कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर संग्रहालय भी है। रानीखेत में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें भालू बांध, हैदाखान बाबाजी मंदिर, झूला देवी राम मंदिर, गोल्फ ग्राउंड और मनकामेश्वर , रानी झील तथा बिनसर महादेव हैं। यहां पर आप ब्रिटिश काल की इमारतों का भ्रमण करें या फिर रानीखेत और उसके आसपास के खूबसूरत मंदिरों के दर्शन करें। आप जो चाहें वो कर सकते हैं।
कैसे पहुंचें रानीखेत?
हवाई मार्ग से: पंत नगर हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है।
रेल द्वारा: काठगोदाम पास का रेलवे स्टेशन है जो रानीखेत से 80 किमी की दूरी पर स्थित है। स्टेशन पर उतरने के बाद आप रानीखेत के लिए कैब या बस ले सकते हैं।
सड़क मार्ग से: रानीखेत उत्तराखंड और उत्तर भारत के प्रमुख शहरों के साथ मोटर योग्य सड़कों द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। दिल्ली और रानीखेत के बीच की दूरी लगभग 350 किमी है और इसमें लगभग 10 घंटे लगते हैं। नैनीताल से रानीखेत की दूरी करीब 60 किलोमीटर है।
मसूरी उत्तराखंड राज्य का एक पर्वतीय नगर है, जिसे पर्वतों की रानी भी कहा जाता है। देहरादून से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, मसूरी उन स्थानों में से एक है जहाॅं लोग बार-बार आते जाते हैं। घूमने-फिरने के लिए जाने वाली प्रमुख जगहों में मसूरी एक प्रमुख जगह है। यह पर्वतीय पर्यटन स्थल हिमालय पर्वतमाला के मध्य हिमालय श्रेणी में पड़ता है, जिसे पर्वतों की रानी भी कहा जाता है। यह उत्तराखंड का एक मुख्य पर्यटन स्थल है जो बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है। मसूरी का नाम मंसूर शब्द से पड़ा है, जो एक झाड़ी को संदर्भित करता है जो यहां बड़ी मात्रा में पाया जाता है। गढ़वाल हिमालय पर्वतमाला के बीच स्थित, मसूरी में पूरे साल सुखद मौसम रहता है। पहाड़ियों, झीलों और मंदिरों का घर, उत्तराखंड में मसूरी भारत में सबसे अच्छे हनीमून स्थानों में से एक है। इसमें बर्फ से ढके पहाड़ों और हरी-भरी घाटियों के मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्य हैं। मसूरी में दर्शनीय स्थलों की सैर और ट्रेकिंग से लेकर धुंधली झीलों और राजसी झरनों तक जाने के लिए बहुत सी जगहें हैं। इसके साथ ही मसूरी के घूमने लायक जगहों में से कुछ हैं, दलाई हिल्स,केम्प्टी फॉल्स, कैमल्स बैक रोड, भट्टा वॉटरफॉल,लाल टिब्बा और कंपनी गार्डन आदि। गन हिल मसूरी की सबसे ऊंची चोटियों में से एक है और यहां पर मॉल रोड से केबल कार द्वारा पहुँचा जा सकता है। 2,024 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर स्थित, यह हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियों से घिरा हुआ है।
कैसे पहुंचे मसूरी
हवाई मार्ग से: देहरादून का जॉली ग्रांट हवाई अड्डा मसूरी का निकटतम हवाई अड्डा है।
रेल द्वारा: देहरादून रेलवे स्टेशन इस हिल स्टेशन की सेवा करता है।
सड़क मार्ग से: राज्य सरकार और निजी बसें मसूरी को यूपी और दिल्ली जैसे प्रमुख राज्यों से जोड़ती हैं।
भारत में सबसे अच्छे स्कीयइंग स्थलों में से एक के रूप में प्रसिद्ध, औली उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। तथा औली को भारत का मिनी स्वीटजरलैंड कहा जाता है। क्योंकि यहां की नेचुरल ब्यूटी तथा बर्फ से ढके पहाड़ , जंगली फूल, हरी- भरी वनस्पतियां आपका मन मोह लेती हैं। औली का मुख्य आकर्षण है यहां बर्फ से लकदक ढलानें। 1640 फीट की गहरी ढलान में स्कीइंग का जो रोमांच यहां है वह दुनिया में दूसरी जगहों पर शायद ही हो। इसलिए औली की ढलानें स्कीयरों के लिए बेहद मुफीद मानी जाती हैं।औली में घूमने लायक जगहों में है , छत्रकुंड झील, नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान, तथा यहां पर कुछ दर्शनीय स्थान व पहाड़ भी हैं। औली प्राकृतिक नजारों और करामाती शंकुधारी जंगलों के लिए प्रसिद्ध है। यह हिमालयन हिल स्टेशन और स्की रिसॉर्ट उत्तराखंड में ओक के पेड़ों से घिरा एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। सुरम्य गांव औली, हिमालय पर्वतमाला के मनोरम दृश्य के साथ एक बेहतर हनीमून स्पॉट भी है। यह दुनिया भर से स्कीइंग के प्रति उत्साही लोगों को आकर्षित करता है। यहां की अत्याधुनिक सुविधाएं और विश्व स्तरीय स्की रिसॉर्ट औली के आकर्षण को बढ़ाते हैं। औली में 4 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली केबल कार गुलमर्ग के बाद एशिया की दूसरी सबसे ऊंची और सबसे लंबी केबल कार है। यहां की यात्रा जोशी मठ से शुरू होती है और औली पर समाप्त होती है। हालांकि यहां की मानव निर्मित औली की कृत्रिम झीलें सर्दियों में देखने लायक होती हैं। बेहद खूबसूरत।
कैसे पहुंचें औली
हवाई मार्ग से: जॉली ग्रांट हवाई अड्डा, देहरादून निकटतम हवाई अड्डा है।
रेल द्वारा: औली का निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है। जो भारत के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग से: औली के लिए सभी प्रमुख शहरों से बस और टैक्सी सेवाएं उपलब्ध हैं। देहरादून से टैक्सी या बस से जोशी मठ तक यात्रा करना सबसे सुविधाजनक है और फिर रोपवे या सड़क से औली जाना है।
हरिद्वार उत्तराखंड के घूमने एवं दर्शन करने के स्थानों में से एक है। तथा यह चारों धामों में भी आता है। तथा हरिद्वार को ” ईश्वर का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है” भारत के सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाने वाला हरिद्वार अपने शहर में तमाम मंदिरों और धार्मिक स्थलों को समेटे हुए है। आप अगर हरिद्वार आएं हैं, तो यहां की गंगा आरती में जरूर शामिल हो। यहां होने वाली आरती की सुंदरता का बखान कर पाना बहुत मुश्किल है। यहां की जलती बातियों और बजती घंटियों के बीच यहां के पंडित एक सुर में गंगा की आरती करते हैं। इस आरती में हजारों सैलानी शामिल होते हैं। यहां हर शाम 7 बजे आरती होती है, लेकिन लोगों की भीड़ 5 बजे से ही जुटना शुरू हो जाती है। शाम 6 बजे से ही लोग यहां हर-हर गंगे और जय गंगा मैया बोलने लगते हैं। इसके साथ ही आप यहां पर स्थित घाट हर की पैड़ी भी जरूर जाएं। माना जाता है राजा विक्रमादित्य ने बनवाया था।हरि की पैड़ी के पास बैठकर तथा गंगा में स्नान के बाद मन को बहुत ही शांति मिलती है। आप यहां पर मनसा देवी मन्दिर भी घूम सकते हैं। तथा चंडी देवी मन्दिर, भारत माता मन्दिर इन सभी जगहों पर आप दर्शन कर सकते हैं।
कैसे पहुंचे हरिद्वार
हवाई मार्ग से: जॉली ग्रांट हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है।
रेल द्वारा: हरिद्वार जंक्शन दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, देहरादून, अहमदाबाद और पटना जैसे प्रमुख शहरों से रेल द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग से: हरिद्वार अन्य प्रमुख उत्तर भारतीय गंतव्यों जैसे दिल्ली, यूपी, हरियाणा और पंजाब के साथ-साथ उत्तराखंड के अन्य हिस्सों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। बस सेवाएं लगातार और किफायती दामों में होती हैं। कोई भी हरिद्वार के लिए ड्राइव कर सकता है या टैक्सी किराए पर ले सकता है। ए/सी, और नॉन-ए/सी और डीलक्स बसें हरिद्वार को प्रमुख भारतीय शहरों और पर्यटन स्थलों से जोड़ती हैं।
बद्रीनाथ उत्तराखंड का एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है। बद्रीनाथ समुद्रतल से लगभग 3,100 मीटर की उचाईं पर अलकनंदा नदी के तट पर स्थित है। यह तीर्थ हिंदुओं के चार प्रमुख धामों में से एक है। यह पवित्र स्थल भगवान विष्णु के चतुर्थ अवतार नर एवं नारायण की तपोभूमि है। इस धाम के बारे में कहावत है कि-“जो जाए बद्री,वो न आए ओदरी”यानि जो व्यक्ति बद्रीनाथ के दर्शन कर लेता है उसे माता के गर्भ में दोबारा नहीं आना पड़ता। माना जाता है यह मन्दिर ‘ दिव्य देशम’ के नाम से जाने, जाने वाले तमिल संतों के द्वारा भगवान विष्णु को समर्पित 108 मंदिरों में से एक है। यह मन्दिर हर साल अप्रैल- मई में खुलता है और सर्दियों में नवंबर के तीसरे सप्ताह में बंद हो जाता है क्योंकि यहां पर बहुत ही अधिक बर्फबारी होती है। इसके बाद भगवान बद्री विशाल की पूजा जोशीमठ के नरसिंग मन्दिर में की जाती है। यहां पर कई ऐसे जगहें हैं जहां आप घूम सकते हैं। आप यहां पर नीलकंठ चोटी, चरण पादुका, वसुधरा फॉल्स, व्यास गुफा, भीम पुल, सतोपंत झील इन सभी जगहों पर घूम सकते हैं।
कैसे पहुंचे बद्रीनाथ
हवाई मार्ग से: जॉली ग्रांट हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है। देहरादून के लिए दिल्ली से उड़ान भरें और सड़क या हेलीकॉप्टर से बद्रीनाथ की यात्रा करें। सहस्त्रधारा हेलीपैड से आप हेलीकॉप्टर से बद्रीनाथ धाम भी जा सकते हैं।
रेल द्वारा: ऋषिकेश निकटतम रेलवे स्टेशन है। ऋषिकेश रेलवे स्टेशन NH58 पर स्थित है और भारत में प्रमुख स्थलों के साथ भारतीय रेलवे नेटवर्क द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग से: बद्रीनाथ उत्तराखंड के प्रमुख शहरों से मोटर योग्य सड़क द्वारा जुड़ा हुआ है। बद्रीनाथ पहुंचने के लिए देहरादून, ऋषिकेश और हरिद्वार से नियमित बसें चलती हैं।
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ, गढ़वाल हिमालय पर्वतमाला में स्थित एक छोटा सा शहर है। इसे हिंदुओं के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है। यह प्रसिद्ध केदारनाथ मंदिर भगवान शिव का घर है और यह चारों धामो में एक प्रमुख धाम है। भगवान शिव के इस मन्दिर में किसी को भी शिवलिंग को छूने की अनुमति नहीं है।यह पवित्र नदी मंदाकिनी के पास 3584 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। केदारनाथ मंदिर भारत में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि मंदिर का निर्माण पांडवों ने युद्ध के दौरान की गई हत्याओं के पाप से खुद को मुक्त करने के लिए किया था। केदारनाथ मंदिर के पीछे केदारनाथ शिखर, भीम शिला,केदार गुंबद और अन्य छोटे- छोटे मन्दिर हैं जिनका दर्शन आप कर सकते हैं। यहां पर केदारनाथ मन्दिर के ठीक पीछे हिमालय की चोटियाँ हैं।इसके साथ ही यहां पर दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची झील गौरी कुंड देखने लायक है। यह वह स्थान माना जाता है जहां देवी पार्वती ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए तपस्या की थी और वह स्थान जहां पार्वती देवी ने इस झील में स्नान करने के बाद भगवान गणेश की रचना की थी। यह दोनों स्थान यहीं है। केदारनाथ मंदिर का समय: अप्रैल से नवंबर तक रोजाना खुला रहता है। नवंबर के बाद मन्दिर के कपाट बंद हो जाते हैं। क्योंकि वहां पर बर्फबारी बहुत अधिक होती है।नार्मल दिनों में मंदिर दोपहर 03:00 बजे से शाम 05:00 बजे तक बंद रहता है। केदारनाथ मन्दिर में प्रवेश नि: शुल्क है।
कैसे पहुंचे केदारनाथ
हवाई मार्ग से: जॉली ग्रांट हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है। केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं हेलीपैड से सुबह 06:30 बजे से 11:10 बजे के बीच उपलब्ध हैं। तीर्थयात्री विमानन सेवा की प्री-बुकिंग के लिए ऑनलाइन बुकिंग सुविधा का उपयोग कर सकते हैं। हेलीपैड सेरसी गांव में है, जो गुप्तकाशी से 22 किमी और फाटा गांव से 7 किमी दूर है।
रेल द्वारा: ऋषिकेश रेलवे स्टेशन निकटतम रेलवे स्टेशन है। यह रेलवे स्टेशन देश के प्रमुख शहरों और कस्बों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग से: गौरी कुंड निकटतम गाड़ी योग्य क्षेत्र है। चमोली, श्रीनगर, टिहरी, पौड़ी, ऋषिकेश, देहरादून, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तरकाशी और के साथ आसपास के क्षेत्र को जोड़ने वाली अंतरराज्यीय बस सेवाएं हैं। हरिद्वार। फाटा हेलीपैड तक कैसे पहुंचे? फाटा से गौरी कुंड केवल 18 किमी दूर है। रुद्रप्रयाग से कोई टैक्सी किराए पर ले सकता है या साझा जीप या बस ले सकता है। ऐसे आप केदारनाथ पहुँच सकते हैं।
उत्तराखंड में हिमालय की खूबसूरत चोटियों के बीच में स्थित है धोनाल्टी. धोनाल्टी मसूरी स्टेशन से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर है. धोनाल्टी पर्यटकों को अपनी शांति और खूबसूरती से अपनी तरफ आकर्षित करती है। इसलिए जिनको शांति और प्रकृति के बीच एक खूबसूरत मनोरम दृश्य देखना और उसके बीच अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद है, उन लोगों के लिये धोनाल्टी एकदम परफेक्ट जगह है। इसके साथ ही आप यहां पर सनसेट और सनराइज का खूबसूरत नजारा देखने के साथ ही धोनाल्टी के जंगलों में कैंपिंग कर सकते हैं। और घने देवदार के जंगलों के बीच में एक अच्छी सैर भी कर सकते हैं.तो अगर आप धोनाल्टी के पास रहते हैं या फिर आप दिल्ली के पास रहते हैं तो ऐसे में आप हर वीकेंड पर अपने परिवार के साथ अपनी छुट्टियों को यहां पर आकर खुबसूरती से बिता सकते हैं ,क्योंकि यह दिल्ली से पास में ही पड़ता है। और यह उत्तराखंड के सबसे सुंदर पर्यटन स्थलों में से एक है।
मुक्तेश्वर नैनीताल से लगभग 50 किमी की दूरी पर एक छोटा सा पहाड़ी शहर है। मुक्तेश्वर शानदार ओक और रोडोडेंड्रोन जंगल से घिरा हुआ है। यह ट्रेकिंग, रॉक क्लाइम्बिंग और रैपलिंग जैसे साहसिक एक्टिविटी के लिए जाना जाता है और यहां के मुख्य आकर्षणों में आने वाला है यहां का शंकुधारी वन तथा इसमें भगवान् शिव का एक मुक्तेश्वर मंदिर और मुक्तेश्वर धाम है, जो समुद्र तल से 7000 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक धार्मिक आस्था का केंद्र हैं,और बताया जाता है कि यह पांडवों के वनवास के समय का ही मन्दिर है क्योंकि पांडवों ने अपने वनवास के कुछ समय यहां पर बिताए थे।मुक्तेश्वर धाम मंदिर में सफेद संगमरमर का शिवलिंग भी मौजूद है।शिवलिंग के अलावा यहां पर भगवान गणेश, ब्रह्मा, विष्णु, पार्वती, हनुमान और नंदी समेत अन्य देवी-देवताओं की भी मूर्तियां स्थापित हैं. ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव ने यहां एक राक्षस का वध किया था और उसे मोक्ष यानी मुक्ति प्रदान की था जिसके बाद से ही इसका नाम मुक्तेश्वर पड़ा।मान्यता है कि जिन लोगों को संतान की प्राप्ति नहीं होती है ,वे यहां आकर भगवान् शिव से संतान प्राप्ति की कामना करते हैं तो उनकी यह इच्छा जल्द ही पूरी होती है।
उत्तराखंड के कुमाऊँ क्षेत्र में स्थित बागेश्वर एक ऐसी जगह है, जो पूर्व में भीलेश्वर, पश्चिम में निलेश्वर पहाड़, उत्तर में प्रसिद्ध सूरजकुंड और दक्षिण में अग्नि कुंड जैसे फेमस और पवित्र स्थलों से घिरा हुआ एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भी है। यहां के मन्दिर नदियाँ और पहाड़ पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इसके साथ ही यह जगह बागेश्वर भगवान शिव के मंदिर के रूप में भी प्रसिद्ध है। यहां हर दिन हजारों की संख्या में पर्यटक घूमने और दर्शन के लिए आते हैं। यह स्थान धार्मिक तीर्थ स्थल होने के साथ-साथ प्राकृतिक सुंदरता ,सुंदर ग्लेशियरों, नदियों तथा मंदिरों आदि के लिए भी जाना जाता है। इन सभी के साथ यह जगह उनके लिये तो और भी ख़ास है जो लोग ट्रेकिंग के शौकीन हैं क्योंकि यहां समुद्र तल से लगभग 3 हजार मीटर से अधिक उचांई पर मौजूद पिंडारी ग्लेशियर नंदा देवी पर्वत के किनारे मौजूद है और सुंदरढूंगा ग्लेशियर पिंडारी ग्लेशियर के पहाड़ी के दूसरी तरफ मौजूद है और ये दोनों ग्लेशियर अपनी सुंदरता से यहां पर एक अलग ही छटा बिखेरते रहते हैं। इनके इसी चीज को देखने के लिये जब आप ट्रेकिंग करके यहां पर पहुँचते हैं तो,इनको देखने के बाद मन यहां की सुंदरता और खूबसूरती से मंत्रमुग्ध हो जाता है।
फूलों की घाटी उत्तराखंड
उत्तराखंड के सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है फूलों की घाटी. फूलों की घाटी उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र के चमोली जिले में हेमकुंड साहिब के पास में स्थित है और एक खूबसूरत पर्यटन स्थल भी है। उत्तराखंड में यह जगह अपनी फूलों की सुंदरता के कारण जाना जाता है। इस घाटी में फूलों की पांच सौ से भी ज्यादा प्रजातियाँ पाई जाती हैं और इसे ही देखने के लिये देश – विदेश से पर्यटक आते हैं, और वहाँ के पास के ही गाँव में कैपिंग करके रुकते हैं और जी भर के कई दिनों तक यहां की सुंदरता और फूलों की खुशबु से अपने मन को शांति प्रदान करते हैं। और यहां की सुंदरता से रूबरू होते हैं।
उत्तराखंड में स्थित रुद्रप्रयाग पंच प्रयागो में से एक माना जाता है।यह गढ़वाल क्षेत्र के अंतर्गत आता है और उत्तराखंड में यह खूबसूरत स्थान अलकनंदा नदी और मंदाकिनी नदी के संगम पर स्थित है। रुद्रप्रयाग अपने गढ़ में अनेक मंदिरों के नाते जाना जाता है और यह बद्रीनाथ धाम की यात्रा में आने वाला पहला पड़ाव भी है।इसीलिए यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता और अनेक प्राचीन मंदिरों को अपने आप में समेटे हुए यह उत्तराखंड में पर्यटकों और दर्शनारथियों की पहली पसंद भी है। यहां रुद्रप्रयाग में भगवान् शिव के 200 मन्दिर बनाये गए हैं जो अति प्राचीन हैं । दर्शनीय स्थल होने के साथ ही साथ रुद्रप्रयाग अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिये भी जाना जाता है।रुद्रप्रयाग अपने चीड़ के पेड़ों की अधिकता से अपनी सुंदरता में चार चाँद लगाते हुए पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
उत्तराखंड में क्या- क्या खायें
अगर आप उत्तराखंड घूमने जा रहे हैं, तो आप यहां पर आप यहां की फेमस तथा ट्रेडिशनल खाने को ही खायें, क्योंकि ये खाने आपको उत्तराखंड के अलावा और कहीं नहीं मिलेंगे । जैसे आप यहां पर कुमाउनी रायता, मंडवे की रोटी, भांग की चटनी, डुबुक, झंगोरा की खीर, आलू गुटुक, आलू का झोल जो पूरी के साथ खायी जाती है और यह यहां के स्ट्रीट फूड में भी आती है। इसके साथ ही आप कंडाली का साग, अरसा, गुलगुला, सिंगोरी, ठठवानी रास यह एक प्रकार का सूप होता है, फानू, बाड़ी, गढवाल का फनाह, काफूली, भट के डुबके यह एक प्रकार की दाल होती है जो चावल के साथ खाई जाती है।
उत्तराखंड में क्या शॉपिंग करें
उत्तराखंड में शॉपिंग के लिये बहुत सी वस्तुयें हैं जिन्हें आप आसानी से रिजनेबल रेट में खरीद सकते हैं। यहां पर आप हाथ से बने स्वेटर, हिमालायं बैग्स, स्कार्फ, श्रग, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, तिब्बत एथनिक वियर, उत्तराखंड की मशहूर दाल भट, मलमल के कपड़े, जैम, अचार, यहां के अंगूर के ताजे बने हुए शराब, ताजा शहद, तांबे के बर्तन, बांस से बनी वस्तुयें, बैग, पर्स, फर्नीचर, सुंदर बांस से बनी टोकरीयां, वाॅल हैंगिंग, शोपीस, अंगोरा और पश्मीना शॉल, लकड़ी की ज्वैलरी बॉक्स, लकड़ी की जानवरों की मूर्तियाँ, गर्म कपड़े, आदि बहुत सी वस्तुओं की खरीददारी कर सकते हैं।
पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तराखंड में पर्यटकों के लिए कुछ बेहतरीन चीजें क्या हैं.
उत्तराखंड पर्यटकों की रुचि के अनुसार विभिन्न गतिविधियों की पेशकश करता है। हरिद्वार में गंगा आरती, ऋषिकेश में बंजी जंपिंग और रिवर राफ्टिंग, जिम कॉर्बेट में जंगल सफारी, नैनीताल में नौका विहार, औली में स्कीइंग और गुफा उद्यानों की खोज उत्तराखंड में आनंद लेने के कुछ अनुभव हैं।
उत्तराखंड में क्या खाना चाहिए?
उत्तराखंड के व्यंजन दो अलग-अलग क्षेत्रों में विभाजित हैं - कुमाऊं और गढ़वाल। रबड़ी (झोंगोरा श्यामा का चावल, छाछ और मूली के पत्तों से बनी), खादी या झवई (दही या छाछ से बनी) और अरसा (चावल और गुड़ से बनी) को नहीं छोड़ना चाहिए। इसके अलावा, पालक और मेथी के पत्तों से तैयार उत्तराखंड के प्रसिद्ध भोजन काफुली को भी आजमाएं। आलू के गुटके आलू और मसालों से बना एक और व्यंजन है और पूरियों के साथ खाया जाता है। भांग की चटनी उत्तराखंड के व्यंजनों का एक हिस्सा है।
उत्तराखंड में कितने धाम हैं और क्या यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है?
उत्तराखंड का चार धाम या छोटा चार धाम (छोटे चार निवास) भारत के सबसे महत्वपूर्ण हिंदू तीर्थों में से एक है। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मिलकर चार धाम बनाते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह सभी पापों को धो देता है और जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्ति सुनिश्चित करता है। 2014 में चार धाम पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया था। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों या हेमकुंड साहिब जाने के लिए यह एक अनिवार्य दस्तावेज है। सभी पंजीकृत भक्तों को बायोमेट्रिक कार्ड जारी किए जाते हैं जो तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधाओं का लाभ उठाने की अनुमति देते हैं। पंजीकरण के लिए उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड (यूसीडीडीएमबी) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत जगह कौन सी है?
यहां घूमने के लिए कुछ खूबसूरत जगहें हैं, जैसे पहाड़ों की रानी के नाम से मशहूर मसूरी, स्कीइंग स्थल औली, और अपनी खूबसूरत नैनी झील और मंत्रमुग्ध कर देने वाले सूर्यास्त के दृश्यों के लिए नैनीताल।
उत्तराखंड में घूमने के लिये कौन सी जगह सबसे बेहतर है, औली या नैनीताल?
औली स्कीइंग गंतव्य है, और यदि कोई एक साहसिक यात्रा करना चाहता है, तो उसे सर्दियों में औली में करने के लिए बहुत सी रोमांचक चीजें मिल सकती हैं। यदि मन में एक शांत छुट्टी का मन है, तो कोई व्यक्ति नैनीताल में नैनी झील के किनारे एक अद्भुत समय बिता सकता है।
क्या उत्तराखंड में बर्फ है?
जी हां, उत्तराखंड में सर्दियों के दौरान कई जगहों पर बर्फबारी होती है।इस राज्य में बर्फ का आनंद लेने के लिए यह कुछ स्थान औली, धनोल्टी और चकराता हैं।
- 😃 ( 4 )
- 😐 ( 0 )
- 😔 ( 2 )
Related Posts
उत्तराखंड में दूसरा घर खरीदने के क्या हैं फायदे और नुकसान.
नैनीताल में घूमने लायक 10 बेहतरीन जगहें और करने लायक चीजें?.
दोस्तों के साथ आनंद लेने के लिए देहरादून के टॉप 8 पर्यटन स्थल.
ऐसे करें मसूरी का ट्रिप प्लान, देखें सभी पर्यटन स्थान.
देहरादून में स्टांप शुल्क और पंजीकरण शुल्क.
मसूरी के दर्शनीय स्थल: जानिए यहाँ घूमने-फिरने के अलावा आप और क्या कर सकते हैं.
Recent Podcasts
- समझौता विलेख को एकतरफा रद्द नहीं किया जा सकता: हाईकोर्ट
- डीडीए ने जून के अंत तक द्वारका लक्जरी फ्लैट्स परियोजना को पूरा करने के लिए कार्यबल बढ़ाया
- मुंबई में अप्रैल में 12 वर्षों में दूसरा सबसे अधिक पंजीकरण: रिपोर्ट
- सेबी के प्रयास से आंशिक स्वामित्व वाली 40 अरब रुपये की संपत्तियों को नियमित करने की उम्मीद: रिपोर्ट
- क्या आपको अपंजीकृत संपत्ति खरीदनी चाहिए?
- Places to visit in Uttarakhand
- Tourist places in Uttarakhand
- Uttarakhand
- Uttarakhand places to visit
- Uttarakhand tourist places
उत्तराखंड के 11 सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थल | Uttarakhand Tourist Places in Hindi
उत्तराखंड में घूमने की जगह (Uttarakhand Me Ghumne Ki Jagah) उत्तराखंड के एतिहासिक स्थल, प्रसिद्ध स्थान, उत्तराखंड जाने का सही समय (Uttarakhand Tourist Places in Hindi, Right time to explore)
उत्तराखंड एक बहुत सुन्दर पहाड़ी राज्य है, जो किसी पहचान का मोहताज नहीं है। हिंदी और संस्कृत में उत्तराखंड का अर्थ उत्तरी क्षेत्र या भाग होता है। उत्तराखंड को नदियों का राज्य कहा जाता हैं क्योंकि यह गंगा और यमुना नदियों का उद्गम स्थल है। आप सब तो जानते हैं पहाड़ी क्षेत्र का नाम सुनकर ही एक सुकून सा मिलता है क्योंकि वहां पर गर्मियों के मौसम में भी मानसून काफी अच्छा रहता है। इसीलिए पहाड़ी क्षेत्रों में अधिकतर पर्यटक घूमने के लिए आते रहते हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यटन का अपना अलग ही आनंद होता है।
इन क्षेत्रों में हमें बहुत सी ऐसी चीजेंदेखने को मिलती है जो हमें मैदानी क्षेत्रों में नहीं मिल पाती। अगर आप कहीं पर्यटन के लिए जाना चाहते हैं तो उत्तराखंड का पर्यटन जरूर करें क्योंकि यह मन को शांति प्रदान करता है। पहाड़ी क्षेत्रों में जाकर आप मानसिक तनाव को भूल जाते हैं। आइये जानते है उत्तराखंड के प्रसिद्ध स्थानों ( Uttarakhand Tourist Places in Hindi ) के बारे में –
Table of Contents
उत्तराखंड का इतिहास संक्षेप में (Brief History of Uttarakhand in Hindi)
उत्तराखंड जिसे देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है यह भारत के उत्तर में उत्तर प्रदेश से सटा एक पहाड़ी राज्य है। सन 2000 तक उत्तराखंड उत्तरप्रदेश राज्य का ही एक भाग था जिसे बाद में एक प्रथक राज्य बना दिया गया। उत्तराखंड को 2007 तक उत्तराँचल के नाम से जाना जाता था। यह प्रदेश दो क्षेत्रो में विभाजित है पहला गढ़वाल और दूसरा कुमाऊँ। उत्तराखंड प्रदेश अपना बॉर्डर नेपाल, तिब्बत, उत्तर प्रदेश, तथा हिमाचल प्रदेश से साझा करता है।
उत्तरखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल (List of Uttarakhand Tourist Places in Hindi)
उत्तराखंड बेहद ही ख़ूबसूरती से सुशोभित शहर है यहाँ बद्रीनाथ, केदारनाथ जैसे मुख्य दर्शन स्थल है. इस पहाड़ी राज्य में अन्य बहुत सारे पवित्र तीर्थ स्थान है, जिनके बारे में हम आपको आगे जानकारी देंगे। आइये जानते है उत्तराखंड में घूमने की जगहों के बारे में –
1. हर की पौड़ी (Har ki Paudi)
हर की पौड़ी उत्तराखंड राज्य के हरिद्वार जिले में स्थित है। यह हिंदुओं का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह। हिंदू धर्म के घाटों में से सबसे प्रसिद्ध घाट है। हर की पौड़ी की एक मान्यता यह है कि जो भी मनुष्य यहां स्नान करता है उसके इस जन्म के और पिछले सारे जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे पुण्य की प्राप्ति होती है। इस घाट पर रोजाना हजारों लाखों लोग स्नान करने आते हैं। यहां श्रद्धालुओं की बहुत भीड़ लगी रहती है।
हर की पौड़ी घाट का निर्माण राजा विक्रमादित्य ने अपने भाई भर्तृहरि की मृत्यु के पश्चात कराया था क्योंकि विक्रमादित्य के भाई ने गंगा नदी के तट पर कई वर्षों तक तपस्या की थी।
माना जाता है कि हर की पौड़ी पर विष्णु के पदचिन्ह होने की बात कही जाती है इसीलिए इस स्थल का नाम भगवान हरि के नाम पर हर की पौड़ी रखा गया। हर की पौड़ी मतलब हरि के चरण।
यहां की एक मान्यता यह भी है कि हर की पौड़ी पर स्नान करने से मोक्ष, अर्थ, और धर्म चारो की प्राप्ति होती है। यहां पर कुंभ स्नान का विशेष महत्व है। कुंभ स्नान के समय हर की पौड़ी पर श्रद्धालुओं की लाखों की तादाद में भीड़ उमड़ आती है।
2. लक्ष्मण झूला (Lakshman Jhula)
लक्ष्मण झूला ऋषिकेश में स्थित है। ऋषिकेश से लगभग 5 किलोमीटर आगे बना हुआ है। लक्ष्मण झूला लोहे की मजबूत जंजीरों ,चादरों आदि से बंधा व कसा हुआ है। लक्ष्मण झूला एक लोहे से बना पुल है जो गंगा नदी के एक किनारे को दूसरे किनारे से जोड़ता है।
लक्ष्मण झूला एक झूलता हुआ पुल है। लक्ष्मण झूला ऋषिकेश की एक खास पहचान है।
इस पुल का निर्माण कोलकाता के सेठ सूरजमल झुहानूबला ने सन 1889 में कराया था। माना जाता है कि इससे पहले जूट की रस्सियो का पुल ही हुआ करता था जिसके सहारे छीके में बैठकर गंगा के एक किनारे से दूसरे किनारे जाया जाता था। लेकिन 1924 की बाढ़ में लोहे के तारों से बना यह पुल भी बह गया।
दोबारा इस पुल की नीव 1927 में रखी गई और 1930 में इसका निर्माण हो गया। दोबारा इस पुल का निर्माण ब्रिटिश काल में हुआ था।
पौराणिक कथाओं के अनुसार जब यह पुल जूट की रस्सी से बना हुआ था तब श्री राम के छोटे भाई लक्ष्मण ने इस पुल से गंगा नदी को पार किया था तभी से इस पुल का नाम लक्ष्मण झूला पड़ गया। लक्ष्मण झूला गंगा नदी के ऊपर बना हुआ एक झूलता हुआ पुल है।
लेकिन इस समय सरकार ने लक्ष्मण झूला पर आवागमन को बंद कर दिया है। यह लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया गया है। ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला पर्यटन का मुख्य केंद्र है इसे देखने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते हैं इसके अलावा भी ऋषिकेश में और भी पर्यटन स्थल है।
लक्ष्मण झूले के पश्चिमी छोर पर लक्ष्मण जी का एक मंदिर भी है। लक्ष्मण झूला के अलावा ऋषिकेश में एक ओर पूल हैं जिसको राम झूले के नाम से जाना जाता है। लक्ष्मण झूले पर सौगंध जैसी कई फिल्मों की शूटिंग भी हुई है। लक्ष्मण झूला धार्मिक रूप से भी हमसे जुड़ा हुआ है क्योंकि यह लक्ष्मण जी से संबंधित है।
3. केदारनाथ (Kedarnath)
केदारनाथ भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित एक धार्मिक पवित्र स्थल है। यह उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में है। केदारनाथ में शिव जी का सबसे विशाल मंदिर है। जो कतवा पत्थरों के विशाल शिलाखंडो को जोड़कर बनाया गया है। यह शिलाखंड भूरे रंग के होते हैं। यह मंदिर 6 फुट ऊंचे चबूतरे पर बना है। इसका गर्भ ग्रह 80 वीं शताब्दी के लगभग माना जाता है। केदारनाथ हिंदू धर्म के 4 प्रसिद्ध धामों में से एक है।
ऐसा माना जाता है कि पांडवों ने अपने रक्त संबंधियों की हत्या के अपराध से खुद को मुक्त करने के लिए भगवान शिव की मांग की थी। केदारनाथ की भूमि को स्वर्ग के समान माना जाता है ।
पौराणिक कथा के अनुसार हिमालय के केदार श्रृंग पर भगवान विष्णु के अवतार नर और नारायण ऋषि ने कठोर तपस्या की थी। तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रकट होकर हमेशा के लिए इस स्थान पर निवास करने लगे।
4. गंगोत्री (Gangotri)
यह भारत के उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी जिले में स्थित है। उत्तराखंड में उत्तरकाशी से 100 किमी की दूरी पर गंगोत्री नाम का एक छोटा सा तीर्थ स्थान है। यह एक लोकप्रिय धार्मिक स्थल है। यह हिमालय पर्वत माला में स्थित है जो समुद्र तल से 3750 मीटर की ऊंचाई पर है। गंगोत्री भागीरथी नदी के तट पर बसा हुआ है। गंगोत्री चार धाम एवं दो धाम दोनों तीर्थ यात्राओं के लिए एक पवित्र स्थान है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार देवी गंगा ने राजा भगीरथ और उनके पूर्वजों के पापों को धोने के लिए इस गंगा का रूप धारण किया था और भगवान शिव ने पृथ्वी को बहने से बचाने के लिए इसे अपनी जटाओं में रोक लिया था। यह अपने उद्यम स्थल पर भाग्यवती के नाम से भी जानी जाती है। इसका जलाशय स्थल घने जंगलों में हैं। गंगोत्री प्राचीन मंदिरों एवं धार्मिक विश्वासों के लिए प्रसिद्ध है।
यहां हर साल लाखों की तादाद में श्रद्धालु गंगोत्री दर्शन के लिए आते हैं और इसमें स्नान करके अपने पापों को दूर करते हैं। गंगोत्री में श्रद्धालुओं की बहुत आस्था और विश्वास है।
5. बद्रीनाथ (Badrinath)
बद्रीनाथएक धार्मिक स्थल है। बद्रीनाथ भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित है। यहां के बारे में कहा जाता है कि यहां पहले भगवान शिव का निवास हुआ करता था लेकिन बाद में भगवान विष्णु ने इस स्थान को भगवान शिव से मांग लिया था। बद्रीनाथ चार धामों में से एक प्रसिद्ध धाम है यहां हर वर्ष हजारों लाखों लोग पर्यटन के लिए आते हैं।
बद्रीनाथ धाम दो पर्वतों के बीच स्थित है नर और नारायण पर्वत कहा जाता है। भगवान विष्णु के अंश नर और नारायण ने यहां तपस्या की थी।
यहां से जुड़ी एक मान्यता यह है की, जो आए बद्री वो ना आए ओदरी, इसका मतलब है जो व्यक्ति बद्रीनाथ के दर्शन एक बार कर लेता है उसे दोबारा माता के गर्भ में प्रवेश नहीं करना पड़ता।
हां यहां की एक मान्यता यह भी है कि जब केदार और बद्रीनाथ के कपाट खुलते हैं उस समय मंदिर में जलने वाले दीपक के दर्शन का खास महत्व है यह दीपक 6 महीने तक ऐसे ही जलता रहता है। इस मंदिर के कपाट खुलने की तिथि ज्ञानी पंडित द्वारा तय की जाती है।
तय की गई तिथि के अनुसार ही मंदिर के कपाट खुलते हैं कपाट खुलने के समय का नजारा बहुत ही अद्भुत होता है क्योंकि माना जाता है कि जब मंदिर के कपाट खुलते हैं तो 6 महीने पहले जो दीपक जलाया गया था वह ऐसे ही प्रज्वलित मिलता है.
6. यमुनोत्री (Yamunotri)
यमुनोत्री यमुना नदी को ही कहा जाता है और यह बहुत ही पवित्र स्थल है। यह नदी चंपासर ग्लेशियर से निकलती है जो भौगोलिक दृष्टि से समुद्र तल से 4421 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह बंदर पुंछ पर्वत पर स्थित है जो समुद्र तल से 3293 की ऊंचाई पर है। पर्यटकों के लिए यहां पर पहुंचना काफी कठिन होता है। हिंदू धर्म ग्रंथों और पुराणों में इस नदी की बहुत मान्यता है इसीलिए यह एक पूजनीय पवित्र स्थल है।
यमुनोत्री उत्तराखंड राज्य में स्थित है जो उत्तराखंड की चार धाम यात्रा के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। इस मंदिर में हिंदू भगवान यम के साथ हिंदू देवी यमुना की एक मूर्ति विराजमान है। यह मंदिर यमुना देवी को समर्पित यमुनोत्री धाम का एक पौराणिक मंदिर हैं।
यहां पर मुख्य आकर्षण का केंद्र जानकी चट्टी पर स्थित गर्म पानी के फव्वारे भी है। इतिहासकारों के अनुसार महाराजा प्रताप शाही ने यमुनोत्री मंदिर का निर्माण कराया था। और इस धाम का उन्हें निर्माण 19वीं सदी में हुआ था जो जयपुर की महारानी गुलेरिया ने कराया था। जय स्थान उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के कॉलिंद पर्वत पर स्थित है। यह एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां पर बहन के साथ धर्मराज यमराज विराजमान है। माता यमुना सूर्य देव की पुत्री हैं और धर्मराज यमराज की छोटी बहन।
इसी तरह हमारे देश में बहुत से ऐसे पवित्र स्थल और मंदिर हैं जो अपने आप में एक खास पहचान रखते हैं और इन मंदिरों की कोई न कोई खास विशेषता होती है। इसीलिए लोग इन मंदिरों में दर्शन के लिए जाना चाहते हैं और हिंदू धर्म में इन तीर्थ स्थलों को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है।
यमुनोत्री मंदिर को माता यमुनोत्री का मंदिर के नाम से जाना जाता है जो हिमालय क्षेत्र के पश्चिमी भाग में स्थित है। माना जाता है कि यमुना देवी की काले संगमरमर की प्रतिमा मंदिर के गर्भ ग्रह में प्रतिष्ठित है। इस धाम का मुख्य आकर्षण देवी यमुना के लिए समर्पित मंदिर एवं जानकी चट्टी है।
👉 क्या आपने यह पोस्ट पढ़ी > बॉलीवुड के पसंदीदा स्विट्ज़रलैंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल
7. नैनी झील (Naini Jheel)
नैनी झील उत्तराखंड राज्य के नैनीताल जिले में स्थित है। यह झील चारों ओर से पहाड़ों से घिरी हुई है। यह नैनीताल की सबसे प्रसिद्ध झील है इसीलिए इस झील के नाम पर ही नैनीताल का नाम नैनीताल पड़ा है। नैनी झील आकार में नाशपाती के जैसी दिखाई देती है।
यह झील नैनीताल का मुख्य आकर्षण व सुंदरता का केंद्र बिंदु है। मान्यता है कि जब एक बार एक अत्री पुलस्त्य और पुलह ऋषि नैनीताल में भ्रमण करने निकले और भ्रमण करते करते उन्हें प्यास लगी लेकिन कहीं पानी नहीं मिला तो उन्होंने एक गड्ढा खोदकर मानसरोवर झील से पानी लाकर उसमें भरा तभी से इस गड्ढे ने एक झील का रूप धारण कर लिया।
इस झील के सात पहाड़ियों के बीच स्थित होने के कारण इस का दृश्य काफी अलौकिक है। इस झील के समीप मां नैना देवी का एक अत्यंत सुंदर मंदिर है जहां पर्यटक पर्यटन के लिए आते हैं। झील के उत्तरी किनारे को मल्लीताल और दक्षिणी किनारे को तल्लीताल कहा जाता है। इस झील की लंबाई1,500 मीटर, चौड़ाई 510 मीटर, व गहराई 30 मीटर है। नैना देवी मंदिर का पुनः निर्माण किया गया था क्योंकि यह एक बार भूस्खलन में नष्ट हो गया था।
नैनी झील के एक छोर से दूसरे छोर पर जाने के लिए नौका का इस्तेमाल किया जाता हैं। यहां पर पर्यटक दूर-दूर से घूमने के लिए आते हैं और वोटिंग का लुफ्त उठाते हैं। यहां का वातावरण बहुत ही मनमोहक और शांतिपूर्ण होता है। नैनी झील नैनीताल की सभी झीलों मैं से सबसे प्रसिद्ध झील है।
8. नंदा देवी (Nanda Devi)
नंदा देवी पर्वत उत्तराखंड राज्य में पश्चिम में ऋषि गंगा घाटी और पूर्व में गोरी गंगा घाटी के बीच में स्थित है। यह कंचनजंगा के बाद भारत के हिमालय पर्वत की दूसरी एवं विश्व की 23 वीं सबसे ऊंची चोटी है। इस की ऊंचाई लगभग 7816 मीटर है। नंदा देवी पूरे गढ़वाल मंडल और कुमाऊं मंडल और हिमालय के अन्य भागों में सामान्य जनों की लोकप्रिय देवी है। इसकी उपासना प्राचीन काल से ही धर्मगुरुओं द्वारा की गई है इसका प्रमाण धार्मिक ग्रंथों, उपनिषदों और पुराणों में मिलता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार गौरी के 6 रूप बताए गए हैं। इन 6 रूपों में से नंदा देवी भी एक हैं। नंदा को नवदुर्गा में भी एक बताया गया है।
सारे हिमालय में शक्ति के रूप में नंदा देवी पूजनीय है। नंदा देवी का मूल धाम चमोली के कुरून गांव में होने के कारण बाद में कई जगह इनके मंदिर बनवाए गए। गढ़वाल में तल्ली दसौली, सिमली, चांदपुर आदि स्थानों में नंदा के इस शक्ति रूप की पूजा की जाती है। नंदा देवी के सम्मान में गढ़वाल में राज जात यात्रा का आयोजन भी किया जाता है।
अल्मोड़ा के राजा के आक्रमण लूट के बाद बधाण गढ़ी में नंदा के मुख्य मंदिर कुरूण की नंदा देवी की मूर्ति अल्मोड़ा में स्थापित की गई। इस देवी के सम्मान में अनेक स्थानों पर मेलों के रूप में समारोह आयोजित किए जाते हैं। नैनीताल में नंदा देवी मेला अपनी संपन्न लोक विरासत के कारण कुछ अलग ही छाप छोड़ता है।
लेकिन नंदा देवी मंदिर में प्रति वर्ष भाद्र मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को लगने वाले मेले की रौनक कुछ अलग होती है यह मेला अल्मोड़ा नगर के मध्य में स्थित ऐतिहासिक नंदा देवी मंदिर में लगता है। इस चोटी को उत्तराखंड राज्य में मुख्य देवी के रूप में पूजा जाता है।
नंदा देवी गढ़वाल के राजा दक्ष प्रजापति की पुत्री हैं इसीलिए सभी कुमाऊनी और गढ़वाली रोग उन्हें पर्वताचल की पुत्री मानते हैं। कहीं हिंदू तीर्थ यात्रा के धार्मिक रूप में इस मंदिर की यात्रा करते हैं क्योंकि नंदा देवी को बुराई के विनाशक के रूप में माना जाता है। इस का मंदिर शिव मंदिर की बाहरी ढलान पर स्थित है। नंदा देवी का इतिहास 1000 साल से भी ज्यादा पुराना है इस मंदिर में दीवारों पर पत्थर से कलाकृतियां और पत्थर का मुकुट विद्यमान है जो इसकी शोभा को अत्यधिक बढ़ाते हैं।
👉 क्या आपने यह पोस्ट पढ़ी > रानीखेत में घूमने की बेहद ही सुन्दर जगह
9. मॉल रोड (Mall Road)
मॉल रोड भारत के नैनीताल के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक है। यहां पर आपको पहाड़ों और गहरी घाटियों के दिलचस्प दृश्य देखने को मिलेंगे। माल रोड एक ऐसी जगह है जहां पर आप प्राकृतिक सुंदरता का लुफ्त उठाते हुए विभिन्न व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं और साथ ही साथ सैर का भी आनंद ले सकते हैं।
माल रोड नंदा देवी से कुछ दूरी पर स्थित है जहां से आप पैदल टहल कर यहां की इमारतों और स्मारकों को देख सकते हैं। यह पैदल चलने वालों के लिए अनुकूल है क्योंकि यह नो-व्हीकल जॉन है। यह जगह विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों और उत्सवो के दौरान बहुत ही आनंददायक लगती है। यह शिमला की एक ऐसी जगह है जहां पर पर्यटक कुछ समय के लिए अपने आप को इस जगह में खो देते हैं। यह रोड विभिन्न प्रकार के कैफे और स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध है।
यदि आप मॉल रोड पर सेर करने के लिए आते हैं तो बिना शॉपिंग आपका सेर करना व्यर्थ है। यहां की कई दुकानें और शोरूम व डिपार्टमेंटल स्टोर काफी प्रसिद्ध है। यहां पर मिट्टी के बर्तन आभूषण और ऊनी कपड़े भी मिलते हैं जो हिमाचल एंपोरियम प्रदान करता है। यहां पर आप स्थानीय और ब्रांडेड कपड़े दोनों खरीद सकते हैं।
मॉल रोड पर आपको तिब्बती कालीन और पश्मीना शॉल कि स्थानीय दुकानें और टेंट भी दिखाई देंगे। यहां पर आप दुकानों से दस्ताने मौजे और स्वेटर भी ले सकते हैं। यहां पर दुकानदार सामान के दाम बहुत ही अधिक और अनुचित मूल्य पर लगाते हैं।
मॉल रोड पर कहीं कैफे और होटलो में स्वादिष्ट व्यंजन मिलते हैं यहां के कैफे और होटल न केवल स्थानीय व्यंजनों में विशेष होते हैं बल्कि अन्य स्थलों की व्यंजनों में भी अच्छे होते हैं।
एक राजा के ब्रिटिश वायसराय की बेटी के साथ भाग जाने के कारण स्कैंडल प्वाइंट ज्यादा प्रसिद्ध है। मॉल रोड पर आप स्कैंडल प्वाइंट, गेयटी थिएटर, कालीबाड़ी मंदिर, टाउन हॉल देख सकते हैं ।
10. बीटल्स आश्रम (Beatles Aashram)
बीटल्स आश्रम भारत के उत्तराखंड राज्य के ऋषिकेश मे है जो गंगा नदी के किनारे बसे राजा जी नेशनल पार्क के अंदर स्थित है। यह जगह तीन दशकों से बंद थी जो अब पर्यटकों के लिए खोल दी गई है। इस जगह के पास एक नया योगा और मेडिटेशन सेंटर बनाने की योजना उत्तराखंड के जंगल विभाग द्वारा बनाई गई है।
बीटल्स आश्रम का नाम एक बैड के नाम पर रखा गया है जो बीसवीं सदी के सबसे बड़े रॉक बैंड द बीटल्स था । यह ब्रिटेन का सबसे मशहूर बैंड था जिसने पूरी दुनिया में करोड़ों दिलों पर अपनी जादुई धुन से राज किया हुआ था। 4 युवाओं ने साठ के दशक में इस बैंड से जो करिश्मा रचा उसने संगीत जगत को एक बड़ी धरोहर प्रदान की।
इस बैंड को करोड़ों कान सुनने लगे ,लाखों लोग गुनगुनाने लगे और दिल और दिमाग जुनून से सराबोर हो उठे। बीटल्स ने चार लोगों के साथ मिलकर अपने रॉक बैंड से देश दुनिया में धूम मचा दी। इसके गीत व धुने अव्वल दर्जे के थे। बीटल्स ने गीतों में ऐसा रस घोला कि आज भी कानों में उनके गीत गूंजते हैं।
साठ के दशक में जब दुनिया बीटल्स के रॉक म्यूजिक की दीवानी थी ठीक उसी समय इन रॉकस्टार की दीवानगी और दिलचस्पी योग व अध्यात्म की ओर जागी फिर क्या था इन्होंने अपना सामान समेटा और महर्षि महेश योगी के आश्रम में ऋषिकेश पहुंच गए।
महर्षि महेश योगी का आश्रम ऋषिकेश में 18 एकड़ में राजाजी नेशनल पार्क में था जिसे चौरासी आश्रम कहते थे। उस समय महर्षि महेश योगी दुनिया में भारतीय योग कला व आध्यात्मिक दर्शन के नए आइकन के रूप में प्रसिद्ध थे।
ऋषिकेश पहुंच कर रॉक के इन महारथियों ने 40 के करीब गाने रचे अपने बैंड बीटल्स के लिए, एक से एक जबरदस्त जो बाद में बहुत बजे। कुछ समय बाद महेश योगी ने भी आश्रम अपने शिष्यों के साथ छोड़ दिया लेकिन बीटल्स के कारण आज भी यहां लोग आते रहते हैं और उस समय यह आश्रम काफी सुविधाओं से परिपूर्ण था बाद में 80 के दशक से यह एक खंडहर बन गया इस आश्रम की दीवारों पर जंगली बेल झाड़ियां चढ़ने लगी बीटल्स के यहां आने के कारण विदेशी सेनानियों का आवागमन यहां बढा।
हिमालय की गोद में बसे ऋषिकेश के इस आश्रम में बीटल्स के जाने के बाद भी यहां की दीवारों पर लिखें बीटल्स के फैंस के मैसेज के कारण आज भी हम बीटल्स को अपने बीच ही पाते हैं। इस आश्रम पर कई कलाकृतियां बनी हुई हैं लेकिन इसकी हालत देखकर कोई नहीं कह सकता कि यहा दुनिया के सबसे मशहूर पॉप ग्रुप ने कभी कुछ दिन गुजारे थे और अपनी नई धुनें बनाई थी।
2003 से यह इलाका वन विभाग के क्षेत्र में शामिल कर लिया गया फिर धीरे-धीरे इसे खोलने पर विचार शुरू हुए आखिरकार 8 दिसंबर 2015 को इस आश्रम को सैलानियों के लिए खोल दिया गया।
👉 क्या आपने यह पोस्ट पढ़ी > कसम से, गुजरात की ये सुन्दर जगह नहीं देखी होगी आपने
11. विश्वनाथ मंदिर (Vishwanath Mandir)
ऋषिकेश-गंगोत्री मार्ग पर स्थित विश्वनाथ मंदिर इस क्षेत्र के सबसे पूजनीय एवं प्राचीन पावन मंदिर है। यह मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है जो भगवान शिव को समर्पित है। माना जाता है आरम्भ में इस मन्दिर की स्थापना परशुराम जी द्वारा की गई थी, उन्होंने यहाँ पर लम्बे समय तक तपस्या की थी।
आधुनिक समय में इस मंदिर के निर्माण का श्रेय गढ़वाल के नरेश प्रदयूम शाह को जाता है, जिन्होंने 17 वी शताब्दी के आस-पास इस शिव मंदिर को फिर से पुनर्जीवित किया। विश्वनाथ मंदिर की शोभा है यहाँ मौजूद त्रिशूल और प्राचीन शिवलिंग जो वर्ष भर पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने रहते है।
विश्वनाथ मंदिर में उपस्थित इस त्रिशूल की लम्बाई 8 फुट 9 इंच है एवं ऊँचाई 26 फीट है। प्राचीन शिवलिंग की ऊँचाई लगभग 56 सेमी० है जिस पर श्रद्धालु बड़ी ही श्रद्धा से जलाभिषेक करते है। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर यहाँ शिवभक्तों एवं पर्यटकों का ताता लगा रहता है। यदि आप प्राचीन मंदिरों को देखने में दिलचस्पी रखते है एवं भगवान में विश्वास रखते है तो आपको एक बार यहाँ घूमने अवश्य आना चाहिए।
उत्तराखंड घूमने का सही समय
हम में से कई लोग किसी पर्यटन स्थल पर जाने से पहले यह अवश्य पता करते है कि वहा घूमने का सही समय क्या है? उत्तराखंड जाने के लिए आपको सही समय देखने की ज्यादा जरुरत नहीं होगी क्योंकि यहाँ पर वर्ष भर कभी भी आ सकते है।
मई से जुलाई में तापमान कुछ गर्म जरूर रहता है तो आप गर्मी से बचने के लिए किन्ही अन्य महीने में आ सकते है। दिसम्बर तथा जनवरी के महीने में यहाँ ठण्ड बहुत पड़ती है उत्तराखंड के कई इलाको जैसे नैनीताल, औली तथा मसूरी आदि शहरो में आपको बर्फ भी देखने को मिल जाती है।
अत: हम कह सकते है इस राज्य में घूमने के लिए हमे उत्तराखंड घूमने का सही समय देखने की जरुरत नहीं क्योंकि यहाँ किसी भी समय में आकर पर्यटन का आनंद उठाया जा सकता है।
FAQ (उत्तराखंड के बारे में सवाल-जबाब)
उत्तराखंड वैसे तो एक सस्ता प्रदेश है फिर भी यदि आप यहाँ 5 से 7 दिन गुजारने की सोच रहे है तो 20 से 22 हजार रूपये का खर्चा करके अच्छे से पुरे प्रदेश में घूम सकते है.
उत्तराखंड में नंदा देवी, केदारनाथ, बद्रीनाथ, लक्ष्मण झूला, स्नो व्यू पॉइंट आदि कई खूबसूरत जगह देखने लायक है.
उत्तराखंड के पर्यटन स्थल तो फेमस है ही साथ में यहाँ के व्यंजन जैसे भांग की चटनी , अरसा, फाणु का साग, मंडवे की रोटी, बाड़ी तथा चैसोनी आदि फेमस है.
आज हमने क्या जाना?
आज हमने उत्तराखंड में घुमने की जगह ( Uttarakhand Tourist Places in Hindi ) के इस लेख में उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी प्राप्त की। हमने उत्तराखंड के एतिहासिक स्थल , उत्तराखंड के प्रसिद्ध स्थान तथा उत्तराखंड का इतिहास व उत्तराखंड जाने का सही समय के बारे में संक्षेप में जाना।
उम्मीद करते है आपको यह लेख बेहद पसंद आया होगा। पोस्ट पढने के लिए धन्यवाद, इस जानकारी को किसी और से साझा करना ना भूले एवं कमेंट में इस आर्टिकल के बारे में अपने विचार अवश्य बताये।
ये पोस्ट जरूर पढ़े
- नैनीताल में बहुत सुन्दर घूमने की जगह
- आमेर किले के 21 रोचक तथ्य व छुपे रहस्य
- मथुरा जाए तो इन स्थलों को देखना ना भूले
Leave a Comment Cancel reply
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
उत्तराखण्ड में घूमने की 10 सबसे प्रसिद्ध जगह और संपूर्ण यात्रा जानकारी – Uttarakhand Tourist Places In Hindi
देवभूमि उत्तराखंड प्राकृतिक सुंदरता से भरा हुआ स्थान है, आज के आर्टिकल में हम उत्तराखंड में घूमने की जगह के बारे में संपूर्ण जानकारी लेंगे, उत्तराखंड में आपको खूबसूरत हिमालय की चोटियां तथा प्राचीन मंदिर मिलेंगे, प्राकृतिक सुंदरता पसंद लोगों के लिए उत्तराखंड स्वर्ग समान जगह है।
उत्तराखंड भारत के उत्तरी हिस्से में पड़ता है, उत्तराखंड का शाब्दिक अर्थ ही उत्तर का खंड यानी भाग है, यहां पर प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ सांस्कृतिक समृद्धि भी देखने को मिलेगी, यहां पर खूबसूरत प्राकृतिक पानी के स्रोत जलप्रपात तथा बेहतरीन घाटियां देखने के लिए दुनिया भर से टूरिस्ट आते रहते हैं, उत्तराखंड फोटोग्राफी के लिए भी लाजवाब जगह है, धार्मिक सुंदरता और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण उत्तराखंड भारत देश की शान माना जाता है।
नमस्कार दोस्तों, आज के आर्टिकल में आप सभी का स्वागत है, यहां पर मैं आपको उत्तराखंड में घूमने की जगह के साथ-साथ उत्तराखंड में रुकने की जगह, यहां के मशहूर भोजन तथा एक छोटे यात्रा प्लान के बारे में भी बात करूंगा, आईये दोस्तों अधिक समय खराब ना करते हुए, जल्दी से जल्दी आर्टिकल को शुरू करते हैं और उत्तराखंड में घूमने की जगह देख लेते हैं।
Table of Contents
उत्तराखण्ड में घूमने की जगह – Uttarakhand Me Ghumne ki Jagah
दोस्तों वैसे तो इस देवभूमि में घूमने की बहुत सी जगह है, जो आप यहां पर जाकर एक्सप्लोर करेंगे, लेकिन इस आर्टिकल में मैं आपको यहां की प्रमुख 10 जगहों के बारे में सारी जानकारी दे रहा हूं।
1. नैनीताल – Nainital
नैनीताल यहां की प्रसिद्ध नैनी नामक झील के कारण प्रसिद्ध है, यह बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो कि पहाड़ों से घिरा हुआ है, इस टाउन में आप कई प्रकार की बेहतरीन एक्टिविटी कर सकते हैं, ज्यादातर लोग यहां पर नौका विहार तथा ट्रैकिंग के लिए आते हैं, नैनीताल बहुत ही खूबसूरत और फोटोग्राफी के लिए उत्तम स्थान है, यहां से आसपास का दृश्य बहुत ही लाजवाब प्रतीत होता है, आपको चारों तरफ खूबसूरत हिमालय की पहाड़ियां दिखाई देगी, जो स्वर्ग से कम नहीं होती, अगर आप उत्तराखंड में आ रहे हैं, तो नैनीताल में आपको जरूर आना चाहिए।
2. मसूरी – Mussoorie
मसूरी उत्तराखंड में घूमने की लाजवाब जगह में से एक है, मसूरी को पहाड़ियों की रानी कहा जाता है, मसूरी में कई खूबसूरत पहाड़ियां है, यह एक हिल स्टेशन है जो चारों तरफ से सुंदर स्थानों से घिरा हुआ है, यहां पर आप औपनिवेशिक काल की वास्तुकला देख पाएंगे, यहां से हिमालय का दृश्य भी काफी लाजवाब प्रतीत होता है, तथा उत्तराखंड की बाकी खूबसूरत जगह के जैसे ही यहां पर आपको प्रकृति का भव्य रूप देखने को मिलेगा, गर्मियों में यहां पर बेहतरीन हरियाली देखने को मिलती है, तथा सर्दियों में यह स्थान बर्फ से घिरा रहता है।
3. ऋषिकेश – Rishikesh
ऋषिकेश उत्तराखंड में घूमने की सुंदर जगह में से एक हैयह गंगा किनारे बना हुआ एक स्थान है यहां पर आप योग और मेडिटेशन सेंटर भरपूर मात्रा में पाएंगे ऋषिकेश को देवभूमि के नाम से जाना जाता हैयहां परभगवान बोले की पूजा की जाती है तथा माता गंगा की आरती होती हैइस स्थान का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है इसके अलावा प्राकृतिक सुंदरता भी यहां पर आपको भरपूर देखने को मिलेगी आप चाहे तो नदी में कई प्रकार की वाटर एक्टिविटी भी कर सकते हैंअगर आप शास्त्री गतिविधियोंके शौकीन है यासंत माहौलढूंढ रहे हैं तो आपको ऋषिकेश में जरूर आना चाहिए।
4. हरिद्वार – Haridwar
हरिद्वार के बारे में शायद ही कोई होगा जो नहीं जानता होगा, श्रवण के महीने में यहां पर कावड़िये कावड़ लेने के लिए आते हैं, यह हिंदू धर्म के लिए महत्वपूर्ण स्थान है, हरिद्वार के गंगा घाट पर आरती होती है, इस स्थान से भोले के भगत कावड़ लेकर चलते हैं, श्रवण के महीनों में यहां पर अत्यधिक मात्रा में भीड़ होती है, तथा भगवान भोले के भगत पूरे देश भर से यहां पर आते हैं, हरिद्वार प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर स्थान है, अगर आप यहां पर त्योहारों के समय में आते हैं तो आप हरिद्वार को एक अलग रूप में देख पाएंगे, हरिद्वार शब्द का अर्थ भी हरि यानि भगवान का द्वार है।
5. जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क – Jim Corbett National Park
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क उत्तराखंड का प्रसिद्ध नेशनल पार्क है, यह भारत का सबसे पुराना नेशनल पार्क भी माना जाता है, यहां पर बंगाली टाइगर, एलीफेंट और हिरन जैसे कई जीव निवास करते हैं, अगर आप सच्चे जीव प्रेमी है, तो आपको इस नेशनल पार्क में जरूर आना चाहिए, यह नेशनल पार्क नैनीताल में स्थित है, यहां पर पक्षियों की भी खूबसूरत प्रजाति निवास करती है, तथा आप यहां पर प्राकृतिक सुंदरता भी भरपूर मात्रा में देख पाएंगे।
6. ऑली – Auli
ऑली भारत का बहुत ही प्रसिद्ध हिल स्टेशन है, यह उत्तराखंड में घूमने की लाजवाब जगह में से एक है, ऑली मुख्यतः स्कीइंग नामक एक्टिविटी के लिए प्रसिद्ध है, चारों तरफ हिमालय की खूबसूरत पहाड़ियां है यहां पर अत्यधिक मात्रा में बर्फ गिरती है जिससे की जन्नत जैसा नजारा बन जाता है, अगर आप बर्फ में मौज मस्ती करने के शौकीन है, तो आपको इस जगह पर जरूर आना चाहिए, आप नीचे फोटो में देख सकते हैं, की नजारा कितना मनोरम है, इसके अलावा यह स्थान केबल कार राइडिंग के लिए भी विख्यात है, आप यहां पर केबल कार राइडिंग भी कर पाएंगे।
7. फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान – Valley of Flowers National Park
यह उत्तराखंड के चमोली में स्थिति बेहद ही खूबसूरत नेशनल पार्क है, इस नेशनल पार्क की स्थापना 1982 में की गई थी, यह नेशनल पार्क अब यूनेस्को द्वारा संरक्षित कर लिया गया है, तथा विश्व धरोहर के रूप में विख्यात है, यहां पर आपको कई प्रकार के फूलों की खूबसूरत प्रजातियां देखने को मिलेगी, अगर आप रंग-बिरंगे फूलों में फोटोग्राफी करने की शौकीन है तो आपको चमोली के इस खूबसूरत नेशनल पार्क में जरूर आना चाहिए, इसके अलावा यहां पर प्राकृतिक सुंदरता भरपूर है, तथा आप यहां पर कई प्रकार की गतिविधियां भी कर पाएंगे।
8. केदारनाथ – Kedarnath
केदारनाथ बहुत ही सुंदर स्थान तथा भगवान शिव का खूबसूरत मंदिर है, इस स्थान को केदारनाथ के नाम से जाना जाता है तथा यहां पर भगवान शिव का प्राचीन मंदिर स्थित है, यह भगवान शिव के 12 प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक है, यह हिमालय के बीच में स्थित है, यहां पर आने के लिए आपको 16 किलोमीटर की चढ़ाई चढ़नी होगी, माना जाता है कि यह हजारों साल पुराना मंदिर है, तथा पांडवों के समय में बनाया गया था, वर्तमान मंदिर का निर्माण आदि शंकराचार्य द्वारा छठी शताब्दी में माना जाता है, साल के कुछ महीने ही इस मंदिर के कपाट खोले जाते हैं, आप ऑफिशल साइट पर इसके बारे में चेक कर सकते हैं।
9. बद्रीनाथ – Badrinath
बद्रीनाथ चार धामों में से एक धाम है, यह भगवान शिव को समर्पित बहुत ही खूबसूरत स्थान है, यहां पर बद्रीनाथ मंदिर स्थित है तथा चारों तरफ बर्फ ही बर्फ दिखाई देगी, यह स्थान साहसिक गतिविधियां करने के लिए भी उत्तम माना जाता है, इसके अलावा इस स्थान पर आपको खूबसूरत पहाड़ियां तथा कई प्रकार के प्राकृतिक स्रोत देखने को मिल जाएंगे, यहां पर प्राकृतिक पानी के झरने है जो देखने में काफी लाजवाब लगते हैं, इस स्थान की प्राकृतिक सुंदरता अपने चरम सीमा पर रहती है, अगर आप यहां पर सर्दियों में जाते हैं तो आप अत्यधिक मात्रा में बर्फ देख पाएंगे।
10. अल्मोडा – Almora
अल्मोड़ा कुमाऊं प्रांत में पड़ता है तथा प्राकृतिक सुंदरता और अपने प्राचीन मंदिरों के कारण जाना जाता है, इस स्थान पर कई बेहतरीन व्यू प्वाइंट है, यहां से हिमालय की कई खूबसूरत चोटिया दिखाई देती हैं, यहां पर आपको रुकने की जगह मिल जाएगी तथा इस शहर में आप कई प्रकार की गतिविधियां कर सकते हैं, अल्मोड़ा की सांस्कृतिक विरासत भी प्रसिद्ध है, आप यहां पर लोकल लोगों के जनजीवन को देख सकते हैं, सर्दियों में यहां पर अत्यधिक मात्रा में बर्फ पड़ती है, गर्मियों में आपको चारों तरफ बेहतरीन हरियाली देखने को मिलेगी।
उत्तराखण्ड जाने और घुमने का यात्रा प्लान – Uttarakhand Travel Plan in Hindi
पहले दिन: पहले दिन आपको अपनी यात्रा की शुरुआत नैनीताल से करनी चाहिए, नैनीताल में आप सबसे पहले नैना देवी मंदिर और झील पर घूमने के लिए जाइए मंदिर में दर्शन करने के बाद आप झिल में नौका विहार कर सकते हैं, यहां पर कई खूबसूरत शॉपिंग मॉल तथा लोकल दुकाने हैं, जिनको जरूर एक्सप्लोर करना चाहिए, इसके बाद आपको माल रोड जरूर घूमना चाहिए, नैनीताल सनसेट के लिए प्रसिद्ध है, आपको यहां सूर्यास्त जरूर देखना चाहिए।
दूसरे दिन : तीसरे दिन की यात्रा आपको ऋषिकेश की करनी चाहिए, ऋषिकेश बहुत ही सुंदर स्थान है, तथा भगवान भोले की नगरी माना जाता है, इस धार्मिक स्थान में आप कई प्रकार की एक्टिविटी कर सकते हैं, सुबह-सुबह आपको नैनीताल से ऋषिकेश आ जाना है, इसके बाद आपको यहां पर सबसे पहले लक्ष्मी झूला और राम झूला नामक खूबसूरत ब्रिज को देखना है, इसके बाद आप लोकल मार्केट में आनंद ले सकते हैं, भगवान भोले की पूजा कीजिए और गंगा आरती में शामिल होइए, इसके बाद आपको त्रिवेणी घाट पर भी जरूर आना चाहिए, दरअसल गंगा आरती त्रिवेणी घाट पर ही होती है, आप ऋषिकेश की बेहतरीन नाइटलाइफ का आनंद भी ले सकते हैं।
तीसरे दिन : तीसरे दिन की यात्रा आपको मसूरी की करनी चाहिए, ऋषिकेश से मसूरी जाने में लगभग 2 घंटे की ड्राइव करनी होगी, आप कैब से जा सकते हैं, यहां पर खूबसूरत जलप्रपात है, जहां पर आप आनंद ले सकते हैं, यहां का माल रोड अत्यधिक प्रसिद्ध है, यहां पर आपको केबल कार राइडिंग जरूर करनी चाहिए, यहां पर गन हिल नामक पहाड़ियां है, जहां का दृश्य काफी खूबसूरत प्रतीत होता है।
उत्तराखण्ड में घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit In Uttarakhand In Hindi
अगर आप धार्मिक जगह की यात्रा करने चाहते हैं तो आपके यहां पर श्रवण के महीने में आना चाहिए, इसके अलावा अगर आप बर्फ में मौज मस्ती करना चाहते हैं तथा बर्फ वाली जगहों पर घूमना चाहते हैं तो आपको यहां पर सर्दियों में आना चाहिए, उत्तराखंड में गर्मियों में भी बहुत से स्थानों पर बर्फ पड़ती है, ज्यादातर लोग भारत की भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए उत्तराखंड में घूमने के लिए आते हैं, गर्मियों में यहां का मौसम भी ठंडा रहता है तथा हर जगह घूमने लायक रहती है, इस समय में ना तो अधिक सर्दी होती और ना ही अधिक गर्मी होती है, तथा प्राकृतिक सुंदरता भी अपने चरम सीमा पर होती है।
उत्तराखण्ड में रुकने की जगह – Where To Stay In Uttarakhand In Hindi
आप जिस भी जगह पर जाएंगे, वहां पर आपको रुकने की जगह अवश्य ही मिल जाएगी, अगर आप धार्मिक जगह पर जा रहे हैं तो वहां पर बहुत सी धर्मशालाएं आपको मिलेंगी, तथा सरकार द्वारा भी कई व्यवस्थाएं की हुई है, जहां पर आप सस्ते में आसानी से रुक पाएंगे, अगर आप उत्तराखंड में होटल लेकर रुकना चाहते हैं तो वहां पर आपको लगभग 800 से ₹1200 तक एक रात के किराए में बेहतरीन होटल मिल जाएगा, इसके अलावा पीक टूरिस्ट सीजन में रुकने की जगह थोड़ी महंगी मिल सकती है, अगर आप शानदार रिसोर्ट में रुकना चाहते हैं तो यहां पर आपको हजारों रुपए देने पड़ सकते हैं।
उत्तराखण्ड का प्रसिद्ध भोजन – Famous Food of Uttarakhand In Hindi
उत्तराखंड में कई बेहतरीन पकवान है, यहां पर कफोली बड़े चाव से खाई जाती है, इसके अलावा आलू से बने पकवान भी यहां पर जगह-जगह पर मिल जाएंगे, यहां पर उड़द दाल के पकोड़े भी बनाए जाते हैं, जो काफी लजीज होते हैं, इसके अलावा भारतीय मिठाई तथा कई प्रकार की लजीज सब्जियां यहां पर आपको भोजन के रूप में मिलेंगी।
उत्तराखण्ड कैसे जाएं? – How to reach Uttarakhand?
1# सड़क मार्ग से उत्तराखण्ड कैसे जाएं – how to reach uttarakhand by road in hindi.
पूरे उत्तराखंड राज्य में कई हाईवे तथा लोकल सड़के आपको मिलेंगी, जिनके माध्यम से आप आसानी से सड़क मार्ग से उत्तराखंड में पहुंच सकते हैं, आसपास कई जगहों से बसें भी उत्तराखंड में जाती है तथा उत्तराखंड रोडवेज अत्यधिक प्रसिद्ध भी मानी जाती है, अगर आप दिल्ली से देहरादून आना चाहते हैं तो लगभग ढाई सौ किलोमीटर की दूरी है, इसके अलावा ऋषिकेश हरिद्वार और नैनीताल जैसे इलाके भी दिल्ली से लगभग 200 से 250 किलोमीटर के बीच ही है, नैनीताल दिल्ली से 300 किलोमीटर दूर पड़ता है।
2# ट्रेन से उत्तराखण्ड कैसे जाएं? – How To Reach Uttarakhand By Train In Hindi
उत्तराखंड में लगभग हर जगह रेलवे स्टेशन आपको मिल जाएंगे, यहां के कई रेलवे स्टेशन अत्यधिक प्रसिद्ध है, जैसे कि हरिद्वार, देहरादून और काठगोदाम का रेलवे स्टेशन, बाकी आप जिस भी जगह पर जा रहे हैं, उसके विषय में इंटरनेट पर रिसर्च कर सकते हैं।
3# हवाई जहाज से उत्तराखण्ड कैसे जाएं? – How To Reach Uttarakhand By Flight In Hindi
उत्तराखंड में आप जिस भी जगह पर घूमने के लिए जा रही हैं उसके आसपास का एयरपोर्ट देख सकते हैं, यहां पर देहरादून का जॉली ग्रांट एयरपोर्ट काफी मशहूर है, इसके अलावा पटनगर का एयरपोर्ट भी पूरे देश से कनेक्टिविटी रखता है, पटनगर का एयरपोर्ट कुमाऊं प्रांत में स्थित है तथा दिल्ली से कनेक्ट है।
उत्तराखण्ड का नक्शा – Map of Uttarakhand
FAQs:- टॉप 10 उत्तराखण्ड में घूमने की जगह और संपूर्ण यात्रा जानकारी
उत्तराखण्ड क्यों प्रसिद्ध है.
उत्तराखंड यहां के धार्मिक महत्व तथा प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है।
उत्तराखण्ड कहां पर स्थित है?
उत्तराखंड भारत का राज्य है तथा उत्तर भारत में स्थित है।
उत्तराखण्ड जाने और घूमने में कितने रुपए खर्च हो सकते हैं?
उत्तराखंड जाने में कितने रुपए खर्च होंगे यह टूरिस्ट पर ही निर्भर करेगा, वैसे यह एक सस्ती जगह है तथा यहां पर जाने के अधिक खर्च नहीं लगेंगे, यहां पर आपको 800 से ₹1200 औसतन एक रात के लिए होटल मिल जाएगा तथा इतने ही रुपए में आप दोनों समय का भोजन भी आसानी से उत्तराखंड में कर पाएंगे, ट्रैवलिंग चार्ज भी उत्तराखंड में काफी कम लगेगा, आप सरकारी बसों तथा रेलवे के माध्यम से सफर कर सकते हैं, ऐसे में आप उत्तराखंड की बजट फ्रेंडली यात्रा कर पाएंगे।
अगर आप बेहतरीन रिसोर्ट में रुकना चाहते हैं तथा अपनी यात्रा को यादगार बनाना चाहते हैं, तो आप जितना मर्जी चाहे उत्तराखंड में पैसा खर्च कर सकते हैं, यहां पर कई लग्जरी रिजॉर्ट मिल जाएंगे, जिनका किराया 10,000 से ₹20,000 तक होता है, इसके अलावा बहुत से शानदार होटल तथा व्यू प्वाइंट आपका इंतजार कर रहे हैं।
Uttarakhand Tourist Place In Hindi
दोस्तों कैसा लगा आपको आज का यह आर्टिकल, इस आर्टिकल में हमने उत्तराखंड में घूमने की जगह के बारे में संपूर्ण जानकारी देखी है, यहां पर हमने उत्तराखंड में घूमने की 10 जगह देखी तथा उत्तराखंड में रुकने की जगह यहां के प्रमुख व्यंजन तथा उत्तराखंड जाने के रास्तों के बारे में भी जाना है।
इस आर्टिकल में हमने एक छोटे यात्रा प्लान के बारे में भी चर्चा की है, आप चाहे तो इस यात्रा प्लान को और आगे बढ़ा सकते हैं, क्योंकि उत्तराखंड जैसे खूबसूरत स्थान पर घूमने के लिए 3 दिन पर्याप्त नहीं होते, अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी है तो इसे अपने करीबी साथियों के साथ जरूर साझा कीजिए, मिलते हैं किसी नई और बेहतरीन जानकारी के साथ।
जय हिंद, जय भारत।
Bhavesh Gadri
हेलो दोस्तों मेरा नाम Bhavesh Gadri हैं और मैं इस ब्लॉग का Author और Content Writer हूँ। अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लग रही हो तो इसे शेयर जरूर करे
Leave a Comment Cancel reply
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
उत्तराखंड के दर्शनीय व पर्यटन स्थल | Uttarakhand Tourism in Hindi
Uttarakhand Tourism / उत्तराखंड, उत्तर भारत में स्थित एक राज्य है जिसका निर्माण 9 नवंबर 2000 को कई वर्षों के आंदोलन के पश्चात भारत गणराज्य के राज्यों के रूप में किया गया था। यह एक उत्तर भारत में स्थित बहुत ही खूबसूरत और शांत पर्यटन केंद्र है। दून वैली पर बसा देहरादून इसकी राजधानी है, जो चारों ओर से प्राकृतिक दृश्यों से घिरा हुआ है। उत्तराखंड को ईश्वर की धरती या देवभूमि के नाम से जाना जाता है। हिंदुओं की आस्था के प्रतीक चारधाम बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री यहीं स्थित हैं। उत्तराखंड अपने शांत वातावरण, मनमोहक दृश्यों और खूबसूरती के कारण पृथ्वी का स्वर्ग माना जाता है।
उत्तराखंड के पर्यटन – Uttarakhand Tourist Place in Hindi
इस खूबसूरत राज्य के उत्तर में जहाँ तिब्बत है वहीँ इसके पूरब में नेपाल देश है। जबकि इसके दक्षिण में उत्तर प्रदेश और उत्तर पश्चिम में हिमाचल प्रदेश है। इस राज्य का मूल नाम उत्तरांचल था जिसे बदलकर जनवरी 2007 में उत्तराखंड कर दिया गया था। राज्य में कुल 13 जिलें हैं जिन्हें प्रमुख डिवीजनों, कुमाऊं और गढ़वाल के आधार पर बांटा गया है।
उत्तराखंड उन चुनिन्दा जगहों में है जो अपनी सुन्दरता के चलते दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। उत्तर का यह राज्य गंगा और यमुना समेत देश की प्रमुख नदियों का उद्गम स्थल भी है। उत्तराखंड, वैली ऑफ फ्लॉवर (फूलों की घाटी) का भी घर है, जिसे यूनेस्को ने विश्व विरासत की सूची में शामिल किया है।
नैनीताल, उत्तर-काशी, मसूरी और चमौली जैसे उत्तर भारत के लगभग सभी प्रमुख हिल स्टेशन उत्तराखंड में ही हैं। हरे-भरे और घने जंगल इसे 12 नेशनल पार्क और वाइल्डलाइफ अभ्यारण्यों के लिए आदर्श स्थान बनाते हैं। हिल स्टेशनों की सुरम्यता के साथ-साथ धार्मिक महत्व के स्थान होने के कारण देश और दुनियाभर के लोग यहां आते हैं। उत्तराखंड ट्रैकिंग, क्लाइंबिंग और वाटर राफ्टिंग जैसे एडवेंचर स्पोर्ट्स का केंद्र भी है और इस कारण युवाओं की पहली पसंद है।
उत्तराखंड के झीलों के जिले के रूप में जाना जानेवाला, नैनीताल एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है जो की समुद्र तल से 1938 मीटर की ऊंचाई पर बसा है। स्वर्ग का यह टुकड़ा अंग्रेजों द्वारा वर्ष 1841 में खोजा गया था और एक हॉलिडे रिसोर्ट में बदल दिया गया। शब्द ‘नैनी’ हिंदू देवी नैनी के नाम से पड़ा, जिनका मंदिर झील के किनारे स्थित है।
नैनीताल आगंतुकों को नौका विहार, नौकायन और मछली पकड़ने के अवसर प्रदान करता है। नैनीताल के विभिन्न खूबसूरत पर्यटक स्थल दुनिया भर से पर्यटकों की एक बड़ी संख्या कोअपनी ओर आकर्षित करते हैं। इन स्थानों में हनुमानगढ़ी, खुरपाताल, किलबरी, लारिअकंता, और लैंसडाउन शामिल हैं।
इस राज्य में विभिन्न वाइल्डलाइफ अभ्यारण्य और पार्क पाए जाते हैं। देहरादून जिले में मशहूर आसन बैराज भी है, जहां यमुना और आसन का संगम है। कस्तूरी मृग के संरक्षण के लिए स्थापित एस्काट कस्तूरी मृग अभयारण्य भी यहीं है। तेंदुआ, हिरण, भालू, जंगली बिल्ली, उदबिलाव जैसे कई जंगली जानवर यहां बहुलता से पाए जाते हैं। नैनीताल जिले में सबसे बड़ा और पुराना नेशनल पार्क ‘जिम कार्बेट नेशनल पार्क’ स्थित है। यह पार्क विभिन्न जंगली जानवरों के अलावा बाघों के लिए जाना जाता है। भारत सरकार यहां प्रोजेक्ट टाइगर अभियान चला रही है। उत्तरकाशी जिले में गोविंद वाइल्डलाइफ अभ्यारण्य लुप्तप्राय: जानवरों के लिए महत्वपूर्ण स्थान और शरणस्थली है। यहां आयुर्वेदिक से लेकर एलोपैथिक दवाओं से जुड़े पौधे और वनस्पतियां मिलती हैं। बर्फीला तेंदुआ भी यहां देखा जा सकता है।
भगवान शिव के और अनेक पवित्र मंदिरों के कारण उत्तराखंड हिंदुओं के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थानों में गिना जाता है। बद्रीनाथ और केदारनाथ, दो ऐसे तीर्थस्थल हैं, जो यहां सदियों पहले से हैं। बद्रीनाथ चार धामों में से एक है और सबसे पवित्र स्थलों में से है। केदारनाथ भी बद्रीनाथ जितना ही पवित्र और दर्शनीय स्थल है। यहां प्राचीन शिव मंदिर है, जहां 12 ज्योर्तिलिंग में से एक शिवलिंग विराजमान हैं। गंगोत्री धरती का वह स्थान है, जिसे माना जाता है कि गंगा ने सबसे पहले छुआ। देवी गंगा यहां एक नदी के रूप में आई थीं। यमुनोत्री यमुना नदी का स्रोत है और इसके पश्चिम में पवित्र मंदिर है। हरिद्वार गंगा नदी के तट पर स्थित है। यह हिंदुओं का प्राचीन तीर्थस्थल है। ऋषिकेश सभी पवित्र स्थानों के लिए प्रवेश द्वार है।
यमुना ब्रिज, नाग टिब्बा, धनौल्टी, और सुरखंडा देवी मसूरीके आस पास के पर्यटक स्थल हैं। कौसानी कत्युरी घाटी , गोमती नदी और पंचचुली की बर्फीली चोटियों, नंदा कोट, नंदा देवी, त्रिशूल, नंदा घुंटी, चौखम्बा और केदारनाथ के लुभावने दृश्य प्रदान करता है। अनासक्ति आश्रम, पंत संग्रहालय, और लक्ष्मी आश्रम भी पर्यटकों में लोकप्रिय हैं।
कई तीर्थयात्री आदि कैलाश, अल्मोड़ा, अगस्त्य मुनि, बद्रीनाथ, देवप्रयाग, द्वारहाट, गंगनानी, गंगोलीहाट, गंगोत्री और गौरीकुंड जैसे स्थानों पर देवताओं के दर्शन हेतु उत्तराखंड आते हैं। अन्य प्रसिद्ध स्थलों हरिद्वार, केदारनाथ, रुद्रनाथ, कल्पेश्वर, और जागेश्वर शामिल हैं।
कैसे पहुंचे और कहा ठहरे –
उत्तराखंड में बड़ी संख्या में होटल, गेस्ट हाउस और रिसोर्ट हैं। यहां हर स्तर के व्यक्ति के लिए रहने-खाने की सुविधा उपलब्ध है। राज्य की पहचान पर्यटन के लिए है और यहां हर बजट के होटल उपलब्ध हैं। राज्य का सबसे महत्वपूर्ण हवाई अड्डा देहरादून में जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है। यहां से दिल्ली के लिए नियमित उड़ानें हैं। राज्य में सिर्फ 345 किमी. रेलवे ट्रैक है। नैनीताल से 35 किमी. दूर काठगोदाम रेलवे स्टेशन है, जो उत्तर-पूर्वी रेलवे का करीब-करीब अंतिम स्टेशन है। यह नैनीताल को देहरादून, दिल्ली और हावड़ा से जोड़ता है। राज्य के पंतनगर, लालकुआं और हलद्वानी में भी रेल सुविधा उपलब्ध है। देहरादून और हरिद्वार राज्य के दो प्रमुख स्टेशन हैं, जो देश के अधिकतर शहरों और हिस्से से जुड़े हुए हैं। ऋषिकेश, रामनगर और कोटद्वार में भी रेल सुविधा उपलब्ध है। राज्य में सड़कों का जाल अच्छी तरह फैला हुआ है। यहां 28,508 किमी. सड़कों का जाल है। इसमें से 1,328 किमी. सड़क नेशनल हाइवे और 1,543 किमी. स्टेट हाइवे के अंतर्गत आता है। सड़क मार्ग के लिए उत्तराखंड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन बसें चलाता है। निजी ऑपरेटर भी बस, टैक्सी जैसी सुविधाएं देते हैं। राज्य के हर प्रमुख स्थान तक सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है।
गर्मियों के दिनों में राज्य में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाता है। लेकिन सर्दियों में यह बेहद ठंडा होता है। इस पहाड़ी राज्य में, देश के मुकाबले सामान्य या इससे अधिक बारिश होती है। उत्तराखंड में घूमने का सर्वश्रेष्ठ समय मार्च से जून के बीच और सितंबर-अक्टूबर का महीना होता है।
और अधिक लेख –
- उत्तराखण्ड की जानकारी, तथ्य, इतिहास
- आंध्र प्रदेश के पर्यटन स्थल की जानकारी
- अरुणाचल प्रदेश पर्यटन स्थल की जानकारी
Related Posts
असम के पर्यटन स्थल की जानकारी | Assam Tourist Places in Hindi
अंडमान निकोबार द्वीप समूह पर्यटन स्थल Andaman And Nicobar Islands Tourism
1 thought on “उत्तराखंड के दर्शनीय व पर्यटन स्थल | uttarakhand tourism in hindi”.
आप की पोस्ट बहुत अच्छी है उत्तराखंड की वादियां अद्भुत है राजस्थान भारत का सबसे प्रमुख पर्यटक स्थल हे राजस्थान के पर्यटक स्थलों के बारे में जाने।
Leave a Comment Cancel Reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *
- Bhopal Tourist Places – भारत की हृदय नगरी झीलों के शहर भोपाल में घूमने की जगह
- जगन्नाथ पुरी धाम दर्शन और जगन्नाथ पुरी के दर्शनीय स्थल
- Romantic Places In Indore – इंदौर में कपल्स के लिए खूबसूरत डेस्टिनेशन
- Haryana Tourist Places – हरियाणा में घूमने की जगह ऐतिहासिक जगहें, धार्मिक स्थल, हरे-भरे खेत, एक समृद्ध संस्कृति
- सफ़र के दौरान अगर रहती है उल्टी आने की समस्या तो अपनाये ये उपाय
Bharat Yatri
Tourist Places & Travel / Tour Guide in Hindi
Uttarakhand Tourist Places – उत्तराखंड में घूमने के लिए हिमालयी क्षेत्र बर्फ से ढके पहाड़ों बीच एक अनोखे अनुभव और मौज-मस्ती का मजा
Tourist places in uttarakhand in hindi.
Key Highlights
उत्तराखंड के पर्यटन स्थल
उत्तराखंड राज्य भारत के बेस्ट टूरिस्ट प्लेस है। उत्तर भारत में स्थित उत्तराखंड देवभूमि के नाम से प्रसिद्ध है। यह एक ऐसी जगह है, जहां न केवल हिमालय की खूबसूरती देखने को मिलती है, बल्कि यहां कई सांस्कृतिक सभ्यता भी देखी जा सकती है। यह जगह हिमालयी क्षेत्र प्रकृति की सुंदरता और देवताओं के प्रति समर्पण को प्रदर्शित करता है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून है। दुनिया भर से पर्यटक चार धाम यात्रा के लिए उत्तराखंड आते हैं। उत्तराखंड की हर दूसरी जगह देखने लायक है। यहाँ बर्फ से ढके पहाड़ों और शांत परिदृश्य के बीच एक अनोखे अनुभव और मौज-मस्ती से भरी छुट्टियों के लिए उत्तराखंड पर्यटन की दृष्टि से घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है।
Uttarakhand Tourist Places Map
उत्तराखंड टूरिज्म प्लेस
ऋषिकेश, उत्तराखंड .
हिमालय की तलहटी में बसा ऋषिकेश उत्तराखंड के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक है। उत्तराखंड के मुख्य पर्यटन स्थल ऋषिकेश को ‘योग कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड’ के नाम से भी जाना जाता है। इस शहर को छोटा चार धाम यात्रा का प्रवेश द्वार भी माना जाता है। यह केवल एक धार्मिक स्थल ही नहीं है बल्कि प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भी है। पवित्र गंगा नदी के तट पर स्थित त्रिवेणी घाट ऋषिकेश का सबसे बड़ा घाट है। त्रिवेणी घाट पर हर शाम ‘महा आरती’ होती है। ऐसा माना जाता है की यहाँ गंगा के पवित्र जल में डुबकी लगाने से सभी पाप धुल जाते हैं। जब भी आपको का घूमने समय मिले तो आप अपने पूरी फॅमिली के साथ यहाँ घूमने अवश्य आए।
ऋषिकेश में घूमने की जगह – ऋषिकुंड, गीता भवन, नीलकंठ महादेव मंदिर, राजाजी नेशनल पार्क, भरत मन्दिर, राम झूला, वशिष्ट गुफा, त्रिवेणी घाट, नीर गढ़ झरना, शिवपुरी, कैलाश निकेतन मंदिर, कुंजापुरी मंदिर ट्रैकिंग, लक्ष्मण झूला
ऋषिकेश में कहाँ ठहरे – ऋषिकेश में धर्मशालाओं की जानकारी, अच्छी सुविधा वाली धर्मशाला कम किराये में
ऋषिकेश घूमने का सबसे अच्छा समय – मार्च से जून माह के बीच
ऋषिकेश घूमने के लिए कितने दिन लगते है – दो दिन
ऋषिकेश का निकटतम रेलवे स्टेशन – हरिद्वार रेलवे स्टेशन (HW)
ऋषिकेश का निकटतम बस स्टैंड – निजी टेहरी बस स्टैंड और निजी टेहरी बस स्टैंड
ऋषिकेश का निकटतम एयरपोर्ट – देहरादून एयरपोर्ट (DED)
देहरादून, उत्तराखंड
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून एक भारत के प्रमुख हिल स्टेशन में से एक है। गंगा और यमुना नदियों से घिरे होने के कारण देहरादून वैली के नाम से भी प्रसिद्ध है। इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता और यहां की शांति ही पर्यटकों को अपनी तरफ खींच लाती है। यहाँ लोग बार-बार जाते हैं। एक तरफ घने पेड़ों से सजे ऊंचे पहाड़ तो दूसरी तरफ उतनी ही गहरी खाई को देखकर धड़कते दिल की धड़कने रुक सी जाती है। यहाँ ठण्ड के मौसम की पड़ने वाली बर्फबारी का अलग ही मजा है। हिमालय की वादियों में देवदार के घने पेड़, झरीपन फॉल, गन हिल, भाटा फॉल और नाग देवता का मंदिर देखने लायक है। इसके अलावा देहरादून अपने झरनें, गुफ़ाएं, प्राकृतिक झरनें तथा अनेक सुंदर प्राचीन मंदिरों के लिये भी प्रसिद्ध है।
देहरादून में घूमने की जगह – घंटा घर, खलंगा युद्ध स्मारक, राजाजी नेशनल पार्क, जोनल म्यूजियम, मालदेवता वॉटरफॉल, मालसी डियर पार्क, फन वैली देहरादून, वन अनुसंधान संस्थान देहरादून, तपोवन मंदिर, टपकेश्वर मंदिर देहरादून, सिखर वॉटरफॉल, लच्छीवाला नेचर पार्क
देहरादून में कहाँ ठहरे – देहरादून में धर्मशालाओं की जानकारी, अच्छी धर्मशाला कम कीमत में
देहरादून घूमने का सबसे अच्छा समय – मार्च से जून के बीच
देहरादून घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 दिन
देहरादून का निकटतम रेलवे स्टेशन – देहरादून रेलवे स्टेशन (DDN)
देहरादून का निकटतम बस स्टैंड – देहरादून बस स्टैंड
देहरादून का निकटतम एयरपोर्ट – देहरादून एयरपोर्ट (DED)
केदारनाथ, उत्तराखंड
केदारनाथ उत्तराखंड के टॉप टूरिस्ट प्लेस है। हिमालय की घाटियों में केदारनाथ स्थित केदारेश्वर ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में एक और चार धामों में से एक और पंच केदार में से एक है। यहाँ बहुत ज्यादा ठण्ड और बर्फबारी के कारण यह मंदिर साल में केवल 6 महीने अप्रैल से नवंबर माह तक ही खुलता है। भगवान शिव जी ने केदार क्षेत्र को कैलाश जितना महत्त्व दिया है। मन्दिर के गर्भ गृह में भगवान केदारनाथ का स्वयंमभू ज्योतिर्लिंग है और बाहर नंदी भगवान विराजमान है। केदारनाथ मंदिर न सिर्फ तीन पहाड़ बल्कि पांच नदियों मंदाकिनी, मधुगंगा, क्षीरगंगा, सरस्वती और स्वर्णगौरी का संगम भी है। यहां अलकनंदा की सहायक मंदाकिनी आज भी मौजूद है। लेकिन इन नदियों में से कुछ का अब अस्तित्व नहीं रहा। इस स्थान को हिंदुओं के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है।
केदारनाथ में घूमने की जगह – देवप्रयाग संगम, मां धारी देवी मंदिर, रुद्रप्रयाग संगम, गुप्तकाशी विश्वनाथ मंदिर, गौरी कुंड, भुकुंड भैरव मंदिर, ऊखीमठ, सोनप्रयाग, वासुकी ताल झील, त्रियुगी नारायण मंदिर, भैरवनाथ मंदिर, रुद्र गुफा केदारनाथ
केदारनाथ में कहाँ ठहरे – केदारनाथ में धर्मशालाओं की जानकारी, कम कीमत में अच्छी धर्मशाला
केदारनाथ घूमने का सबसे अच्छा समय – अप्रैल, मई और जून
केदारनाथ घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 6 दिन
केदारनाथ का निकटतम रेलवे स्टेशन – ऋषिकेश रेलवे स्टेशन (RKSH)
केदारनाथ का निकटतम बस स्टैंड – गौरीकुंड बस स्टैंड
केदारनाथ का निकटतम एयरपोर्ट – जॉली ग्रांट एयरपोर्ट (DED)
बद्रीनाथ, उत्तराखंड
बद्रीनाथ उत्तराखंड के बेस्ट टूरिस्ट प्लेस है। यहाँ एक मंदिर है जो भगवान विष्णु की मंदिर है। यह तीर्थ स्थल हिंदुओं के चार प्रमुख धामों में से एक है। ऐसा माना जाता है की जो व्यक्ति बद्रीनाथ के दर्शन कर लेता है उसे माता के गर्भ में दोबारा नहीं आना पड़ता। यह मंदिर अलकनन्दा नदी के तट पर बसा हुआ है। यहाँ लोग दुनिया भर से इस मंदिर के दर्शन के लिए आते है। यह पवित्र स्थल भगवान विष्णु के चतुर्थ अवतार नर एवं नारायण की तपोभूमि है। यह जगह आगंतुकों को पूरी तरह से सुंदरता और शांति प्रदान करता है। यह जगह चार धामों में से एकमात्र है जो हिमालय में स्थित है और इसके चारों ओर बर्फीले पहाड़ हैं। यह स्थान हिंदुओं के लिए मुख्य दर्शनीय स्थल में शुमार है।
बद्रीनाथ में घूमने की जगह – नीलकंठ चोटी, वसुधारा फॉल्स, व्यास गुफा, ब्रह्म कपाल, गोरसों बुग्याल, नीति घाटी, टिम्मरसैंण महादेव, अलकापुरी ग्लेशियर, सतोपंथ ट्रेक, पांडुकेश्वर, गोविंदघाट, गोविंदघाट घांघरिया, फूलों की घाटी
बद्रीनाथ में कहाँ ठहरे – बद्रीनाथ में धर्मशालाओं की जानकारी, कम बजट में सबसे अच्छी धर्मशाला
बद्रीनाथ घूमने का सबसे अच्छा समय – जून और सितंबर
बद्रीनाथ घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 दिन
बद्रीनाथ का निकटतम रेलवे स्टेशन – ऋषिकेश रेलवे स्टेशन (RKSH)
बद्रीनाथ का निकटतम बस स्टैंड – बद्रीनाथ बस स्टैंड
बद्रीनाथ का निकटतम एयरपोर्ट – जॉली ग्रांट एयरपोर्ट (DED)
रानीखेत, उत्तराखंड
रानीखेत समुद्र तल से 1824 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अंग्रेजो द्वारा विकसित एक छोटा लेकिन बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है। उत्तराखंड राज्य के अल्मोड़ा जिले में स्थित देवदार और बलूत के वृक्षों से घिरा रानीखेत प्रकृति प्रेमियों का स्वर्ग है। यहाँ की शांत जलवायु और कण−कण में बिखरा प्रकृति का अनुपम सौंदर्य देखकर पर्यटक स्वयं को प्रकृति के निकट पाते है। यहां पर बर्फीले गगनचुंबी पर्वत, दूर−दूर तक फैली घाटियां, चीड़ और देवदार के ऊंचे-ऊंचे पेड़ के घने जंगल, फूलों से ढंके टेड़े मेढ़े रास्ते, सुंदर वास्तु कला वाले प्राचीन मंदिर व ठंडी मस्त पवन पर्यटकों का मन मोह लेती है। यह जगह शहर के शोर शराबे से दूर, प्रदूषण मुक्त परिवेश का अद्भुत सौंदर्य हमारे मन में बस जाता है।
रानीखेत में घूमने की जगह – झूला देवी मंदिर, दूनागिरी (द्रोणागिरी), चौबटिया बाग, कालिका मंदिर, कुमाऊं रेजीमेंट गोल्फ कोर्स, चौखुटिया, द्वाराहाट, रानीखेत में पैराग्लाइडिंग, स्वर्गाश्रम बिनसर महादेव मंदिर, सनसेट पॉइंट्स, राम मंदिर
रानीखेत घूमने का सबसे अच्छा समय – मार्च से जुलाई के बीच
रानीखेत घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 3 दिन
रानीखेत का निकटतम रेलवे स्टेशन – काठगोदाम रेलवे स्टेशन (KGM)
रानीखेत का निकटतम बस स्टैंड – रानीखेत बस स्टैंड
रानीखेत का निकटतम एयरपोर्ट – पंतनगर एयरपोर्ट (PGH)
मसूरी, उत्तराखंड
मसूरी उत्तराखंड के टॉप टूरिस्ट प्लेस में से एक है। यह सभी प्रमुख हिल स्टेशनों में से भी एक है। यह हिल स्टेशन यमुनोत्री और गंगोत्री के ग्लेशियरों के प्रवेश द्वार के रूप में भी कार्य करता है और आपके लिए गर्मी की छुट्टियां बिताने के लिए बेस्ट पर्यटन स्थलों में एक है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता लोगों को यहां पर आने के लिए आकर्षित करती है। ऊंची पहाड़ी चट्टानों से घिरा, केम्प्टी फॉल्स समुद्र तल से लगभग 4500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह शहर उत्तराखंड राज्य का एक पर्वतीय नगर है, जिसे पर्वतों की रानी भी कहा जाता है। मसूरी भारत में सबसे अच्छे हनीमून स्थानों में से एक है। यहाँ बर्फ से ढके पहाड़ों और हरी-भरी घाटियों के मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्य हैं।
मसूरी में घूमने की जगह – मसूरी लेक, केम्पटी फॉल्स, दलाई हिल्स, झरीपानी फॉल्स, गन हिल, ज्वाला देवी मंदिर, बेनोग वाइल्डलाइफ, मसूरी एडवेंचर पार्क, मसूरी क्राइस्ट चर्च, मॉस्सी फॉल्स, व्हाइट वाटर राफ्टिंग, तिब्बती बौद्ध मंदिर, मसूरी का लाल टिब्बा, चार दुकान
मसूरी में कहाँ ठहरे – मसूरी में धर्मशालाओं की जानकारी, कम बजट में सबसे अच्छी धर्मशाला
मसूरी घूमने का सबसे अच्छा समय – मई, जून, अक्टूबर और नवंबर
मसूरी घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 3 से 4 दिन
मसूरी का निकटतम रेलवे स्टेशन – देहरादून रेलवे स्टेशन (DDN) और ऋषिकेश रेलवे स्टेशन (RKSH)
मसूरी का निकटतम बस स्टैंड – मसूरी बस स्टैंड
मसूरी का निकटतम एयरपोर्ट – जौली ग्रांट एयरपोर्ट (DED)
औली, उत्तराखंड
औली उत्तराखंड का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है। औली को भारत का मिनी स्वीटजरलैंड कहा जाता है, क्योंकि यहां की नेचुरल ब्यूटी तथा बर्फ से ढके पहाड़, जंगली फूल, हरी- भरी वनस्पतियां आपके मन को मोह लेती हैं। यह समुद्र तल से 2800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और यहाँ दुनिया की सबसे ऊंची झील है। सर्दियों में जब यह पूरी तरह से जम जाता है, तो झील के चारों ओर बर्फ फैल जाती है इसलिए यह जगह सर्दियों में और भी अधिक खूबसूरत लगता है। औली में बर्फबारी दिसंबर से शुरू हो जाती है और मार्च तक बर्फबारी होती रहती है। इस दौरान औली टूरिस्टों से भर जाता है और यहां की शोभा देखने लायक होती है। यह जगह भारत के सबसे अच्छे हिल स्टेशनों में से एक है। यह शहर हिमालय पर्वतमाला के मनोरम दृश्य के साथ एक बेहतर हनीमून स्पॉट भी है।
औली में घूमने की जगह – छत्रकुंड झील, ट्रैवेलट्रायंगल, जोशीमठ, नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान, गुरसों बुग्याल, त्रिशूल पीक, चिनाब झील, कुवारी बुग्याल, केबल कार की सवारी, छत्रा कुंड, सोलधार तपोवन, भव्य बद्री, औली में ट्रेकिंग
औली में कहाँ ठहरे – जोशीमठ में धर्मशालाओं की जानकारी, अच्छी सुविधा धर्मशाला कम किराये में
औली घूमने का सबसे अच्छा समय – दिसंबर और जून के बीच
औली घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 3 दिन
औली का निकटतम रेलवे स्टेशन – हरिद्वार रेलवे स्टेशन (HW)
औली का निकटतम बस स्टैंड – जोशीमठ बस स्टैंड
औली का निकटतम एयरपोर्ट – जॉली ग्रांट एयरपोर्ट (DED)
हरिद्वार, उत्तराखंड
हरिद्वार उत्तराखंड राज्य की पहाड़ियों के बीच स्थित एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। इस जगह को हिंदुओं के सभी पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है। यहां पर हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा नदी में स्नान करने के लिए आते हैं। प्रयागराज, उज्जैन और नासिक के अलावा यहां पर भी कुंभ का मेला आयोजित होता है। हर की पौड़ी, हरिद्वार के पांच मुख्य पवित्र स्थलों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि इस स्थान पर भगवान शिव और भगवान विष्णु प्रकट हुए। तब से यह स्थान पवित्र माना जाता है। इसलिए यह जगह मुख्य दर्शनीय स्थलों में से एक है।
हरिद्वार में घूमने की जगह – दक्ष महादेव मंदिर, सप्तऋषि आश्रम, पावन धाम, हर की पौड़ी, कनवा ऋषि आश्रम, स्वामी विवेकानंद पार्क, पारद शिवलिंग, झिलमिल कंजर्वेशन रिजर्व, चंडी देवी मंदिर, भारत माता मंदिर, पतंजलि योग पीठ, चिल्ला वन्यजीव अभ्यारण्य, माया देवी मंदिर, भीमगोड़ा कुंड, पिरान कलियर, नील धारा हरिद्वार, मनसा देवी मंदिर
हरिद्वार में कहाँ ठहरे – हरिद्वार में धर्मशालाओं की जानकारी, अच्छी और सस्ती धर्मशाला
हरिद्वार घूमने का सबसे अच्छा समय – फरवरी से लेकर अक्टूबर
हरिद्वार घूमने के लिए कितने दिन लगते है – दो से तीन
हरिद्वार का निकटतम रेलवे स्टेशन – हरिद्वार रेलवे स्टेशन (HW)
हरिद्वार का निकटतम बस स्टैंड – हरिद्वार बस स्टैंड
हरिद्वार का निकटतम एयरपोर्ट – जॉली ग्रांट एयरपोर्ट (DED)
नैनीताल, उत्तराखंड
नैनीताल उत्तराखंड राज्य में घूमने के लिये सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। इस जगह को प्रसिद्ध हनीमून स्पॉट भी माना जाता है। यहां पर स्थित माता नैना देवी के मंदिर और प्रसिद्ध ताल के कारण इसे नैनीताल कहा जाता है। बर्फ से ढ़के पहाड़ों के बीच झीलों से घिरा नैनीताल देश के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। नैनीताल बेहद सुंदर और शांत जगह है, जहां लोग सबसे ज्यादा घूमना पसंद करते हैं। हर साल यहां पर्यटकों की भारी भीड़ भी देखने को मिलती है। यहां की बर्फ़ीली पहाड़ियां और हिमालयी सुंदरता जो हम सभी का मन मोह लेती हैं। नैनीताल का पानी गर्मियों में हरा, बरसात में मटमैला और सर्दियों में हल्का नीला दिखाई देता है।
नैनीताल में घूमने की जगह – नैनीताल झील, टिफिन टॉप, पंगोट और किलबरी पक्षी अभयारण्य, नैना पीक, इको केव गार्डन, पंडित जीबी पंत हाई एल्टीट्यूड जू, गर्नी हाउस, स्नो व्यू पॉइंट, सेंट जॉन चर्च, नैना देवी मंदिर, कैंची धाम
नैनीताल में कहाँ ठहरे – नैनीताल में धर्मशालाओं की जानकारी, अच्छी धर्मशाला सस्ते में
नैनीताल घूमने का सबसे अच्छा समय – मार्च से जून
नैनीताल घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 से 3 दिन
नैनीताल का निकटतम रेलवे स्टेशन – काठगोदाम रेलवे स्टेशन (KGM)
नैनीताल का निकटतम बस स्टैंड – नैनीताल बस स्टैंड
नैनीताल का निकटतम एयरपोर्ट – पंतनगर एयरपोर्ट (PGH)
उत्तरकाशी, उत्तराखंड
उत्तरकाशी उत्तराखंड के बेस्ट पर्यटन स्थलों में एक है। यहां भगवान विश्वनाथ का प्रसिद्ध मंदिर है। यह शहर प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है इसलिए यह घूमने के लिए बहुत अच्छी जगह है। यह शहर अपने अनोखे पर्वत चोंटीयों, पहाड़ी पर्यटक स्थानों, ट्रेकिंग पॉइंट्स, खूबसूरत बुग्याल, ताल, पवित्र नदियों और पौराणिक मंदिरों की वजह से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। भारत की प्रमुख पवित्र नदियां गंगा और यमुना के उद्गम स्थान भी उत्तरकाशी में ही हैं। यह जगह प्रकृति प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग है। यह जगह पर्यटकों के घूमने के लिए बहुत अच्छी जगह में से एक है।
उत्तरकाशी में घूमने की जगह – गंगोत्री मंदिर, यमुनोत्री मंदिर, नेलांग वैली और जनक ताल ट्रेक, हरसिल वैली और गरतांग गली ट्रेक, महासू देवता मंदिर हनोल, विश्वनाथ मंदिर, डोडीताल ट्रेक, केदारकांठा ट्रेक, नचिकेता ताल
उत्तरकाशी घूमने का सबसे अच्छा समय – मार्च से नवंबर के बीच
उत्तरकाशी घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 3 दिन
उत्तरकाशी का निकटतम रेलवे स्टेशन – ऋषिकेश रेलवे स्टेशन (RKSH)
उत्तरकाशी का निकटतम बस स्टैंड – उत्तरकाशी बस स्टैंड
उत्तरकाशी का निकटतम एयरपोर्ट – जॉली ग्रांट एयरपोर्ट (DED)
गंगोत्री धाम, उत्तराखंड
गंगोत्री धाम चार धामों में से एक हैं। यह जगह उत्तराखंड में स्थित एक पवित्र तीर्थस्थल हैं। ऐसा कहा जाता है की धरती पर मां गंगा का जिस स्थान पर पहला कदम पड़ा वह स्थान गंगोत्री है। गंगा का उद्गम स्थल गंगोत्री से ही हुआ हैं। ऐसा माना जाता है कि स्वर्ग लोक से देवी गंगा धरती का उद्धार करने के लिए यहीं पर उतरी थीं। उन्होंने नदी के रूप में गंगोत्री से बहना शुरू किया। गंगोत्री इसलिए हिन्दुओं का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है और सालों भर यहाँ पर देशी-विदेशी पर्यटक आते रहते हैं। गंगोत्री मंदिर उत्तराखण्ड राज्य के भागीरथी नदी के तट पर स्थित है।
गंगोत्री धाम में घूमने की जगह – भोजवासा, गंगनानी, गंगोत्री मंदिर, जलमग्न शिवलिंग, हरसिल घाटी, धराली, सूर्या कुंड गंगोत्री धाम, गंगोत्री ग्लेशियर, केदारताल, डोडी ताल झील, ऑडेन कोल, दायरा बुग्याल, गोमुख तपोवन ट्रेक, तपोवन जोशीमठ, जोगिन एडवांस्ड बेस कैंप , गंगोत्री नेशनल पार्क, विश्वनाथ मंदिर गंगोत्री, कालिंदी खल ट्रेक, मनेरी गंगोत्री
गंगोत्री धाम कहाँ ठहरे – गंगोत्री में धर्मशालाओं की जानकारी, अच्छी धर्मशाला कम किराये में
गंगोत्री धाम घूमने का सबसे अच्छा समय – अप्रैल से जून और सितम्बर से अक्टूबर के बीच
गंगोत्री धाम घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 दिन
गंगोत्री धाम निकटतम रेलवे स्टेशन – ऋषिकेश रेलवे स्टेशन (RKSH)
गंगोत्री धाम निकटतम बस स्टैंड – गंगोत्री बस स्टॉप
गंगोत्री धाम निकटतम एयरपोर्ट – जॉली ग्रांट एयरपोर्ट देहरादून (DED)
यमुनोत्री धाम, उत्तराखंड
उत्तराखण्ड के चार धामों में प्रथम धाम यमुनोत्री धाम है। हिमालय पर्वत की खूबसूरत श्रृंखलाओं में बसा हुआ यमुनोत्री धाम हिंदुओं के चार धामों में से एक प्रमुख धाम है। उत्तराखंड में ही विख्यात चारधाम मौजूद हैं। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते है। यहाँ देश-विदेश से लाखों सनातनी देवभूमि का दर्शन कर पुण्य प्राप्त करने उत्तराखण्ड आते हैं। यमुनोत्री से दिखाई देने वाला आकर्षक दृश्य बहुत ही मनमोहक लगता है। यहाँ मां यमुना का मंदिर विशेष आस्था का प्रतीक है।
यमुनोत्री में घूमने की जगह – जानकी चट्टी, हनुमान चट्टी यमुनोत्री, सप्तऋषि कुंड, सूर्यकुंड, खरसाली यमुनोत्री, दिव्यशिला, बरकोट
यमुनोत्री कहाँ ठहरे – यमुनोत्री में धर्मशाला, सस्ती होटल और रिसोर्ट की जानकारी
यमुनोत्री घूमने का सबसे अच्छा समय – मई-जून और सितंबर-नवंबर के बीच
यमुनोत्री घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 1 दिन
यमुनोत्री निकटतम रेलवे स्टेशन – ऋषिकेश रेलवे स्टेशन (RKSH)
यमुनोत्री निकटतम बस स्टैंड – यमुनोत्री बस स्टैंड
यमुनोत्री निकटतम एयरपोर्ट – जॉली ग्रांट एयरपोर्ट देहरादून (DED)
उत्तराखंड के अन्य दर्शनीय स्थल
अगर आपके पास अधिक समय है तो इन सब के अलावा भी यहाँ बहुत सी ऐसे जगह है जहां आप घूम सकते है जैसे नेलोंग घाटी, मुक्तेश्वर, सहस्त्रधारा, वन अनुसंधान संस्थान या एफआरआई, टिफिन टॉप, बरकोट, धारचूला, गोपेश्वर, कौसानी, लांसडाउन, नाग टिब्बा, एबट माउंट, चोपटा, अल्मोड़ा आदि उत्तराखंड के अच्छे घूमने लायक जगह है। जब भी आपको अपने परिवार के साथ अपना छुट्टी बिताने का मन हो तो आपके लिए यह के बेस्ट जगह हो सकती है।
उत्तराखंड में शॉपिंग
उत्तराखंड में शॉपिंग के लिये बहुत कुछ हैं। यहां पर आप हाथ से बने स्वेटर, हिमालायं बैग्स, स्कार्फ, श्रग, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, तिब्बत एथनिक वियर, उत्तराखंड की मशहूर दाल भट, मलमल के कपड़े, जैम, अचार, यहां के अंगूर के ताजे बने हुए शराब, ताजा शहद, तांबे के बर्तन, बांस से बनी वस्तुयें, बैग, पर्स, फर्नीचर, सुंदर बांस से बनी टोकरीयां, वाॅल हैंगिंग, शोपीस, अंगोरा और पश्मीना शॉल, लकड़ी की ज्वैलरी बॉक्स, लकड़ी की जानवरों की मूर्तियाँ, गर्म कपड़े, आदि बहुत सी वस्तुओं की खरीददारी कर सकते हैं।
उत्तराखंड के प्रसिद्ध व्यंजन
काफुली उत्तराखंड का काफी मशहूर डिश है, जिसे पालक और मेथी के साथ तैयार किया जाता है। आलू के गुटके उत्तराखंड के प्रसिद्ध व्यंजनों में से भी एक है। मूंग दाल के बड़े हैं, जो अदरक, हींग और मसालों के साथ मिलकर बनाए जाते हैं। बाड़ी को आमतौर पर सब्जियों के साथ खाया जाता है और यह उत्तराखंड के भोजन का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
उत्तराखंड जाने का उचित समय
उत्तराखंड में घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से अप्रैल और अक्टूबर और नवंबर के बीच माना जाता है। इन महीनों में यहां का मौसम अद्भुत रहता है. सर्दियों के दौरान बर्फबारी होती है। स्कीइंग के रोमांच और विंटर वंडरलैंड के लिए सर्दियों में उत्तराखंड जरूर जाना चाहिए।
गर्मियों में उत्तराखंड (मार्च-जून) उत्तराखंड में मानसून (जुलाई-सितंबर) शीतकाल में उत्तराखंड (अक्टूबर-फरवरी)
उत्तराखंड कैसे जाएँ?
उत्तराखंड की यात्रा के लिए फ्लाइट, ट्रेन और बस तीनों ही सेवा उपलब्ध है। उत्तराखंड में कई एयरपोर्ट, बहुत सारे रेलवे स्टेशन और अच्छी तरह से बनाए रखी गई सड़कें और राष्ट्रीय राजमार्ग हैं जो आपको आपके वांछित गंतव्य तक ले जाते हैं और वह भी बिना किसी परेशानी के। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप देश के किस कोने में रहते हैं। उत्तराखंड भारत के लगभग हर राज्य और हर शहर से जुड़ा हुआ है।
उत्तराखंड फ्लाइट से कैसे पहुँचे?
उत्तराखण्ड में दो एयरपोर्ट हैं। पहला देहरादून में जॉली ग्रांट एयरपोर्ट और दूसरा नैनीताल में पंतनगर एयरपोर्ट हैं। देहरादून एयरपोर्ट से देश के प्रमुख शहरों के लिए नियमित उड़ानें संचालित की जाती हैं जबकि पंतनगर एयरपोर्ट से सीमित उड़ानें ही हैं। देहरादून एयरपोर्ट से उत्तराखण्ड की दूरी लगभग 180 किलोमीटर हैं जबकि पंतनगर एयरपोर्ट से उतराखण्ड की दूरी 261 किलोमीटर हैं।
ट्रेन से उत्तराखंड कैसे पहुंचे?
उत्तराखंड के कुछ महत्वपूर्ण जंक्शन हैं। जैसे – हरिद्वार, देहरादून, ऋषिकेश, नैनीताल, कोटद्वार, काठगोदाम, पौड़ी और ऊधम सिंह नगर रेलवे स्टेशन हैं। ये सभी रेलवे स्टेशन देश के अन्य शहरों जैसे दिल्ली, वाराणसी और लखनऊ से अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं। तो आप किसी भी स्टेशन का चुनाव अपनी सुविधानुसार कर सकते है। उत्तराखंड की सेवा करने वाली प्रमुख ट्रेनें देहरादून एक्सप्रेस, जन शताब्दी एक्सप्रेस, नंदा देवी एक्सप्रेस और दून एक्सप्रेस हैं।
सड़क मार्ग से उत्तराखंड कैसे पहुंचे?
उत्तराखंड भारत के प्रमुख शहरों से सडक मार्ग से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैं। इसलिए सड़क मार्ग से भी उत्तराखण्ड आसानी से पहुंचा जा सकता हैं। गौरी कुंड निकटतम गाड़ी योग्य क्षेत्र है। चमोली, श्रीनगर, टिहरी, पौड़ी, ऋषिकेश, देहरादून, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तरकाशी और के साथ आसपास के क्षेत्र को जोड़ने वाली अंतरराज्यीय बस सेवाएं हैं।
Our Website –
mpcareer.in – गवर्नमेंट और प्राइवेट जॉब्स की जानकारी
meribadhai.com – एक से बढ़कर एक बधाई और शुभकामनायें सन्देश
bharatyatri.com – सभी यात्राओं और धर्मशालाओं की जानकारी
apniyojana.com – हर सरकारी योजना की सम्पूर्ण जानकारी
templatemanager.in – PEB / VYAPAM TEMPLATE बनाइए मात्र 10 Sec. में
Places To Visit In Uttarakhand In Hindi Places In Uttarakhand In Hindi Places Of Interest In Uttarakhand In Hindi Places Of Tourist Interest In Uttarakhand In Hindi Places To Roam In Uttarakhand In Hindi Places To See In Uttaranchal In Hindi Places To Visit In Uttarakhand India In Hindi Places To Visit In Uttaranchal In Hindi Sightseeing Places In Uttarakhand In Hindi Tourism Of Uttarakhand In Hindi Tourist Attractions In Uttarakhand In Hindi Tourist Destination In Uttarakhand In Hindi Tourist Destinations In Uttaranchal In Hindi Tourist Places In Uttaranchal In Hindi Tourist Places To Visit In Uttarakhand In Hindi Tourist Spot In Uttarakhand In Hindi Travel Destinations In Uttarakhand In Hindi Uttarakhand Attractions In Hindi Uttarakhand For Tourism In Hindi Uttarakhand Places To See In Hindi Uttarakhand State Tourism In Hindi Uttaranchal Places To Visit In Hindi Uttarakhand Places To Visit In Hindi Best Places To Visit In Uttarakhand In Hindi Best Places In Uttarakhand To Visit In Hindi Best Places To See In Uttarakhand In Hindi Best Places To Visit In Uttaranchal In Hindi Best Tourist Places In Uttarakhand In Hindi Famous Places In Uttarakhand In Hindi Good Places To Visit In Uttarakhand In Hindi Hill Station Uttarakhand In Hindi Offbeat Places In Uttarakhand In Hindi Popular Places In Uttarakhand In Hindi Sightseeing In Uttarakhand In Hindi Top 10 Places To Visit In Uttarakhand In Hindi Top 10 Tourist Places In Uttarakhand In Hindi Top 5 Tourist Places In Uttarakhand In Hindi Tourist Places In Uttarakhand India In Hindi Uttarakhand Tourism Places To Visit In Hindi Uttarakhand Travel In Hindi All Tourist Places In Uttarakhand In Hindi Beautiful Places In Uttarakhand In Hindi Best Hill Station In Uttarakhand In Hindi Best Month To Visit Uttarakhand In Hindi Best Offbeat Places In Uttarakhand In Hindi Best Places Of Uttarakhand In Hindi Best Places Visit In Uttarakhand In Hindi Best Visit Places In Uttarakhand In Hindi Best Visiting Places In Uttarakhand In Hindi Coolest Place In Uttarakhand In Hindi Destination In Uttarakhand In Hindi Famous Places To Visit In Uttarakhand In Hindi Famous Tourist Places In Uttarakhand In Hindi Famous Tourist Places Of Uttarakhand In Hindi Garhwal Tourist Places In Hindi Hill Stations Near Kathgodam In Hindi Important Places In Uttarakhand In Hindi Kathgodam Tourist Places In Hindi Kumaon Places To Visit In Hindi Kumaon Tourist Places In Hindi Less Crowded Hill Stations In Uttarakhand In Hindi List Of Tourist Places In Uttarakhand In Hindi List Of Uttarakhand Tourist Places In Hindi Most Beautiful Places In Uttarakhand In Hindi Must See Places In Uttarakhand In Hindi Must Visit Places In Uttarakhand In Hindi Offbeat Places To Visit In Uttarakhand In Hindi Pantnagar Tourist Places In Hindi Picnic Spot In Uttarakhand In Hindi Places Near Uttarakhand In Hindi Places To Explore In Uttarakhand In Hindi Places To Visit In Kumaon In Hindi Places To Visit In Kumaon Uttarakhand In Hindi Places To Visit In Uttarakhand By Road In Hindi Places To Visit In Uttarakhand With Family In Hindi Places To Visit Near Uttarakhand In Hindi Top 10 Places In Uttarakhand In Hindi Top 15 Places To Visit In Uttarakhand In Hindi Top 5 Places To Visit In Uttarakhand In Hindi Top Places To Visit In Uttarakhand In Hindi Top Tourist Places In Uttarakhand In Hindi Tourism Places In Uttarakhand In Hindi Tourist Places In Uttarakhand In Hindi In Hindi Tourist Places In Uttarakhand In Summer In Hindi Tourist Places Near Kathgodam In Hindi Tourist Places Near Uttarakhand In Hindi Travel Places In Uttarakhand In Hindi Travelling Places In Uttarakhand In Hindi Unexplored Places In Uttarakhand In Hindi Uttarakhand Most Beautiful Places In Hindi Uttarakhand Paryatan Sthal In Hindi Uttarakhand Top 10 Tourist Places In Hindi Uttarakhand Tourism Jim Corbett In Hindi Uttarakhand Tourism Site In Hindi Uttarakhand Tourist Places List Pdf In Hindi Uttarakhand Travel Places In Hindi Uttarakhand Trip Places In Hindi Uttaranchal Sightseeing In Hindi Uttaranchal Tourism In Hindi
उत्तराखंड टूरिस्ट प्लेस उत्तराखंड टूरिस्ट स्पॉट ऋषिकेश में घूमने के स्थान टूरिस्ट प्लेस इन उत्तराखण्ड
- ← खूबसूरत झील और हरे भरे पहाड़ों के प्राकृतिक द्रश्यों के बीच बसे माउंटआबू घूमने की पूरी जानकारी
- Karnataka Tourist Places – अति सुंदर कर्नाटक के टूरिस्ट प्लेस जो आपको कृतार्थ कर देंगे →
Leave a Reply Cancel reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
देव भूमि उत्तराखंड के खूबसूरत पर्यटन स्थल। Best place to visit in Uttarakhand India in Hindi | 2024
Uttarakhand places to visit | Uttarakhand India | Uttarakhand best places to visit in winter | उत्तराखंड भौगोलिक आकार, इतिहास, प्रसिद्ध पर्यटन स्थल, प्रतिक चिन्ह, in Hindi |
Uttarakhand एक खूबसूरत State हैं, Uttarakhand ki sthapana, एक बड़े आंदोलन के बाद उत्तर प्रदेश के 13 हिमालयी district को अलग करके 9 नवंबर सन 2000 को की गयी थी, और भारत 27वां राज्य बना। सन 2000 में जब Uttarakhand ki sthapana हुई, तब इसका नाम Uttaranchal था, जिसे 1 जनवरी 2007 को स्थानीय लोगो की भावना को ध्यान में रखकर इसे बदलकर उत्तराखंड कर दिया गया । उत्तराखंड natural resources से भरपूर है, जो अपने आप में Tourism की असीम संभावनाएं समेटे हुए हैं।
उत्तराखंड भौगोलिक आकार
Uttarakhand का आकार लगभग आयताकार है, पूरब से पश्चिम तक राज्य की लंबाई 358 किलोमीटर एवं उत्तर से दक्षिण की और चौड़ाई लगभग 320 किलोमीटर है। पूरे प्रदेश में ऊंचे-2 पहाड़, ग्लेशियर, नदियां, बुग्याल एवं मंदिर उत्तराखंड की सुंदरता को चार चांद लगाते हैं। इन सभी सुंदरता के लिए से Uttarakhand में tourism स्थल गुलजार हो रहे हैं।
राज्य का ग्लोब पर विस्तार 28.43′ से 31.2 7 उत्तरी अक्षांश तथा 77.34’से 81.02′ पूर्वी देशांतर के मध्य है। इसका अक्षांशीय एवं देशांतरीय विस्तार क्रमशः 2.44 एवं 3.28 है, Uttarakhand का क्षेत्रफल 5 3,483 वर्ग किलोमीटर है। क्षेत्रफल की दृष्टि से राज्य का सबसे बड़ा जिला चमोली व सबसे छोटा जिला चंपावत है।
उत्तराखंड का 86% भूभाग पहाड़ी क्षेत्र हैं, एवं 14% भूभाग मैदानी है। पहाड़ी प्रदेश होने के कारण Uttarakhand में tourism की अपार संभावनाएं है। राज्य में हिमालयी क्षेत्र में बहुत से ऊंचे -ऊंचे पर्वत है । जिससे अधिकतर चमोली जनपद में स्थित है ।
इन्हें भी पढ़ें – मुनस्यारी उत्तराखंड।
उत्तराखंड का इतिहास (Uttarakhand History)
Uttarakhand का इतिहास बहुत ही गौरवपूर्ण है। ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों नदियों से भरपूर यह क्षेत्र पौराणिक समय से ही ऋषि-मुनियों, तीर्थयात्रियों, राजा महाराजाओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है। राज्य के अनेक स्थानों से मिली जानकारी के अनुसार यहां पर पुराने धातु उपकरण, पुरानी गुफाएं और शैल चित्रों आदि से ज्ञात होता है कि यहां पर मनुष्य कहीं सदियों से निवास करते आ रहे हैं। प्राचीन समय में प्रागैतिहासिक काल में मानव यहां प्राय गुफाओं और जंगलों में निवास करते थे, वे (आदिमानव) गुफाओं की दीवारों को सजाने का काम भी बहुत ही रोचक ढंग से करते थे।
इन्हें भी पढ़ें – चमोली आपदा
Uttarakhand का सर्वप्रथम उल्लेख ऋग्वेद से प्राप्त होता है, ऋग्वेद में Uttarakhand को Devbhumi नाम से संबोधित किया गया है। Uttarakhand मैं Tourism की अपार संभावनाएं हैं, कुछ क्षेत्र Tourism में नित्य विकसित होते जा रहे हैं । स्कंद पुराण के अनुसार हिमालय का पूरा भाग 5 भागों में बटा हुआ था। जो कि निम्न प्रकार से हैं ।
इनमें से दूसरा व तीसरा भाग क्रमशः मानसखंड व केदारखण्ड Uttarakhand में स्थित हैं। गढ़वाल क्षेत्र को केदारखंड एवं कुमाऊं क्षेत्र को मानसखंड का नाम दिया गया है। आज के समय में गढ़वाल एवं कुमाऊं में Tourism खूब फल फूल रहा है। गढ़वाल क्षेत्र को पौराणिक समय में स्वर्ग भूमि, तपोभूमि इत्यादि कई नामों से जाना जाता था ।लेकिन 1515 के आसपास गढ़वाल में 52 पहाड़ी किलों (गढ़ो) को विभाजित करने के बाद इसे गढ़वाल कहा जाने लगा।
गढ़वाल में 4 dham में से Badrinath Dham के आसपास अनेक गुफाएं एवं शिलाएं स्थित है, जिसमें व्यास गुफा, गणेश गुफा, मुचकुंद गुफा आदि प्रमुख है, इन्हीं गुफाओं में वेदों की रचना हुई थी, इन्हीं वेदों में सरस्वती नदी का वर्णन किया गया है।
उत्तराखंड का इतिहास का सम्बन्ध पौराणिक काल से है, महाभारत के वन पर्व में Haridwar से लेकर kedarnath तक की यात्रा में जो भी मुख्य पड़ाव एवं स्थान है, उन सभी का वर्णन इसमें किया गया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार Dehradun के जौनसार बावर के विराटखाई नामक जगह पर राजा विराट की राजधानी थी, इनकी पुत्री के साथ अर्जुन के पुत्र अभिमन्यु का विवाह संपन्न हुआ था। पुराने समय में उत्तराखंड में शिक्षा की अनेक बड़े -बड़े केंद्र स्थापित थे।
जिनमें कण्व आश्रम अत्यधिक प्रसिद्ध विद्यापीठ था। कण्व आश्रम भाभर क्षेत्र में स्थित है । गढ़वाल के द्वार कोटद्वार से इस आश्रम की दूरी 15 किलोमीटर के आसपास है, यह क्षेत्र घने जंगलों के बीच मालिनी नदी के तट पर स्थित हैं।इसी आश्रम में चक्रवर्ती सम्राट भरत का जन्म हुआ था, जिनके नाम पर हमारे देश का नाम भारत पड़ा । कहा जाता है कि महाकवि कालिदास ने अपने अनेक प्रसिद्ध ग्रंथों की रचना इसी जगह पर की थी जिसमें अभिज्ञान शाकुंतलम् प्रसिद्ध है।
उत्तराखंड के जिले (Uttarakhand District)
Uttarakhand में कुल 13 जनपद है, सभी 13 जिलों का क्रम इस प्रकार है। यह सभी के सभी जिले Toursim के लिहाज से अति महत्वपूर्ण है, इनमें देहरादून को उत्तराखंड की उत्तराखंड की अस्थाई राजधानी बनाया गया है। अभी हाल ही में कुछ माह पूर्व गैरसैंण को उत्तराखंड सरकार ने शीतकालीन राजधानी घोषित किया है देहरादून में बहुत सारे स्थान टूरिस्ट पैलेस है। जहां पर साल भर में लाखों पर्यटक घूमने आते हैं। गुचुपानी, मसूरी, सहस्त्रधारा ,कालसी, चकराता , कोटी Kanasar, माॅहिला टॉप, टाइगर Fall विशेष रूप से प्रसिद्ध है। क्रमवार निम्न है –
उत्तराखंड राज्य के आधिकारिक प्रतिक चिन्ह (Official Symbol of Uttarakhand State)
राज्य चिन्ह.
उत्तराखंड सरकार की शासकीय कार्य के लिए यह राज्य चिन्ह स्वीकृत है है इसमें पूरे उत्तराखंड की झलक मिलती है । जिनमें तीन पर्वत चोटियां की श्रृंखला और उसके नीचे गंगा की चार लहरों को दर्शाया गया है, और मध्य में अशोक की लाट है, जिस पर सत्यमेव जयते लिखा है।
राज्य पुष्प
उत्तराखंड का राज्य पुष्प मध्य हिमालय क्षेत्र में लगभग 6000 मीटर की ऊंचाई तक यह पुष्प पाया जाता है। इस पुष्प का नाम ब्रह्म कमल है, उत्तराखंड सरकार ने ब्रह्मकमल को राज्य पुष्प घोषित किया है। यह पुष्प विशेष रूप विशेष रूप से फूलों की घाटी (Valley of flowers) एवं केदार घाटी में बहुतायात से मिल जाते हैं, Uttarakhand में यह पुष्प आपको केदारनाथ में प्रसाद स्वरूप मिलता है यह पुष्प रूप से भगवान शिव को चढ़ाया जाता है। इस पुष्प को गढ़वाली भाषा में कौल पदम भी कहा जाता है ।इसके पुष्प बैंगनी रंग के होते हैं। जो देखने पर बडे ही आकर्षक लगते है।
राज्य पक्षी
मोनाल को उत्तराखंड सरकार ने राज्य पक्षी घोषित किया है। इस पक्षी को हिमालय के मोर के नाम से भी जाना जाता है । यह पक्षी देखने में अत्यंत सुंदर होते हैं, जब आप Uttarakhand में tourism के लिए आए तो ऊंचे हिमालय क्षेत्रों में आपको यह पक्षी देखने के लिए मिल सकता है ।
मोनाल सुंदर पक्षी होने के कारण इसका मांस एवं खाल के लिए शिकार होता है जिससे दिनोंदिन उत्तराखंड में मोनाल की संख्या कम होती जा रही है ।मोनाल Uttarakhand के साथ हिमाचल प्रदेश का राज्य पक्षी एवं नेपाल का राष्ट्रीय पक्षी भी है। मोनाल आलू की फसल को अत्यधिक प्रिय मानता है एवं उसको बहुत नुकसान पहुंचाता है
राज्य वृक्ष
बुरांश को उत्तराखंड सरकार ने राज्य वृक्ष घोषित किया है, बुरांश एक पर्वतीय वृक्ष है। जिसमें लाल रंग के पुष्प अत्यधिक मात्रा में खिलते हैं। बुरांश के पुष्पों से बना जूस हृदय रोग के रोगियोंके लिए बहुत लाभकारी माना जाता है ।जब कभी आप उत्तराखंड में फरवरी से अप्रैल के महीने में tourism के लिए आए तो यह फूल आपको मिल सकता है
कस्तूरी मृग को उत्तराखंड सरकार ने राज्य पशु घोषित किया है ।कस्तूरी मृग 4400 मीटर तक की ऊंचाई वाली चोटियों में पाए जाते हैं। जिसमें यह विशेष रुप से फूलों की घाटी, हेमकुंड साहिब एवं केदारनाथ के जंगलों में जंगलों में पाए जाते हैं ।
यह मृग भूरे रंग का होता है, इनके नाभि में कस्तूरी (नाभि में पाया जाने वाला तरल पदार्थ) पाया जाता है, जो केवल नर मृग में पाया जाता है। कस्तूरी की सुगन्ध बहुत तेज होती है, जिसका उपयोग दवा बनाने में किया जाता है। यही कारण है कि कस्तूरी की मांग बहुत ज्यादा है, और इसके मूल्य हमेशा बहुत ज्यादा रहता है। कस्तूरी के लिए ही इस मृग का अवैध शिकार होता है।
Uttarakhand में Govt. द्वारा कई जगहों पर कस्तूरी मृग प्रजनन केंद्र खोले हैं, जिससे भविष्य में कस्तूरी मृग की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिले। कस्तूरी मृग एक सुंदर पशु है, जो अपनी सुंदरता के लिए भी विश्व भर में विख्यात है, Uttarakhand में जब भी आप tourism के लिए पधारें, तो कस्तूरी मृग का अवलोकन जरूर करें।
उत्तराखंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल (Famous tourist places of Uttarakhand)
इसकी ऊंचाई 7817 मीटर है, यह Uttarakhand राज्य का सबसे उच्चतम पर्वत शिखर है ।
7756 मीटर का दूसरा सर्वोत्तम ऊंचा पर्वत शिखर है यह भी चमोली जनपद में स्थित है।
माणा की ऊंचाई 7272 मीटर है, यह भी राज्य का उच्चतम पर्वत शिखर है, और जनपद चमोली में स्थित है ।
बद्रीनाथ की ऊंचाई 7140 मीटर है, यह भी राज्य के उच्चतम स्थानों में से एक है, राज्य के अधिकांश पर्वत शिखर जनपद चमोली में स्थित है।
गोमुख जनपद उत्तरकाशी का एक दर्शनीय स्थल दर्शनीय स्थल है यह स्थान मां गंगा के उदगम स्थल के रूप में भी जाना जाता है ।गोमुख से ही गंगा की धारा निकलती हैं। गंगा को देवप्रयाग में गंगा के नाम से जाना जाता है गोमुख से भागीरथी नदी का उद्गम होता है अलकनंदा के साथ मिलने पर यह गंगा कहलाती है
हर की पैड़ी (ब्रह्मकुंड)
हरिद्वार में हर की पैड़ी का अत्यधिक धार्मिक महत्व है, यहां पर लाखों श्रद्धालु प्रति वर्ष आते है, और गंगा में स्नान करते हैं, वर्तमान में यहां पर 2021 में कुंभ मेला आयोजित हो रहा है, जो प्रति 12 वर्षों के अंतराल में लगता है।
इन्हे भी पढ़े – पहाड़ों की रानी – मसूरी उत्तराखंड
अपने शांत पर्यावरण के लिए हरसिल विश्व प्रसिद्ध है, यह वही जगह है जहां पर राम तेरी गंगा मैली फिल्म की शूटिंग भी हुई थी।
यह सभी प्रयाग गढ़वाल मंडल में अलकनंदा के तट के समीप स्थित है। कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग, नंदप्रयाग, देवप्रयागन, और विष्णुप्रयाग सभी दो नदियों के संगम बनाते है।
पंच केदार भी टूरिज्म के लिए एवं धार्मिक मान्यताओं के लिए प्रसिद्ध है, केदारनाथ भगवान शिव को समर्पित मंदिर है, जिसमें यात्रा सीजन में लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए इस मंदिर में आते हैं। जिनके नाम निम्न है- केदारनाथ, मद्महेश्वर, तुंगनाथ, रुद्रनाथ, कल्पेश्वर।
एशिया के सबसे ऊँचे बांधों में से एक जिसकी ऊंचाई 260.5 मीटर है। जिस पर 40 वर्ग किलोमीटर की कृत्रिम झील का निर्माण हुआ है, जिसमें अनेक साहसीक खेल आयोजित किए जाते हैं।
धनोल्टी मसूरी-चंबा मार्ग पर देवदार के घने जंगलो के मध्य स्थित है, यहां का वातावरण शांत व स्वच्छ है जो पर्यटन के लिय एक आदर्श स्थल है।
केंपटी जलप्रपात
यह जल प्रपात मसूरी से मात्र 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, यह जलप्रपात चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा हुआ एक रमणीक रमणीक स्थान है।
इन्हें भी पढ़े – पहाड़ों का राजा – चकराता उत्तराखंड।
इस नगर को सैन्य नगर के नाम से जाना जाता है। भारतीय सेना की विख्यात गढ़वाल रायफल्स का कमांड यहीं पर स्थित है, यह नगर में उत्तराखंड में tourism के लिहाज से अति महत्वपूर्ण है, यहां पर टिफिन टॉप एवं अन्य बहुत से पर्यटक स्थल है।
मुंस्यारी पिथौरागढ़ जनपद में स्थित है, यह जगह पर्यटकों को विशेष आकर्षित करती है। यहां पर ऊनी वस्तुएं, शाल, कालीन, पशमीना दुशाले इत्यादि मिलते हैं।
उत्तराखंड में कैसे पहुंचे (How to Reach in Uttarakhand)
हवाई मार्ग द्वारा.
हवाई मार्ग द्वारा आप इंदिरा गाँधी इंटनेरनशन एयरपोर्ट, दिल्ली से सीधे देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंच सकते हैं, भविष्य में इसी प्रकार की सेवा पंतनगर एयरपोर्ट (उधम सिंह नगर) के लिए भी शुरू हो जाएगी। जिससे आप कुछ ही घंटों में देश की राजधानी नई दिल्ली से उत्तराखंड में प्रवेश कर सकते हैं। दिल्ली से देहरादून का औसतन किराया ₹2000 से ₹5000 तक हो सकता है।
रेल मार्ग द्वारा
रेल मार्ग द्वारा भी आप उत्तराखंड आसानी से से पहुँच सकते हैं। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून , देश के मुख्य शहरों से अच्छी तरह जुडी हुई है। देहरादून के अलावा हरिद्वार, ऋषिकेश, काठगोदाम उत्तराखडं के प्रमुख रेलवे स्टेशन है जहा से देश के प्रमुख शहरों के लिए प्रतिदिन रेलगाड़ियां संचालित होती होती है।
वहां से टैक्सी व बसों के माध्यम से आप अपने गंतव्य को पहुंच सकते हैं । यदि आप कुमाऊँ में घूमने (tourism) का प्लान कर रहे है तो आपको रामनगर और काठगोदाम स्टेशनों से कुमाऊं के अलग-अलग स्थानों में पहुंच सकते हैं। और गढ़वाल के लिए देहरादून हरिद्वार व कोटद्वार तक ट्रैन से आ सकते है। लगभग सभी रेलवे स्टेशन के बाहर टेक्सी सेवा उपलब्ध है।
सड़क मार्ग द्वारा
उत्तराखंड परिवहन निगम व अन्य राज्यों की बसे नियमित रूप से संचालित है। उत्तराखंड सड़क मार्ग से पहुंचने के लिए देश के प्रमुख शहरों जैसे- दिल्ली, जयपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, अम्बाला, आगरा, नॉएडा, चंडीगढ़ और शिमला आदि से साधारण व AC बसे दैनिक आधार पर संचालित होती है। उत्तराखंड के प्रमुख बस अड्डे निम्न है।
GOOGLE MAP OF UTTARKHAND
Leave a Reply Cancel reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
Recent Posts
- मुनस्यारी उत्तराखंड 2024 | Best Places to Visit Munsyari Uttarakhand
- देहरादून के १० प्रमुख पर्यटन स्थल | 10 Most Visit Places in Dehradun Uttarakhand 2024
- Haridwar Uttarakhand। Best Place to Visit in Haridwar in Hindi | 2024
- Uttarakhand aapda | Uttarakhand Glacier Burst | उत्तराखंड आपदा in Hindi 2024
- चंपावत के पर्यटन स्थल | Best Tourist Places in Champawat Uttarakhand 2024 |
एंटरटेनमेंट
उत्तराखंड में घूमने के लिए 10 बेस्ट टूरिस्ट स्थान – Tourist Places in Uttarakhand in Hindi
हिमालय की गोद में बसा उत्तराखंड, जिसे ‘देवभूमि’ के नाम से भी जाना जाता है, भारत में छुट्टियां मनाने के लिए सबसे अधिक लोकप्रिय है। यहां घूमने के लिए एक से बढ़कर एक दिलचस्प स्थलों की भरमार है। उत्तराखंड में घूमने के लिए हिल स्टेशन से लेकर हनीमून स्पॉट, तीर्थ स्थल , खूबसूरत नज़ारे, एडवेंचर और शांत आश्रम तक हैं। यहां हर आयु वर्ग के लोगों के लिए कुछ न कुछ जरूर है। उत्तराखंड में घूमने की जगह (Tourist places in Uttarakhand) की बात करें तो हरिद्वार से लेकर मसूरी तक आपको कई जगह मिल जाएंगी। हम यहां आपके लिए uttarakhand me ghumne ki jagah लेकर आये हैं।
Table of Contents
उत्तराखंड में घूमने के लिए 10 बेस्ट टूरिस्ट स्थान – uttarakhand me ghumne ki jagah, मसूरी (mussoorie), हरिद्वार (haridwar).
- ऋशिकेश (Rishikesh)
केदारनाथ (Kedarnath)
अल्मोड़ा (almora).
- लैंड्सडाउन (Lansdowne)
नैनीताल (Nainital)
जिम काॅर्बेट नेशनल पार्क (jim corbett national park), बिंसार (binsar).
उत्तराखंड की मनमोहक भूमि कई अद्भुत पर्यटन स्थलों के साथ अपनी शोभा बढ़ती है। जब आप इस स्थान की यात्रा करते हैं तो आप बेहतर तरीके से समझ सकते हैं कि देवताओं ने उत्तराखंड को अपना निवास स्थान बनाने के लिए क्यों चुना। उत्तराखंड में घूमने के लिए कई खूबसूरत जगह हैं। उत्तराखंड की यात्रा निश्चित रूप से भारत में देखने लायक जगहों की आपकी बकेट लिस्ट में होनी चाहिए। अगर आप पहले से ही उत्तराखंड यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो यहां उत्तराखंड में घूमने की जगह ( tourist places in uttarakhand in hindi) की सूची दी गई है।
Connect with us
© 2024 THE GOOD GLAMM GROUP
- Babosa Maharaj Temples in India : भारत में कहां कहां स्थित है बाबोसा महाराज मंदिर? यहां मिलेगी पूरी जानकारी
- Pashan Devi Temple : पाषाण देवी मंदिर, वो स्थल जहां के पानी से दूर हो जाते हैं चर्म रोग
- Beautiful Islands of India: Lakshadweep से लेकर Assam के Majuli तक, ये हैं भारत के Best आईलैंड्स
- Honeymoon Budget Friendly : भारत के 7 बेस्ट हनीमून Destinations, ₹ 50,000 से कम होगा खर्च
- Amarnath Yatra: अमरनाथ यात्रा का मेडिकल सर्टिफिकेट कैसे बनवाएं
Travel News Website in Hindi
Uttarakhand Full Travel Guide : यहां लें उत्तराखंड के 41 Best Hill Station की पूरी जानकारी
Uttarakhand Full Travel Guide – हिमालय के ऊंचे शिखर, नदियां, झरने, घुमावदार सड़के, घने चीड़ और देवदार के जंगल, फूलों की घाटी, मनलुभावन झील का किनारा और हर पहाड़ पर पवित्र मंदिर…. जी हां, हम बात कर रहे हैं भारत के उत्तर में स्थित पहाड़ी राज्य और देवभूमि उत्तराखंड की, जिसे पहले उत्तरांचल के नाम से जाना जाता था. Uttarakhand Full Tour Guide से जुड़े इस आर्टिकल पर हम आगे बढ़ें उसके पहले आपको बता दें कि दून वैली पर बसा खूबसूरत शहर देहरादून इसकी राजधानी है, जो चारों ओर से लाज़वाब प्राकृतिक दृश्यों से घिरा हुआ है. इस राज्य का क्षेत्रफल लगभग 53,483 वर्ग किमी. है और यह भौगोलिक तौर पर मुख्यतः दो हिस्सों गढ़वाल और कुमाऊं में बंटा हुआ है. यह राज्य अपने प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों, घने जंगलों, ग्लेशियरों और बर्फ से ढंकी चोटियों के लिए जाना जाता है.
Uttarakhand Full Tour Guide की इस सीरीज में हम आपको उत्तराखंड की यात्रा से जुड़ी ऐसी जानकारी देंगे जो आपके बेहद काम आएगी. उत्तराखंड में भारत के कुछ सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं. उत्तराखंड को देवभूमि या ईश्वर की जगह के नाम से जाना जाता है. हिंदुओं की आस्था के प्रतीक पवित्र चारधाम बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री यहीं स्थित हैं. उत्तर का यह पहाड़ी राज्य गंगा और यमुना समेत देश की प्रमुख नदियों का उद्गम स्थल भी है. Uttarakhand Full Tour Guide में हम बता दें कि यहां कई खूबसूरत झीलें, हिल स्टेशन, लगभग 12 नेशनल पार्क, ग्लेशियरों और वैली ऑफ फ्लॉवर (फूलों की घाटी) का भी घर है, जिसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया है. ये सभी इस राज्य के टूरिज्म में चार चांद लगाते है.
Manali Tour Guide – घूमने के लिए मनाली जा रहे हैं, तो यहां लें पूरी जानकारी
उत्तराखंड को देव भूमि के नाम से भी जाना जाता है. Uttarakhand Full Tour Guide से जुड़ा ये लेख मंदिरों और धर्मस्थलों की बात न करे तो बेमानी होगी. इसका कारण है कि यहां वैदिक संस्कृति के कुछ अति महत्त्वपूर्ण तीर्थस्थान हैं. उत्तराखंड के लगभग हर कोने में किसी ना किसी देवता या देवी का मन्दिर है. इस राज्य में भारत के सबसे प्रमुख धार्मिक नगरों में से एक हरिद्वार में प्रति वर्ष लाखों पर्यटक आते है. आइये अब बात करते है Uttarakhand Full Travel Guide से जुड़े 41 Best Travel Destinations के बारे में
Table of Contents
Dehradun And Mussoorie
उत्तराखंड ( Uttarakhand Full Travel Guide ) की राजधानी, देहरादून में हिमालय पर्वतमाला और शहर के दोनों और बहने वाली नदियों के सुंदर दृश्य दिखाई देते हैं. मसूरी देहरादून से लगभग 38 किमी की दूरी पर स्थित है. इसे ‘पहाड़ियों की रानी’ कहा जाता है और उत्तराखंड के प्रसिद्ध स्थलों की यात्रा के लिए हर साल कई पर्यटक आते हैं, जो इसे उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत जगह बताते हैं.
Best Travel Plan : पहाड़ की गोद में बसा है ये गांव, सफर पर खर्च होंगे सिर्फ 3850/-
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: पूरे साल कम से कम : 2 से 3 दिन की योजना बनाएं कैसे पहुंचे : सड़क रास्ते से दिल्ली से देहरादून पहुंचने में लगभग 5 घंटे लगते हैं. देहरादून से मसूरी केवल एक घंटे की दूरी पर है. निकटतम हवाई अड्डा देहरादून : जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है। देहरादून में घूमने की जगह : नेशनल पार्क, झीलें, केम्प्टी फॉल्स, बेनोग हिल और ज्वालाजी मंदिर जाएं. देहरादून में मठ, रिसॉर्ट और वन ठहरने के स्थान : रामदा देहरादून चकराता रोड, अरुभी कॉटेज, होटल रिलैक्स, तपस्या होम स्टे, फेबहोटल बुकिंग
Nainital And Ranikhet
उत्तराखंड ( Uttarakhand Full Travel Guide ) में सबसे अच्छी जगहों में से एक नैनीताल जो कपल्स और परिवारों के लिए एक लोकप्रिय जगह है. बर्फ़ से ढ़के पहाड़ों के बीच बसा यह स्थान झीलों से घिरा हुआ है. नैनीताल का नाम `नैनी` झील के नाम पर पड़ा जो कि नैनीताल की सबसे खूबसूरत और सबसे लोकप्रिय झील है. बर्फ से ढके पहाड़ इसको और भी खूबसूरत बनाते हैं.
नैनीताल को `झीलों का शहर` भी कहा जाता है. यहां का सुहावना मौसम, हरे-भरे विशाल वृक्ष, पहाड़िया, आकर्षण झरने, नैनीताल को हमेशा तरोताजा रखते हैं. नैनीताल को `लेक डिस्ट्रिक्ट` भी कहा जाता है. रानीखेत उत्तराखंड का एक छोटा सा हिल स्टेशन है. जोकि समुद्र तल से 1824 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.
Nainital Full Travel Guide : कम बजट में ऐसे करें झीलों के शहर की यात्रा
यहां का शांत वातावरण, फूलों से ढके रास्ते, देवदार और पाईन के लम्बे लम्बे पेड़, बड़ी संख्या में पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं. यहां पर बर्फ से ढकी मध्य हिमालयी पहाड़ियां भी दिखाई देती हैं. रानीखेत में ट्रेकिंग ट्रेल्स का आनंद लें और मुख्य नजारों के बीच कैपिंग करें. नैनीताल के हरे भरे नजारे, पास में मुक्तेश्वर की घाटियां आपको दीवाना कर देंगे. मुक्तेश्वर में आप भालूगाड़ वाटरफॉल के साथ साथ, चॉली की जाली भी घूम सकते हैं.
Gartangali Bridge : पर्यटकों के लिए खुल रहा है Uttarakhand का Dangerous Trek Route
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: हनीमून, सोलो और परिवार के साथ यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: साल भर कम से कम 4 से 5 दिन का प्लान बनाएं कैसे पहुंचे: निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम 34 किमी की दूरी पर स्थित है. दिल्ली से नैनीताल पहुंचने में लगभग 7 घंटे लगते हैं. रानीखेत में करने के लिए चीजें: रानीखेत में मंदिरों के दर्शन के लिए जाएं, ट्रेकिंग करें, और नैनीताल चिड़ियाघर और नैनी झील की यात्रा करें. वन्यजीव अभ्यारण्य और हिल स्टेशन की अद्भुत जलवायु का आनंद लें. ठहरने के स्थान: द मनु महारानी, द नैनी रिट्रीट
Jim Corbett – Wildlife Heaven
Uttarakhand Full Travel Guide की इस सीरीज में अब बात करेंगे जिम कॉर्बेट की. Wildlife lover और Nature lovers के लिए परफेक्ट जगह जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित है. सर्दी के मौसम में यात्रियों के घूमने की यह पसंदीदा जगहों में से एक है. यदि आप भी जिंदगी के लुफ्त उठाना चाहते हैं और अपनी छुट्टियों के दिन को रोमांचक और यादगार बनाना चाहते हैं तो यह एक अच्छा ऑप्शन होगा. जिम कॉर्बेट के आसपास भी घूमने के लिए एक से एक जगहें हैं. आप यहां कोसी नदी के किनारे बैठकर शानदार शाम का मजा ले सकते हैं. गिरिजा देवी मंदिर जा सकते हैं. इसके अलावा पास में बने वाटरफॉल को भी देख सकते हैं.
JIM CORBETT NATIONAL PARK Travel Guide: क्या करें, क्या न करें
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: मानसून (जून से अगस्त) को छोड़कर पूरे वर्ष भर किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: प्रकृति उत्साही, फोटोग्राफर, भ्रमणशील कम से कम 2 से 3 दिन का प्लान बनाएं कैसे पहुंचे: रामनगर निकटतम रेलवे स्टेशन है जबकि देहरादून हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है. यह सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और रामनगर और दिल्ली से नियमित बस सेवाएं हैं. जिम कॉर्बेट में करने के लिए चीजें: हाथी की सवारी, हाथी की सफारी, जीप सफारी, फोटोग्राफी रहने के लिए स्थान: लेबुआ कॉर्बेट, द डेन कॉर्बेट रिज़ॉर्ट, वानघाट जंगल लॉज, द रिवरव्यू रिट्रीट, लेमन ट्री प्रीमियर, कॉर्बेट
Rishikesh And Haridwar
ऋषिकेश, गढ़वाल के हिमालय ( gadhwal himalayan ) के नाम से जाना जाता है. वैसे तो यहां घूमने के लिए काफी सारी जगह हैं. यहां आप विभिन्न प्रकार के एडवेंचर का लुफ्त उठा सकते हैं. लेकिन यदि आप धार्मिक व्यक्ति हैं तो आपके लिए यह काफी उचित स्थान है. क्योंकि यहां बहुत सारे धार्मिक स्थल हैं. 2015 में राज्य के पर्यटन मंत्री द्वारा हरिद्वार और ऋषिकेश को देश के पहले दो राष्ट्रीय पारम्परिक शहर घोषित किया गया था.
Rishikesh Travel Guide – फ्री में घूमिए ऋषिकेश, आने-जाने-खाने की यहां नो टेंशन!
ऋषिकेश एक ऐसा शहर है जहां परंपरा और आधुनिकता एक दूसरे में लिपटे नजर आते हैं. मां गंगा, नीलकंठ महादेव का मंदिर, पास ही स्थित कुंजापुरी देवी का मंदिर और साथ में परमार्थ निकेतन जैसे सैंकड़ों आश्रम सालभर भक्ति की शरणस्थली बने रहते हैं वहीं एडवेंचर स्पोर्ट्स और एक तरह से इस हिमालयी राज्य के गेटवे होने की वजह से विदेशी सैलानी भी यहां काफी संख्या में आते हैं. शांति और धर्म के लिए हरिद्वार भी लोगों की खासी पसंद है. यहां पर हर कोई,दोस्त, कपल और परिवार के साथ आ सकते हैं
मंसा देवी मंदिरः हर की पौड़ी के पास है देवी का चमत्कारी मंदिर
यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय: मानसून को छोड़कर वर्ष भर समय अच्छा है. कम से कम 3 से 4 दिन कैसे पहुंचे: निकटतम हवाई अड्डा देहरादून में है. ट्रेन ऋषिकेश और हरिद्वार दोनों को जोड़ती है. हरिद्वार में करने के लिए चीजें: हरिद्वार में गंगा आरती में भाग लें, गंगा नदी में एक पवित्र डुबकी लगाएं, एक नाव की सवारी के लिए जाएं, रिवर राफ्टिंग करें, शिवपुरी में बंजी जंपिंग का आनंद लें. स्थानीय व्यंजनों को खाएं और आध्यात्मिक गुरुओं से बात करें. ऋषिकेश में आश्रमों का दौरा; ऋषिकेश में पहाड़ियों में ट्रैकिंग करें. ठहरने के स्थान: ओम शिवाय इन, शांतम रिजॉर्ट्स एंड स्पा, शिव शक्ति हॉस्टल, स्विस कॉटेज ऋषिकेश, हिल वल स्विस कॉटेज
Almora Hill Station
Uttarakhand Full Tour Guide – उत्तराखंड में अल्मोड़ा, कुमाऊं क्षेत्र का बेहद मशहूर हिल स्टेशन है. हरे भरे सुंदर जंगलों से घिरा यह शहर समुद्र तल से 1651 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. कसार देवी मंदिर, नंदा देवी मंदिर, चित्तई मंदिर और कटारमल सूर्य मंदिर, यहां के कुछ प्रसिद्ध धार्मिक केंन्द्र हैं. कुमाऊं की वास्तुशिल्प शैली में बना नंदा देवी मंदिर एक प्राचीन तीर्थ स्थान है, जो चंद वंश की ईष्ट देवी को समिर्पत है.
अलमोड़ा में ये हैं BEST TRAVEL DESTINATIONS, आप कहां जाएंगे?
इसमें हर साल श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. यहां का कसार देवी मंदिर भी काफी प्रसिद्ध है, जो कि अल्मोड़ा से 5 किमी दूर है. ऐसा माना जाता है कि दूसरी शताब्दी में बने इस मंदिर में स्वामी विवेकानंद ने तपस्या की थी. यहां के ब्राइट इंड कॉर्नर से पर्यटक सूर्यास्त और सूर्योदय के खूबसूरत नजारे का लुत्फ उठा सकते हैं.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह : रोमांटिक कपल, सोलो यात्री, अडवेंचर के शौकीन लोग यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: मानसून को छोड़कर पूरे वर्ष में कभी भी कम से कम 3 से 4 दिन की योजना बनाएं कैसे पहुंचें: अल्मोड़ा से 116 किमी की दूरी पर निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर है और निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम 90 किमी दूर है। अल्मोड़ा में करने के लिए चीजें: हस्तशिल्प उत्पादों की दुकान, प्राकृतिक सेटिंग का आनंद लें, ट्रैकिंग के लिए जाएं ठहरने के स्थान: सितारे और पाइंस, कसार हिमालय हॉलिडे होम, होटल कौसानी रिट्रीट, जंगल हाउस होमस्टे
Auli Hill Station
Uttarakhand Full Travel Guide की सीरीज में अब बात औली की. औली स्कीइंग प्रेमियों की पसंदीदा जगह है. यदि आप बर्फबारी और स्कीइंग का लुफ्त उठाना चाहते हैं तो साल के अंत यानी दिसंबर में औली जाना फायदेमंद होगा. रोमांच से भरे लोग औली जाना बेहद पसंद करते हैं. यदि आप भी एक एडवेंचर टूर की प्लानिंग कर रहे हैं, तो इससे बेहतरीन शायद ही कोई और जगह हो. औली की यात्रा पर्वतीय प्रेमियों के लिए बहुत अच्छी जगह है. पहाड़ की खेल गतिविधियां एक साहसिक खेल प्रेमी की भावना को समृद्ध कर सकती हैं.
Auli Travel Tips: कब जाएं, कहां घूमें, जोशीमठ-छत्राकुंड को भी जानें
किन लोगों के लिए है यह जगह: पर्वतीय प्रेमी, दोस्त, कपल और स्कीइंग के शौकीन लोगों के लिए. यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा समय: अप्रैल – जून और नवंबर – फरवरी बर्फबारी के लिए कम से कम: 5 दिन के लिए आएं कैसे पहुंचे: औली पहुंचने के लिए निकटतम हवाई अड्डा देहरादून में स्थित है. औली से लगभग 6 घंटे की दूरी पर देहरादून में निकटतम रेलवे स्टेशन भी है. औली में करने के लिए चीजें: स्कीइंग- यह भारत में स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग, पर्वतारोहण और सुंदर जगह की शांति का आनंद लेने के लिए सबसे अच्छी जगह है. ठहरने के स्थान: द्वारिका, बरहबेश विला, कनासर इकोलॉज, एप्पल फार्म स्टे, जोस्टेल होम्स कोटखाई
Chakrata Hill Station
Uttarakhand Full Tour Guide की सीरीज में, चकराता का छोटा और एकांत पहाड़ी शहर उन लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है जो शांत रहने के लिए एक जगह की तलाश में हैं और पहाड़ियों की सुंदरता का आनंद लेते हैं. यह निश्चित रूप से उत्तराखंड में देखने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है. पोस्टकार्ड आकार के घर, पक्षियों के चहकने के साथ शांत, विचित्र पहाड़ियों से भरा चकराता शांति प्रेमियों के लिए एक जगह मानी जाती है. यह निश्चित रूप से उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है. एक सरल और शांत जगह की तलाश करने वालों के लिए जहां वह बस प्रकृति और अद्भुत जलवायु के दृश्य का आनंद ले सकते हैं.
Chakrata Travel Guide : भूल जाएंगे स्विट्जरलैंड और यूरोप!
किन लोगों के लिए है यह जगह : सोलो यात्री, कपल यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय: साल के बीच में कम से कम: 3-4 दिन की योजना बनाएं कैसे पहुंचे: स्टेशन से 2 घंटे की दूरी पर देहरादून में निकटतम रेलवे है. करने के लिए चीजें: टाइगर झरना और बुधार गुफाओं की यात्रा करें, शांत वातावरण में रहें और आनंद लें. ठहरने के लिए स्थान: होटल हिमालयन फॉक्सहोल, स्टनिंग हिल्स, असमर, वाटर वैली रिसोर्ट ग्वासापुल, वर्टिकल पार्क रिज़ॉर्ट
Chopta Hill Station
Uttarakhand Full Travel Guide की सीरीज में अब बात चोपता हिल स्टेशन की. चोपता एक खूबसूरत हिल स्टेशन है जो कि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में समुद्री तल से 2680 मीटर की ऊंचाई पर स्थित स्टेशन है. लुभावनी प्राकृतिक सुंदरता और हरे भरे घास के मैदानों जिसे बुग्यल्स भी कहा जाता है, के लिए इसकी खासी पहचान है. पर्यटक यहां से त्रिशूल और नंदा देवी जैसी पर्वत श्रृंखलाओं का शानदार नजारा देख सकते हैं. चोपता उन हिल स्टेशनों में से एक है जो रोमांच के साथ साथ शांति का अहसास कराता है. यह लगभग यहां आने वाले सभी लोगों को पसंद आता है.
Chopta Travel: Tungnath, Chandrashila Trek, Other Best Places to visit
किन लोगों के लिए है यह जगह : साहसिक लोगों, फोटोग्राफी के शौकीनों, दोस्तों के साथ घूमने का सबसे अच्छा समय: दिसंबर, जनवरी और फरवरी के सर्द महीने में. कम से कम: 5 से 6 दिन कैसे पहुंचे: निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट 221 किमी की दूरी पर है. निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश से 202 किमी की दूरी पर है. यह ऋषिकेश, श्रीनगर और पौड़ी जैसे सभी प्रमुख शहरों से सड़क द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. चोपता में करने के लिए चीजें: ट्रेकिंग, कैंपिंग और फोटोग्राफी ठहरने के स्थान: विलोतले चोपता सीएचसी, आकाशदीप रिसोर्ट चोपता, होटल गोविंद, द्वाराहाट घर
Lansdowne Hill Station
Uttarakhand Full Travel Guide की सीरीज में अब बात लैंसडाउन की. लैंसडाउन एक ऐसा ही हिल स्टेशन है, जहां जाने के लिए आपको लंबी छुट्टियों की ज़रूरत नहीं है. लैंसडाउन खूबसूरत और शांत होने के साथ सुरक्षित भी है, क्योंकि यहां सैनिक छावनी है. लैंसडाउन एक ऐसा पर्यटन स्थल है जहां पर पर्यटकों के आकर्षण की एक बड़ी संख्या नहीं है, लेकिन जो भी लोग यहां आते हैं इस जगह को कभी नहीं भूल पाते. लैंसडाउन में सबसे प्रमुख पर्यटक स्थल टिप-एन-टॉप (टिफिन टॉप के रूप में भी जाना जाता है) है, जो लैंसडाउन में एक पहाड़ी इलाका है और यह शिवालिक रेंज का एक लुभावना मनोरम दृश्य दिखाता है. विशाल ओक और देवदार के जंगलों से घिरा यह हिलटॉप व्यू पॉइंट एक बहुत ही शानदार जगह है, जहाँ से सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा देखा जा सकता है. जो लोग प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेना चाहते हैं यहां जरूर आएं.
गढ़वाल रेजिमेंट का गढ़ है लैंसडाउन (Lansdowne), घूमने के लिए है बहुत कुछ
किन लोगों के लिए है यह जगह : हर कोई – परिवार, दोस्त, और कपल्स यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: अप्रैल से जून कम से कम : 3 से 4 दिन कैसे पहुंचे: कोटद्वार 1 घंटे की दूरी पर निकटतम रेलवे स्टेशन है। लैंसडाउन में करने के लिए चीजें: प्रकृति का आनंद लें, चलें और आस-पास के शहरों, संग्रहालयों, नजारों को तलाशें. रहने के लिए स्थान: अवकाश रेंटल लैंसडाउन, द अल्पाइन रिज़ॉर्ट, हिल्स ऑफ़ एडवेंचर, संस्कार और संसार रिज़ॉर्ट
Valley Of Flowers and Hemkund Sahib
उत्तराखंड में घूमने के लिए सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है फूलों की घाटी. जो लोग प्रकृति की सुंदरता की प्यार करते हैं, उनके लिए हेमकुंड साहिब के पास फूलों की घाटी एक स्वर्ग जैसा साबित हो सकता है. इसके अलावा, यह ट्रेकिंग के लिए एक शानदार जगह है. हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा पूरी दुनिया में सिखों के लिए सबसे पवित्र स्थलों में से एक है. केदारनाथ मंदिर से भी अधिक ऊंचाई पर होने के कारण यहां साल के अधिकतर समय बर्फ गिरती रहती है. प्रकृति और आध्यात्मिक पूजा के मिश्रण के साथ ये जगह आपका स्वागत करती है. अपनी छुट्टी को बचा कर इस स्थान पर घूमने जरूर जाएं.
Valley of Flowers: कुदरत ने मानों थाली में सजाकर फूल रख दिए हों
किन लोगों के लिए है यह जगह : परिवार और कपल यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: जुलाई से सितंबर कम से कम: 3 से 4 दिन कैसे पहुंचे: हेमकुंड तीर्थस्थल से 149 किमी की दूरी पर जॉली ग्रांट हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है. निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है. करने के लिए चीजें: फूलों की घाटी की यात्रा करें, ट्रेक करें, हेमकुंड मंदिर जाएं. ठहरने के स्थान: कुबेर एनेक्स, होटल कुबेर, होटल हिमालयन हॉलीडे, ओएम कुतेर, भौमिका हाउस हाउस
Chardham (Yamnotri, Gangotri, Badrinath And Kedarnath)
उत्तराखंड पर्यटन स्थलों की खोज के दौरान भारत के विविध आध्यात्मिक रूप का अनुभव करने के लिए अगर आप किसी जगह की तलाश कर रहे हैं, तो चारधाम- यमुनोत्री, गंगोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ की यात्रा से बेहतर कुछ नहीं है. इसे हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है.
Char Dham Yatra – Uttarakhand में शुरू हो गई चार धाम यात्रा, मगर पहले पढ़ें Guidelines
किन लोगों के लिए है यह जगह: धार्मिक यात्री और हिंदू पौराणिक कथाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने वाले पर्यटक, तीर्थयात्री, एडवेंचर के शौकीनों के लिए यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: मानसून को छोड़कर पूरे वर्ष में कभी भी कम से कम: 10 से 12 दिन कैसे पहुंचे: सड़क मार्ग से बद्रीनाथ और गंगोत्री पहुंचा जा सकता है. केदारनाथ और यमुनोत्री के शेष दो गंतव्यों के लिए व्यापक ट्रेकिंग की आवश्यकता है. हिमालय दर्शन हेलीकॉप्टर सेवा भी है जो लोगों को यात्रा को दो दिनों में पूरा करने की अनुमति देती है. ऋषिकेश में नजदीकी रेलवे स्टेशन है. वहां से, पर्यटकों को साइट तक पहुंचने के लिए एक वाहन या बस सेवा किराए पर लेनी होगी. करने के लिए चीजें: आध्यात्मिक तीर्थयात्रा, मंदिरों की यात्रा करें और पहाड़ी क्षेत्रों का आनंद लें.
Dhanaulti Hill Station
लंबी जंगली ढलानें, ठंडी व शीतल हवाएं, दिल खुश कर देने वाला मौसम, बर्फ़ से ढंके पहाड़… ये नजारा होता है उत्तराखंड के मनमोहक हिल स्टेशनों में शुमार धनौल्टी का. ये मसूरी से 24 किमी और चंबा से 29 किमी दूर समुद्र तल से 2286 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. धनौल्टी पहाड़ों में पाये जाने वाले वृक्ष जैसे बांज, देवदार, बुरांश, चीड़ आदि के ऊंचे-ऊंचे वृक्षों के लिए भी काफी मशहूर है. धनौल्टी काफ़ी शान्तिपूर्ण स्थल के रूप में भी जानी जाती है जिस कारण यहां पर्यटकों की भीड़ अधिक रहती है. यदि आप सर्दियों में जा रहे हैं, तो एक शानदार बर्फबारी देखेगें यदि आप गर्मियों में यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो शांत और सुखद मौसम होगा.
धनौल्टी (Dhanaulti) में Trekking, Camping, Mountain Biking के अलावा भी है काफी कुछ
किन लोगों के लिए है यह जगह: परिवारों और दोस्तों के साथ घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से जनवरी और अप्रैल से जून कम से कम : 2 दिन की योजना बनाएं कैसे पहुंचे: धनौल्टी मसूरी से लगभग 60 किमी दूर है, और यह देहरादून से आसानी से पहुंचा जा सकता है. सार्वजनिक परिवहन सुविधा नहीं है, लेकिन आप एक साझा / निजी टैक्सी ले सकते हैं. धनोल्टी में करने के लिए चीजें: एक पूर्ण सूर्योदय और सूर्यास्त, कैंपिंग, और घने देवदार और देवदार के जंगलों के बीच लंबी पैदल यात्रा करें ठहरने के स्थान: रंसुली रिज़ॉर्ट, होटल ड्राइव इन, गार्डन कॉटेज, द ग्रीन वैली रिज़ॉर्ट, धनोल्टी कैंप होम्स और नेचर रिज़ॉर्ट
Kanatal Hill Station
मसूरी में एक शांत और मनोरम गांव, कनातल चंबा-मसूरी मार्ग पर स्थित है. 8,500 फीट की ऊंचाई पर यह जगह शिवालिक पर्वत श्रृंखला और हरे-भरे देवदार के जंगलों के शानदार नजारे दिखाती है. आप यहां दोपहर तीन बजे के बाद ही सर्दी का अहसास करने लगेंगे, वो भी मई के महीने में. इस मजेदार जगह पर आप एक वीकेंड की छुट्टी में आ सकते हैं. यह उत्तराखंड के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक है. कुछ अडवेंचर स्पोर्ट्स के साथ साथ आप यहां कैंपिंग भी कर सकते हैं.
कनातलः मई में भी हम ठंड से ठिठुर रहे थे, 250 रुपये में किया था होम स्टे!
किन लोगों के लिए है यह जगह : कपल्स, परिवार और दोस्त घूमने का सबसे अच्छा समय : अक्टूबर से जनवरी और अप्रैल से जून
कम से कम: 2 दिन कैसे पहुंचे: देहरादून, कनातल से लगभग 75 किमी दूर है. कोई भी देहरादून ISBT से इस शहर के लिए प्राइवेट टैक्सी बुक कराकर यहां आसानी से आ सकता है. रहने के लिए स्थान: जीवन रिसॉर्ट्स, द हरमिटेज कनाटल, द हिलसाइड कॉटेज, टीजीवी एस्केप, हिमालयन एफीसिटी
Mukteshwar Hill Station
नैनीताल से लगभग 50 किमी दूर स्थित, मुक्तेश्वर उत्तराखंड का एक छोटा सा पहाड़ी शहर है. यह हिमालय पर्वतमाला और मजेदार साहसिक खेलों के लिए जाना जाता है. हरे-भरे हरियाली और पतली पगडंडियों के साथ, यहां के प्रमुख आकर्षण शंकुधारी वन, रोलिंग घास के मैदान, नाशपती के बगीचे और छोटे छोटे कॉटेज हैं. यदि आप शांत माहौल से प्यार करते हैं तो ये जगह आप ही के लिए है. यहां आप चॉली की जाली तक के लिए ट्रेकिंग कर सकते हैं. वहां जाकर रॉक क्लाइम्बिंग और रैपलिंग कर सकते हैं. शिव का प्राचीन मंदिर भी यहीं पर है.
Nainital-Mukteshwar Journey: मैंने दोस्त से कहा- पहाड़ छोड़कर तुमने बड़ी गलती की!
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से जून कम से कम: 1 से 2 दिन कैसे पहुंचे: काठगोदाम रेलवे स्टेशन, मुक्तेश्वर (62 किमी दूर) के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन है और निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर है। आप मुक्तेश्वर के लिए हवाई अड्डे से आसानी से टैक्सी प्राप्त कर सकते हैं। मुक्तेश्वर में करने के लिए चीजें: मुक्तेश्वर मंदिर की यात्रा करें, ट्रैकिंग का आनंद लें, रॉक क्लाइम्बिंग करें, अपने आप को हिमालय पर्वतमाला से प्यार करने का अवसर दें रहने के लिए स्थान: मुग्ध पहाड़, घाटी का दृश्य होमस्टे, ओजस्वी हिमालयन रिज़ॉर्ट, शिवालय
Binsar Hill Station
बिनसर या भिंसर, किसी ख्वाब सरीखा स्थान है. पूरे वन्यजीव अभयारण्य के बीच स्थित ये जगह कई लोगों के ड्रीम डेस्टिनेशन में शामिल है. यह उत्तराखंड के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है. लगभग 2,400 मीटर की ऊंचाई पर, यह नंदादेवी, नंद कोट, केदारनाथ के पास का एक छोटा हिल स्टेशन है. बिनसर में होमस्टे हिमालय क्षेत्र में सबसे अच्छे होमस्टे में से एक हैं. अगर आप शहर के जीवन के शोर से आराम की तलाश कर रहे हैं, तो यह जगह परफेक्ट है.
Binsar Travel: How to Reach? Where to Travel? Key Points
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: गर्मियों के महीने; अक्टूबर नवम्बर किन लोगों के लिए है यह जगह : लेखक, प्रकृति प्रेमी, शांति को तलाशने वालों के लिए कम से कम: 3 से 4 दिन कैसे पहुंचे: निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर हवाई अड्डा है जो बिनसर से 143 किमी की दूरी पर है. काठगोदाम निकटतम रेलवे स्टेशन (110 किमी) है और प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. यदि व्यक्तिगत वाहन पर यात्रा करते हैं, तो शहर प्रवेश शुल्क के रूप में INR 50 चार्ज करता है. बिनसर में करने के लिए चीजें: दर्शनीय स्थल, फ़ोटोग्राफ़ी, चारों ओर से घूमना, ट्रैकिंग, वन्यजीव अभयारण्य के लिए सफारी ठहरने के लिए स्थान: बिनसर एडवेंचर कैंप, सिम्बा कैफे एंड लॉज, बिनसर फॉरेस्ट रिट्रीट, द कुमाऊं
यह स्थान भी समुद्र तल से 1370 मीटर की ऊंचाई पर है और अपने मंदिरों के लिए जाना जाता है जो लुभावने पहाड़ों के बीच स्थित हैं. भीमताल शहर पुराने समय से ही प्रसिद्ध है. यहां प्रकृति अपने सबसे अच्छे स्थान पर है और यहां पर आपको शांति का अनुभव होगा. पूरे शहर को घने बांज, पाइंस और झाड़ियों के भीतर आश्रय दिया गया है – प्रकृति के करीब पहुंचने के लिए एक अद्भुत जगह. यदि आप दिल्ली से यात्रा कर रहे हैं, तो यह एक आदर्श स्थान हो सकता है.
Bhimtal, Nainital: कब जाएं, कैसे पहुंचे, भीमताल में क्या क्या देखें
घूमने का सबसे अच्छा समय: मार्च से जून और सितंबर से दिसंबर कम से कम: 2 से 3 दिन कैसे पहुंचे: भीमताल से 58 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, पंतनगर हवाई अड्डा निकटतम है. रेलवे स्टेशन थाई को काठगोदाम में निकटतम माना जाता है. दोनों स्थानों से कैब उपलब्ध हैं. भीमताल में करने के लिए चीजें: मंदिरों की यात्रा करें, नौका विहार करें ठहरने के स्थान: द फ़र्न हिलसाइड रिज़ॉर्ट, नीलेश इन, टीएजी रिसॉर्ट्स लावण्या, द प्रिंस, द वेरैंडाह
Uttarkashi Hill Station
उत्तराखंड के प्राकृतिक खजानों के मध्य स्थित उत्तरकाशी राज्य का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है, जिसे प्यार से देवभूमि के नाम से भी संबोधित किया जाता है. समुद्र तल से 1158 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह पहाड़ी शहर सैलानियों के मध्य काफी ज्यादा लोकप्रिय है. गर्मियों के दौरान यहां सैलानियों को आराम फरमाते देखा जा सकता है. सर्दियों के दौरान यह पूरा शहर बर्फीला हो जाता है, साहसिक ट्रैवलर्स इस बीच रोमांचक एहसास के लिए यहां प्रवेश करते हैं. यह न केवल धार्मिक यात्रियों के लिए है, बल्कि विभिन्न धार्मिक गतिविधियों के कारण गैर धार्मिक पर्यटकों को आकर्षित करता है.
Uttarkashi Travel Guide : गंगोत्री-यमुनोत्री यहीं, यहीं पर नचिकेता ताल, जानें BEST PLACES
किन लोगों के लिए है यह जगह: धार्मिक यात्री और साहसिक उत्साही घूमने का सबसे अच्छा समय: मार्च से जून और सितंबर से नवंबर कम से कम: 1 से 2 दिन कैसे पहुंचें: उत्तरकाशी का निकटतम हवाई अड्डा और रेल संपर्क देहरादून है. सबसे अच्छा विकल्प बस लेना है जो नियमित रूप से देश के प्रमुख शहरों से प्लाई करता है, उत्तरकाशी में करने के लिए चीजें: डोडीताल झील, नचिकेता झील, शक्ति मंदिर जाएं और ट्रेकिंग का आनंद लें
Landour Hill Station
मसूरी की हलचल से कुछ ही किलोमीटर दूर, लंढौर नामक एक शांतिपूर्ण स्वर्ग है. आपने इसके बारे में बहुत नहीं सुना होगा, लेकिन यह उत्तराखंड में देखने के लिए सबसे शांत स्थानों में से एक है. आप या तो लंढौर में एक प्राकृतिक विरासत से भरी जगह में रह सकते हैं या मसूरी से एक दिन की यात्रा कर सकते हैं. लेकिन अगर आप भीड़भाड़ से बचना चाहते हैं तो हम आपको सलाह देंगे यहां ठहरने की.
किन लोगों के लिए है यह जगह : कपल और शांति चाहने वाले यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: पूरे वर्ष कम से कम: 2 दिन कैसे पहुंचे: यह मसूरी से आसानी से सुलभ है. आप मॉल रोड से कैब ले सकते हैं या ठंडी लकड़ियों से चलना पसंद कर सकते हैं. करने के लिए चीजें: घर का बना मुरब्बा, जैम, पनीर खरीदें और उनकी रोटी की कोशिश करें. चार डुकन में, उनके स्वादिष्ट पिज्जा और पेनकेक्स का टेस्ट जरूर करें. ठहरने के लिए स्थान: कैसल व्यू, ला विला बेथनी, द क्लिफ, रोकेबी मनोर
Chamoli Hill Station
गढ़वाल के चमोली जिले में कई छोटे-बड़े झरने मौजूद हैं लेकिन चुनिंदा सबसे खास झरनों में वसुंधरा फॉल का नाम आता है. यहां तक पहुंचने के लिए बद्रीनाथ का सफर करना होगा. यह खूबसूरत झरना अलकनंदा नदी पर बना है. बद्रीनाथ से यहां तक की दूरी मात्र 9 किमी की है. इसके लिए आपको सबसे पहले सड़क रास्तों के द्वारा (3 किमी) माणा गांव तक का सफर तय करना होगा. जिसके बाद अंतिम 6 किमी आपको ट्रेकिंग के जरिए पूरे करने होंगे. इस झरने की ऊंचाई लगभग 400 फीट की है. चमोली के भ्रमण के दौरान वसुंधरा फॉल पर्यटकों द्वारा अपने गांवों और समृद्ध गढ़वाली परंपराओं के लिए बनाई गई है. चमोली तीर्थयात्रा, रोमांच और प्राकृतिक शांति का एक आदर्श मिश्रण है. यह उत्तराखंड के सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थलों में से एक है.
चमोली (Chamoli) में घूमने के लिए ये जगहें है BEST, Valley of Flower भी है यहीं
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: मानसून के अलावा वर्ष भर में किन लोगों के लिए है यह जगह : शांति प्रेमी, फोटोग्राफर, तीर्थयात्री, अडवेंचर के शौकीनों के लिए कम से कम: 3 से 4 दिन कैसे पहुंचे: निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट 222 किमी की दूरी पर है. यह ऋषिकेश, रुद्रप्रयाग, श्रीनगर और पौड़ी जैसे सभी प्रमुख शहरों से सड़क द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. चीजें करने के लिए: ट्रेकिंग, दर्शनीय स्थल, फोटोग्राफी, स्कीइंग और केबल कार की सवारी ठहरने के स्थान: बर्डसॉन्ग एंड बियॉन्ड, द रुद्रलोक होटल, सागर (रुद्र) होम स्टे, होटल आराधना
Pithoragarh Hill Station
पिथौरागढ़ उत्तराखंड का एक जिला है. अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध, पिथौरागढ़ को छोटा कश्मीर के नाम से भी जाना जाता है. पिथौरागढ़ की बहुत सारी ऐतिहासिक कहानियां हैं. यहां से बर्फ से ढका नंदा देवी पर्वत का शानदार सौन्दर्य देखने को मिलता है. यह जगह शांति, और मनोरम दृश्यों के लिए जाना जाता है.
Pithoragarh Travel Guide: आपको क्यों घूमनी चाहिए Uttarakhand की ये जगह
किन लोगों के लिए है यह जगह: दोस्त या सोलो ट्रिप यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय: मानसून को छोड़कर वर्ष के दौरान कभी भी अच्छा होता है. कम से कम: 3 से 4 दिन कैसे पहुंचे: निकटतम हवाई अड्डा दिल्ली में लगभग 10 घंटे की दूरी पर स्थित है। करने के लिए चीजें: मठ, स्थानीय मंदिरों पर जाएं, स्थानीय भोजनालयों में लोकल फूड्स का मजा लें। ठहरने के स्थान: सतकर होटल, होटल किंग, हिपोस्टल पिथौरागढ़, एडीबी रूम होटल माउंटेन व्यू और रूफटॉप
मुनस्यारी के पहाड़ी भू-भाग हिमालय क्षेत्र के निचले भाग में स्थित हैं, जो हिमालय के बर्फ से ढंके हुए हैं. यह वह जगह है जहां ट्रेकिंग गतिविधियां रेंज के अंदरूनी हिस्से में आयोजित की जाती है. इसके अतिरिक्त यह जगह एबीसी जैसे बाइकिंग क्लबों के बीच काफी लोकप्रिय है.
Munsiyari Travel Guide: कब जाएं, कैसे जाएं, Best Places to Visit
किन लोगों के लिए है यह जगह : कोई भी प्रकृति और ट्रैकिंग प्रेमी, जो रोमांच के खूबसूरत दृश्य की तलाश में है यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: जुलाई से नवंबर कम से कम: : 3-4 दिन कैसे पहुंचे: निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर हवाई अड्डे पर मुनस्यारी से 249 किलोमीटर की दूरी पर निकटतम रेलमार्ग काठगोदाम में लगभग 6 घंटे की दूरी पर है. चीजें करने के लिए: पंचकूली पीक पर दृष्टिकोण से सुंदर सूर्यास्त का आनंद लेते हुए ट्रेकिंग. ठहरने के स्थान: होटल लक्ष्मी लॉज, पीपल फूल, हिमस्टे, ठाकुर होमस्टे मुनस्यारी, मिलम इन
जैसा कि नाम से पता चलता है, इस जगह पर सात झीलों का एक समूह है जो हरे-भरे हरियाली और आंखों को लुभाने वाले दृश्य चारों और नजर आएंगे. यह स्थान कुमाऊ क्षेत्र में समुद्र तल से 1370 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यहां पाई जाने वाली सात खूबसूरत झीलें हैं- नलदयंती ताल, लक्ष्मण ताल, सुखा ताल, भरत ताल, राम ताल, सीता ताल और पन्ना ताल. यह उत्तराखंड के सबसे अधिक पसंदीदा स्थानों में से एक है. मीठे पानी की झीलें इस जगह का मुख्य आकर्षण हैं और सबसे बड़ी वजह है कि कोई भी यहां वापस आना पसंद करेगा.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: पिकनिक, हनीमून, परिवार घूमने का सबसे अच्छा समय: मार्च से जून और सितंबर से दिसंबर कम से कम : 3 से 4 दिन कैसे पहुंचें: सत्तल से निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर में है जबकि निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम में है. दोनों जगहों पर कैब उपलब्ध हैं जो आपको सत्तल तक ले जाएंगी चीजें करने के लिए: बर्डवॉचिंग, बोटिंग, प्रकृति में चलना ठहरने के स्थान: तीर्थयात्री झील के दृश्य, होम स्टे, हैनफोर्ड रिसॉर्ट्स सत्तल, योगालय सत्तल रिट्रीट, वाइल्ड लिफ्ट एडवेंचर्स, कर्नल विला
Joshimath – Religious Hub For Hindu Pilgrims
यह सबसे अच्छे पहाड़ी शहरों में से एक है. 6,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित, यह उत्तराखंड में घूमने के लिए ठंडे स्थानों में से एक है. यहां तक कि आप यहां से वैली ऑफ फ्लावर्स के लिए भी ट्रैकिंग कर सकते हैं. इस स्थान से जुड़ा एक प्रमुख पौराणिक महत्व है जो अथर्ववेद के हिंदू पाठ से जुड़ा हुआ है. यह हिंदू तीर्थयात्रियों के लिए धार्मिक केंद्र के रूप में माना जाता है और बद्रीनाथ के करीब स्थित है. गुरु श्री शंकराचार्य द्वारा खोजे गए ‘गणित’ में से एक
Joshimath Tourism, Uttarakhand – कहां कहां घूमें, कैसे पहुंचे, Auli Ropeway भी खास
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: धार्मिक यात्री यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: अप्रैल से नवंबर कम से कम: 4 से 5 दिन कैसे पहुंचे: देहरादून का जॉली ग्रांट हवाई अड्डा 268 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. ऋषिकेश रेलवे स्टेशन 251 किलोमीटर पर है. जगह रोडवेज के माध्यम से काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है करने के लिए चीजें: मंदिरों की यात्रा, ट्रेकिंग ठहरने के स्थान: द स्लीपिंग ब्यूटी होटल, माउंटेन रोवर, ज्योतिर द्वार, होटल रुद्र एंड फैमिली रेस्टोरेंट
Naukuchiatal – Picturesque Lake
यह एक सुरम्य झील वाला एक छोटा सा गांव है और एक प्राकृतिक वातावरण में स्थित है. यह स्थान नैनीताल के करीब स्थित है, लेकिन उबाऊ नहीं है. जैसा कि नाम से पता चलता है, यह स्थान अपनी झील के लिए जाना जाता है जिसमें नौ कोने हैं. पूरे साल मौसम सुहावना रहता है. आप इस खूबसूरत जगह की खोज करते हुए नौकुचियाताल में पैराग्लाइडिंग के लिए भी जा सकते हैं. इसकी नौ कोनों वाली झील जो कि 1 किमी लंबी है और 40 मीटर गहरी एक ऐसी साइट है जिसे आपको देखना चाहिए.
Naukuchiatal में क्या क्या करें, आसपास की जगहें, कैसे पहुंचें?
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: हनीमून कपल, बैकपैकर, परिवार यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: मार्च से जून कम से कम: 3 से 4 दिन कैसे पहुंचे: काठगोदाम रेलवे स्टेशन निकटतम है जबकि पंतनगर निकटतम हवाई अड्डा है. इस स्थान पर दोनों स्थानों के कैब आपको ड्रॉप कर सकते हैं करने के लिए चीजें: बोटिंग, मंदिरों का दौरा ठहरने के स्थान: ड्रीम होम स्टे, रुद्राक्ष रिजॉर्ट, क्लब महिंद्रा, कोनिफर्स विला
Madhyamaheshwar – Fourth Temple Of Panch Kedar
यह उत्तराखंड की उन जगहों में से एक है जो रहस्यवाद और सुरम्यता का मिश्रण हैं. यह स्थान मध्यमहेश्वर मंदिर के लिए प्रसिद्ध है जिसे विशेष रूप से भगवान शिव के लिए स्थापित किया गया है. पूरा गांव इस मंदिर में प्रार्थना करने आता है. यह स्थान उत्तराखंड के निवास स्थानों में विकसित संस्कृति पर ज्ञान प्राप्त करने के लिए सर्वोत्तम है. उत्तराखंड के इस हिस्से में महसूस किए जा सकने वाले मजबूत आध्यात्मिक स्वर हैं जो मध्यमाश्वर मंदिर की उपस्थिति के कारण हैं.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: धार्मिक यात्री, परिवार यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: मई से अक्टूबर कम से कम: 4 से 5 दिन कैसे पहुंचे: निकटतम हवाई अड्डा देहरादून में जॉली ग्रांट है जबकि निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश में है. कैब आपको इस गंतव्य तक पहुंचा सकती हैं. चीजें करने के लिए: ट्रेकिंग, प्रकृति-सैर, शिविर और घाटी पार करना ठहरने के लिए स्थान: मद्महेश्वर परिजात सम्मुह, मद्महेश्वर होम स्टे, मद्महेश्वर होमस्टे नं 8, बज्वाल होम-स्टे और रेस्टोरेंट
Tehri Garhwal – Spiritual Significance
टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड के खूबसूरत पहाड़ी राज्य में एक जिला है. यह स्थान अपने आध्यात्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है. सभी स्थानों पर कई मंदिर स्थित है. खूबसूरत नज़ारों का आनंद लेने के लिए भी लोग इस मंत्रमुग्ध जगह पर जाते हैं. अन्य प्रमुख आकर्षणों में एक विशाल झील और एक बांध शामिल हैं. यह जगह ट्रेक फ्रीक्स के लिए भी सूची में सबसे ऊपर है क्योंकि यह अनगिनत ट्रेकिंग ट्रेल्स प्रदान करता है. गढ़वाल में घूमने के लिए कई खूबसूरत जगहें हैं और अपने परिवार के साथ एक सुंदर समय बिता पाएंगे. यह कई आध्यात्मिक महत्व के साथ एक जगह है, जो कुछ लुभावने दृश्यों के लिए, मंदिर की सैर और ट्रेकिंग के लिए जाना जाता है.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: शांति की तलाश करने वालों और अडवेंचर के शौकीन लोगों के लिए यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: मार्च से मई कम से कम: 3 से 4 दिन कैसे पहुंचे: टिहरी गढ़वाल का निकटतम हवाई अड्डा देहरादून 130 किमी की दूरी पर स्थित है और निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश में लगभग 115 किमी दूर .टिहरी गढ़वाल शहर के लिए सीधी बस सेवा सुविधाएं हैं. चीजें करने के लिए: ट्रेकिंग, मंदिर होपिंग और टिहरी बांध का दौरा ठहरने के स्थान: होटल देवकी पैलेस, टीएचआरआरआई क्लब और रिज़ॉर्ट, होटल फ्रेंड्स क्लब रिज़ॉर्ट और रेस्तरां, हिमालय हॉलिडे इन
उत्तराखंड का यह खूबसूरत छोटा सा शहर हिमालय की सीमा के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित है. इस जगह पर पर्यटकों को आकर्षित करने वाले मंदिर, नदी और पहाड़ हैं. बहुत प्रसिद्ध मंदिर बागनाथ भगवान शिव को समर्पित है और सैलानी इस जगह को बहुत शुभ मानते हैं. इस जगह पर बहुत सारी साहसिक गतिविधियां कर सकते हैं और साथ ही बागेश्वर घूमने के लिए बहुत सारी जगहें हैं. पहाड़ों, मंदिरों और नदियों का अनुभव करने वालों के लिए बिल्कुल सही जगह है.
Bageshwar Travel Guide – बागेश्वर टूरिज्म, ट्रैवल Tips, कैसे पहुंचें
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: साहसिक प्रेमी यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से जून कम से कम: 1 से 2 दिन
कैसे पहुंचें: बागेश्वर के लिए निकटतम हवाई अड्डा देहरादून है. (200 किलोमीटर दूर) काठगोदाम शहर, जिसमें दिल्ली, लखनऊ और अन्य शहरों से सीधी ट्रेनें हैं, निकटतम रेलहेड है. यहां से आप प्रीपेड टैक्सी ले सकते हैं और बागेश्वर पहुंच सकते हैं. इस स्थान की नैनीताल से बस के माध्यम से सीधी कनेक्टिविटी है.
चीजें करने के लिए : विभिन्न मंदिरों, शिवरात्रि मेले और उत्तरायणी मेले पर जाएं और साहसिक खेलों का प्रयास करें ठहरने के स्थान: तपस्या, प्रतिष्ठा हिमालयन रिट्रीट, तमन्ना होटल, होटल हिल पैलेस
Kausani – Enchanting Sunset View
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में स्थित कौसानी एक खूबसूरत हिल स्टेशन है. कौसानी में हिमालय के चित्र-परिपूर्ण हिम-दृश्य, पंचूली चोटियों, त्रिसूल और नंदा देवी का प्रभुत्व है. यदि आप एक बर्फ प्रेमी हैं, तो सर्दियों के महीनों के दौरान यहां बर्फ की झलक देखने के लिए जाएं. यहां के प्रसिद्ध आकर्षण कौसानी में सूर्यास्त के दृश्य, ट्रेकिंग और राजसी स्थानों की प्राकृतिक सुंदरता को जरूर देखें. एक शानदार सूर्यास्त दृश्य का आनंद लेने के लिए बिल्कुल सही और विशेष रूप से साहसिक खेलों के साथ सुंदर जगह की तलाश में हनीमून के लिए सबसे अच्छी जगह है.
Kausani Tourism – ट्रैवल गाइड, देखने के लिए BEST PLACES, बागेश्वर भी
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: हनीमून कपल और प्रकृति प्रेमी घूमने का सबसे अच्छा समय: अप्रैल से जून और सितंबर से दिसंबर कम से कम: 1 दिन कैसे पहुंचे: यहां पहुंचने का सबसे अच्छा तरीका कैब को किराए पर लेना या नई दिल्ली से नियमित रूप से आने वाली बस लेना है. पंतनगर हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा (162 kms दूर) है. आप हवाई अड्डे के बाहर से आसानी से टैक्सियां पा सकते हैं. कौसानी में करने के लिए चीजें: ट्रेकिंग (कौसानी के लोकप्रिय ट्रेक रूट बेस कौसानी ट्रेक, आदि कैलाश ट्रेक और बागेश्वर- सुंदरधुंडा ट्रेक) हैं, जो सूर्यास्त देखते हैं और प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेते हैं. रहने के लिए स्थान: आलिया हेलायन गाँव, होटल दीपराज, ज़ोमोटेल सुनीता हिमालयन पैराडाइज, होटल विश्वनाथ कैसे पहुंचें: बहगेश्वर का निकटतम हवाई अड्डा देहरादून है. (200 किलोमीटर दूर) काठगोदाम शहर, जिसमें दिल्ली, लखनऊ और अन्य शहरों से सीधी ट्रेनें हैं, निकटतम रेलवे स्टेशन है. यहां से आप प्रीपेड टैक्सी ले सकते हैं और बागेश्वर पहुंच सकते हैं. इस स्थान की नैनीताल से बस के माध्यम से सीधी कनेक्टिविटी है. चीजें करने के लिए: विभिन्न मंदिरों, शिवरात्रि मेले और उत्तरायणी मेले पर जाएं और साहसिक खेलों का प्रयास करें
प्राकृतिक दृष्टि से कुमाऊं का पूरा क्षेत्र काफी ज्यादा मायने रखता है. हिमालय की खूबसूरत पहाड़ियों से लेकर आप यहां पहाड़ी और वन्य जीवन को करीब से देख सकते हैं. गर्मियों के दौरान कुमाऊं देश-दुनिया के सैलानियों के लिए एक प्रमुख गंतव्य बन जाता है. ऐतिहासिक तौर भी कुमाऊं काफी प्रसिद्ध माना जाता है. यहां कत्यूरी राजवंश का काफी लंबे समय तक शासन रहा है.कई धार्मिक स्थानों के साथ-साथ पार्क भी हैं, झीलें इसे एक कायाकल्प करने वाली छुट्टी बनाती हैं.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: परिवार, धार्मिक यात्री यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: पूरे वर्ष कम से कम: 2 से 3 दिन कैसे पहुंचें: निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम में स्थित है जो 34 किमी की दूरी पर है. दिल्ली से इस स्थान के लिए दैनिक ट्रेनें चलती हैं. यह सड़क द्वारा प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. करने योग्य चीजें: नैनी झील, जिम कॉर्बेट पार्क, नारायण आश्रम और नंदा देवी मंदिर जाएं. किसी गांव की सैर भी कर सकते हैं. ठहरने के स्थान: कुमाऊंनी कारवां, कोनिफ़र्स विला, जे रिसॉर्ट डोलमार नैनीताल, प्रगति रिज़ॉर्ट
Ramgarh – Fruit Bowl Of Kumaon
रामगढ़ उत्तराखंड राज्य का एक उभरता हुआ ट्रेवल डेस्टिनेशन है. यह स्वर्गीय हिल स्टेशन कुमाऊं क्षेत्र के छिपे हुए गहनों में से एक है. इसे उपयुक्त रूप से कुमाऊं के फलों के कटोरे के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह आड़ू, सेब और नाशपाती के बागों का घर है. यदि आप शहर की हलचल से दूर एक शांत स्थान का अनुभव करना चाहते हैं, तो इस जगह का चयन करें. प्राकृतिक सुंदरता और प्राचीन वातावरण के प्यार के लिए यह जगह है.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: प्रकृति प्रेमी, परिवार, साहसिक साधक यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से मई कम से कम: 1 दिन कैसे पहुंचे: रामगढ़ पहुंचने का सबसे अच्छा साधन बस है. यह भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है. हालांकि, कोई सीधी उड़ान या रेल संपर्क नहीं है. निकटतम हवाई अड्डा देहरादून में जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है और निकटतम रेल नेटवर्क काठगोदाम है. करने के लिए चीजें: बर्ड वाचिंग, ट्रेकिंग, जंगल वॉक रहने के लिए स्थान: एकांत स्थान रामगढ़, दिव्य रहने वाला घर, रामगढ़ में लेविट, हिमालय में आत्मा
Guptakashi – Temple Town
केदारनाथ से 47 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, गुप्तकाशी में बर्फ से ढकी चोटियों और निश्चित रूप से उत्तराखंड के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक है. यह शहर भगवान शिव और अर्धनारेश्वर मंदिर को समर्पित है. इस स्थान का बहुत बड़ा धार्मिक महत्व है जो तीर्थयात्रियों को दूर से ही आकर्षित करता है. शहर में एक और लोकप्रिय स्थान मणिकर्णिक कुंड है.
Guptkashi Travel Guide: घूमने की Best जगहें, कैसे पहुंचे, Weather Info
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह : धार्मिक यात्री घूमने का सबसे अच्छा समय : मार्च से जून और सितंबर से नवंबर कम से कम: 1 दिन कैसे पहुंचें: गुप्तकाशी से ऋषिकेश निकटतम रेलवे स्टेशन (168 किमी) है. स्टेशनों के बाहर टैक्सी और बसें आसानी से उपलब्ध हैं. निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा देहरादून में स्थित है. चीजें करने के लिए: मंदिर, प्राकृतिक सुंदरता की प्रशंसा, शांति में समय बिताना ठहरने के स्थान : चोपता मीडोज कैम्प, महराष्ट्र मंडल, केदार कैम्प रिसॉर्ट, कृष्णा लॉज, होटल विष्णु पैलेस
उत्तराखंड में सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से, धारचूला अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. यह कैलाश मानसरोवर नाम से भारत के एक लोकप्रिय तीर्थस्थल के रास्ते पर स्थित है. यहां के लोग नेपाल के समान परंपरा और संस्कृति का पालन करता है. इस जगह पर देवदार, सेब और देवदार के पेड़ों से लेकर भालू, तेंदुए जैसे कई प्रकार के वनस्पतियों और जीवों देखने को मिलता है. अगर आप शांती की तलाश में हैं तो इस शांतिपूर्ण जगह पर जाएं.
Dharchula Travel Guide : धारचूला में कहां कहां करें घुमक्कड़ी, एक नजर में जान लीजिए
इस किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: शांति चाहने वाले यात्री यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: मई से जून और सितंबर से दिसंबर कम से कम: 1 दिन कैसे पहुंचें: धारनगर के लिए निकटतम हवाई अड्डा पाटनगर हवाई अड्डा है. आप वहां से टैक्सी किराए पर ले सकते हैं और दारचुला पहुंच सकते हैं जो सबसे अच्छे तरीकों में से एक है. यह स्थान उत्तरांचल के शहरों से बस के माध्यम से भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. करने के लिए चीजें: प्रकृति की सुंदरता को देखना. ठहरने के स्थान: उदई पैलेस एंड बैंक्वेट हॉल, एपि गेस्ट हाउस, हिपोस्टेल पिथौरागढ़, होटल किंग
Gaumukh – Holiest Land
यदि आप उत्तराखंड के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थलों की तलाश में हैं, तो गौमुख उत्तराखंड की सबसे पवित्र भूमि में से एक है. यह एक पर्यटक शहर नहीं है, बल्कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के भीतर स्थित एक ट्रैकिंग की जगह है. इसका नाम गौमुख हो गया क्योंकि गंगोत्री ग्लेशियर का अंत गाय के मुंह के आकार में है. पवित्र शहर के बर्फबारी और हिमनद ट्रेकिंग के लिए यहां जरूर आएं.
Gaumukh Glacier : Trek पर जाने से पहले जान लें काम के TIPS
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: धार्मिक यात्री, ट्रेक प्रेमी यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: फरवरी से सितंबर कम से कम: 1 दिन कैसे पहुंचे: देहरादून हवाई अड्डा गौमुख (121 किलोमीटर दूर) के लिए निकटतम हवाई अड्डा है. निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है. करने के लिए चीजें: हिमनद ट्रेकिंग ठहरने के स्थान: होटल मनीषा, कृष्णा विला रिजॉर्ट, भोपाल भवन, प्राकृत रिट्रीट, चंद्रलोक टूरिस्ट लॉज
Pauri Garhwal – Surreal Land
पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड के खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है जो बर्फ से ढके हिमालय की चोटियों और हरे-भरे हरियाली के दृश्य के लिए जाना जाता है. एक शांत आकर्षण रखते हुए, यह स्थान समुद्र तल से 1814 मीटर की ऊंचाई पर है. सूर्यास्त देखने के लिए बड़ी संख्या में मंदिरों और अन्य शानदार स्थानों को सैलानी आते हैं, पौड़ी गढ़वाल के आसपास बहुत सी चीजें हैं. पहाड़ों, घाटियों और हरे-भरे हरियाली के दृश्य का आनंद सकते हैं
Pauri, Garhwal: क्यों जाएं उत्तराखंड की इस जगह, कहां कहां घूमें?
यात्रा का सर्वोत्तम समय: अप्रैल-जून किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: प्रकृति प्रेमी, शांति चाहने वाले कम से कम: 2-3 दिन कैसे पहुंचें: निकटतम हवाई अड्डा देहरादून हवाई अड्डा है जहां से लोग यहां तक पहुंचने के लिए टैक्सी या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं. करने के लिए चीजें: ट्रेकिंग, पर्यटन स्थलों का भ्रमण, सूर्यास्त देखना, फोटोग्राफी ठहरने के लिए स्थान: तारकेश्वरम हिल व्यू रिज़ॉर्ट, द रॉक हेवन रिज़ॉर्ट, आइवी ग्रीन नेचर रिज़ॉर्ट, द गढ़वाली इन
RudraPrayag – Land Of Confluence
अलकनंदा और मंदाकिनी नदी के संगम पर विश्राम करते हुए, रुद्रप्रयाद को पंच प्रयागों में से एक पवित्र स्थल माना जाता है. उत्तराखंड में स्थित, यह खूबसूरत शहर एक शांतिपूर्ण आकर्षण का आनंद लेने के लिए यहां की यात्रा कर सकते हैं. नदियों के सुंदर संगम को देखने के के साथ दो तीर्थों के दर्शन – केदारनाथ और बद्रीनाथ कर सकते हैं.
Rudraprayag Travel Guide : क्यों घूमने जाएं रूद्रप्रयाग? कब जाएं? कहां जाएं?
यात्रा का सबसे अच्छा समय: अप्रैल-दिसंबर किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह : धार्मिक पर्यटन, प्रकृति प्रेमी कम से कम: 1-2 दिन कैसे पहुंचें: निकटतम हवाई अड्डा देहरादून हवाई अड्डा है जहां से लोग यहां तक पहुंचने के लिए टैक्सी या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं. करने के लिए चीजें: मंदिरों की खोज करना और प्रकृति की सुंदरता देखना रहने के लिए स्थान: विल्लोटले चोपता सीएचसी, होटल गोविंद, नीलकंठ कैफे, गीज़लिंग इन – डेवेड कैंप
Devprayag – The Holy Land
अलकनंदा और भागीरथी नदियों के संगम से चिह्नित, देवप्रयाग एक धार्मिक स्थान है जो तीर्थ के रूप में काफी प्रसिद्ध है और उत्तराखंड में सबसे सुंदर स्थानों में से एक माना जाता है. Uttarakhand Full Tour Guide हिमालय पर्वतमाला पर स्थित, देवप्रयाग प्राचीन मंदिरों और हरे-भरे हरियाली से घिरा हुआ है. एक मजबूत धार्मिक महत्व रखते हुए, यह उत्तराखंड के प्रसिद्ध स्थलों में से एक है. सुंदर संगम के दर्शन के लिए, दशरथ चल चोटी और चंद्रबदनी मंदिर जाएं.
Devprayag Travel Guide : कब जाएं , कहां घूमें , कैसे पहुंचे – Travel Tips
यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय: सालभर किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह : धार्मिक लोग, प्रकृति प्रेमी कम से कम: 1-2 दिन कैसे पहुंचें: निकटतम हवाई अड्डा देहरादून हवाई अड्डा है जहां से लोग यहां तक पहुंचने के लिए टैक्सी या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं. देवप्रयाग में करने के लिए चीजें: मंदिरों पर जाएं और दशरथ की चोटी पर जाएं ठहरने के स्थान: बरगद, नदी के किनारे के रिसॉर्ट, मंडला, मंजू वाटिका होली हिल्स होम स्टे, मोटल देव
Abbott Mount – Old Town
यह एक शांतिपूर्ण और विचित्र पुराना शहर है, जो वर्तमान समय में अभी भी बीते युग के खजाने के लिए जाना जाता है. एक अद्भुत चर्च है जो इस जगह का मुख्य आकर्षण है और साथ ही 13 अलग-अलग कॉटेज हैं जो पूरी पहाड़ी पर स्थित हैं. शहर 20 वीं शताब्दी में स्थापित किया गया था और समुद्र तल से 6400 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. ट्रेकिंग, बर्ड वॉचिंग और फोटोग्राफी के लिए यह जगह सबसे अच्छी मानी जाती है.
यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय: सालभर किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: प्रकृति प्रेमी, फोटोग्राफर, शांति चाहने वाले कम से कम: 1-2 दिन कैसे पहुंचें: निकटतम हवाई अड्डा देहरादून हवाई अड्डा है जहां से लोग यहां तक पहुंचने के लिए टैक्सी या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं. करने के लिए चीजें: ट्रेकिंग, बर्ड वॉचिंग, फोटोग्राफी, शांति ठहरने के स्थान: कल्पतरु गेस्ट हाउस और होमस्टे, होटल एन ग्रीन सिटी, पैलेट रिसॉर्ट्स, होटल देव भूमि, सतना होटल
Chaukori – Majestic Beauty
उत्तरांचल में हिमालय की अधूरी चोटियों के बीच बसे चौकोरी एक कटोरे के आकार का एक छोटा शहर है. समुद्र तल से 2010 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, यह उत्तराखंड के आदर्श पर्यटन स्थलों में से एक है, जिसे कोई भी याद किए बिना नहीं रह सकेगा. हरे-भरे चाय के बागानों से लेकर नंदादेवी की सफेद बर्फ से ढकी चोटियों तक, यह काफी आरामदायक दृश्य है का आनंद लें. रियाली, बर्फ से ढकी पहाड़ की चोटियां, शांत वातावरण भी आपको अपनी तरफ खींचेगा.
यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर-मार्च किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: प्रकृति प्रेमी, शांति चाहने वाले कम से कम: 1 दिन कैसे पहुंचें: निकटतम हवाई अड्डा देहरादून हवाई अड्डा है, जहां से लोग यहां तक पहुंचने के लिए टैक्सी या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं. ठहरने के स्थान: मिस्टी पर्वत, होटल बॉर्डर वे और रेस्तरां, होटल सनराइज, हार्दिक रिज़ॉर्ट
Rajaji National Park – Explore The Wilderness
उत्तराखंड में एक प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण, यह नेशनल पार्क हाथियों और बाघों के साथ-साथ एक समृद्ध वनस्पतियों और जीवों का घर है. यह नेशनल पार्क 34 किमी के जंगल में फैला है. यह शिवालिक पर्वतमाला और वन्यजीवों और पशु प्रेमियों के लिए पसंदीदा अड्डा है.
Rajaji National Park, ऋषिकेशः क्या करें, कैसे जाएं? Tickets और Entries की जानकारी
यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय: नवंबर-जून किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह : वन्यजीव और प्रकृति प्रेमी कम से कम: 1 दिन कैसे पहुंचे: राजाजी नेशनल पार्क हरिद्वार, गढ़वाल और देहरादून से कई बसों और टैक्सियों के माध्यम से पहुँचा जा सकता है. देहरादून पार्क से सिर्फ 21 किमी दूर है, जबकि हरिद्वार 43 किमी के आसपास है. आप टैक्सी भी ले सकते हैं. करने के लिए चीजें: जीप सफारी, एक्सप्लोर द वाइल्डलाइफ ठहरने के लिए स्थान: सन एन सॉइल बैकपैकर हॉस्टल, रेगेंटा ऑर्कोस का हरिद्वार, तपस्या होम स्टे, डीलक्स रूम विशाल और स्टाइलिश
Bhowali – Hill Escapade
Uttarakhand Full Tour Guide की सीरीज में नैनीताल और भीमताल के बीच में स्थित एक छोटा सा हिल स्टेशन, यह 1706 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जो आसपास की पहाड़ियों के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है और प्रकृति की गोद में बसा हुआ है. उत्तराखंड में घूमने के लिए यह सबसे अच्छी जगहों में से एक है.
यात्रा का सबसे अच्छा समय: फरवरी-अप्रैल किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: प्रकृति प्रेमी कम से कम: 2 दिन कैसे पहुंचे: पंतनगर हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है. भवाली बसों के माध्यम से आसानी से पहुंचने योग्य है. काठगोदाम निकटतम रेलवे स्टेशन है. करने के लिए चीजें: पहाड़ियों और घाटियों को एक्सप्लोर करें ठहरने के स्थान: ले रीव वैली, मिस्टलेटो हाउस, होटल विस्टा, एक्वा डी विडा रिज़ॉर्ट
Patal Bhuvaneshwar – A Quaint Getaway
एक स्वर्ग जो राजसी हिमालय के बीच छिपा हुआ है, यह समुद्र तल से 1350 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और आध्यात्मिक लोगों के लिए है परफेक्ट जगह है. यह एक शिव मंदिर के लिए प्रसिद्ध है. भक्तों को मंदिर की यात्रा करना बहुत पसंद है.
यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर-जून किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: आध्यात्मिकता, आराम करने के लिए कम से कम: 2 दिन कैसे पहुंचें: पाताल भुवनेश्वर सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है. देहरादून, ऋषिकेश जैसे मुख्य शहरों से जुड़ते हुए पाताल भुवनेश्वर के लिए नियमित बस सेवाएं चलती हैं. करने के लिए चीजें: शिवटेम्पल पर जाएं ठहरने के स्थान: पाताल भुवनेश्वर होमस्टे, प्राकृतिक निवास स्थान, मिस्टी पर्वत, होटल हिमालय दर्शन बेरीनाग
- क्या है Tabletop Runway ? जो हवाईजहाज के लिए है ‘अपशकुन’
- Parijat tree : पारिजात वृक्ष के लिए श्रीकृष्ण ने इंद्र देवता से किया था युद्ध
Komal Mishra
मैं हूं कोमल... Travel Junoon पर हम अक्षरों से घुमक्कड़ी का रंग जमाते हैं... यानी घुमक्कड़ी अनलिमिटेड टाइप की... हम कुछ किस्से कहते हैं, थोड़ी कहानियां बताते हैं... Travel Junoon पर हमें पढ़िए भी और Facebook पेज-Youtube चैनल से जुड़िए भी... दोस्तों, फॉलो और सब्सक्राइब जरूर करें...
You May Also Like
Sheshnag Lake Importance: अमरनाथ यात्रा के रास्ते में पड़ने वाली इस लेक का क्या है महत्व?
Saputara Hill Station : गुजरात का वो Hill Station, जहां रहे थे भगवान श्रीराम
How to use Google Map: यात्रा में कैसे इस्तेमाल करें गूगल मैप, जानें काम के Travel Tips
उत्तराखण्ड के 10 खूबसूरत पर्यटन स्थल – Top 10 Tourist Places In Uttarakhand In Hindi
Top 10 Tourist Places In Uttarakhand In Hindi : हैल्लो दोस्तो, आइये जानते हैं भारत के प्रमुख पर्यटन स्थल देवभूमि उत्तराखण्ड में घूमने की 10 सबसे अच्छी जगह के बारे में जहाँ पर आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ छुट्टियों का आनंद लेने जा सकते है। आपको बता दें, की उत्तराखण्ड परिवार के साथ साथ हनीमून में यहाँ आकर पहाड़ों पर चढंकर बहुत सारी पिक्चर क्लिक करके इस खास ट्रिप को ज़िन्दगी का खूबसूरत यादगार पल बना सकते है।
Table of Contents
उत्तराखण्ड के 10 खूबसूरत पर्यटन स्थल – Top 10 Tourist Places In Uttarakhand In Hindi – Best Places To Visit In India
भारत का एक बेहतर सुंदर और लोकप्रिय राज्य उत्तराखंड जो हिमालय के पास स्थित एक ऐसा पर्वत स्थल जिसे देवभूम भी कहा जाता है। हिमालय की खूबसूरती के साथ साथ उत्तराखंड अपने सांस्कृतिक सभ्यता और खूबसूरत प्राचीन मंदिरो के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ आप व्हाइट वाटर राफ्टिंग, माउंटेन बाइकिंग,फ्लाइंग फॉक्स, बंजी जंपिंग और हिल स्टेशन पर कैम्पिंग जैसी एक्टिविटी का आनंद ले सकते है। यहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों और हिमालय की सुंदरता के साथ मंदिरो में जाकर एक शांत और सुखद अनुभव प्राप्त होता है। तो आइए जानते हैं Top 10 Tourist Places In Uttarakhand In Hindi, How To Reach Uttarakhand In Hindi, Famous Food Of Uttarakhand In Hindi, Best Time To Visit Uttarakhand In Hindi के बारे में।
उत्तराखण्ड में घूमने की जगह ऋषिकेश – Uttarakhand Tourist Place In Hindi Rishikesh
उत्तराखंड राज्य का एक लोकप्रिय स्थल ऋषिकेश, जो एक प्राचीन शहर होने के साथ-साथ हिंदुओं के लिए एक पवित्र स्थल है। पवित्र गंगा नदी के तट पर यह शहर हिमालय की तलहटी में बसा हुआ है। यह लोकप्रिय शहर अत्यंत लौकिक और अनुपम सौंदर्य समेटे हुए हैं।
इस पवित्र और प्राचीन स्थल की अनेकों कथाएं पुराणों से जुड़ी हुई है। कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन से निकला विष भगवान शिव ने इसी स्थल पर ग्रहण किया था। ऋषिकेश एक ऐसा पवित्र स्थल है जहां पर पर्यटक धार्मिक स्थल, अद्भुत वातावरण, के साथ साथ एडवेंचर एक्टिविटीज का भी भरपूर आनंद ले सकते हैं।
इस पवित्र स्थल को वर्ल्ड योग कैपिटल भी माना जाता है। जिस वजह से यहां विदेशो से भी लोग आते रहते हैं। यहां की लोकप्रिय सुंदरता देखने के साथ साथ एडवेंचर, व्हाइट वाटर राफ्टिंग, फ्लाइंग फॉक्स, माउंटेन बाइकिंग, बंजी जंपिंग और योग क्रियाएं सीखने के लिए लोग विदेशों से भी पर्यटन के लिए आते रहते हैं। अध्यात्म और प्रकिर्तिक सौन्दर्य के लिए ही ऋषिकेश उत्तराखण्ड के 10 खूबसूरत पर्यटन स्थल में सबसे ज्यादा लोकप्रिय है।
Best Tourist Places In Rishikesh In Hindi
- पटना जलप्रपात ऋषिकेश
- नीरगढ़ झरना
- त्रिवेणी घाट
- मधुबन आश्रम
- लक्ष्मण झूला
- वशिस्ट गुफा आश्रम
- नीलकंठ महादेव मंदिर
- झिलमिल गुफा
- राजाजी नेशनल पार्क
- कैलाश निकेतन मंदिर
- कौडियाला बीच
उत्तराखण्ड का प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल हरिद्वार – Famous Place Haridwar In Uttarakhand Tourism In Hindi
हरिद्वार, भारत के सात पवित्र शहरों में से एक, उत्तराखंड राज्य के गढ़वाल क्षेत्र में गंगा के किनारे पर स्थित एक सुंदर प्राचीन शहर है। हरिद्वार का शाब्दिक अर्थ है “भगवान का वास” जहां भगवान निवास करते है। हरिद्वार एक ऐसा शहर है जो आश्रम, मंदिर और संकीर्ण शहरों में समृद्ध है। गंगा नदी में लाखों लोग अपनी आस्था के साथ मन को पवित्र करने के लिए गंगास्नान के लिए आते हैं।
दुनिया का फेमस कुंभ मेला हर बारह साल में एक बार हरिद्वार में आयोजित किया जाता है। पूरे भारत के पर्यटक कुंभ मेले में भाग लेने और इसका आनंद लेने के लिए भारी संख्या में आते है। हरिद्वार के अलावा, कुंभ मेले को भारत के केवल तीन शहरों में प्रायगराज (इलाहाबाद ), नाशिक और उज्जैन में आयोजित किया गया था। तीर्थस्थल और पर्यटन स्थल के संगम के साथ हरिद्वार उत्तराखण्ड के 10 खूबसूरत पर्यटन स्थल में प्रमुख स्थान रखता है।
Best Tourist Places In Haridwar In Hindi –
- ब्रह्मा कुंड
- हर की पौड़ी
- मनसा देवी टेम्पल
- शांति कुञ्ज
- भारत माता मंदिर
- चंडी देवी मंदिर
- चिल्ला वाइल्ड लाइफ सेंचुरी
- माया देवी मंदिर
- व्रिष्णु घाट
- सप्तऋषि आश्रम
उत्तराखंड की लोकप्रिय जगह नैनीताल – Uttarakhand Tourist Places in Hindi Nainital
झीलों का शहर कहा जाने वाला नैनीताल भारत के उत्तराखण्ड राज्य के कुमाऊं क्षेत्र का मुख्य पर्यटन स्थल है। नैनीताल एक ऐसी जगह है जहां आप हरे भरे पहाड़ों और चारों तरफ से झीलों से घिरे सुन्दर प्राकृतिक दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। यहाँ बर्फ से ढके पहाड़ और उनके सुंदर परिवेश को देखकर हर कोई मन्त्र मुग्ध हो जाता है।
नैनीताल में झीलों से गिरती जलधारा, ताजी हवा, चारों तरफ देवदार जैसे पेड़ों से घिरे घने जंगल पर्वत चोटियों से सूर्योदय का अद्भुत दृश्य का लुत्फ उठाने भारी संख्या में पर्यटक साल भर आते रहते हैं। प्राकृतिक वातावरण के साथ साथ यहां की सांस्कृतिक और सामाजिक वातावरण में भरपूर विनम्र स्वभाव के स्थानीय लोग मिलेंगे जिनकी शब्दों की मिठास और खातिरदारी आपको पल भर में दीवाना बना देगी।
Tourist Places in Nainital In Hindi
- स्नो व्यू प्वाइंट
- इको केव गार्डन
- केंद्र पं. बल्लभ पंत चिड़ियाघर
- औली हिल स्टेशन
उत्तराखण्ड की खूबसूरत जगह केदारनाथ – Beautiful Place Of Uttarakhand Tourism In Hindi Kedarnath
केदारनाथ मंदिर चार धाम में से एक है, उत्तराखंड में हिमालय पर्वत के बीच स्थित केदारनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित हिन्दुओ का सबसे पवित्र तीर्थस्थल है। केदारनाथ पहाड़ों के बीच में स्थित मुख्य तीर्थयात्रा का केंद्र है, जहां भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग को स्थापित किया गया था। केदारनाथ मंदिर से ज्योतिर्लिंग जो कि 3584 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, सभी 12 ज्योतिर्लिंगो में सबसे महत्वपूर्ण है।
वास्तुकला का अद्भुत नमूने को दर्शाता केदारनाथ मंदिर की विशेष बात यह है कि यह मंदिर केवल अप्रैल और नवंबर के बीच दर्शन के लिए खोला जाता है और लोग केदारनाथ मंदिर के मंदिर में आने का इंतजार बड़ी उत्सुकता से करते रहते हैं। सर्दियों के दिनों में केदारघटी पूरी तरह से बर्फ में ढंकी हुई होती है। ऐसा कहा जाता है कि बद्रीनाथ के पास जाने वाली यात्रा अगर केदारनाथ को नहीं देखती है तो उनकी यात्रा को अधूरा माना जाता है। इस ज्योतिर्लिंग की वजह से ही केदारनाथ उत्तराखण्ड के 10 खूबसूरत पर्यटन स्थल में प्रमुख तीर्थस्थल है।
Best Tourist Places In Kedarnath In Hindi
- केदारनाथ मंदिर
- शंकराचार्य समाधि
- अगस्त्यमुनि
- चोराबाडी झील
- केदारगिरीपिंड
- त्रियुगी नारायण मंदिर
- भैरवनाथ मंदिर
उत्तराखंड का सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन मसूरी – Masoorie Hill Station in Uttarakhand Tourism in Hindi
मसूरी भारत के उत्तराखण्ड राज्य का पहाड़ों के बीचो बीच स्थित एक पर्वतीय नगर है, जिसे पर्वतों की रानी भी कहते है। यह पर्वतीय पर्यटन स्थल हिमालय पर्वतमाला के मध्य हिमालय श्रेणी में मसूरी की खूबसूरत वादियों और पहाड़ों की सुंदरता का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करती है। गंगोत्री का प्रवेश द्वार, मसूरी जिसकी सुंदरता और यहाँ के हरे भरे पहाड़ों को देखने के लिए दुनियाभर से पर्यटक आते हैं और यहाँ की प्रकिर्तिक सुंदरता उनको मंत्रमुग्ध क्र देती है।
लोगो का मानना है कि यहां बहुतायत में उगने वाले एक पौधे ”’मंसूर”’ के कारण इसका नाम मसूरी पड़ा। अगर आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ किसी पहाड़ी क्षेत्र में घूमने की योजना बनारहे हे तो यह लोकप्रिय ग्रीष्मकालीन पर्यटन स्थल आपको बेहद खूबसूरत और आश्चर्यचकित के देगा। मसूरी में रैनकोट और छाता जरूर साथ रखे क्योकि मसूरी में बारिश कभी भी हो सकती है।
Masoorie Tourist Places In Hindi
- केम्पटी फॉल्स
- कंपनी गार्डन
- सुरकंडा देवी टेम्पल
- ग्रीन विंडो एडवेंचर
- झरीपानी फॉल्स
- जॉर्ज एवरेस्ट हाउस/पार्क एस्टेट
इसे भी देखे – ऊटी में घूमने वाली ठंडी और खूबसूरत स्थान
उत्तराखंड का मशहूर स्थल देहरादून – Dehradun Best Places to Visit in Uttarakhand Tourism In Hindi
देहरादून भारत के उन खूबसूरत स्थानों में से एक है, जो उत्तराखंड राज्य में दून घाटी के बीच में स्थित है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादुन, पर्यटकों के बीच एक बहुत लोकप्रिय हिल स्टेशन है, जो कि पारिवारिक छुट्टियों, दोस्तों और जोड़ों के साथ घूमने के लिए पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है। देहरादुन उत्तराखंड राज्य में एक सुंदर हिमालयन गढ़वाल पृष्ठभूमि के साथ समुद्र तल से 1400 फीट ऊपर की ऊंचाई पर स्थित है।
देहरादुन में आप प्राकृतिक झरनों, मनमोहक जलवायु, प्राचीन गुफाएं, सूर्यास्त का अद्भुत दृश्य के साथ हरे भरे पहाड़ो के बीच साहसिक गतिविधियों का आनंद भी ले सकते है। देहरादुन, भारत की खूबसूरत जगह के साथ -साथ पास मसूरी जैसे अन्य पर्यटन स्थल होने की वजह से पर्यटकों को आकर्षित करता है। यहां के मनमोहक नजारे और शानदार जलवायु तथा बढ़िया खाना आपकी यात्रा को बहुत ही रोमांचकारी और शानदार ट्रिप बना देता है।
Best Tourist Places In Dehradun In Hindi
- सहस्त्रधारा
- रॉबर की गुफा
- मालसी डियर पार्क
- तपोवन मंदिर
- टपकेश्वर मंदिर
- मिन्ड्रोलिंग मठ
उत्तराखंड का लोकप्रिय स्थल उत्तरकाशी – Uttarkashi Uttarakhand Tourism In Hindi
पहाड़ी राज्य उत्तराखंड देश का एक छोटा सा शहर “उत्तरकाशी” जिसे उत्तर में “वाराणसी” के रूप में भी जाना जाता है। हिंदू द्वारा एक धार्मिक स्थान के रूप में “उत्तरकाशी” प्रतिष्ठित भारत के सबसे पवित्र तीर्थयात्रियों में से एक है। इसे गंगोत्री और यमुनोत्री जेसी पावन तीर्थ यात्रा का प्रवेश द्वार कहा जाता है।
एक धार्मिक स्थान होने के अलावा, उत्तरकाशी एक सुंदर हिल स्टेशन भी है जो बर्फीली पहाड़ियों, सुंदर घाटियों, अल्पाइन जंगलो की सुन्दरता, ग्लेशियरों और हिमालय की अद्भुत चोटियों से सुसज्जित है। यह क्षेत्र शुरू में धार्मिक पर्यटन का समर्थन करता है, लेकिन कई वर्षों से प्राकृतिक सौंदर्य, ट्रेकिंग और झीलोंजैसी साहसिक गतिविधियों के कारण पर्यटकों के लिए अलग ही उत्साह उत्पन्न करता है।
Famous Tourist Places In Uttarkashi In Hindi
- विश्वनाथ मंदिर
- कुटेटी देवी मंदिर
- डोडीताल झील
- नचिकेता झील
- दयारा बुग्याल
- नेहरू माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट ऑफ
- यमुनोत्री
- कंडार देवता मंदिर
उत्तराखंड का दर्शनीय स्थल द्वाराहाट रानीखेत – Ranikhet Uttarakhand Tourism In Hindi
उत्तराखंड की सबसे आकर्षक स्थलों में से एक रानीखेत जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और दृश्यों से जादुई छटा बिखेरता एक प्रमुख पहाड़ी पर्यटन स्थल है। यह उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित एक शानदार हिल स्टेशन है जहां से आप हिमालय की अद्भुत छवि, खूबसूरत मंदिरों और लुभावनी दृश्यों का आनन्द ले सकते हैं।
रानीखेत जो बहुत नैसर्गिक शान्तिपूर्ण स्थान के साथ साथ खुबानी, देवदार, सेबों के बगीचों और बलूत के पेड़ो से घिरा हुआ रमणीक हिल स्टेशन है। यहां के झरने तथा सुन्दर जंगल पर्यटक जो अनायास ही आकर्षित कर लेती है और वो यहां आकर आनन्दित होते हैं। वाइल्ड लिफ्ट पैराग्लाइडिंग और गोल्फिंग के लिए रानीखेत सबसे अच्छा पर्यटन स्थल है।
Best Tourist Places Of Ranikhet Hill Station
- चौबटिया गार्डन
- गोल्फ ग्राउंड
- एडवेंचर पार्क
- झूला देवी मंदिर
- कुमाऊँ रेजिमेंटल सेंटर
- दूनागिरी मन्दिर
- स्वर्गाश्रम बिन्सर महादेव मंदिर
- आशियाना पार्क
- कालिका देवी मंदिर
- सनसेट पॉइंट्स
उत्तराखंड का खूबसूरत हिल स्टेशन अल्मोड़ा – Almora Hill Station In Uttarakhand Tourism In Hindi
हिमालय पर्वतमाला के बीच में स्थित अल्मोड़ा उत्तराखण्ड राज्य का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है। घोड़े के पैरों के समान दिखने वाला अल्मोड़ा प्राकृतिक सुंदरता को समेटे एक आकर्षित हिल स्टेशन भी है। समुद्र तल से 1638 मीटर ऊंचाई पर बसा यह शहर अपने शानदार हस्तशिल्प, हरे-भरे जंगलो, समृद्ध सांस्कृति, स्वादिष्ट भोजन, अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता और सुन्दर वन्य जीवन के लिए दुनिया के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
भड़कीले हिल स्टेशन के रूप में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अल्मोड़ा के बीच कोसी कौशिकी व सुयाल अली नामक बहने वाली 2 नदियों का आकर्षण आप को मंत्रमुग्ध कर देगी।
Famous Almora Tourist Places In Hindi –
- जागेश्वर धाम
- कटारमल सूर्य मंदिर
- कसार देवी मंदिर
- दूनागिरी
- ब्राइट एंड कॉर्नर
- गोबिंद बल्लभ पंत संग्रहालय
उत्तराखंड का खूबसूरत पर्यटन स्थल रुद्रप्रयाग – Rudrapryag In Uttarakhand Tourism In Hindi
उत्तराखंड राज्य में मंदाकिनी और अलकनंद नदी जहा आपस में मिलती है उस पवित्र स्थान को रुद्रप्रायग के नाम से जाना जाता है। रुद्रप्रायग का नाम भगवान शिव के रुद्रावतार को समर्पित है। उत्तराखंड में स्थित 5 प्रयागों मेंसे पहला स्थान देव प्रयाग का है। प्रकृति की सुंदरता के साथ, रुद्रप्रायग कई प्राचीन मंदिरों का घर भी है जो केदारनाथ और बद्रीनाथ जैसे बड़े तीर्थयात्रा के केंद्र के प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है।
स्वर्ग जैसी अनुभूति देने वाला यह खूबसूरत शहर शानदार और आकर्षक दृश्य प्रदान करता है जहां पर्यटक इसकी प्राकृतिक सुंदरता और मनमोहक परिदृश्यों से मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। रुद्रप्रयाग में कैम्पिंग और ट्रेकिंग जैसी एडवेंचर एक्टिविटीज आपके टूर को रोमांचकारी और यादगार बना देंगी।
Famous Tourist Places In Rudraprayag in Hindi
- कोटेश्वर महादेव
- देवरिया ताल
- गुप्तकाशी मंदिर
- रुद्रनाथ मंदिर
उत्तराखंड का प्रसिद्ध जिम कार्बेट नेशनल पार्क – Jim Corbett National Park In Uttarakhand Tourism In Hindi
हैली नेशनल पार्क के रूप में इसकी स्थापना वर्ष 1936 में हुई थी जो भारत के सबसे पुराने राष्ट्रीय उद्यानों में से है जिसे जिम कॉर्बेट नेशनल पार्कके नाम से भी जाना जाता है। यहां इस पार्क में लुप्तप्राय प्रजातियों का निवास स्थान है। यहां आप को रॉयल बंगाल टाइगर के अलावा भी 25 श्री शरीफ की प्रजातियां, 50 जानवरों की प्रजातियां, 50 पेड़ों की लुप्त प्राय प्रजातियां और 1580 पक्षियों की प्रजातियों लगभग पाई जाती हैं तो यदि आप वन्यजीव के शौकीन हैं तो यह आपके लिए एक शानदार स्थल है।
उत्तराखंड के प्रमुख धार्मिक स्थल – Major Religious Places in Uttarakhand Tourism In Hindi
- हरी की पौड़ी, हरिद्वार
- केदारनाथ मंदिर , उत्तरकाशी
- बद्रीनाथ मंदिर
- गंगोत्री, उत्तरकाशी
- यमुनोत्री, उत्तरकाशी
- ऋषिकेश
- हेमकुंड साहेब
- नैनी देवी मंदिर, नैनीताल
FAQ- उत्तराखंड के बारे में पूछे जाने बाले प्रश्न
उत्तराखंड घूमने का सबसे अच्छा समय क्या है – best time to visit uttarakhand in hindi.
उत्तराखंड जाने का सबसे अच्छा समय सितम्बर और अक्टूबर के महीने में घूमने वाले पर्यटकों के लिए बहुत ही अच्छा समय होता है। साल भर पर्यटकों को आकर्षित करता उत्तराखंड में घूमने के लिए पूरे साल पर्यटक आते रहते है। गर्मियों के मौसम में जब देश के ज्यादातर हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ती है तब यहाँ का मौसम काफी खुशनुमा रहता है। गर्मी से बचने के लिए ज्यादातर पर्यटक उत्तराखंड गर्मियों में आना पसंद करते है।
अगर आप बर्फीला वातावरण देखना पसंद करते हे तो नवंबर के अंत से फरवरी तक यहाँ आना आदर्श माना जाता है। मानसून के मौसम में भारी बारिश के कारण यहाँ हिमस्खलन और नदिया का जलस्तर काफी बढ़ जाता है इसलिय जुलाई से लेकर अगस्त तक यहाँ घूमने से बचना चाहिए।
उत्तराखंड कैसे पहुंचे? – How To Reach Uttarakhand In Hindi
भारत के किसी भी स्थान से उत्तराखंड बिना किसी परेशानी के पहुंचा जा सकता है। यदि आप हवाई यात्रा से जाना चाहते हैं तो उत्तराखंड में 3 एयरपोर्ट है, जालीग्रांट (देहरादून ), पंतनगर(नैनीताल) और पिथौरागढ़। आपको देहरादून से नियमित उड़ानें मिल जायगी जबकी पंतनगर(नैनीताल) से कुछ लिमिटेड उड़ाने ही मिलती है।
यदि आप ट्रेन से उत्तराखंड जाना चाहते हैं तो दिल्ली, हरियाणा, मुम्बई, लखनऊ, जयपुर, और चंडीगढ़ के साथ साथ भारत के अन्य बड़े शहरों से आप उत्तराखंड के लिए ट्रेन सेवा उपलब्ध है। देहरादून, ऋषिकेश, नैनीताल, काठगोदाम, कोटद्वार और हरिद्वार उत्तराखंड के प्रमुख रेलवे स्टेशन है।
यदि आप बस से सफर करना चाहते हैं तो हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून, नैनीताल, मसूरी, रूद्रपुर, रामनगर और हल्द्वानी जाने के लिए दिल्ली लखनऊ जैसे प्रमुख शहरों से सीधा बस आपको मिल जाएगी। बाइक और कार से उत्तराखंड जाना बहुत आसान है आप दिल्ली से हाइवे पकड़ सकते हैं और सीधा उत्तराखंड आप जा सकते हैं और अपने मन के अनुसार रास्ते का इंज्वॉय कर सकते हैं। आप Amazon से किफायती कीमत पर फ्लाइट की टिकट बुक कर सकते है।
उत्तराखंड का प्रसिद्ध भोजन क्या है? – Famous Food Of Uttarakhand In Hindi
कई पकवानों से बनी एक डिश रास उत्तराखंड का प्रसिद्ध भोजन है। आलू के गुटके, अरसा मिठाई, आलू टमाटर का झोल, स्वीट स्नैक गुलगुला, सिंगोरी, बावड़ी भट्ट की चुरानी, कुमाउनी रायता और आलू के गुटके जैसे स्वादिष्ट व्यंजन उत्तराखंड के सबसे प्रसिद्ध भोजन है। उत्तराखंड यात्रा के दौरान उत्तराखंड में कई तरह के भारतीय व्यंजनो के स्वाद का लुप्त उठाना न भूले।
उत्तराखंड में बर्फबारी कब होती है? – When does it snow in Uttarakhand In Hindi
उत्तराखंड में पहली बर्फबारी नैनीताल में लगभग दिसंबर माह में होती है। दिसंबर से लेकर फरवरी तक यहां पर्यटक स्नोफॉल और बर्फ से ढकी पहाड़ियों का आनंद ले सकते हैं। सर्दियों में यहां का तापमान 0 डिग्री तक हो जाता है और उस समय चारों तरफ से पहाड़ों को घेरे हुए धुंध बहुत ही खूबसूरत दिखती है जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
उत्तराखंड की फोटो गैलरी – Uttarakhand Images
View this post on Instagram A post shared by Abhishek Tiwari (@abhishektiwari165)
हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा “उत्तराखण्ड के 10 खूबसूरत पर्यटन स्थल (Top 10 Tourist Places In Uttarakhand In Hindi)” के विषय में दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी। यदि आपका कोई सवाल हो तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। आपको हमारी ये पोस्ट कैसी लगी कमेंट बॉक्स में आप बताना ना भूलें। धन्यवाद
इसे भी देखे –
- उत्तराखण्ड के 10 खूबसूरत पर्यटन स्थल – Uttarakhand Tourism In Hindi
- देवभूमि ऋषिकेश के 10 प्रसिद्ध पर्यटन स्थल – Rishikesh Tourism In Hindi
- देहरादून के 10 प्रसिद्ध पर्यटन स्थल – Dehradun Tourism In Hindi
- शिमला के 10 पर्यटक स्थल – Top 10 Tourist Place In Shimla
- कश्मीर में घूमने की 10 सबसे खुबसूरत जगह – Top 10 Tourist Places In Kashmir In Hindi
6 thoughts on “उत्तराखण्ड के 10 खूबसूरत पर्यटन स्थल – Top 10 Tourist Places In Uttarakhand In Hindi”
awesome artical
Leave a Comment Cancel Reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
- Terms & Conditions
उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों की जानकारी। Uttarakhand Tourist Places in Hindi
उत्तराखंड की यात्रा और उत्तराखंड के दर्शनीय स्थल। uttarakhand tourism | uttarakhand tourist places in hindi .
Tourist places in uttarakhand in hindi - हेलो दोस्तों में Tourist Dost अपने इस लेख के जरिये उन सभी दोस्तों के लिए जो उत्तराखंड घूमने का प्लान बना रहे है। लेकिन मन में एक सवाल है। की हमें उत्तराखंड में कहाँ - कहाँ घूमने जाना चाहिए। उनके लिए में अपने इस लेख के जरिये उत्तराखंड घूमने की सभी जरुरी जानकारियाँ देने वाला हूँ। जिससे आपको उत्तराखंड घूमने में किसी भी तरह की कोई परेशनी न हो। में आपको इस लेख में उत्तराखंड के बारे में और उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों के बारे में और उत्तराखंड कैसे पहुँचे ये सभी जानकारियाँ देने वाला हूँ।
Web Story - Uttarakhand tourist places
और पढ़े : जनवरी और फरवरी में घूमने लायक पर्यटन स्थल।
उत्तराखंड की यात्रा। Uttarakhand Trip in Hindi
Uttarakhand tourist places in hindi - उत्तराखंड भारत के खूबसूरत राज्यों में से एक है। उत्तराखंड को देवों की भूमि भी कहा जाता है। क्यूंकि यहाँ पर आपको कई हजारों साल पुराने देवी - देवताओं के मंदिर देखने को मिलेंगे। उत्तराखंड से ही भारत की दो पवित्र नदियों का उदगम होता है। गंगा और यमुना जिनको गंगोत्री और यमनोत्री धाम के नाम से जाना जाता है। हिन्दू धर्म के पवित्र चार धाम की यात्रा में से दो धाम यही है। अगर आपको धार्मिक स्थलों पर घूमना पसंद है तो अपने उत्तराखंड घूमने का सबसे अच्छा विचार बनाया है।
उत्तराखंड पुरे भारत में अपने धार्मिक स्थलों की वजह से प्रसिद्ध तो है ही साथ ही में यहाँ घूमने के लिए सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन भी हैं। पहाड़ों की रानी कही जाने वाली मसूरी यहाँ के खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है।उत्तराखंड में आपको पहाड़ ,नदियाँ ,झीले और झरने ये सभी घूमने वाली जगह मिलेंगी। जो उत्तराखंड की खूबसूरती को दर्शाती हैं। आप अपनी पसंद के अनुसार उत्तराखंड में जहाँ भी घूमना चाहे वहाँ जा सकते है।
और पढ़े : उदयपुर के पर्यटन स्थल।
उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल। Places To Visit in Uttarakhand in Hindi | Tourist Attractions in Uttarakhand | Tourist places near me
Uttarakhand Places To Visit - उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों को घूमने का अनुभव आपका बहुत ही अच्छा होने वाला है। और अगर आप Bike Traveler तो फिर तो कहना ही क्या क्यूँकि मेने जो जगहें इस लेख में बताईं हैं। उनमे से कई जगहों पर बाइक से यात्रा कर सकते हैं। क्यूँकि मेने भी की हुई है। में आपको अपने इस लेख में उत्तराखंड की खूबसूरत जगहों Best Tourist Places in Uttarakhand के बारे में बताता हूँ।
और पढ़े : जयपुर के पर्यटन स्थल।
मसूरी , उत्तराखंड। Mussoorie Tourist Place Uttarakhand in Hindi
उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों में सबसे ज्यादा खूबसूरत है मुसरी की वादियाँ शयदा इसलिए मुसरी को पहाड़ो की रानी Queen of Hills कहा जाता है। लेकिन ये बात तो आपको यहाँ पहुँच कर ही पता चलेगी की मसूरी कितनी खूबसूरत जगह है। यहाँ से आपको बहुत से खूबसूरत नज़ारे देखने को मिलेंगे जिनमे सबसे खूबसूरत नजरा हैं। मसूरी से नीचे पुरे देहरादून शहर का दिखाई देना। ये तो मेने सिर्फ आपको एक खूबसूरत नज़ारे के बारे में बताया है। यहाँ तो आपको ऐसे खूबसूरत नज़ारे बहुत सारे देखने को मिलने वाले हैं। मसूरी में आप किन - किन जगहों पर घूमने जा सकते है। चलिए वो जानते है।
मसूरी में घूमने की जगह। Places To Visit in Mussoorie in Hindi
* केम्पटी फॉल।
* क्लाउड एन्ड।
* लाल टिब्बा।
* धनौल्टी।
* सुरकंडा देवी मंदिर।
और पढ़े : मसूरी पर्यटन स्थलों जानकारी।
नैनीताल , उत्तराखंड। Nainital Tourist Place Uttarakhand in Hindi
नैनीताल उत्तराखंड के खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है। नैनीताल को झीलों का शहर भी कहा जाता है। क्यूँकि यहाँ आपको एक नहीं बल्कि बहुत सारी झीलें देखने को मिलेंगी। जिनमे आप बोटिंग भी कर सकतें है। यहाँ की सबसे बड़ी झील है नैनी झील जिसे नैनीताल कहा जाता है। यहाँ भी बहुत सारी घूमने की जगहें है।
नैनीताल में घूमने की जगह। Places To Visit in Nainital in Hindi
* नैनी झील।
* भीमताल।
* नैना पीक।
* नैनीताल चिड़िया घर।
* स्नो व्यू पॉइंट।
* नैना देवी मंदिर।
* इको गुफा पार्क।
* राजभवन।
और पढ़े : नैनीताल के दर्शनीय स्थलों की जानकारियाँ।
रानीखेत , उत्तराखंड। Ranikhet Tourist Place in Hindi
रानीखेत में घूमने की जगह। Places To Visit in Ranikhet in Hindi
* रानी झील।
* चौबटिया बाग़।
* गोल्फ कोर्स।
* बिन्सर महादेव मंदिर।
* झूला देवी मंदिर।
और पढ़े : रानीखेत घूमने से जुडी सभी जरुरी जानकारियाँ।
औली , उत्तराखंड। Places To Visit in Auli in Hindi
औली उत्तराखंड का ये टूरिस्ट प्लेस बर्फ पर स्केटिंग करने के लिए प्रसिद्ध है। अगर आपको स्केटिंग करना पसंद है। तो ये जगह आपके लिए बहुत अच्छी है। क्यूँकि यहाँ पर बहुत सारे स्केटिंग पॉइंट है। जहाँ आप स्केटिंग कर सकते हैं। औली में भी बहुत सारी जगह घूमने लायक है। जहाँ आपको घूमने के लिए जरूर जाना चाहिए।
औली में घूमने की जगह। Places To Visit in Auli in Hindi
* नंदा देवी।
* गुरसों बुग्याल।
* कुवांरी बुग्याल।
* त्रिशूल पीक।
* चिनाब झील।
* स्कीईंग पॉइंट।
* जोशीमठ।
और पढ़े : औली के पर्यटन स्थली की जानकरी।
ऋषिकेश , उत्तराखंड। Rishikesh Tourist Place in Hindi
ऋषिकेश में घूमने की जगह। Places To Visit in Rishikesh in Hindi
* लक्ष्मण झूला।
* राम झूला।
* त्रिवेणी घाट।
* वशिष्ट गुफा।
* राफ्टिंग पॉइंट।
* नीलकंठ महादेव मंदिर।
* स्वर्ग आश्रम।
* तेरा मंजिल मंदिर।
* बंजी जम्पिंग पॉइंट।
और पढ़े : ऋषिकेश घूमने की जानकरी।
हरिद्वार ,उत्तराखंड। Haridwar Tourist Place in Hindi
हरिद्वार उत्तराखंड के प्राचीन नगरों में से एक है गंगा नदी के तट के किनारे बसे इस पर्यटन स्थल पर हर साल लाखो लोग आते है। ये भी एक उत्तराखंड का धार्मिक स्थल है जहाँ लोग पुरे वर्ष गंगा नदी में डुबकी लगाने के लिए आते है। हरिद्वार नगरी घूमने के लिए एक बार आपको भी आना चाहिए। यहाँ भी बहुत खूबसूरत जगहे है घूमने के लिए।
हरिद्वार में घूमने की जगह। Places To Visit in Haridwar in Hindi
* हर की पौड़ी।
* मन्सा देवी मंदिर।
* भारत माता मंदिर।
* सप्तऋषि आश्रम।
* पतंजलि योग पीठ।
* पारद शिवलिंगम।
और पढ़े : हरिद्वार घूमने की सभी जानकारियाँ।
केदारनाथ , उत्तराखंड। Kedarnath Tourist Place in Hindi
और पढ़े : केदारनाथ यात्रा की सम्पूर्ण जानकारियाँ।
बद्रीनाथ , उत्तराखंड। Badrinath Tourist Place in Hindi
बद्रीनाथ मंदिर भी चार धाम की यात्रा का एक धाम है। भगवान विष्णु जी को समर्पित है यह मंदिर है। ये एक तीर्थ स्थल है। जहाँ श्रद्धालु हर साल यहाँ दर्शन करने के लिए आते हैं। उत्तराखंड के इन प्राचीन मंदिरों का वर्णन पौराणिक कथाओं में भी सुनने को मिलता है। उत्तराखंड के तीर्थ स्थलों में से एक है बद्रीनाथ धाम।
गंगोत्री , उत्तराखंड। Gangotri Tourist Place in Hindi
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित गंगोत्री एक तीर्थ स्थल है। जहाँ लाखों श्रद्धालु हर साल यहाँ घूमने आते है। विशाल गंगा नदी का उद्गम स्थल है। गंगोत्री। जहाँ से निकल कर पवित्र गंगा नदी देश के अलग - अलग राज्यों से होकर जाती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार राजा भगीरथ की तपस्या के कारण गंगा का आगमन पृथ्वी पर हुआ था इसीलिए गंगा नदी को भागीरथी भी कहा जाता है। इस तीर्थ स्थल के दर्शन के लिए आपको एक बार जरूर यहाँ आना चाहिए।
यमनोत्री , उत्तराखंड। Yamnotri Tourist Place in Hindi
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क , उत्तराखंड
और पढ़े : पानी पर तैरने वाला नेशनल पार्क।
उत्तराखंड के इन पर्यटन स्थलों के अलावा यहाँ और भी बहुत सारे पर्यटन स्थल है मेने आपको अपने इस लेख में उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताया है। अब में उत्तरखंड के कुछ अउ पर्यटन स्थलों के नाम बताता हूँ जिन्हे आप अपनी लिस्ट में शामिल कर सकते है। जिनमे - मुन्सियारी , टिहरी गढ़वाल , कसौनी , लैन्सडाउन , पिथौरागढ़ , चोपता , फूलो की घाटी , अल्मौड़ा , है। इन जगहों को भी आप अपनी लिस्ट में शामिल कर सकते हैं।
और पढ़े : लैंसडाउन घूमने की सभी जानकारी।
उत्तराखंड घूमने का सही समय। Best Time To Visit Uttarakhand in Hindi
वैसे तो आप उत्तराखंड किसी भी मौसम में जा सकते हो। लेकिन अगर आपको केदारनाथ की भी घूमना चाहते हो तो आपको जून से दिसम्बर के बीच उत्तराखंड की यात्रा कर सकते हैं। अगर आपको हिल स्टेशन पर घूमना और वर्फ बारी देखना पसंद है तो आप यहाँ जून से फरवरी के बीच घूमने जा सकते हैं। और उत्तराखंड की खूबसूरती का अच्छा खासा अनुभव ले सकते हैं।
उत्तराखंड कैसे पहुँचे। How To Reach Uttarakhand in Hindi
उत्तराखंड पहुँचने के लिए आप किसी भी मार्ग का चयन कर सकते हैं फिर चाहे वो हवाई या रेल या फिर सड़क मार्ग हो। इन तीनो मार्गों से आप आसानी से उत्तराखंड पहुँच सकते हैं। बिना किसी परेशानी के आप उत्तराखंड की यात्रा कर सकते हैं। तो चलिए इन तीनो मार्गो को थोड़ा सा विस्तार से समझते है।
और पढ़े : नागालैंड की पर्यटन स्थल।
हवाई मार्ग से। How To Reach Uttarakhand by Flight in Hindi
उत्तराखंड अगर आप हवाई जहाज से जाना चाहते हैं। तो आपको सबसे पहले यहाँ के देहरादून में स्थित जोली ग्रांट हवाई अड्डे पर आना होगा। यहाँ से आप टैक्सी ले सकते हैं। उत्तराखंड के किसी भी पर्यटन स्थल पहुँचने के लिए।
रेल मार्ग से। How To Reach Uttarakhand by Train in Hindi
अगर आप उत्तराखंड ट्ट्रेन से आने की सोच रहे है तो आपको यहाँ के सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन आना होगा जोकि हैं हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून। इन रेलवे स्टेशनों पर पहुँचने के बाद आपको यहाँ बस या फिर टैक्सी मिल जाएगी किसी भी पर्यटन स्थल पहुँचने के लिए।
सड़क मार्ग से। How To Reach Uttarakhand by Road in Hindi
उत्तराखंड के मार्ग देश के कई राजमार्गो से अच्छी तरह जुड़े हुए हैं। तो आपको उत्तराखंड by road जाने में कोई परेशानी नहीं होने वाली है फिर चाहे आप अपने निजी वाहन से जाये या फिर किसी टूर एंड ट्रेवल कम्पनी की सहायता से।
और पढ़े : मणिपुर के पर्यटन स्थल।
इस लेख में अपने भारत के खूबसूरत पर्यटन स्थल उत्तराखंड और उत्तराखंड में घूमने की जगहों ( Tourist places in uttarakhand in hindi ) के बारे में जाना है। आपको मेरे द्वारा दी गयी जानकारी अगर अच्छी लगी हो तो मुझे कमेंट करके जरूर बताएं।
इन्हे भी पढ़े :
* दिल्ली के दर्शनीय स्थल।
* राजस्थान का भूतिया किला।
* कसोल के दर्शनीय स्थल।
* लेह - लद्दाख के पर्यटन स्थलों की जानकारी
You Might Also Like
No comments:, recent posts, popular posts.
Created with by BeautyTemplates | Distributed by Gooyaabi Templates
NVSHQ Hindi
सरकारी योजनाओं की पूरी जानकारी
42 Tourist Places In Uttarakhand > उत्तराखंड में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें
नमस्कार दोस्तों , दोस्तों यदि आप भी इन गर्मी की छुट्टियों में कहीं घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं पर यह समझ नहीं आ रहा की कहाँ घूमने जाएँ तो थोड़ा रुकिए हम आपके लिए लेकर आये हैं उत्तराखंड की कुछ ऐसी 42 बेहतरीन और खूबसूरत पर्यटक स्थलों (Top Tourist Places In Uttarakhand) की ... Read more
Reported by Dhruv Gotra
Published on 20 April 2024
नमस्कार दोस्तों , दोस्तों यदि आप भी इन गर्मी की छुट्टियों में कहीं घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं पर यह समझ नहीं आ रहा की कहाँ घूमने जाएँ तो थोड़ा रुकिए हम आपके लिए लेकर आये हैं उत्तराखंड की कुछ ऐसी 42 बेहतरीन और खूबसूरत पर्यटक स्थलों (Top Tourist Places In Uttarakhand) की लिस्ट जहाँ आप अपने दोस्त और परिवार के साथ घूमने हेतु जा सकते हैं। दोस्तों जैसा की आप सब जानते हैं की उत्तराखंड राज्य अपने प्राकृतिक नज़ारे, धार्मिक स्थल, घाट, संगम आदि के लिए विश्व प्रसिद्ध है। दुनिया भर के सैलानी और पर्यटक यहाँ घूमने के लिए आते हैं। दोस्तों अपने इस आर्टिकल में हम आपको उत्तराखंड की कुछ ऐसी और दर्शनीय और धार्मिक स्थलों के बारे में जानकारी देंगे। आपको तो पता ही है Uttarakhand राज्य को देवभूमि भी कहा जाता है।
जैसा की आपको पता हो होगा की उत्तराखंड राज्य घूमने आने के लिए सैलानियों की पहली पसंद रहता है। राज्य के प्राकृतिक वादियों की ख़ूबसूरती हर किसी को यहाँ आने के लिए आकर्षित करती है। उत्तराखंड में आपको पहाड़ों की रानी मसूरी , देहरादून, नदियां, पहाड़, पवित्र चार धाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री आदि रमणीक स्थल देखने को मिलते हैं। यदि आप भी उत्तराखंड घूमना आना चाहते हैं तो हमारा यह आर्टिकल आपकी बहुत सहायता कर सकता है।
आपको हमारे इस आर्टिकल में इन दर्शनीय स्थलों (उत्तराखंड के पर्यटक स्थल) में घूमने जाने के लिए कैसे जा सकते हैं, जाने हेतु किस माध्यम (ट्रेन,हवाई और सड़क) से जाएँ। आदि सबकी जानकारी मिलेगी।आपसे अनुरोध है की इन सभी जानकारियों के लिए हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
यह भी पढ़िए :- चार धाम यात्रा के नाम और इतिहास
उत्तराखंड के 42 शीर्ष पर्यटक स्थल :-
अपने इस आर्टिकल में हम आपको देवभूमि उत्तराखंड राज्य के 42 रमणीक, दर्शनीय और धार्मिक स्थलों के बारे में बता रहे हैं ये सभी स्थल सैलानियों के द्वारा घूमने आने के लिए सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली जगहें हैं –
1 पहाड़ों की रानी (मसूरी) Queen of Hills (Mussoorie):-
- उत्तराखंड की बात हो रही हो मसूरी का जिक्र ना हो ऐसा नहीं हो सकता।दोस्तों हम आपको बता दें की मसूरी उत्तराखंड राज्य का एक बहुप्रसिद्ध पर्यटक स्थल है जहाँ लाखों सैलानी गर्मी के मौसम में घूमने के लिए आते हैं। देहरादून से 38 किलोमीटर दूर पहाड़ों के बीच बसा मसूरी एक खूबसूरत स्थान है।
- आपको बताते चलें की समुद्र तल से लगभग 7,000 फ़ीट की ऊंचाई पर मसूरी बसा हुआ है। मसूरी में आपको पर्यटकों के बीच प्रसिद्ध केम्पटी फाल झरना देखने को मिलता है। केम्पटी फाल के झरने में पानी 40 फ़ीट की ऊंचाई से गिरता है। इस चिलचिलाती गर्मी के मौसम में केम्पटी फॉल झरने में स्नान करना एक सुखद अनुभव का एहसास करवाता है। यहां हम आपको बता दें की मसूरी को जॉन मेकिनन के द्वारा एक पिकनिक स्पॉट के रूप में बसाया गया था। मसूरी चारों तरफ से खूबसुरत पहाड़ , चट्टान और वादियों से घिरा हुआ है।
- मसूरी में पर्यटकों के लिए सबसे बड़ा आकर्षण “द मॉल “ जिसे माल रोड भी कहा जाता है। मॉल रोड में आपको बहुत से रेस्ट्रोरेंट , दुकान , होटल आदि मिलते हैं। मसूरी में आपको ब्रिटिशकाल के होटल और चर्च भी देखने को मिलते हैं जो पुरातन वास्तुकला के बेहतरीन नमूने हैं। मसूरी के पास धनोल्टी भी प्राकृतिक नजारों के लिए पर्यटकों के बीच प्रसिद्ध है जो यहाँ का एक आकर्षण केंद्र है।
- धनोल्टी की ही तरह गन हिल मसूरी का एक बेहतरीन हिल स्टेशन है। गन हिल जाने के लिए आपको रोपवे का इस्तेमाल करना होगा।
- आपकी जानकारी के लिए बता दें की ब्रिटिशकाल में मसूरी अंग्रेजों की ग्रीषम कालीन राजधानी हुआ करती थी। यदि आप मसूरी घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता दें की साल के जून से सितंबर माह के बीच यहाँ आने के लिए उपयुक्त समय होता है। बाकी समय बर्फ और खराब मौसम के कारण आना थोड़ा कठिन और जोखिम भरा हो सकता है।
- मसूरी में हैप्पी वैली मसूरी के नाम से एक बस्ती है जो तिब्बत से आये शरणार्थियों के द्वारा बसाई गयी है। इस बस्ती में लगभग 5,000 से ज्यादा तिब्बती शरणार्थी रहते हैं। आपको बता दें की हैप्पी वैली को मिनी तिब्बत के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ पर एक प्रसिद्ध तिब्बत बौद्ध मंदिर है जो मसूरी बस स्टैंड से लगभग 2.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस बौद्ध मंदिर में आपको सुन्दर चित्र , और बुद्ध के समय की वास्तुकला देखने को मिलती है।
मसूरी में ठहरने हेतु टॉप होटलों की लिस्ट :-
2 औली (auli):-.
- दोस्तों उत्तराखंड में मसूरी की तरह एक और प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है जिसका नाम है “ औली” बर्फ में स्किंग करने वालों के लिए यह बेहतरीन जगह है। यदि आप स्किंग करने से शौक़ीन हैं तो आपको औली आना चाहिए। यहाँ के बर्फ के ढके पहाड़ , वादियाँ और ट्रेक करने हेतु बनाये गए रास्ते आपका मन मोह लेंगे।
- आपको बताते चलें की यह पर्वतीय स्थल समुद्र तल से लगभग 2,800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
- दोस्तों हिमालयी क्षेत्र के इस खूबसूरत स्थल में आपको सेब के बाग़ , पुराने ओक के पेड़,देवदार और चीड़ के पेड़ देखने को मिलते हैं जो औली की प्राकृतिक सुंदरता को और भी निखरा हुआ रूप प्रदान करते हैं।
- औली में पर्यटकों की सुविधा के लिए GMVNL (गढ़वाल मंडल विकास निगम लिमिटेड) के द्वारा बहुत से स्की पॉइंट और रिसोर्ट बनाये गए हैं जहाँ पर पर्यटक स्की से संबंधित सामान कि खरीदारी आसानी से कर सकते हैं।
- औली को अपनी चकदार ढलानों और साफ़ एवं स्वच्छ वातावरण की वजह से “भारत का स्किंग गंत्वय” के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर विंटर सीजन में विभिन्न स्किंग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।
- औली में आपको बहुत से धार्मिक स्थल नंदा देवी , माणा पर्वत और कामत कामेट आदि देखने को मिलते हैं। यहां पर प्रत्येक वर्ष हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन हेतु आते हैं। आपको बता दें की स्थानीय लोगों के द्वारा यहाँ नंदा देवी मंदिर जाने हेतु एक विशेष यात्रा का आयोजन किया जाता है जो की हर 12 साल में की जाती है। इस यात्रा को नंदा देवी राज यात्रा के नाम से जाना जाता है।
- औली में त्रिशूल पीक , गुरसो बुग्याल , औली रोपवे , जोशीमठ , कवनि बुग्याल आदि विभिन्न पर्यटक स्थल घूमने हेतु सुप्रसिद्ध है।
- यदि आप औली घूमने आने का प्लान बना रहे हैं तो आप साल के किसी भी मौसम यहां घूमने के लिए आ सकते हैं।
औली में ठहरने हेतु टॉप होटलों की लिस्ट :-
3 नैनीताल (nainital):-.
- उत्तराखंड के सबसे आकर्षक और खूबसूरत पर्यटक हिल स्टेशनों में से एक है नैनीताल । आपको बता दें की नैनीताल आने वाले सबसे ज्यादा पर्यटक दिल्ली और देहरादून से आते हैं। यहां के खूबसूरत बर्फ से ढके पहाड़ हमेशा से ही पर्यटकों को अपनी आकर्षित करते रहे हैं।
- नैनीताल देश के उत्तरी भाग में हिमालयी के तलहटी में बसा शहर है। यह पुरे नार्थ इंडिया में पर्यटकों के द्वारा घुमा और सबसे ज्यादा देखा जाने वाला पर्यटक क्षेत्र है।
- सामन्य तौर पर सप्ताह के अंत में पर्यटकों की भीड़ यहां देखने लायक होती है।
- नैनीताल में पर्यटकों के एडवेंचर हेतु कुछ ट्रेकिंग ट्रेल्स बनाये गए हैं। जहाँ आप ट्रेकिंग का आनंद ले सकते हैं।
- हम आपको बता दें की नैनीताल समुद्र तल से लगभग 2,084 मीटर (6,837 फ़ीट) की ऊंचाई पर स्थित है।
- हम आपको बता दें की यहां पर पाई जाने नैनी झील के कारण इस स्थान का नाम नैनीताल पड़ा।
- अंग्रेजों के समय पर बनाया गया उत्तराखंड राज्य का हाई कोर्ट भी नैनीताल में स्थित है।
- यदि आप नैनीताल में खरीदारी करना चाहते हैं तो नैनीताल में स्थित माल रोड यहाँ का प्रसिद्ध बाजार है। यहाँ आपको दुकानें , रेस्तरां आदि सब मिल जाएंगे।
- यदि आप दिल्ली से सड़क मार्ग से नैनीताल आते हैं तो आपको दिल्ली से नैनीताल की दूरी का लगभग 345 किलोमीटर का लम्बा सफर तय करना होगा। और यदि हम बात करें देहरादून की तो आपको लगभग 285 किलोमीटर दूरी तय करनी होगी। यदि ट्रेन से नैनीताल आने की सोच रहे हैं तो आपको ट्रैन से नैनीताल के सबसे करीबी स्टेशन काठगोदाम आना होगा जिसके बाद सड़क मार्ग से नैनीताल जा सकते हैं।
- नैनीताल में अध्यन हेतु अंग्रेजों के द्वारा बनाये गए स्कूल जोसेफ कॉलेज , नैनीताल जिसे MES के नाम से भी जाना जाता है। इसी तरह एक और प्रसिद्ध स्कूल सेंट मैरिज कान्वेंट हाई स्कूल , नैनीताल जो रामनी के नाम से जाना जाता है।
- नैनीताल में आपको नैनी देवी मंदिर , स्नो व्यू पॉइंट , माल रोड नैनीताल , इको केव गार्डन , टिफ़िन टॉप , High Altitude Zoo आदि घूमने हेतु बहुत ही खूबसूरत स्थान हैं।
- नैनी देवी मंदिर में हर साल मेले और यात्राओं का आयोजन होता है जिसमें आपको यहाँ की कुमाउँनी संस्कृति की झलक देखने को मिलती है।
- हल्द्वानी, रामनगर, कालाढूंगी, भीमताल और भवाली आदि नैनीताल शहर के आस – पास की प्रसिद्ध घूमने वाली जगहें हैं।
- थांडी सड़क के पास नैनीताल का पुराना बस स्टैंड है। जहां से आपको दिल्ली और उत्तरखंड के विभिन्न शहरों में जानें हेतु बस सेवाएं 24 घंटे उपलब्ध हैं।
- दोस्तों आप यदि नैनीताल घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आप साल के लगभग हर सीजन में यहां घूमने हेतु आ सकते हैं।
नैनीताल में ठहरने हेतु टॉप होटलों की लिस्ट :-
4 ऋषिकेश (rishikesh) :-.
- उत्तराखंड में यदि आप शांति , योग और गंगा आरती का आनंद लेना चाहते हैं तो आप ऋषिकेश आ सकते हैं। ऋषिकेश को गढ़वाल हिमालय का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है।
- ऋषिकेश समुद्र तल से लगभग 372 मीटर (1,220 फ़ीट) की ऊंचाई पर स्थित है।
- हम आपको बता दें की गंगा किनारे बसा यह शहर एक विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। जहाँ आपको लक्ष्मण झूला , राम झूला , जानकी सेतु , परमार्थ निकेतन, गीता भवन आदि धार्मिक स्थल देखने को मिलते हैं।
- आपको बताते चलें की प्रत्येक साल देश और विदेशों से लाखों श्रद्धालु और सैलानी यहाँ घूमने और दर्शन हेतु आते हैं।
- ऋषिकेश में प्राकृतिक दृश्यों की कोई कमी नहीं यहां आप नीर वाटर फॉल, पटना वाटर फॉल, गोवा बीच में स्नान कर योग और शांति का अनुभव कर सकते हैं। बहुत से विदेशी सैलानी यहां योग की शिक्षा प्राप्त कर अपने – अपने देशों में योग सीखा रहे हैं जिस कारण योग का विस्तार अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो चुका है।
- आप ऋषिकेश से नील कंठ महादेव मंदिर भी जा सकते हैं। यहाँ से मंदिर जाने हेतु श्रद्धालुओं के लिए पैदल और सड़क दोनों मार्ग उपलब्ध है। सावन के महीने में लाखों कांवड़िये ऋषिकेश से जल भरकर नील कंठ महादेव मंदिर भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक करने के लिए जाते हैं।
- पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माना जाता है की जब समुद्र मंथन के समय समुद्र से विष निकला तो सभी देवता और राक्षस भयभीत हो गए और सहायता के लिए पुकारने लगे तब उस समय भगवान विष्णु ने देवताओं और राक्षसों को सलाह दी की वे सभी भगवान शिव के पास जाकर प्रार्थना करें क्योंकि इस संसार में वही हैं जो इस विष को धारण कर सकते हैं। तब इसके बाद भगवान शिव ने इस धरती को बचाने के लिए विषपान किया। विषपान करने के कारण भगवान शंकर का कंठ नीला पड़ गया। जिस कारण भगवान शिव का नाम नीलकंठ महादेव पड़ा। ऐसा माना जाता है की अपने विष के असर को खत्म करने के लिए भगवान शिव ने नीलकंठ महादेव मंदिर में बहुत कड़ी तपस्या की थी और भगवान शिव यहाँ एक शिवलिंग के रूप में स्थापित हो गए। इसी शिवलिंग के स्थान पर बना मंदिर आज नीलकंठ महादेव पवित्र धाम के नाम से जाना जाता है।
- दोस्तों अगर आप जंगल सफारी का शौक रखते हैं तो आप राजा जी टाइगर रिज़र्व पार्क में जंगल सफारी का लुत्फ़ उठा सकते हैं यहां आपको टाइगर, गुलदार , हिरन , काकड़ आदि जंगली जानवर देखने को मिल जाते हैं।
- आपको यहां हम बता दें की ऋषिकेश से नीलकंठ महादेव मंदिर की पैदल मार्ग की दूरी 13 किलोमीटर है। इस पैदल मार्ग की यात्रा को पूरा करने में श्रद्धालुओं को लगभग 3 से 4 घंटे का समय लगता है। वहीं अगर हम बात करें सड़क मार्ग की तो आप 33 किलोमीटर लम्बे सड़क मार्ग से मंदिर जा सकते हैं जिसको तय करने में 1 से 2 घंटे का समय लगता है।
- यदि आप खरीदारी करना चाहते हैं तो आप रामझूला, लक्ष्मण झूला स्थित बाज़ारों से अपनी जरूरत भर के सामान की खरीदारी कर सकते हैं। आपको बता दें की ऋषिकेश में आप विश्व प्रसिद्ध चोटी वाले होटल में सांस्कृतिक व्यंजनों और खाने का आनंद ले सकते हैं।
- परमार्थ निकेतन और त्रिवेणी घाट में होने वाली शाम की गंगा आरती का दृश्य मन को शांत , मंत्रमुग्ध और विस्मृत कर देता है। हम आपसे कहेंगे की जब भी आप ऋषिकेश आएं तो यहां पर होने वाली गंगा आरती का आनंद जरूर लीजिये।
- ऋषिकेश में आप 84 कुटिया में बने योग स्थानों में बैठकर ध्यान लगा सकते हैं। 84 कुटिया को पुरातन काल में महर्षि महेश योगी के द्वारा बसाया गया था। जो आज के समय में पर्यटकों के लिए एक बहुत बड़ा आकर्षण का केंद्र रहता है। यहां आपको बताते चलें की 84 कुटिया को बीटल्स आश्रम के नाम से भी जाना जाता है। विश्व भर में प्रसिद्ध बीटल्स बैंड के नाम पर 84 कुटियाँ का नाम बीटल्स आश्रम रखा गया। आपको बता दें की 90 के दशक में जब बीटल्स बैंड ऋषिकेश आया था तो यहां आकर Band ने अपने आप को प्रकृति के समीप पाया। यहीं ऋषिकेश में प्रकृति और योग से प्रेरित होकर बीटल्स बैंड के सदस्यों ने अपने बहुत से गानों को लिखा। जो गाने दुनिया भर में प्रसिद्ध हुए।
- ऋषिकेश आने के लिए सड़क, ट्रेन और हवाई मार्ग तीनों ही उपलब्ध हैं। यदि आप हरिद्वार से ऋषिकेश सड़क मार्ग से आना चाहते हैं तो आप 25 से 30 किलोमीटर का सफर तय कर आ सकते हैं। इसी तरह से आप देहरादून से ऋषिकेश बाय रोड आते हैं तो आपको 50 किलोमीटर की यात्रा करनी होगी।
- यदि आप हवाई मार्ग से ऋषिकेश आना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले फ्लाइट्स से जॉलीग्रांट एयरपोर्ट आना होगा। एयरपोर्ट आने के बाद आप बाय टैक्सी या बस से ऋषिकेश आ सकते हैं जो लगभग एयरपोर्ट से 20 से 30 किलोमीटर दूर पड़ता है। जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से आपको छोटी और लम्बी दूरी दोनों रुट पर जाने की फ्लाइट्स उपलब्ध हैं।
- एडवेंचर के शौक़ीन लोगों के लिए यहाँ राफ्टिंग और बंजी जंपिंग की सुविधा उपलब्ध है लक्ष्मण झूला से 5 से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित राफ्टिंग कैम्प में आप गंगा जी पर राफ्टिंग हेतु बुकिंग करवा सकते हैं। राफ्टिंग में आपको बोट , लाइफ जैकेट सब राफ्ट बेस कैम्प के द्वारा दिया जाता है। इसी प्रकार आप बंजी जंपिंग में ऊंचाई से पूरी सेफ्टी के साथ छलांग मारकर एडवेंचर का आनंद ले सकते हैं।
- अगर आप ऋषिकेश घूमने आने का प्लान बना रहे हैं तो आप साल के सभी मौसमों में यहां आ सकते हैं लेकिन सितंबर से नवंबर माह के बीच यहां आने के लिए सबसे उपयुक्त मौसम है।
ऋषिकेश में ठहरने हेतु टॉप होटलों की लिस्ट :-
5 हरिद्वार (haridwar) :-.
- पर्यटक स्थल की लिस्ट में हमारा अगला नाम है हरिद्वार का जैसा की आप जानते हैं की हरिद्वार उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक है।
- हरिद्वार शहर समुद्र स्थल से लगभग 314 मीटर (1,030 फ़ीट ) की ऊंचाई पर स्थित है।
- गर्मियों के सीजन में आपके लिए हरिद्वार एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट हो सकता है।
- हरिद्वार में स्थित हर की पैड़ी में हर साल लाखों लोग कुम्भ स्नान के लिए यहाँ आते हैं। आपको बता दें प्रत्येक 6 वर्ष में अर्ध कुम्भ और प्रत्येक 12 वर्ष में कुंभ स्नान का आयोजन हरिद्वार में किया जाता है। ऐसा माना जाता है की
- हरिद्वार में स्थित प्राचीन राजा दक्ष का मंदिर तीर्थयात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है।
- हरिद्वार में आपको हर की पैड़ी ( गंगाद्वार ) , कनखल , मनसा देवी मंदिर (बिल्वा तीर्थ ) , चंडी मंदिर (नील पर्वत) आदि धार्मिक स्थान देखने को मिलते हैं।
- हरिद्वार को प्राचीन काल कपिल्स्थान, मायापुरी, गंगाद्वार आदि नामों से जाना जाता था।
- हरिद्वार में आपको संकरी गलियां और आश्रम मिलेंगे जो इस शहर को और भी खूबसूरत बनाते हैं।
- आपको धार्मिक तीर्थ स्थल होने के कारण हरिद्वार शहर में मदिरा पान या शराब पीना , माँसा आहार करना पूर्णतः वर्जित है।
- प्रत्येक शाम को हरिद्वार के हर की पैड़ी में गंगा आरती का आयोजन किया जाता है। गंगा आरती का दृश्य बहुत ही सुन्दर और मनमोहक करने वाला होता है। पौराणिक मान्यता है की जो भी हर की पैड़ी में गंगा में डुबकी लगाता है उसके सारे पाप धुल जाते हैं और वह पापों से मुक्त हो जाता है।
- हरिद्वार में स्थित मनसा देवी मंदिर माता मनसा का एक प्रसिद्ध धाम है। जहाँ हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। आपको बता दें की हरिद्वार का मनसा देवी मंदिर धाम बिल्ब पर्वत की चोटी पर स्थित है जिस कारण मंदिर को बिल्वा तीर्थ भी कहा जाता है। मनसा देवी मंदिर से हरिद्वार शहर का मनोरम दृश्य दिखाई पड़ता है जो आपको मंत्रमुग्ध कर देगा। मनसा देवी मंदिर जाने के लिए आपको तीन रास्तों के विकल्प मिलते हैं। पहला पैदल मार्ग जिसमें आपको पहाड़ की खड़ी चढ़ाई करनी होगी। दुसरा है सड़क मार्ग जिसमें आप मंदिर धाम तक आसानी से वाहन से जा सकते हैं। और अंतिम में है तीसर विकल्प रोपवे या उड़न खटोला। रोपवे के माध्यम से आप दर्शन हेतु मनसा देवी मंदिर बिना किसी दिक्क्त के जा सकते हैं।
- आपको बताते चलें की हरिद्वार का चंडी देवी मंदिर भी मनसा देवी मंदिर की तरह प्रसिद्ध माता मंदिर है जो श्रद्धालुओं के लिए साल के प्रत्येक मौसम में दर्शन हेतु खुला रहता है। चंडी देवी मंदिर जो की नील नामक पर्वत पर स्थित है। चंडी देवी मंदिर जाने के लिए आपके पास रास्तों के अलग – अलग विकल्प उपलब्ध हैं। आप मंदिर पैदल मार्ग , सड़क मार्ग और उड़न खटोले से जा सकते हैं।
- आपको बताते चलें की सावन में हर साल हरिद्वार में कावड़ मेले का आयोजन किया जाता है। देश के विभिन्न राज्यों से कांवड़ीये गंगा जी का जल लेने हेतु हरिद्वार आते हैं। तथा जल लेकर भगवान शिव के धाम में जलाभिषेक के लिए जाते हैं। आपको तो पता ही होगा की सावन के महीने में भगवान शिव शंकर पर जल चढ़ाने का कितना महत्व है।
- हरिद्वार के पास “Fun Valley Amusement Park” है जहाँ आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताकर गर्मी की छुट्टियों का मजा ले सकते हैं। हरिद्वार से फन वैली पार्क की दूरी 32 किलोमीटर है। हरिद्वार से पार्क जानें में लगभग 50 से 60 मिनट का समय लगता है।
- अगर आप हरिद्वार आने का मन बना रहे हैं तो आप ट्रेन और सड़क मार्ग से हरिद्वार आ सकते हैं। हरिद्वार आने के लिए ट्रेनों और बसों की सेवा तीर्थ यात्रियों के लिए 24 घंटे उपलब्ध है। यहाँ हम आपको बता दें की देहरादून से हरिद्वार की दूरी लगभग 75 से 80 किलोमीटर है। आप हरिद्वार साल के किसी भी मौसम में आ सकते हैं।
- हरिद्वार को उत्तराखंड के चार धाम का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है।
हरिद्वार में ठहरने हेतु टॉप होटलों की लिस्ट :-
6 देहरादून (dehradun) :-.
- दोस्तों अब हमारा अगला पर्यटक स्थल है देहरादून जैसा की आप जानते हैं की देहरादून उत्तराखंड राज्य की राजधानी है और देहरादून अपने पिकनिक स्पॉट , शिक्षा हेतु स्कूल / कॉलेज और बाज़ार के लिए प्रसिद्ध है।
- देहरादून शहर मध्य हिमालय के बीच स्थित दून घाटी में बसा हुआ है। इस शहर के आकार दोने या द्रोण जैसा होने के कारण शहर का नाम देहरादून पड़ा।
- हम आपको बता दें की देहरादून में तो वैसे बहुत सी घूमने वाली जगहें हैं लेकिन हम यहां कुछ मुख्य जगहों के बारे में आपको बता रहे हैं।
- देहरादून में स्थित FRI कॉलेज जो फॉरेस्ट्री से संबंधित कॉलेज है यहां स्टूडेंट्स को जंगल में पाए जाने वाली विभिन्न प्रकार की प्रजाति के वनस्पतियों से संबंधित शिक्षा की जाती है और रिसर्च की जाती है। एफ़आरआई जिसे वन अनुसंधान संस्थान के नाम से भी जाना जाता है की स्थापना 1864 में डिट्रिच ब्रैंडिस के द्वारा एक ब्रिटिश इंपीरियल फ़ॉरेस्ट स्कूल के रूप में की गई थी।जिसके बाद 1906 में ब्रिटिश इंपीरियल फ़ॉरेस्ट स्कूल का नाम बदलकर इंपीरियल फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट कर दिया गया जिसे वर्तमान में अब एफ़आरआई के नाम से जाना जाता है। FRI के भवन परिसर में आपको ग्रीको-रोमन वास्तुकला देखने को मिलती है।
- देहरादून को उत्तराखंड का “शिक्षा का केंद्र” माना जाता है । यहाँ आपको प्रतिष्ठित स्कूल व कॉलेज मिल जाएंगे।जहां शिक्षा प्राप्त करने हेतु देश – विदेश से विद्यार्थी आते हैं।
- देहरादून में आप इस जलती और झुलसाती गर्मी में ठंडे पानी में स्नान का आनंद लेने के लिए “गूच्चू पानी” जा सकते हैं इस स्थल पर आपको मनोरम प्राकृतिक रोबस गुफाएँ देखने को मिलती हैं। गूच्चू पानी देहरादून शहर से मात्र 8 किलोमीटर है।
- देहरादून में अगर हम धार्मिक स्थल की बात करें तो आप भगवान महादेव के मंदिर “टपकेश्वर महादेव” दर्शन हेतु जा सकते हैं। यह मंदिर एक चोटी सी नदी के किनारे पर बसा हुआ है। देहरादून शहर से टपकेश्वर महादेव मंदिर 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। प्रत्येक वर्ष शिवरात्रि पर मंदिर में एक भव्य मेले आयोजन किया जाता है जिसमें लाखों श्रद्धालु यहाँ मेले का आनंद लेने आते हैं। टपकेश्वर महादेव मंदिर की एक विशेषता यह है की यहाँ शिवलिंग के ऊपर प्राकृतिक रूप से अपने आप साल के 12 महीने निरंतर जल टपकता रहता है।
- इसी तरह आप देहरादून में लक्ष्मण सिद्ध, कालू सिद्ध, माणक सिद्ध, मॉडु सिद्ध ,टाइगर वाटर फाल, जौनसार बावर, कालसी, मालदेवता, लाखा मंडल, मालसी डीयर पार्क, राजाजी राष्ट्रीय पार्क आदि पर्यटक और धार्मिक स्थलों पर घूमने हेतु जा सकते हैं।
- दोस्तों अगर आप देहरादून आते हैं और सहस्त्रधारा नहीं जाते हैं तो आपका देहरादून घूमने आना कुछ अधूरा सा रह जाता है। बाल्डी नदी के तट पर स्थित सहस्त्र धारा आकर आप गंधक युक्त पानी में स्नान का आनंद ले सकते हैं। देहरादून में यह प्राकृतिक स्थल पर्यटकों के लिए एक बहुत ही बड़ा आकर्षण का केंद्र रहता है। यह पर्यटक स्थल देहरादून शहर से 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जहां आपको जाने में 40 से 50 मिनट का समय लगता है। यहाँ अनेक धाराओं से गंधक युक्त पानी निकलता है जिस कारण इस स्थल का नाम सहस्त्र धारा पड़ा।
- यदि आप देहरादून आने का प्लान रहे हैं तो आप साल के किसी भी समय यहाँ घूमने के लिए आ सकते हैं।
देहरादून में ठहरने हेतु टॉप होटलों की लिस्ट :-
7 केदारनाथ (kedarnath):-.
- उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
- यह मंदिर समुद्र ताल से लगभग 3,584 मीटर (11,758.53 फीट) की ऊंचाई पर मंदाकिनी नदी के किनारे पर स्थित है।इस मंदिर के आस पास का प्राकृतिक नजारा बड़ा ही मनोरम है।
- केदारनाथ के नाम पर ही गढ़वाल का प्राचीन नाम केदारखंड पड़ा।श्रद्धालुओं की मंदिर के प्रति आस्था और महत्ता बहुत है।
- केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव की एक त्रिकोण आकार की बड़ी सी ग्रेनाइट की मूर्ति है।जिसके दर्शन करने हर साल लाखों श्रद्धालु यहाँ आते हैं।
- मंदिर के चारों तरफ बर्फ से ढके हुए पहाड़
- 8वीं शताब्दी में दार्शनिक आदि शंकराचार्य की मृत्यु होने पर यहां केदारनाथ मंदिर के समीप ही आदि शंकराचार्य की समाधि बनाई गयी।
- केदारनाथ के नाम का जिक्र हमारे पुरातन पुराणों में से एक स्कन्द पुराण में मिलता है।
- यदि आप दर्शन हेतु केदारनाथ मंदिर आना चाहते हैं तो आप मई से अक्टूबर माह के बीच आ सकते हैं। आपको बता दें श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु मंदिर के कपाट मई माह में खोले जाते हैं और अक्टूबर में दिवाली के बाद मंदिर के कपाट सर्दियों के आगमन पर बंद कर दिए जाते हैं।
केदारनाथ में ठहरने हेतु टॉप होटलों की लिस्ट :-
8 बद्रीनाथ (badrinath):-.
- बद्रीनाथ उत्तराखंड के चार धामों में से एक है। यह तीर्थस्थल चमोली जिले में एक नगर के रूप में बसा हुआ है।
- बद्रीनाथ धाम की समुद्र तल से ऊंचाई लगभग 3,300 मीटर (10,800 फीट) है।
- बद्रिनाथ धाम मन्दिर एक प्राचीन पुरातन मंदिर है जो भगवान विष्णु को समर्पित है।
- पुराणों में बद्रीनाथ धाम को बद्रायण के नाम से उल्लेखित किया गया है।
- बदरीनाथ की स्थापना आदि गुरु शंकराचार्य जी ने 8वीं शताब्दी में एक प्रमुख तीर्थ स्थल के रूप में की थी।
- पुराने समय में श्रद्धालु सैकड़ों मील की पैदल यात्रा कर धाम के दर्शन हेतु जाया करते थे। पर अब ऑल वेदर सड़क बन जाने के कारण बद्रिनाथ धाम जाना तीर्थयात्री के लिए आसान हो गया है।
- यहाँ हम आपको बता दें की बदरीनाथ दर्शन हेतु मंदिर के कपाट मई माह में खोले जाते हैं और यह कपाट अक्टूबर माह तक मंदिर के दर्शन हेतु खुले रहते हैं।
- यदि आप बद्रीनाथ धाम दर्शन हेतु आना चाहते हैं तो आप सड़क और हवाई मार्ग दोनों से यहां आ सकते हैं। सड़क मार्ग से आने पर देहरादून से बद्रीनाथ धाम की दूरी लगभग 328.5 किलोमीटर है। यदि आप बाय एयर बदरीनाथ आना चाहते हैं तो आप सहस्त्रधारा में बने हेलीपैड से हेलीकाप्टर की यात्रा कर सकते हैं।
- आपको बता दें की बद्रीनाथ का उल्लेख हमारे प्राचीन ग्रन्थ महाभारत में मिलता है। ऐसा माना जाता है की महर्षि वेद व्यास जी ने यहीं बदरीनाथ धाम में महाभारत को लिखा था।
9 गंगोत्री (Gangotri):-
- हमारा अगला पर्टयक स्थल है माँ गंगा का पवित्र गंगोत्री धाम। जहाँ के गोमुख को गंगा नदी का उद्गम स्थल माना जाता है। यह पवित्र धाम हिमालय के तटीय क्षेत्र तिब्बत के समीपवर्ती इलाके में स्थित है।
- गंगोत्री पवित्र धाम समुद्र तल से लगभग 3,753 मीटर (12,313 फ़ीट) की ऊंचाई पर स्थित है। इस पवित्र धाम के दाईं ओर प्राकृतिक नज़ारे आकर्षक और मनोहारी हैं।
- हम आपको बता दें की गंगोत्री पवित्र धाम मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में गोरखा राइफल में कमांडर रहे अमर सिंह थापा जी के द्वारा किया गया। लेकिन वर्तमान समय में मंदिर का पुर्नोद्धार जयपुर राजघराने के द्वारा किया गया।
- गंगोत्री धाम दर्शन हेतु आपको उत्तराखंड राज्य के “उत्तरकाशी” जिले में आना होगा। यह पवित्र धाम उत्तरकाशी जिले से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- मां गंगा के उद्गम का प्रमुख स्त्रोत गंगोत्री हिमानी जो की उत्तराखण्ड राज्य का बहुत बड़ा ग्लेशियर है। यह ग्लेशियर 27 किलोमीटर घन आकार के साथ 30 किलोमीटर लम्बा और लगभग 4 किलोमीटर चौड़ा है।
- गंगोत्री हिमानी की शुरुआत चौखम्बा पर्वत के हिमगहर से माना जाता है। यहां से निकलने वाले ग्लेशियर के पानी का बहाव पश्चिम दिशा की ओर है।
- आपको बता दें की जहाँ पर गंगोत्री हिमानी ग्लेशियर का अंत होता है वही से गोमुख की शुरुआत होती है। गाय के मुख के समान होने के कारण इस स्थान का नाम गोमुख पड़ा। गंगोत्री धाम मंदिर से 19 किलोमीटर दूर गंगा का उद्गम गोमुख स्थित है। गोमुख और गंगोत्री के बीच एक घास का मैदान पड़ता है जिसे तपोवन के नाम से जाना जाता है।
- यदि आप गंगोत्री धाम आने की योजना बना रहे हैं तो आप मई से अक्टूबर महीने के बीच यहां गोमुख के दर्शन हेतु आ सकते हैं। इस समय दर्शन हेतु मौसम सबसे उपयुक्त होता है।
10 यमुनोत्री (Yamunotri):-
- गंगोत्री की तरह उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक और पवित्र तीर्थ स्थल है यमुनोत्री धाम मंदिर जो की यमुना नदी का उद्गम स्थल माना जाता है।
- यमुनोत्री धाम का यह मंदिर सूर्य की पुत्री यमुना देवी को समर्पित है।
- यमुनोत्री धाम की महिमा के बारे में हमारे पुराणों में श्लोक के रूप में बताया गया है यह श्लोक इस प्रकार से है –
सर्वलोकस्य जननी देवी त्वं पापनाशिनी। आवाहयामि यमुने त्वं श्रीकृष्ण भामिनी।। तत्र स्नात्वा च पीत्वा च यमुना तत्र निस्रता सर्व पाप विनिर्मुक्तः पुनात्यासप्तमं कुलम |
अर्थात :- जिस स्थान से यमुना नदी का जन्म हुआ है वहां के जल को पीने से मनुष्य के सभी पाप कर्म समाप्त हो जाते हैं एवं मनुष्य अपने पापों से मुक्त हो जाता है।
- यमुनोत्री मंदिर धाम समुद्र तल से लगभग 3,235 मीटर (10,613.52 फ़ीट) की ऊंचाई पर स्थित है।
- हम यहाँ आपको बता दें की यमुनोत्री धाम से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर यमुना नदी का उद्गम स्थल है। यह उद्गम स्थल कालिंदी पर्वत पर स्थित है।
- मंदिर के कपाट खुलने का समय हिन्दू माह बैशाख की अक्षय तृतीया के दिन। तथा बंद होने का समय कार्तिक माह की यम द्वितीया तिथि को।
- यमुनोत्री धाम का निर्माण सन 1885 में गढ़वाल के राजा सुदर्शन शाह ने एक लकड़ी के मंदिर के रूप में करवाया था।
- नदी के उद्गम स्थल से बन्दर पूंछ चोटी के पश्चिम सिरे तक फैला हुआ यमुनोत्री ग्लेशियर का नजारा बहुत ही विस्मरणीय और रोमांचकारी होता है।
- ऋषिकेश से यमुनोत्री धाम की दुरी लगभग 200 किलोमीटर है। ऋषिकेश से आपको चारों धाम की यात्रा हेतु बस, जीप, टैक्सी आदि आसानी से मिल जाती है। और यदि आप हरिद्वार से यमुनोत्री मंदिर धाम आते हैं तो आपको लगभग 255 किलोमीटर लंबा सफर तय करके आना होता है।
- यमुनोत्री धाम जाने हेतु सड़क मार्ग सिर्फ हनुमान चट्टी तक ही है। जहाँ से इसके बाद आप 14 किलोमीटर की लम्बी पैदल यात्रा कर दर्शन हेतु धाम जा सकते हैं।
- यदि वायु मार्ग से यमुनोत्री धाम आना चाहते हैं तो आप जॉलीग्रांट हवाई अड्डे बाय प्लेन से आ सकते हैं जॉलीग्रांट आने के बाद आपको आधे घंटे का सफर तय करके ऋषिकेश आना होगा जिसके बाद ऋषिकेश से आपको यमुनोत्री धाम जाने हेतु टैक्सी या बस मिल जाती है।
- मई से अक्टूबर माह के समय के बीच यमुनोत्री धाम का तापमान न्यूनतम 6 डिग्री सेंटीग्रेट से अधिकतम 20 डिग्री सेंटीग्रेट तक होता है।
- मई माह में कपाट खुलने के साथ ही भारी संख्या में श्रद्धालुओं का आना प्रारम्भ हो जाता है। मंदिर के समीप एक सूर्य कुंड नामक जगह है जहाँ गर्म पानी का प्रवाह हमेशा आरम्भ रहता है। इस सूर्य कुंड से निकलने वाले गर्म पानी का तापमान करीब 90 ० C तक होता है।
- नवंबर से लेकर फरवरी तक यहां बर्फ के ढके होने के कारण मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं।
11 फूलों की घाटी (Vally of Flowers) :-
- दोस्तों यदि आप प्रकृति और वनस्पति प्रेमी हैं तो आप उत्तराखण्ड के एक और पर्यटक स्थल फूलों की घाटी आ सकते हैं। फूलों की घाटी उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है।
- फूलों की घाटी समुद्र तल से लगभग 3,600 मीटर (11,811.02 फ़ीट) की ऊंचाई पर स्थित है। इस घाटी को नंदा देवी और वैली ऑफ़ फ्लावर्स नेशनल पार्क के नाम से भी जाना जाता है।
- आपको बता दें की यूनेस्को के द्वारा फूलों की घाटी को एक ऐतिहासिक स्थल के रूप में सूची में शामिल किया गया है।
- यहां हम आपको बता दें की सन 1931 में पर्वतारोही फ्रैंक एस स्मिथ के द्वारा पहली बार इस स्थान को खोजा गया। स्मिथ के अनुसार यह घाटी पश्चिमी और पूर्वी हिमालय के मिलान बिंदु पर स्थित है।
- स्मिथ ने अपनी किताब “The Valley of Flowers: An Adventure in the Upper Himalaya” में इस घाटी के बारे में बताया है। स्मिथ ने अपनी किताब में लिखा है की उन्होंने यहां फूलों की घाटी में लगभग 500 प्रजाति के फूल देखे और यह स्थान उन्हें स्वर्ग के समान सुंदर महसूस हुआ।
- इस फूलों की घाटी में अनेक प्रकार की औषधीय जड़ी बूटी और विदेशी किस्म के फूल और पौधें पाए जाते हैं।
- पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जब लक्ष्मण युद्ध में मूर्क्षित हो गए थे तो मूर्क्षित का इलाज खोजते – खोजते हनुमान जी की मुलाक़ात लंका के प्रसिद्ध सुषैन वैद्य से हुई और वैद्य जी ने हनुमान जी को संजीवनी बूटी लाने को कहा। जिसके बाद हनुमान संजीवनी बूटी को खोज में हिमालय आये और उन्हें यहीं फूलों की घाटी पर संजीवनी बूटी प्राप्त हुई। माना जाता है की फूलों की घाटी के पास आज भी वह द्रोणगिरि पर्वत के साक्ष्य मौजुद हैं जो हनुमान जी यहाँ से उठाकर अपने साथ श्री लंका ले गये थे।
- यदि आप फूलों की घाटी घूमने के लिए आना चाहते हैं तो आप मई से अक्टूबर माह के बीच यहां घूमने आ सकते हैं।
12 कौसानी (Kausani) :-
- दोस्तों अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं तो आपके लिए कौसानी एक बेहतर जगह हो सकती है। कौसानी उत्तराखंड राज्य के बागेश्वर जिले में स्थित एक खूबसूरत नजारों से युक्त हिल स्टेशन है। अल्मोड़ा से यह हिल स्टेशन लगभग 51 किलोमीटर दूर है।
- कौसानी में आपको हिमालय के बर्फ से ढके पहाड़ , नंदा देवी और पंचुल चोटियां आदि रमणीक स्थल देखने को मिलते हैं।
- कौसानी समुद्र तल से 1,890 मीटर (6,200 फ़ीट) की ऊंचाई पर स्थित है।
- शीतकाल के सर्दियों के महीने में यहाँ बहुत तेज बर्फबारी होती है। जहाँ लाखों की संख्या में पर्यटक बर्फ का आनंद लेने हर साल कौसानी आते हैं।
- कौसानी में आपको पहाड़ी ओक, देवदार और चीड़ के पेड़ों का जंगल बहुतायत में देखने को मिलते हैं। इन पेड़ों की लकड़ियां फर्नीचर, खाना बनाने आदि कार्यों के उपयोग में लायी जाती है।
- पहाड़ों पर ट्रेकिंग करने वालों के लिए यहां कौसानी में कैलाश ट्रेक, बेस कौसानी ट्रेक और बागेश्वर-सुंदरधुंडा ट्रेक आदि रास्ते बने हुए हैं जहां आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ ट्रेकिंग का आनंद ले सकते हैं।
- कौसानी का टिनसेल शहर चारों तरफ से प्राकृतिक ख़ूबसूरती और देवदार के जंगलों से घिरा है। जो इस शहर के नज़ारे को और भी मनोरम और मनमोहक बना देता है।
- आपको बता दें की कौसानी को पहले वलना के नाम से जाना जाता था। कौसानी आप अप्रैल-जून, सितंबर-दिसंबर माह के समय आ सकते हैं यह समय कौसानी घूमने हेतु सर्वोत्तम समय है।
- कौसानी आप सड़क, हवाई और ट्रेन किसी भी मार्ग से आ सकते हैं। यहां आने के लिए बस, ट्रैन ,टैक्सी आदि की सुविधा 24 घंटे पर्यटकों के लिए उपलब्ध हैं।
13 चकराता (Chakarata) :-
- चकराता देहरादून शहर के पास समुद्र तल से 2,118 मीटर (6,949 फ़ीट) की ऊंचाई पर स्थित है।
- चकराता शहर अपने जंगलों , ट्रेक, गुफाओं और प्राचीन मंदिरों के लिए पर्यटकों के बीच बहुत ही प्रसिद्ध है। यहाँ के प्राकृतिक झरने, टाइगर वाटर फॉल, प्राकृतिक शांत स्थल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
- आपको हम बता दें की चकराता शहर को अंग्रेजों के समय ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकारीयों के द्वारा बसाया गया था। जिसमें एक सैन्य छावनी भी शामिल है।
- चकराता शहर की सबसे ऊँची चोटी खारम्बा चोटी जो की 10,000 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह चोटी चारों तरफ से घने जगंलों से घिरी हुई है।
- चकाराता के पास स्थित जंगल में आपको जंगली मुर्गी, तेंदुआ, चित्तेदार हिरण आदि जानवर देखने को मिल जायेंगे।
- आपको बता दें की चकराता से कुछ दूर कालसी एक बहुत प्राचीन और ऐतिहासिक स्थल है जहाँ आपको सम्राट अशोक से जुड़े शिलालेख देखने को मिलते हैं। इतिहास प्रेमियों के लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं। यह ऐतिहासिक स्थल चकराता से लगभग 43.7 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। आपको हम बता दें की यदि आप देहरादून से कलसी आते हैं तो कालसी देहरादून से आपको नजदीक पड़ेगा जो सिर्फ 43.5 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।
- आपको बताते चलें की चकराता से 15 किलोमीटर दूर स्थित जौनसार बावर क्षेत्र है जो यहाँ पर रहने वाले जौनसार जाति के लोगों के द्वारा बसाया गया। इस जौनसार बावर क्षेत्र को दो भागों में बांटा गया है। जिसमें ऊपरी भाग को जौनसार और नीचे के भाग को बावर के नाम से जाना जाता है। यह जौनसार बावर क्षेत्र यमुना और टौंस नदी के बीच स्थित है। इस क्षेत्र में पाए जाने वाले प्राकृतिक गुफाएं , प्राचीन मंदिर पर्यटकों के घूमने हेतु पसंद की जाने वाली सबसे अच्छी जगहों में से एक है।
14 रानीखेत (Ranikhet):-
- उत्तराखंड राज्य के अल्मोड़ा जिले से 56 किलोमीटर दूर नेशनल हाईवे 109 पर स्थित एक हिल स्टेशन से है रानीखेत।
- रानीखेत की ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 1,869 मीटर (6131.89 फ़ीट) है। दोस्तों रानीखेत के नाम का अर्थ है की “रानी की भूमि”
- इस हिल स्टेशन के नाम से जुड़ा एक किस्सा यह है की राजा कत्यूरी सुधारदेव ने अपनी रानी जिया का दिल यहीं पर जीता था। जिसके बाद इस स्थान को रानी की भूमि या रानीखेत के नाम से जाना जाने लगा। यहां के लोकगीतों में अक्सर इस किस्से को गाया और सुनाया जाता है।
- रानीखेत में पर्यटन हेतु आपको गोल्फ कोर्स, सैंट ब्रिजेट चर्च, कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर, आशियाना पार्क, मनकामेश्वर मंदिर, रानी झील, बिनसर महादेव, भालूधाम, मजखाली, ताड़ीखेत, चौबटिया आदि स्थल देखने और घूमने को मिल जाते हैं। ये सभी पर्यटन स्थल सैलानियों के लिए हमेशा से आकर्षण का केंद्र रहते हैं।
- यदि आप हवाई मार्ग से रानीखेत आना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले पंतनगर हवाई अड्डे आना होगा जो इस हिल स्टेशन के सबसे नजदीक हवाई अड्डा है। और यदि ट्रैन से रानीखेत आते हैं तो आपको ट्रैन से काठगोदाम रेलवे स्टेशन आना होगा। यह स्टेशन रानीखेत के सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है।
- रानीखेत पर्यटन के शिक्षा के लिए भी प्रसिद्ध है यहाँ कुछ विश्वविद्यालय नेशनल इंटर कॉलेज, रानीखेत , रानीखेत छावनी विद्यालय, रानीखेत कैनोसा कान्वेंट विद्यालय, बीरशिव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, रानीखेत (मिशन) इंटर कॉलेज , सरस्वती शिशु मन्दिर, रानीखेत आदि में शिक्षा लेने हेतु देश – विदेशों से लाखों में स्टूडेंट आते हैं।
- रानीखेत में सामान्यतः तापमान 12 डिग्री सेंटीग्रेट से 20 डिग्री सेंटीग्रेट के बीच रहता है आप यहाँ साल की किसी भी समय पर्यटन हेतु आ सकते हैं।
15 उत्तरकाशी (Uttarakashi) :-
- उत्तराखंड का उत्तरकाशी जिला हिमालय क्षेत्र के भागीरथी नदी के तट पर स्थित है।
- उत्तराखंड के जिले उत्तरकाशी का गठन 1960 में किया गया था।
- उत्तरकाशी की समुद्र तल से ऊंचाई लगभग 1,158 मीटर (3,799 फ़ीट) है।
- हिन्दुओं की धार्मिक आस्था के अनुसार यह शहर एक महत्व पूर्ण स्थान है।
- उत्तरकाशी में आपको भगवान विश्वनाथ का विश्व प्रसिद्ध मंदिर देखने को मिलता है जो अपने प्राकृतिक खूबसूरतों नजारों , नदियां, पहाड़ और घने जंगलों आदि के लिए धार्मिक श्रद्धालुओं और पर्यटकों के बीच काफी प्रसिद्ध है।
- उत्तरकाशी में आपको द्रौपदी का डांडा और चोटी धार्मिक स्थल देखने को मिलते हैं जो महाभारत काल से संबंधित हैं
- उत्तरकाशी में पर्यटकों का सबसे बड़ा आकर्षण पर्वतारोहण यहां के पहाड़ों में आप ट्रेकिंग का आनंद ले सकते हैं। ट्रेकिंग की ट्रेनिंग आप यहाँ के प्रसिद्ध संस्थान नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी से ले सकते हैं।
- यदि हम यहाँ के खान पान की बात करें तो आपको उत्तरकाशी के अधिकतर होटल और रेस्टॉरेंट में शाकाहारी खाना देखने को मिलता है। रोटी, चावल, झंगुरा, मंडुआ, रायता आदि उत्तरकाशी में रहने वाले लोगों का प्रिय व्यंजन है। कुछ होटलों में गढ़वाली व्यंजन का भी आनंद ले सकते हैं।
- उत्तरकाशी आने के लिए आप सड़क मार्ग से यहां आ सकते हैं। दिल्ली से उत्तरकाशी की दूरी लगभग 372 किलोमीटर है। यदि आप ऋषिकेश से उत्तरकाशी आना चाहते हैं तो आपको 155 किलोमीटर लम्बा सफर तय करना होगा जिसमें आपको 2 से 3 घंटे का समय लगता है।
16 जोशीमठ (Joshimath) :-
- जोशीमठ जिसका प्राचीन नाम ज्योर्तिमठ था चमोली जिले में स्थित एक पहाड़ी शहर है।
- जोशीमठ की समुद्र तल से ऊंचाई लगभग 1,874.52 मीटर (6,150 फ़ीट) है।
- आदि गुरु शंकराचार्य के द्वारा स्थापित चार मठों में से एक जोशीमठ हिन्दू लोगों का एक प्रमुख आस्था का केंद्र है।
- आदि गुरु शंकराचार्य के द्वारा जोशीमठ की स्थापना 8वीं शताब्दी में की गयी थी।
- उत्तराखंड के जोशीमठ को ट्रेकिंग का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। विष्णु प्रयाग में अलकनंदा और धौलीगंगा के संगम पर बसा जोशीमठ अपने प्राकृतिक वातावरण खूबसूरत नजारों के लिए पर्यटकों की पहली पसंद रहा है।
- ट्रेकिंग हेतु ट्रेक वैली ऑफ फ्लावर्स रास्ते को सबसे उपयुक्त माना जाता है। जहाँ ट्रेकिंग करना आसान और आनंदमयी है। इस रास्ते में ट्रेकिंग करने पर आप बिलकुल भी थकान महसूस नहीं करेंगे।
- पौराणिक तथ्यों की बात करें तो जोशीमठ का उल्लेख हमारे वेद अथर्ववेद में मिलता है।
- सर्दियों में बद्रीनाथ के कपाट बंद होने पर भगवान विष्णु की मूर्ति को नरसिंह मंदिर में विधिवत स्थापित कर दिया जाता है और कपाट बंद होने पर पुनः भगवान विष्णु की मूर्ति को बद्रिनाथ धाम में कर दिया जाता है।
17 तुंगनाथ चंद्रशिला (Tungnath and Chandrashila Trek) :-
- उत्तराखण्ड राज्य का पर्यटन हेतु बहुत ही प्रसिद्ध गांव है तुंगनाथ चंद्रशिला ट्रेक जहाँ आपको भगवान शिव का प्राचीन हजारों वर्ष मंदिर देखने को मिलता है। जहां हर वर्ष लाखों श्रद्धालु दर्शन हेतु आते हैं।
- तुंगनाथ चद्रशिला मन्दिर समुद्र तल से लगभग 2,680 मीटर (8792.65 फ़ीट) की ऊंचाई पर स्थित है।
- यह मंदिर साल के अधिकतर समय बर्फ से ढका रहता है।
- मंदिर आने के लिए आपको उखीमठ से 8 घंटे की पैदल यात्रा कर तुंगनाथ जाना होगा। देहरादून से तुंगनाथ मंदिर की दूरी लगभग 282 किलोमीटर है। देहरादून से मन्दिर जाने हेतु पहले आपको सड़क मार्ग से उखीमठ जाना होगा जिसके लिए बस, टैक्सी, जीप कमांडर आदि आसानी से मिल जाते हैं ।
18 टिहरी गढ़वाल (Tehri Garhwal) :-
- उत्तराखंड का एक और स्थान टिहरी गढ़वाल भागीरथी नदी के तट पर बसा एक रमणीक और मनमोहक स्थान है।
- यहीं टिहरी पर आपको देश का सबसे लम्बा बाँध Tehri Dam देखने को मिलता है जिसकी ऊंचाई लगभग 260.5 मीटर (855 फ़ीट) है। वर्तमान में टिहरी बाँध के द्वारा लगभग 2,400 MW बिजली का उत्पादन किया जाता है। आपको बता दें की Tehri Dam देश का सबसे बड़ा Hydroelectric power plant है। डैम की पानी को स्टोर करने की क्षमता लगभग 2,615 Mm 3 है।
- टिहरी में आपको धार्मिक स्थलों के साथ – साथ बेहतरीन पर्यटक स्थल देखने को मिलते हैं जैसे :- सुरकंडा देवी मंदिर , नाग टिब्बा, विश्वनाथ गुफा, डोबरा चांठी पुल, खत लिंग ग्लेशियर आदि।
- टिहरी आप हवाई , सड़क दोनों मार्ग से आ सकते हैं। देहरादून के जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से टिहरी की दूरी 1 घंटे 15 मिनट की रह जाती है और यदि आप सड़क मार्ग से टिहरी आते हैं आप वाया ऋषिकेश भी आ सकते हैं।
19 रूपकुंड ट्रेक (Roopkund Trek):-
- उत्तराखंड की त्रिशूल और नंदा घुंटी चोटियों के बीच स्थित रूपकुंड ट्रेक किसी रहस्यमयी जगह से कम नहीं।
- रूपकुंड को “मिस्ट्री ऑफ़ लेक ” के नाम से जाना जाता है।
- रूपकुंड समुद्र तल से लगभग 5,029 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
- रूपकुंड के पहाड़ और गुफाओं में आपको पाषाण युग के बने घोड़ों के चित्र देखने को मिल जाते हैं। भूगोलविद और इतिहासकारों के लिए ये जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं।
- रूपकुंड में आपको सबको अपनी ओर आकर्षित करने वाले बड़े बड़े अल्पाइन घास के मैदान देखने को मिलते हैं।
- रूप कुंड के नजदीक बेदनी बुग्याल से कुंड तक जाने हेतु खड़ी चढ़ाई और बहुत ही कठिन पैदल मार्ग है।
- रूप कुंड से 5 किलोमीटर पहले बगुबासा नामक जगह है जो समुद्र तल से लगभग 4,100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। जहाँ आपको प्राकृतिक सुन्दर नज़ारे देखने को मिलते हैं। साल के किसी भी मौसम में यहाँ घूमने हेतु आ सकते हैं।
20 चम्पावत (Champawat):-
- उत्तराखंड का चम्पावत जिला राज्य का सबसे कम आबादी और सबसे कम विकसित जिला है।
- चम्पावत में आपको चंद्र शासन के काल में बने मंदिरों में सर्वोत्तम नक्काशियों और वास्तुकला देखने को मिलती है।
- चम्पावत को उत्तराखण्ड के रोमांच, आध्यात्म और धार्मिक स्थलों में से एक माना जाता है।
- समुद्र तल से चम्पावत की ऊंचाई 5,299 फीट है।
- चम्पावत में आपको पर्यटन हेतु बागेश्वर मंदिर, लोहाघाट, नागनाथी, श्यामला ताल (विवेकानन्द आश्रम), बाणासुर का किला, क्रांतिेश्वर महादेव मंदिर आदि स्थल यहां देखने को मिल जाते हैं।
- पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यहीं पर भगवान विष्णु ने अपने कूर्म अवतार में जन्म लिया था।
- चम्पावत आने हेतु सबसे उपयुक्त समय साल के जून से अक्टूबर माह के बीच होता है।
21 मध्यमहेश्वर (Madhyamaheshwar) :-
- मध्यमहेश्वर उत्तराखंड का एक छोटा और पवित्र शहर है जो अपने रहस्यमयी कारणों के वजह से पर्यटकों के बीच काफी प्रसिद्ध है।
- यहां पर आपको भगवान शिव को समर्पित प्राचीन मध्यमहेश्वर मंदिर देखने को मिलता हैं जो श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र है।
- मध्यमहेश्वर में पहाड़ों की संस्कृति और अपनी विशेष परम्पराओं को समेटे छोटी – छोटी झोंपड़ियों में बसे गांव दिख जाएंगे। जिनका रहन – सहन , खानपान पहाड़ों की पुरातन संस्कृति को दर्शाता है।
- मध्यमहेश्वर मंदिर के आस – पास विशाल अल्पाइन घास के मैदान और जंगल , प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को अपने ओर आकर्षित करते हैं।
- मध्यमहेश्वर मंदिर धाम समुद्र तल से 3,265 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
- मध्यमहेश्वर शहर में बुद्ध मध्यमहेश्वर , कंचन ताल , ओंकारेश्वर मंदिर आदि धार्मिक पर्यटक स्थल मौजूद हैं।
22 रामगढ़ (Ramgarh) :-
- उत्तराखंड राज्य के नैनीताल जिले के आस पास हिमालय की तलहटी में बसा रामगढ़ एक प्राकृतिक और विश्व पर्यटन आकर्षण का केंद्र है।
- प्रकृति प्रेमियों के लिए यह स्थान किसी स्वर्ग से कम नहीं। जो देखने में रमणीक, मनमोहक और मंत्रमुग्ध करने वाला है।
- रामगढ़ समुद्र तल से लगभग 1,789 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
- रामगढ़ ने महान कवि और लेखक रवींद्रनाथ टैगोर और नारायण स्वामी आदि को अपनी ओर अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण यहां आने को विवश किया जिनके नाम पर बने आश्रम आपको यहां देखने को मिल जाएंगे।
- रामगढ़ में आपको पर्यटकों के रुकने हेतु अच्छे और सस्ते होटल एवं रिसोर्ट किफायती बजट में मिल जाते हैं।
- यहाँ के सन व्यू पॉइंट से सूर्योदय और सूर्यास्त का बड़ा हो मनमोहक नजारा देखने को मिलता है। आप जब भी घूमने आएं तो सन व्यू पॉइंट जरूर जाएं।
- रामगढ़ में आपको आड़ू, सेब, प्लम, नाशपाती, स्ट्रॉबेरी और खुबानी आदि के बगीचे देखने को मिलते हैं। जो यहाँ के प्रसिद्ध फसलें हैं।
- रामगढ़ हवाई और सड़क एवं रेल मार्ग तीनों से आया जा सकता है। सामान्यतः यहां का तापमान 5 से 18 डिग्री सेंटीग्रेट के बीच ही रहता है। आप यहां साल के मई से अक्टूबर माह के बीच घूमने हेतु आ सकते हैं।
23 गुप्तकाशी (Guptkashi):-
- उत्तराखंड के चार धामों में से एक केदारनाथ धाम मंदिर से 48 किलोमीटर दूर स्थित गुप्तकाशी एक पवित्र शहर है।
- गुप्तकाशी की समुद्र तल से ऊंचाई 1,319 मीटर है।
- गुप्तकाशी एक धार्मिक स्थल होने के कारण अपने दो विश्व विख्यात प्राचीन मंदिर की वजह से तीर्थयात्रियों के बीच प्रसिद्ध है। यह दो प्रसिद्ध मंदिर हैं – अर्धनारेश्वर मंदिर और विश्वनाथ मंदिर।
- यह दोनों ही मंदिर भगवान महादेव शिव को समर्पित हैं जहाँ पर प्राकृतिक रूप से शिवलिंग मौजूद है।
- केदारनाथ धाम आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए गुप्तकाशी आकर इन मंदिरों के दर्शन करना महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है की जो भी यात्री केदारनाथ दर्शन हेतु आते हैं और वह केदारनाथ के दर्शन के बाद इन दो शिव मंदिरों के दर्शन नहीं करते हैं तो उनकी यात्रा असफल और अपूर्ण मानी जाती है।
- गुप्तकाशी का अद्भुत मौसम, हरे भरे जंगल और चौखमाबा रेंज हमेशा से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहते हैं।
- गुप्तकाशी का सबसे लोकप्रिय स्थान घूमने हेतु मणिकर्णिक कुंड बहुत ही रमणीक जगह है।
- यदि आप गुप्तकाशी आने की योजना बना रहे हैं तो साल के मार्च से जून और सितंबर से नवंबर माह के बीच पर्यटन हेतु आ सकते हैं। सामन्यतः यहाँ का तापमान 19 डिग्री सेंटीग्रेट के आस – पास ही रहता है।
24 चम्बा (Chamba):-
- टिहरी गढ़वाल जिले में बसा चम्बा शहर एक खूबसूरत हिल स्टेशन है।
- यहाँ हम आपको बता दें की चम्बा शहर मसूरी से मात्र 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- यदि आप नरेंद्र नगर ऋषिकेश – हरिद्वार हाईवे से होते टिहरी के चम्बा शहर आते हैं तो आपको करीबन 7 से 8 घंटे का समय लगता है।आपकी जानकारी के लिए बता दें की इस हाईवे को अब ऑल वेदर रोड में बदल दिया गया है। जो की इस यात्रा को और भी सुगम तथा आसान बना देता है।
- उत्तराखंड का चम्बा शहर समुद्र तल से 1,524 मीटर (5,000 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है।
- आपको बता दें की वीर महान सैनिक गब्बर सिंह नेगी की याद में हर वर्ष 21 अप्रैल को एक विशेष मेले का आयोजन किया जाता है।
- वीर महान सैनिक गब्बर सिंह नेगी अंग्रेजों की सेना रेजिमेंट में शामिल होकर प्रथम विश्व युद्ध में भाग लिया था। ब्रिटेन में आज भी ऐसे कई सैनिकों के नाम स्मारक मौजूद हैं।
- चम्बा घूमने हेतु आप साल के किसी भी मौसम में यहाँ आ सकते हैं।
25 चोपता (Chopta):-
- चमोली जिले में स्थित एक छोटा सा गाँव चोपता अपने पहाड़ों और तुंगनाथ मंदिर के लिए प्रसिद्ध है.
- पर्वतारोही और पहाड़ों पर ट्रैकिंग के शौक़ीनों के लिए चोपता सबसे पसंदीदा जगह में से एक है।
- देहरादून से चोपता की दूरी लगभग 200 किलोमीटर है। इस लम्बे सफर को पूरा करने में आपको लगभग 7 से 8 घंटे का समय लग जाता है।
- विश्व प्रसिद्ध भगवान शिव का मंदिर तुंगनाथ चोपता से मात्र 3 से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- यहाँ आने का सबसे उपयुक्त समय साल के मार्च से जून महीने के बीच का है।
26 मुनस्यारी (Munsyari) :-
- उत्तराखंड कुमाऊं क्षेत्र के पिथौरागढ़ जिले में स्थित मुनस्यारी एक छोटा सा और प्यारा गाँव है।
- मुनस्यारी को भारत का “छोटा कश्मीर ” और ” ‘गेटवे टू जौहर वैली ” के नाम से भी जाना जाता है।
- मुनस्यारी गांव समुद्र तल से लगभग 2,298 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
- भारत ,तिब्बत और नेपाल की सीमाओं के मध्य में स्थित मुनस्यारी अपने तीन बहुप्रसिद्ध ग्लेशियर तीन ग्लेशियरों नामिक, मिलम और रालम हेतु पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है।
- प्राचीन काल में मुनस्यारी का जोहर घाटी तिब्बत और भारत के बीच एक बड़ा व्यापारिक केंद्र था।
- मुनस्यारी में आपको घूमने हेतु बिरथी वाटर फॉल , माहेश्वरी कुंडी , पंचचूली पीक , थमारी कुंडी , कालामुनि तोप , खलिया तोप आदि स्थान देखने को मिलते हैं।
- मुनस्यारी आप साल के अप्रैल से जून और अक्टूबर से नवंबर माह के बीच घूमने के लिए आ सकते हैं।
27 एबट माउंट (Abbott Mount) :-
- उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में चम्पावत जिले में स्थित एबट माउंट एक मनोरम दृश्य से भरपूर हिल स्टेशन है।
- यहां की अद्भुत और प्राचीन चर्च अंग्रेजी वास्तुकला का बेहतरीन नमूना है।
- एबट माउंट समुद्र तल से लगभग 7,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
- 20वीं शताब्दी में एक ब्रिटिश बिजनेसमैन जॉन हेरोल्ड एबॉट के द्वारा इस जगह को बसाया गया और उन्हीं के नाम पर इस जगह का नाम एबट माउंट रख दिया गया।
- यहां आपको बर्फ से ढके पहाड़ , देवदार के जंगल , शांत वातावरण का अनूठा मनमोहक दृश्य देखने को मिलता है।
- प्रकृति प्रेमियों के लिए ट्रेकिंग, एंगलिंग, बर्ड वॉचिंग करने हेतु यह बेहतरीन जगह है।
- देहरादून से एबट माउंट की दूरी लगभग 565 किलोमीटर है जिसकी यात्रा करने में आपको 10 से 11 घंटे का समय लगता है।
- एबट माउंट घूमने आने के लिए आप साल के किसी भी मौसम में यहाँ आ सकते हैं। सामान्यतः यहां का तापमान 20 ० C से 25 ० C के बीच रहता है।
28 धारचूला (Dharchula):-
- उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में बसा धारचुला एक प्राकृतिक सुंदरता वाला स्थान है।
- धारचूला भारत और नेपाल की सीमा पर काली नदी के तट पर स्थित है।
- धारचूला अपनी पंचचुली रेंज की ऊंची चोटियों और ग्लेशियरों के लिए पर्यटकों के बीच काफी प्रसिद्ध है।
- धारचूला के जगलों में आपको ओक ,चीड़, सेब और देवदार के पेड़ देखने को मिल जाएंगे। यह स्थान इन पेड़ों के जगलों से चारों ओर से घिरा हुआ है।
- इन जगलों में आपको जानवरों और वनस्पतियों की प्रचुरता में विविधता देखने को मिल जाती है।
- कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के मार्ग पर पड़ने वाला यह महत्व पूर्ण स्थान है।
- धारचूला में काली नदी , अस्कोट कस्तूरी मृग अभ्यारण्य , नारायण आश्रम , ओम पर्वत चोटी , जौल्जिबि आदि जगहें घूमने और देखने हेतु मिल जाती हैं।
- साल के मई से दिसंबर माह के बीच आप यहां घूमने हेतु आ सकते हैं। घूमने हेतु यहां का तापमान सामान्यतः 25 ० C के आस पास रहता है।
29 देवप्रयाग (Devprayag):-
- उत्तराखंड का देवप्रयाग पवित्र नदियां अलकनदा और भागीरथी के संगम तट पर बसा एक पवित्र और लोकप्रिय तीर्थस्थल है।
- उत्तराखंड के पांच प्रयाग रुद्रप्रयाग , कर्णप्रयाग , नंदप्रयाग , विष्णु प्रयाग और देवप्रयाग में से देवप्रयाग हिन्दू आस्था का प्रतीक है।
- देवप्रयाग अपने यहाँ होने वाले वाटर स्पोर्ट्स और ट्रेकिंग हेतु विश्व प्रसिद्ध है।
- देवप्रयाग समुद्र तल से लगभग 830 मीटर (2,723 फ़ीट ) की ऊंचाई पर स्थित है।
- प्राकृतिक परिवेश के साथ – साथ प्राचीन मंदिरों के बीच यह स्थान सुन्दर और शांत वातावरण की अनुभूति कराता है।
- एकांत और शांति की खोज करने वालों के लिए यह स्थान सबसे उपयुक्त है।
- देवप्रयाग में आपको दो पवित्र मंदिर चंद्रबदानी मंदिर और रघुनाथजी मंदिर देखने को मिलते हैं जो हिन्दुओं की आस्था का प्रतीक हैं।
- ऋषिकेश से देवप्रयाग की दूरी 70 किलोमीटर है।और देहरादून की बात करें तो देवप्रयाग 116 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- आप देव प्रयाग साल के किसी भी मौसम में हवाई , सड़क दोनों मार्ग से आ सकते हैं।
30 पाताल भुवनेश्वर (Patal Bhuvaneshwar):-
- उत्तराखंड,पिथौरागढ़ का पाताल भुवनेश्वर मंदिर एक रहस्यमयी और आध्यात्मिक धार्मिक स्थल है।
- इस स्थान पर पवित्र शिव मंदिर गुफा है जो दर्शन के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
- मान्यताओं के अनुसार गुफा में लगभग 33 करोड़ हिन्दू देवी – देवताओं का निवास स्थान बताया जाता है।
- इतिहास की माने तो इस स्थान की खोज अयोध्या के राजा रहे सूर्यवंशी शासक ऋतुपर्ण ने की थी।
- समुद्र तल से यह स्थान 90 फ़ीट गहराई में स्थित है।
- पाताल भुवनेश्वर का अर्थ है पृथ्वी और ब्रह्माण्ड के देवता।
- किवदंती और पुरातन मान्यताओं के कारण इस स्थान के बारे में बहुत से रहस्य और कहानियां आज भी प्रचलित हैं।
- पाताल भुवनेश्वर में बेरीनाग , हाट कलिका मंदिर , पाताल भुवनेश्वर गुफाएं आदि स्थान पर्यटन हेतु पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए प्रसिद्ध है।
- आप यहाँ जून से अक्टूबर के बीच में घूमने हेतु आ सकते हैं।
31 पंगोट (Pangot):-
- नैनीताल से 15 किलोमीटर दूर स्थित पंगोट गाँव अपने मनोरम दृश्यों के लिए पर्यटकों के बीच बहुत ही प्रसिद्ध है।
- पंगोट गांव समुद्र तल से लगभग 6,300 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
- पंगोट गाँव के आस पास प्राकृतिक और सुन्दर नजारों युक्त जंगल है।
- हिमालयी की गोद में बसा यह गाँव सर्दियों के मौसम में आने वाले प्रवासी विभिन्न प्रजाति के पक्षियों की पसंदीदा जगह है।
- इस गांव के जंगल में गोरल, तेंदुआ बिल्ली, सीरो, जंगली सूअर, लाल लोमड़ी आदि स्तनधारी जीव देखने को मिल जायेंगे।
- पंगोट गांव से 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान जो उत्तराखंड का एक विश्वप्रसिद्ध टाइगर रिज़र्व पार्क है।
- यहां के जंगलों में आपको मोटे ओक, देवदार और रोडोडेंड्रोन के पेड़ देखने को मिलते हैं।
- पंगोट घूमने आने के लिए आप साल के किसी भी मौसम में आ सकते हैं।
32 जिम कार्बेट राष्ट्रीय रिज़र्व पार्क (Jim Corbett National Park):-
- उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित जिम कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान एक टाइगर रिज़र्व पार्क है।
- गर्वनर विलियम मैल्कम हैली के नाम पर बना यह पार्क पहले हैली नेशनल पार्क के नाम से जाना जाता था तथा बाद में साल 1956 में इसका नाम बदलकर प्रसिद्ध Naturalist के नाम पर कॉर्बेट नेशनल पार्क कर दिया गया यह नेशनल पार्क प्रोजेटक्ट टाइगर का ही नतीजा था जिसे लुप्त और शिकार होते टाइगर को बचाया जा सके।
- कॉर्बेट नेशनल पार्क का 520.8 किलोमीटर का क्षेत्रफल पहाड़ी क्षेत्र में आता है।
- इस नेशनल पार्क में विभिन्न प्रजातियों के लगभग 110 प्रजातियों के पेड़ , 50 ख़ास किस्म की प्रजातियों के जीव , 580 प्रजाति के पक्षी और 25 अलग – अलग प्रकार के सरीसृप पाए जाते हैं।
- पशु प्रेमी और जंगल सफारी का शौक रखने वाले लोगों को इस कॉर्बेट नेशनल पार्क में जरूर जाना चाहिए।
- यहां आने का सबसे उपयुक्त समय साल के अक्टूबर माह के मध्य और जून माह के मध्य है।
33 लैंसडौन (Lansdowne):-
- उत्तराखंड के पौड़ी जिले में स्थित एक खूबसुरत हिल स्टेशन है जिसका नाम लैंसडौन।
- यह एक छोटी पहाड़ी स्थित एक मनोरम और सुन्दर प्राकृतिक नजारों से भरपूर शहर है।
- समुद्र तल से लैंसडौन की ऊंचाई 1,700 मीटर (5,600 फीट) स्थित है।
- इस शहर की खोज अंग्रेजों के समय वायसराय रहे लॉर्ड लैंसडाउन के द्वारा 1887 में की गयी थी। जिसके बाद इस स्थान का नाम लैंसडाउन पड़ा।
- लैंसडौन की टैग लाइन है “ अजीब छोटा पहाड़ी शहर”
- लैंसडौंन का पुराना नाम “कालूडाण्डा” था जिसका यहां की क्षेत्रीय गढ़वाली भाषा में अर्थ होता है काले पहाड़।
- दिल्ली से लैंसडौन की दूरी लगभग 262 किलोमीटर है। जो आप 6 से 7 घंटे का लम्बा सफर तय करके यहां घूमने के लिए या गर्मी की छुट्टियां बिताने के लिए आ सकते हैं।
- यहाँ आपको 100 साल पुरानी सेंट मैरीज़ चर्च देखने को मिल जायेगी।
- लैंसडौन आने के लिए साल के किसी विशेष समय की कोई जरूरत नहीं आप साल के किसी भी समय यहां छुट्टियों का आनंद लेने आ सकते हैं।
34 मुक्तेश्वर (Mukteshwar):-
- नैनीताल से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह एक छोटा सा शहर है।
- यहां पर भगवान शिव का मुक्तेश्वर धाम नामक 350 साल पुराना मंदिर है।
- यहां पर आने के बाद आप पगडंडियों और संकरी गलियों में रॉक क्लाइम्बिंग और रैपलिंग, ट्रेकिंग का आनंद ले सकते हैं।
- मुक्तेश्वर समुद्र तल से लगभग 2,286 मीटर (7,500 फ़ीट ) की ऊंचाई पर स्थित है।
- मक्तेश्वर शिव मंदिर में शिव जी की मूर्ति के साथ ब्रह्मा, विष्णु, पार्वती, हनुमान और नंदी जी की मूर्तियां मौजूद हैं।
- यहाँ 1890 में स्थापित “भारतीय पशु चिकित्सा शोध संस्थान” है।
35 हाटकलिंका मंदिर (Haatkalinka Mandir):-
- उत्तरखंड के पिथौरागढ़ जिले के गंगोली हाट में स्थित हाट कलिंका देवी मंदिर महिसासुर मर्दिनी का एक प्रसिद्ध सिद्ध पीठ है ।
- समुद्र तल से इस मंदिर की ऊंचाई 1,760 मीटर है।
- यह मंदिर पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के बीच अपने रहस्यों के कारण विख्यात है ।
- इस मंदिर में स्थित कुंड में नवरात्र के अवसर पर हजारों बकरों की बली दी जाती है।जिसके बाद भी यह कुंड कभी भी नहीं भरता।
- पुरानी मान्यताओं के अनुसार हर रात माता के मंदिर में बिस्तर की व्यस्था कर बाहर से ताला लगा दिया जाता है।
- मंदिर आने के लिए आप सड़क ,हवाई और ट्रेन तीनों मार्ग से आ सकते हैं। देहरादून से हाटकालिंका मंदिर की दूरी लगभग 40 किलोमीटर है।
36 बैजनाथ (Baijnath):-
- यह उत्तराखंड के बागेश्वर से 26 किलोमीटर पश्चिम तथा कौसानी से 19 किलोमीटर उत्तर की ओर गोमती और गरुणगंगा नदी के संगम पर स्थित है।
- बैजनाथ मन्दिर आपस में बहुत से मन्दिरों का एक समूह है।
- बैजनाथ मंदिर के मुख्य मंदिरों में आदमकद पार्वती जी की पत्थर की मूर्ती स्थापित है। जिसे देखने में ऐसा लगता है की जैसे कांस के धातु से बनी हो.
- इस मंदिर को समय – समय विभिन राजवंशों के राजाओं के द्वारा जीणोद्धार करवाया गया।
- बैजनाथ मंदिर के समीप एक चौपड़ – चबूतरा है जो की कत्यूरी राजाओं की राजधानी होने के प्रमाण को प्रस्तुत करता है।
37 पांडुस्थल (Pandusthal):-
- पांडुस्थल बागेश्वर जिला मुख्यालय से 28 किलोमीटर दूर कुमांऊ व गढ़वाल सीमा पर स्थित है।
- यह स्थल अत्यंत मनमोहक और रमणीक है।
- पांडुस्थल समुद्र तल से लगभग 1,800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
- पुरातन किवदंतियों के अनुसार महाभारत काल में पांडवों ने यहां अज्ञातवास के समय निवास किया था।
- श्री कृष्ण जन्माष्टमी में यहाँ हर वर्ष एक सुप्रिसद्ध मेले का आयोजन किया जाता है।
38 लोहाघाट ( Lohaghat ):-
- यह मनमोहक पर्यटक स्थल चम्पावत जिले से 14 किलोमीटर दूर और पिथौरागढ़ से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- यहां हम आपको बता दें की लोहाघाट की समुद्र तल से ऊंचाई लगभग 1,754 मीटर है।
- अंग्रेजों के समय उनके निवास स्थान के लिए यह जगह सबसे पसंदीदा जगहों में से एक थी।
- इस स्थल का प्राकृतिक सौंदर्य और शांत वातावरण पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
- यहां पर आपको देवदार के वृक्ष , मखमली घास के मैदान ,और फूलों से ढके रास्ते देखने को मिल जायेंगे।
- लोहावती नदी के तट पर स्थित होने के कारण इस जगह का नाम लोहाघाट पड़ा।
- पर्यटकों और इतिहासकारों के बीच यह स्थल अपने ऐतिहासिक महत्त्व के प्रसिद्ध है।
39 राम शिला मंदिर (Ram Shila Mandir):-
- उत्तराखंड राज्य के अल्मोड़ा जिले के नगर के मध्य में बसा यह मंदिर चंद वश के राजा के समय का है।
- पुराने समय में यह मंदिर मल्ला महल के नाम से जाना जाता था।
- चंद वश के राजाओं का अष्ट दुर्ग महल भी यहाँ रहा।
- 1588 में राजा रूपचंद ने अष्ट दुर्ग महल के अंदर इस राम शिला मंदिर का निर्माण करवाया।
- देहरादून से राम शिला मंदिर की दूरी 341 किलोमीटर है। जिसको तय करने में आपको लगभग 8 से 9 घंटे का समय लगता है। ऋषिकेश से इस मंदिर की दुरी लगभग 310 किलोमीटर है।
40 दुगड्डा (Dugadda):-
- पंडित धनीराम मिश्र के अपने खेत में बसाया गया यह स्थल कोटद्वार से लगभग 16 किलोमीटर दूर स्थित है।
- अंग्रेजों के ब्रिटिश काल के समय यह जगह बहुत बड़ी व्यापारिक और राजनीतिक केंद्र के रूप में स्थापित थी।
- दुगड्डा प्रसिद्ध हिन्दी कवि एवं साहित्यकार शिवप्रसाद डबराल की साधना स्थली रहा है।
- गढ़वाल क्षेत्र में कुली बेगारी प्रथा, डोला पालकी आंदोलन, आर्य समाज की स्थापना एवं स्वराज की भावना को जागृत कर जन – जन तक पहुंचना इन सभी का श्रेय इसी क्षेत्र दुगड्डा को जाता है।
- देश के पहले प्रधानमंत्री पं जवाहर लाल नेहरू दो बार 1945 और 1950 में दुगड्डा आए थे।
41 धारी देवी मंदिर (Dhari devi Mandir):-
- श्री नगर से लगभग 14 किलोमीटर दूर कलियासौड़ में अलकनदा नदी के तट पर बसा प्रसिद्ध माता का मंदिर है।
- धारी देवी मंदिर माता काली को समर्पित पुरातन मंदिर है।
- श्री नगर जल विघुत परियोजना के निर्माण के समय अलकनंदा नदी में बनी झील यह मंदिर डूब गया था।
- सिद्ध पीठ धारी देवी का नया मंदिर प्राचीन स्थल से 21 मीटर की ऊंचाई पर वर्तमान में निर्माणाधीन पड़ा हुआ है।
- लोगों का मानना है की जैसे – जैसे दिन बीतता जाता है । वैसे – वैसे माता की मूर्ती में बदलाव होता रहता है।
- ऋषिकेश से धारी देवी मंदिर की दूरी लगभग 120 किलोमीटर है। मंदिर आप सड़क और हवाई मार्ग दोनों से आ सकते हैं।
42 कमलेशवर महादेव मंदिर (Kamleshwar Mahadev Temple) :-
- हिमालय की तलहटी में अलकनंदा नदी के किनारे पर बसा कमलेश्वर मंदिर भगवान शिव का एक सुप्रसिद्ध मंदिर है।
- प्रत्येक वर्ष बैकुंठ चतुर्दशी के दिन मंदिर में विशेष पूजा एवं अनुष्ठान किए जाते हैं।
- मंदिर में भगवान शिव को 100 व्यंजनों से बना प्रसाद चढ़ाया जाता है।
- मंदिर के अपने ऐतिहासिक एवं धार्मिक मेले का अपना ही महत्व है।
- पौराणिक मान्यताओं के अनुसार द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण की भक्त जामवंती के इसी मंदिर में अनुष्ठान करने से संतान की प्राप्ती हुई थी।जिसके कारण हर साल लाखों निः संतान दंपति यहाँ भगवान शिव का आशीर्वाद लेने और पूजा करने आते हैं। जिसके फलस्वरूप उन्हें संतान की प्राप्ति हो।
- लोगों की मान्यता यह है कि कमलेशवर मंदिर में जो भी नि:संतान दंपति खड़े होकर जलते दीये के पवित्र अनुष्ठान में पूजा करते हैं उन्हें भगवान शिव की कृपा से संतान की प्राप्ति का सुख प्राप्त होता है।
Dhruv Gotra
Leave a Comment Cancel reply
Most recent.
करियर , भर्ती
Airport group staff bharti: 12वीं पास के लिए बिना परीक्षा की सीधी भर्ती, कैसे करें आवेदन.
करेंट अफेयर्स
डेली करंट अफेयर्स 2024 (daily current affairs 2024): today current affairs in hindi.
IRCON Vacancy: इंडियन रेलवे कंस्ट्रक्शन भर्ती का नोटिफिकेशन हुआ जारी, जल्द करें आवेदन
करियर , भर्ती , सरकारी नौकरी
Lekhpal sahayak vacancy 2024: लेखपाल सहायक के पदों पर निकली बंपर भर्ती, आवेदन शुरू, लास्ट डेट 29 मई.
सरकारी नौकरी
Crpf vacancy: crpf भर्ती का नोटिफिकेशन जारी, यह मौका नहीं मिलेगा दोबारा.
न्यूज
Pmegp loan online apply: 50 लाख तक लोन लो 35% होगा माफ़, यहाँ से आवेदन करें.
Tourist Places in Uttarakhand
Here are the top 121 places to visit in uttarakhand in 2024:, 43. rudra prayag.
43 out of 121 Places to visit in Uttarakhand 22 Tourist attractions
Lying at the confluence of River Alaknanda and River Mandakini, Rudraprayag is a sacred place regarded as one of the Panch Prayags and place of great religious significance. Settled in Uttarakhand, this beautiful town is full of mysterious charm and the spiritual vibes that will calm your senses.
Best Time: April to December
44. Dharchula
44 out of 121 Places to visit in Uttarakhand 8 Tourist attractions
A remote town of Uttaranchal, Darchula is a place with lots of scenic beauty. Bounded by the Kumaon Region's mountains and high peaks and glaciers of Panchchuli range on the west, this town lies on the way to a very famous pilgrimage of India namely Kailash Mansarover.
Best Time: May to June, September to December
45. Devprayag
45 out of 121 Places to visit in Uttarakhand 3 Tourist attractions
Marked by the confluence of rivers Alaknanda and Bhagirathi, Devprayag is a religious hub in Uttarakhand. It is quite popular among tourists coming for a pilgrimage or seeking solitude close to nature.
Best Time: Throughout the year
46. Tungnath
46 out of 121 Places to visit in Uttarakhand 5 Tourist attractions
If spirituality is on your mind and on your itinerary as well, Tungnath is just your kind of place. It is an ancient holy town more than 1000 years old and is popular among pilgrims and devotees. It comprises of Alaknanda and Mandakini river valleys or 'Lord of Peaks' as they are referred to.
Best Time: April to November
Uttarakhand Travel Packages
Compare quotes from upto 3 travel agents for free
Delhi Nainital Mussoorie Tour Package - 5 Nights 6 Days
Exciting uttarakhand family tour package, relaxing uttarakhand classic tour package, charming dehradun mussoorie tour with dhanaulti & hardiwar, char dhaam yatra - gangotri, yamunotri, badrinath and kedarnath, quintessential uttarakhand - nainital, jim corbett & more, 47. gaumukh.
47 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
One of the holiest lands in Uttarakhand, Gaumukh, or Gomukh, is the source of the holy Bhagirathi River. It is located 18km from Gangotri and is the second-largest glacier in India. It is thronged by devotees mainly for its serenity and pious mythological history. Gaumukh opens only betwee...
Best Time: February to September
48. Bhowali
48 out of 121 Places to visit in Uttarakhand 8 Tourist attractions
Bhowali is a little hill-station that lies in the vicinity of several popular hill stations like Nainital, Bhimtal, Naukuchiatal, Ramgarh, Sattal and Mukteshwar.
Best Time: February to Apr, September to October
49. Patal Bhuvaneshwar
49 out of 121 Places to visit in Uttarakhand 4 Tourist attractions
Patal Bhuvaneshwar is a magical place with several hidden and unexplored aspects to it. Located at an elevation of 1350m above the sea level, this place is tagged as a spiritual place renowned for its Shiva Temple cave.
Best Time: October to June
50 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Located just 15 kilometres away from Nainital, Pangot, located in the Kosiyakutoli tehsil of the Nainital district of Uttarakhand. The village is at the height of 6,300 feet above sea level and is well known all across the nation for its rich and exotic bird life. Pangot also becomes a hub for photo...
51. Hemkund Sahib
51 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Nestled amid the Himalayan Ranges, Sri Hemkunt Sahib is a sacred pilgrimage revered by thousands of Sikhs every year. Literally meaning 'Lake of Snow', this highest Gurudwara in the world is perched at an altitude of 4329 m above the sea level and lies in the backdrop of snow - clad mountains. The s...
Best Time: June to October
52. Jageshwar
52 out of 121 Places to visit in Uttarakhand 4 Tourist attractions
Jageshwar, is a small town in Uttarakhand is like a town carved exquisitely for temples. The biggest temple out of the lot of the 124 temples here, is the one that is the most visited, the Jageshwar Mahadev Temple is situated on the Jataganga Valley.
Best Time: April to June, September to November
53. Chamoli
53 out of 121 Places to visit in Uttarakhand 13 Tourist attractions
Sitting in the lap of nature, Chamoli is often referred to as the "Abode of Gods" as it has a strong bond with spirituality, seen from local astounding legends. Chamoli is a blessed place where the beauty of nature combined with its fascinating culture births serenity. The people here are ...
Best Time: November to March, July to August
54 out of 121 Places to visit in Uttarakhand 5 Tourist attractions
Harsil, still lesser known to tourists, is a perfect getaway for those in quest of peace and solitude. Nestled amid Himalayas and dense cover of pine and deodar with River Bhagirathi gurgling across the area, Harsil is a complete package for vacation makers.
Best Time: April to October
55. Chaukori
55 out of 121 Places to visit in Uttarakhand 6 Tourist attractions
The bowl-shaped town of Chaukori in Uttarakhand is nestled within the Himalayas at a height of 2010masl. As a tourist destination, it offers breathtaking views – be it the lusciously green tea gardens, the majestic snow-capped peaks of Nanda Devi and Panchachuli, the peaceful sunrise and s...
Best Time: October to March
56. Nanakmatta
56 out of 121 Places to visit in Uttarakhand 5 Tourist attractions
A place of high religious significance especially for Sikhs, Nanakmatta is home to a very famous Gurudwara and a dam. The place is steeped in rich history and culture defining its past in a new light and knowledge.
57. Karnaprayag
57 out of 121 Places to visit in Uttarakhand 2 Tourist attractions
Being one of the highly blessed five confluences of the Alakananda River, Karnaprayag is a splendid town by default. Surrounded by verdant locales and snow capped mountains, host to chilly conditions and perennial rivers, this place was destined to be a spectacular tourist destination.
58. Nelong Valley
58 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Nelong Valley lies 45km away from the Indo-Tibetan border, around 256km from Dehradun, Uttarakhand. It is considered to be one of the most thrilling mountaineering treks in India.
Best Time: May-June or September-October
59. Kasar Devi
59 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
The amorous view of Himalayas, from Nanda Devi to 5 snow-capped peaks of Panchachuli, unwrap the famous town of Kasar Devi. The place is famous for its home temple, the Kasar Devi Temple. The nearby area is home to pine and deodar trees, offering a panoramic view of the Himalayas along with an eye-p...
60. Gangolihat
60 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
A small Himalayan hill town, Gangolihat is particularly famous for hosting the Shakti Peethas of Goddess Kali. It is a very small town which is located near important tourist spots such as Patal Bhuveneshwar, Binsar and Abott Mount. The place is also famous for many other temples that are scattered ...
61. Hanuman Chatti
61 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Hanuman Chatti is located 13km from Yamunotri in Uttarakhand, on the confluence of Hanuman Ganga and Yamuna Rivers. It is a popular trekking point to Yamunotri, Darwa Top and Dodi Tal. Hanuman Chatti houses a Hanuman Temple, which is also the main attraction here.
62. Janki Chatti
62 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Jankichatti is the starting point of the trek to Yamunotri. The 6 km trek to Yamunotri is done in 2.5 hours to 3 hours. It can be done on foot or mule, palki (palanquins) and pithoo (carrier) are available from Jankichatti. It is also popular for the hot springs where pilgrims take a dip before star...
63. Augustmuni
63 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Situated on the banks of Mandakini River, Augustyamuni is a town dedicated to one of the most revered teachers in Indian mythology - Rishi Augustya. Augustyamuni is important for the Char Dham yatra as it has a helipad from where helicopter tours of the Char Dham are undertaken.
64. Ukhimath
64 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Ukhimath is also known as winter Kedarnath and is famous for the Lord Shiva Temple which houses the Lord in winters when Kedarnath is shut down. Ukhimath is also a very beautiful hill station providing great scenery of the Himalayas. In the lower hills of the Rudraprayag district of Uttarakhand, per...
65. Gwaldam
65 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
A beautiful, quaint and sleepy village sandwiched between Garhwal and Kumaon, Gwaldam is a place straight out of a fairytale. The place is full of forests and small lakes providing a setting for a peaceful retreat. Nestled amongst the pine forests and apple orchards at an altitude of 1700 meters, th...
66. Dodital Dayara Pass Trek
66 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Dodital Dayara Bugyal nestled at an altitude of 3024 m above the sea level offers some perfect elements of nature and adventure to be regarded as a brilliant trek. It is situated north of Uttarkashi and is flanked by thick cover of oak, pine, deodar and rhododendrons woods.
67. Kafni Glacier Trek
67 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
The scenic beauty and the tranquility prevailing in this region has an unbeatable charm. The Kaphini (Kafni) Glacier lies left of the Pindar Valley below the famous peak of Nandakot.
68. Dayara Bugyal Trek
68 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
This is a classic trek for trekkers keen to discover the outdoors and experience the mighty Himalayas at high altitude. Dayara Bugyal, along with its twin, Gidara Bugyal, is perhaps one of the most beautiful alpine meadows in India.
69. Didihat
69 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Tucked away in the eastern corner of Uttarakhand, Didihat is a wondrous and pristine hillock full of natural beauty. The place is known for its ruins of forts and temples belonging to an era gone by as well for being a halting point on the Kailash Mansoravar Yatra. Situated at an altitude of 1800 me...
70. Ghangaria
70 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Perched high in the mountains of Himalayas, Ghangaria is a place of dreams and breathtaking scenery. It serves as the starting point for the trek to Valley of Flowers for many trekkers as well for pilgrims to Hemkund Sahib. Situated at an altitude of 3000 meters in the middle of the Western Himalaya...
71. Nandprayag
71 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
One of the Panchprayags, Nandaprayag is the place of confluence of River Alaknanda and Nandakini. It is a place of spirituality and devotion as well as beautiful landscapes. A special place of religious, natural and spiritual significance, Nandaprayag is one of the five meeting points of Alaknanda R...
72. Dwarahat
72 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Dwarahat is an ancient town full of beautiful temples and breathtaking sceneries, that also serves as a wonderful retreat in the Kumaon Mountains. Situated in the wondrous Almora district of Uttarakhand, Dwarahat is a place of special inheritance and of religious importance. Home to some 55 odd anci...
73. Gaurikund
73 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Gaurikund in Guptakashi is famous for being the starting point and the last road head before the Kedarnath Yatra begins. Gaurikund is located on the banks of the River Mandakini and is rightly considered to be the gateway to spirituality and salvation. Located at an altitude of about 2,000 meters ab...
74. Pancheshwar
74 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Located at the confluence of rivers Saryu and Kali is the small village of Panchehswar, home to the famous Pancheshwar Mahadev Temple. The village is 44 km from Abbott Mount and is close to Lohaghat in the Champawat District of Uttarakhand. Locals believe that taking a dip at the confluence of the r...
75. Baijnath
75 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
A beautiful ancient town tucked in the eastern half of the Garhwal Himalayas, Baijnath is popular for the Baijnath Temple and other ancient temples, a lot of which are now in ruins. Situated in the easternmost corner of Uttarakhand on the banks of River Gomti Baijnath is a wonderful little town with...
76. Nanda Devi National Park
76 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
In proximity to Nanda Devi, which is the second highest peak in India, lies the Nanda Devi National Park in the Chamoli district of Uttarakhand. A UNESCO World Heritage Site, this park is one of the most biodiverse regions in the world and is home to some of the rarest and unique high-altitude flora...
77 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Khirsu is a sleepy and peaceful hill village, located at a distance of 15 km from Pauri Garhwal, wrapped with lush greenery and orchards. The place is off the popular tourist trails, yet to gather tourist rush to its refreshingly beautiful surroundings, ideal for a leisurely and relaxing holiday. Am...
78. Lohaghat
78 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Lohaghat is a beautiful hill station located in the Champawat district in the state of Uttarakhand. 5 km away from Abbott Mount, this ancient town is an important place for temples and is flocked by tourists due to its historical and mythological significance. This sleepy little town is dedicat...
79. Sunderghunga Trek
79 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Also known as Valley of Beautiful Stones (literal translation), is located in the Pindar region and the trek to this place starts from Song. The length of this picturesque trek is around 54 km.
80. Khaliya Top
80 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Khuliya Top is an easy 10km trek from Munsiyari. It offers a magnificent view in summers of great Himalayan ranges. The five famous peaks namely Panchachuli, Hardeol, Rajrambha, Nandakot and Nandadevi are clearly visible from here and this makes it an amazing experience for even a first time trekker...
81. Pindari Glacier Trek
81 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Pindari Glacier treks are organised by several tour operators. These are 5-15 day treks to about 15,000-16,000 ft, complete with tents, porters and guides. They are held in September-October, after the monsoons. The campsites are in scenic locations, far away from regular rest houses. In the Kumaon ...
82. Pandusthal Trek
82 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Pandusthal is believed to be the place where the war between the Kauravas and the Pandavas took place. It is after a long trek of 20 km, will one reach this place that offers one of the most beautiful views of the Himalayas.
83. ShyamLa Tal (Vivekananda Ashram)
83 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Situated at an altitude of 1500 meters in the foothills of Garhwal Himalayas, Shyamla Tal is a beautiful lake town with umpteen amounts of greenery and freshness to it. Alongside the lake there is a Swami Vivekanand Ashram which is one of the highlights of the place and is a great for some meditatio...
84. Har Ki Dun
84 out of 121 Places to visit in Uttarakhand
Nestled away from the hustle bustle of the city, Har Ki dun is a beautiful cradle shaped valley with untouched panoramic beauty. Perched at an elevation of 3,566 mts above the sea level, this place is one of the remotest areas of Uttarakhand offering a plethora of trekking excursions.
Browse Package Collections
Uttarakhand package collections.
Uttarakhand Honeymoon Packages
Badrinath Kedarnath Tour Packages
Top Destinations for Packages
Jim Corbett National Park
Nearby States for Packages
Himachal Pradesh
Uttar Pradesh
Jammu and Kashmir
Top Listed Packages
Uttarakhand Religious Tour Package
3 Days Tour Package in India: Char Dham Yatra By Helicopter
Top Hotel Collections
5 Star Hotels
FAQs on Uttarakhand
What is not so good about uttarakhand, how much does a package cost for uttarakhand, what are the top places to visit in uttarakhand, who should visit uttarakhand, what is the best time to visit uttarakhand, what is the local food in uttarakhand, related posts.
Art & Culture
Panch Kedar - Trek And Yatra
Kailash Mansarovar Yatra
5 Airports in Uttarakhand
Wildlife & Nature
National Parks in Uttarakhand
Panch Prayag - The Five Sacred Rivers
Fairs & Festivals
21 Festivals of Uttarakhand - India's Devbhoomi
Languages of Uttarakhand - 6 Languages From The Devbhoomi Of India
Food of Uttarakhand : Scrumptious Delicacies From The Land of Natural Beauty
Hill Stations
Hill Stations in Uttarakhand Perfect to Beat the Summer Heat
Traditional Dresses of Uttarakhand
Culture of Uttarakhand - Traditions, Festivals and More
Nearby States
Get the best offers on Travel Packages
Compare package quotes from top travel agents
Compare upto 3 quotes for free
- India (+91)
*Final prices will be shared by our partner agents based on your requirements.
Log in to your account
Welcome to holidify.
Forget Password?
Share this page
12 Unforgettable Tourist Places to Visit in Uttarakhand
What to See and Do in the Land of Natural Beauty
Uttarakhand, bordered by Nepal and Tibet, and shadowed by towering Himalayan peaks, is full of unspoiled natural beauty. It's divided into two regions—Garhwal in the north, and Kumaon in the south. Ancient holy places, mountains, forests and valleys, and an abundance of trekking options are some of the attractions that make travel to Uttarakhand worthwhile. Check out these top tourist places in Uttarakhand for inspiration.
Uttarakhand is also an excellent place to get off the beaten track. If you're looking for fresh air and tranquility, you'll love some of these boutique Himalayan getaways .
Jim Corbett National Park
One of India's most popular national parks , Jim Corbett National Park is named after hunter-turned-conservationist Jim Corbett. It has dense forest and an array of wildlife, although tiger sightings aren't as common as some other places in India. The park can be explored by jeep or elephant safaris, which take place daily in the early mornings and afternoons. The Dhikala zone of the park is the most panoramic, with stunning valley views. It offers the best chance of animal sightings (which are unfortunately sometimes disappointing). If you're lucky, you might spot wild elephants.
- Location: About five hours drive northeast of Delhi.
- Check Out Current Corbett Hotel Deals on Tripadvisor and Save
Ancient Haridwar (the "Gateway to God") is one of the seven holiest places in India, and one of the oldest living cities. Located at the foothills of the Himalayas in Uttarakhand, it's particularly popular with Hindu pilgrims who come to take a dip in the holy waters of the fast flowing Ganges River and wash away their sins. The evening Ganga Aarti holds a special appeal.
- Check Out Current Haridwar Hotel Deals on Tripadvisor and Save
Rishikesh, located not far from Haridwar, is as popular with western spiritual seekers as Haridwar is with Hindu pilgrims. Known as the birthplace of yoga, people flock there to meditate, do yoga, and learn about other aspects of Hinduism in the various ashrams and yoga institutes. Despite the growing number of visitors, the town's lanes and alleys retain an old-world charm. It remains a wonderful place to relax and unwind among nature.
- Location: 40 minutes drive northeast of Haridwar.
- Check Out Current Rishikesh Hotel Deals on Tripadvisor and Save
The hill settlement of Nainital, in the Kumaon region of Uttarakhand, was a popular summer retreat for the British during the time they ruled India. It features emerald colored Nainital (Naini) Lake and an action-filled strip called The Mall, lined with restaurants, shops, hotels, and markets. Enjoy one of the many forest walks, explore the surrounding area on horseback, or relax on a boat in the lake. This destination gets very crowded during summers, especially on weekends, due to its proximity to Delhi. Around Nainital, you'll find Jeolikote, Bhimtal, Ramgarh and Mukteshwar which are all less developed and quieter places to stay.
- Location: About 6.5 hours drive east of Delhi.
- Check Out Current Nainital Hotel Deals on Tripadvisor and Save
Mussoorie is another popular weekend destination for north Indians, as well as honeymooners. One of the main reasons for this is because it has a lot of facilities developed especially for tourists. Take a cable car to Gun Hill, enjoy a beautiful nature walk along Camel's Back Road, have a picnic at Kempty Falls, or ride a horse up to Lal Tibba (the highest peak in Mussoorie). Mussoorie also offers a superb view of the Himalayas. If you're looking for a quieter alternative nearby, check out Landour.
- Location: About six hours drive north of Delhi and an hour from Dehradun (Uttarakhand's capital). IRCTC offers a convenient two-night weekend rail tour package from Delhi to Mussoorie.
- Check Out Current Mussoorie Hotel Deals on Tripadvisor and Save
Almora, now the capital of the Kumaon region, was established as the summer capital of Chand kings in 1560. It attracts its share of foreigners who head to nearby Kasar Devi Temple, where Swami Vivekananda meditated. There are some chilled out places to stay in the area, such as Kasar Rainbow Resort and Mohan's Binsar Retreat, as well as inexpensive guesthouses with private cottages just outside Almora town. Around Almora, you'll find the Binsar Wildlife Sanctuary, Kausani (where Gandhi spent time writing his Bhagavad Gita treatise), Ranikhet and the Jageshwar temple complex.
- Location: About nine hours drive northeast of Delhi.
- Check Out Current Almora Hotel Deals on Tripadvisor and Save
Valley of Flowers National Park
The remarkable landscape of The Valley of Flowers National Park in the Garhwal region comes alive with the monsoon rain. This high-altitude Himalayan valley has around 300 different varieties of alpine flowers, which appear as a bright carpet of color against a mountainous snow-capped background. It's a popular trekking destination, open from the start of June until the end of October.
- Location: About 15 hours drive northeast of Delhi, plus a trek.
Located high up in the Garhwal region of Uttarakhand, the Char Dham (four temples) mark the spiritual source of four holy rivers: the Yamuna (at Yamunotri), the Ganges (at Gangotri), the Mandakini (at Kedarnath), and the Alaknanda (at Badrinath ). Hindus consider a pilgrimage to the Char Dham to be very auspicious. Not only is it believed to wash away all sins, but it will also ensure release from the cycle of birth and death.
Srijan96/Wikimedia Commons/CC BY-SA 4.0
Uttarakhand even has a skiing destination! Auli lies on the way to Badrinath and has a three-kilometer long slope, gondola, chairlift, and Poma ski lift. For skiing, conditions are best from the last week of January to the first week of March. However, it's dependent on good snowfall, which is variable. If you're into trekking, the Kuari Pass trailhead is at Auli. This trek, which passes through Nanda Devi National Park, is one of the state's best and most accessible. Thrillophilia offers six-day guided trips from Haridwar . There are many other hiking trails around too.
Accommodation options in Auli are scarce but Devi Darshan Lodge is recommended if you don't stay at the popular government-run Garhwal Mandal Vikas Nigam Hotel (which offers ski programs). Alternatively, the Himalayan Abode Homestay near Joshimath is excellent, and the host is a skiing and snowboarding champion and coach. Another good option is Himalayan Eco Lodge .
- Location: About 13 hours drive northeast of Delhi, near Joshimath.
Indranil Dutta/Getty Images
Magical Munsiyari, a small town surrounded by towering mountains in the Pithoragarh district of Uttarakhand, is paradise for mountaineers and trekkers. Blazing sunsets create a stunning backdrop of color-stained peaks there. However, the hiking and trekking routes are the biggest draws. Munsiyari is the base for the challenging nine-day Milam Glacier Trek , and the much easier two- to three-hour trek to Khalia Top is another attraction. The Tribal Heritage Museum, filled with artifacts from Munsiyari's trade with Tibet on the ancient salt route, is also worth seeing. Milam Inn , albeit basic, is the best place to stay in Munsiyari and it offers fabulous mountain views from the guest rooms.
- Location: About 16 hours drive northeast of Delhi.
Varun Shiv Kapur/Flickr/CC BY 2.0
Not to be confused with the Chopta Valley in Sikkim, Chopta lies between Kedarnath and Badrinath in the Garhwal region of Uttarakhand, at the entry to Kedarnath Wildlife Sanctuary. It attracts travelers who want to enjoy the great outdoors away from the crowds and development. Chopta is the starting point for treks to Tungnath temple (open from June to September) and Chandrashila summit. It's a short, yet scenic, moderate trek that can be completed in a day. Notably, the temple is the world's highest Shiva temple. Thrillophilia offers four-day guided trips from Haridwar.
- Location: About 10 hours drive northeast of Delhi, via Rishikesh.
It's likely that you've never heard of Kalap, a tiny remote village that's only accessible by foot, 7,500 feet above sea level in the upper Garhwal region of Uttarakhand. That's because it's totally off the tourist map. A responsible tourism project was established there in 2013 to help improve the livelihoods of the villagers. Kalap is an outstanding place to get away from it all and experience the simplicity of village life or go trekking along trails followed by nomadic shepherds.
- Location: About six hours north of Dehradun in Uttarakhand.
Uttarakhand Char Dham Yatra Essential Guide
The Complete Guide to Rishikesh, India: the Birthplace of Yoga
Badrinath Temple in Uttarakhand: The Complete Guide
The Top 8 Things to Do in Auli, Uttarakhand
Valley of Flowers National Park: The Complete Guide
20 Top Things to Do in Diverse India
12 Major Mountain Ranges in India
Nainital in Uttarakhand: Essential Travel Guide
Spiritual India: 7 Top Destinations You Shouldn't Miss
Haridwar in Uttarakhand: Essential Travel Guide
17 Top Tourist Places to Visit in Rajasthan
16 Best Tourist Destinations in India
13 Exceptional Homestays in India
12 Budget Guesthouses and Homestays in the Indian Himalayas
12 Top Things to Do in Mussoorie, Uttarakhand
11 Popular Adventure Travel Activities in India
10 Most Beautiful Places to Visit in Uttarakhand
Table of contents.
They call it the ‘Land of Gods’. Mysterious, beautiful, exotic, charming, and magnificent, that’s Uttrakhand in a nutshell. The enchanting land is blessed with some amazing tourist places and when you visit this place you can better judge why the Gods chose Uttrakhand to make it their abode. With several beautiful places to visit in Uttarakhand, a trip to Uttarakhand should definitely be in your bucket list of places to see in India. If you are already on your way to plan a trip, here is a list of places to visit in Uttarakhand.
Best Places to Visit in Uttarakhand ( 2021 Updated )
1. Dehradun
Dehradun is the capital of Uttrakhand and a lively city surrounded with charming views of the mountains of Musoorie. Dehradhun is undoubtedly one of the most popular tourist places in Uttarakhand.
- Must visit: Don’t miss the beautiful Forest Research Institute campus in Dehradun.The colonial building is very picturesque. They are open between 9.00 am to 5.30 pm.
- Things to do : Shop for pretty woollens, handicrafts, handlooms, juices, jams, jellies and clothes in the local market. Don’t forget to try out the delicious Garhwali food at the local restaurants.
- Best time to visit : Plan a trip between March to June to beat the summer heat as the weather is pleasant. March to June is the best time to visit this beautiful place in Uttarakhand and to beat the summer heat as the weather is pleasant.
2. Mussoorie
The ‘Queen of Hills’, Mussoorie, is a pretty hill station located at a distance of about 38 km from Dehradun, a ride from Dehradun to Musoorie is full of scenic views and beautiful landscapes which makes this place one of the best places to visit in Uttarakhand . The captivating beauty of Musoorie easily makes a spot for itself in the top 10 places to visit in Uttarakhand.
- Must visit the place : Don’t miss the stunning Kempty Falls near Mussoorie.
- Things to do: Walk through the winding lanes of the tiny town and explore its beauty. Also, try your luck in spotting resident author Ruskin Bond, who enjoys a stroll through the markets
- Best time to visit : April to June are the best months to come here. If you want to see snowfall, plan a trip during the winter months.
Recommended Read: Top 50 hill stations in India
3. Nainital
Sandwiched between the majestic mountains, right in the lap of Naini Lake, Nainital is popular as one of the best places to visit in Uttarakhand, surrounded by mountains from every corner offering a majestic view of Himalayas. The ‘Lake city of India’ is also a well-known tourist place in Uttarakhand.
- Must visit place : The sparkling Naini Lake offers a grand boating ride which is unmissable.
- Things to do: Shop for woollens, handicrafts, jewellery and soveniour in the shops on Mall Road. If you love adventure, then there are options for trekking. .
- Best time to visit : Nainital has good weather throughout the year, but people mostly come to this hill station between March to June.
Our Uttarakhand holiday packages will acquaint you with the quaint beauty of Uttarakhand.
4. Rishikesh – Among the best spiritual places to visit in Uttarakhand
For the spiritualist in you, one of the places to visit in Uttarakhand is Rishikesh. This charming town exudes a rustic touch and spiritual energy that is infectious. The ancient temples and popular cafes make Rishikesh one of the best places in Uttarakhand.
- Must visit place : One of the interesting places to see in Uttarakhand is the Beetles Ashram. While you are surrounded by serenity, do make it a point to see the graffiti on the walls. Entry fee is Rs 150 per person
- Things to do: A thrilling white water rafting in Rishikesh is an experience of a lifetime and is one of best things to do in Uttarakhand. Looking for a diving experience, take a dip in the holy Ganga and feel spiritually cleansed with the divine experience.
- Best time to visit: You can go to Rishikesh anytime you feel like a holiday, however, the best time to visit this tourist place in Uttarakhand is from August to October.
5. Haridwar
Popular as a Hindu pilgrimage Haridwar is one of the most visited places by the spiritual people. A trip here during your Uttarakhand holiday should be a part of your itinerary. This ancient city is also the headquarter of Haridwar district and a major tourist place in Uttarakhand.
- Must visit place : Har ki Pauri ghat is a must visit place while you are in Uttarakhand. The Brhmakhund, which is visited by hordes of devotes is known to have one of the most amazing arts and is a surreal experience.
- Things to do: Take a dip in the holy Ganga and also enjoy a serene boat ride there. Eat the delicious local food to get a real feel of the place.
- Best time to visit: Though summers are hot, it gets pleasant here once the sun sets. The best time is between the cooler months of August to October
6. Jim Corbett National Park
The Jim Corbett National Park is a forested wildlife sanctuary and one of the top 10 places to visit in Uttarakhand in India’s northern state. One of the best places to visit in Uttarakhand is Jim Corbett National Park. The park houses around 500 species of birds, and 400 types of trees.
Our Uttarakhand tour packages will show you the best of Jim Corbett.
- Things to do: Go on a jungle safari and spot the exotic animals.
- Best time to visit : It depends on where your interest lies. Let’s say bird watching is what you like then plan a trip in winters and if you want to spot the animals then summer is the best time, though it will be hot there.
- Fees : You will need to pay Rs 4500/ jeep to enter the park.
Suggested Read: Retreat to Jim Corbett National Park
7. Ranikhet
One of the places to see in Uttarakhand is Ranikhet. Ranikhet is a tiny hamlet in the Himalayan wonder which has a heavy colonial hangover. Beautiful stone buildings of the British Era add a great charm to the little town. making it one of the most beautiful places in Uttarakhand.
- Must visit place : Tour the British Era buildings here found in plenty. There are also a host of beautiful temples in and around Ranikhet which is very charming and should not be missed.
- Things to do : Ranikhet has several tiny local off-road trekking routes offering scenic vistas. A trek here can be very refreshing and enjoyable.
- Best time to visit : Early winters, starting from September until November is the best time to visit Ranikhet.
This magnificent hill station offers a panoramic view of the Himalayan ranges and an interesting place to visit in Uttarakhand . This picturesque hamlet is a great honeymoon destination as well. This Himalayan ski resort and hill station is a very popular tourist place in Uttarakhand surrounded by coniferous and oak trees.
- Must visit place : A trip to the beautiful Chattrakund lake should be on your places to see here.
- Things to do : Auli is the skiing and snowboarding hub of India. You can try your hand at skiing here. There are different courses to learn the sport. Try your lick at mountaineering here and you will have an unforgettable experience.
- Best time to visit : You can visit Auli anytime of the year. However, winters can be extremely cold and you will need to bundle up.
Suggested Read : The Best Hotels in Uttarakhand for Every Budget
Chamoli is also known as the “Abode of Gods’. This beautiful town is well-known for its lovely shrines, temples and charming Garhwali traditions. Chamoli is also the town known to spark the famous ‘Chipko’ movement. Chamoli is the largest district in Uttarakhand and one of the best places in Uttarakhand.
- Must visit place: Head to the Valley of Flowers and be surrounded by the most amazing sight of beautiful blooms
- Things to do : Enjoy the cable car ride here. The ride is very scenic and enjoyable. Trekking is another option to indulge in this wonderful town.
- Best time to visit : Head to Chamoli before the onset of Summers, between October to March.
10. Lansdowne
The pretty cantonment town was founded by the British Viceroy and bears his name. If a quiet time amidst nature is your thing, then this is one of the best places to visit in Uttarakhand . Lansdowne is one of the quietest hill stations of India and is easily ranked among the top 10 places to visit in Uttarakhand.
- Must visit places: Head to the Gharwali Museum that houses a collection of arms, rifles, army uniforms, and some rare photographs of the days gone by. The museum is open from 9.00 am to noon and 3.00 pm to 6.00 pm.
- Things to do: Enjoy a peaceful walk or simply sit and stare at the beauty of nature. You can also go on the forest trail to explore the wilderness of this beautiful place.
- Best time to visit: July to September is one the best times to visit, apart from the summer season. Winters can be extremely cold. So plan your Uttarakhand trip accordingly.
Frequently Asked Questions about Places to Visit in Uttarakhand:
1. which is the best destination in uttarakhand for honeymoon in december.
Uttarakhand is home to several places which invoke the feelings of relaxation, love and peace. Places like Dehradun, Auli, Landsowne, Ranikhet, Nainital, etc. are some of the best destinations here for honeymoon in December.
2. What adventure activities are there in Uttarakhand?
Uttarakhand is a gold mine of adventure activities. From varying intensity treks, skiing, and paragliding to white water rafting and camping, there are enough activities for the adventure junkie in you to explore and experience.
3. What is the best time to visit Uttarakhand?
You can visit Uttarakhand all year long and the experience will be thrilling. However, summertime from March through June and winter days from October to February is supposed to be the best time to visit. The weather is pleasant and is sure to give you the most amazing vacation feels.
4. What can I buy from Uttarakhand shopping markets?
Uttarakhand is popular for woollen items, handicrafts and wine. The local tribes in the region are skilled artisans who practice various art like Ringaal, Rambaans, wooden craft, Aipan, spices and pickles, and copperware.
5. What can you expect while visiting Uttarakhand?
Traveling to Uttarakhand, you can expect to feel the spiritual powers of the mountains reverberating as you drive down the treacherous roads or trek the mighty mountains. The scenic beauty is overwhelming and feels as close to paradise as it can get. You can surely expect to feel rejuvenated and replenished after a visit to this glorious place.
previous post
Popular India Destinations
- Manali Tour Packages
- Andaman Tour Packages
- Kerla Tour Packages
- Rajasthan Tour Packages
- Jammu & Kashmir Tour Packages
- Ladakh Tour Packages
- Himachal Tour Packages
- Bhutan Tour Packages
- Goa Tour Packages
- North East Tour Packages
- Lakshadweep Tour Packages
Get Travel Quotes
Receive copy of our mailing list
Sign up and receive our monthly insight, travel inspo, plans directly into your inbox.
Trending blogs for you
- International Delight
Discover the Thrill of Winter Adventures in New Zealand
Immerse Yourself in Singapore’s Vibrant Arts, Culture & Science Scene
- India Holidays
Affordable Travel Tips and Planning for a Pocket-Friendly Trip To Ooty
Balancing Mind and Body Wellness Retreats in India
Dubai’s Skyline Secrets: Exploring the City’s Most Iconic Structures
Know All About Amritsar’s Golden Temple and Fields of Gold
Explore the Rich Flavors of Gujarat’s Culinary Heritage with a Taste of Gujarat’s Delectable Dishes
Top 10 Best Places to Visit in January in India
Ayodhya Ram Temple: Uttar Pradesh
Ayodhya Ram Temple: A Symbol of Faith and Cultural Heritage
Recommended Articles for you
- Thomas Cook India
- February 19, 2024
Reading Time: 8 minutes 0 0 Winter in New Zealand is a fascinating season with a mix of snowy mountains, clear days, and unique experiences. It lasts from June to August, but the winter vibe varies across the North and South Islands due to […]
- February 16, 2024
Reading Time: 8 minutes 0 0 In the heart of Singapore’s dynamic landscape lies a hidden treasure trove—the vibrant arts, culture, and science wonderland. Singapore is celebrated not only for its stunning skyline but also for its rich cultural heritage and diverse population. From […]
Reading Time: 8 minutes 0 1 Embarking on a journey to the hill station of Ooty need not be a financial burden. In this comprehensive guide, we’ll delve into practical and actionable tips to ensure your Ooty Trip is memorable and light on the […]
- February 15, 2024
Reading Time: 8 minutes 0 0 A balanced mind and body play a vital role in supporting physical health. It can enhance your immune system, regulate sleep patterns, and even positively impact your cardiovascular health. However, with the hustle and bustle of daily life, […]
Reading Time: 8 minutes 0 0 The Dubai skyline is a stunning display of architectural wonders that truly capture the eye and ignite the imagination. The Burj Khalifa, rising like a radiant needle into the sky, proudly claims the title of the world’s tallest […]
Reading Time: 8 minutes 0 0 Amritsar‘s Golden Temple in Punjab is a celebrated monument renowned for both its spiritual significance and architectural beauty. This spiritual sanctuary, known as Darbar Sahib or Harmandir Sahib, attracts devotees and tourists with its golden grace. It offers […]
Reading Time: 6 minutes 0 0 Gujarati food is a colourful mix of tasty vegetarian dishes deeply rooted in its culture. It is famous for snacks like dhokla and fafda and sweet treats like jalebi and basundi. Influenced by Jain, Hindu, and Muslim traditions, […]
Reading Time: 8 minutes 0 0 As the new year begins, people make resolutions, and for many, the excitement of travelling is at the forefront of their plans. January in India brings a unique blend of excitement and exploration, marked by ideal temperatures ranging […]
- February 14, 2024
Reading Time: 7 minutes 0 0 Ayodhya is a significant city in Uttar Pradesh with a rich history and cultural heritage. The city is famous for its ancient Indian civilization and religious significance, centred around the Sarayu River. At the heart of Ayodhya’s cultural […]
Reading Time: 5 minutes 1 0 In the heart of Ayodhya, a city that echoes the ancient tales of the Ramayana, stands the magnificent Ayodhya Ram Temple. The Ayodhya Ram Mandir stands as a symbol deeply rooted in the rich faith and culture. As […]
10 Places to Visit in Lakshadweep
- February 13, 2024
Reading Time: 8 minutes 0 0 Lakshadweep is one of India’s smallest union territories, tucked away in the Arabian Sea like a hidden gem. Comprising a mesmerising archipelago of 36 islands, Lakshadweep is a paradise for coast lovers and avid tourists. Formerly known as […]
Romantic Getaways In Lakshadweep: Honeymoon Destinations
Reading Time: 7 minutes 0 0 Embarking on the journey of marital bliss takes a delightful turn as couples increasingly choose Lakshadweep as their dream destination for their honeymoon. The archipelago, nestled in the lap of the Laccadive Sea, has become the latest sensation, […]
Lakshadweep Travel Tips: Everything You Need to Know Before You Go
Reading Time: 8 minutes 0 0 Lakshadweep is a pristine archipelago of coral islands off the southwestern coast of India. Its untouched beauty, vibrant marine life, and unique cultural blend attract travellers. Planning a trip to Lakshadweep requires careful consideration of its remote location […]
Planning Your Dream Scuba Diving Trip to Lakshadweep: Everything You Need to Know
Reading Time: 8 minutes 0 0 Lakshadweep is a mesmerising archipelago tucked away in the Arabian Sea. It’s a haven for nature enthusiasts and adventure seekers. This tropical land is known for its beaches, islands, and abundant marine life. All of this together, makes […]
Lakshadweep vs Maldives: Which Of The Two Is The Best Coastal Destination For 2024?
Reading Time: 8 minutes 0 0 When we think about idyllic coastal destinations, two archipelagos often stand out as dreamy paradises: Lakshadweep and the Maldives. Both boasting pristine beaches, turquoise waters, and vibrant marine life, these tropical havens have become sought-after destinations for travellers […]
Beyond Maldives: Why Lakshadweep’s Coral Islands Should Be Your Next Destination
- February 9, 2024
Reading Time: 8 minutes 1 0 The Lakshadweep coral island in India is a beautiful destination that never fails to impress. It’s a collection of pristine coral islands surrounded by the azure waters of the Indian Ocean. Each island is a testament to nature’s […]
Ayodhya Darshan Guide: Unveiling the Sacred Sights of this Holy City
- February 8, 2024
Reading Time: 7 minutes 0 0 The recently inaugurated temple in Ayodhya has attracted devotees from across the world with its grandeur and spirituality. This divine sanctum, steeped in cultural richness, is a sacred site for the Hindu faith and commemorates Lord Ram’s birthplace. […]
A Detailed Itinerary for an Ideal Day in Ocean Park
- December 21, 2023
Reading Time: 6 minutes 0 0 Ocean Park, nestled on the southern side of Hong Kong Island, is an iconic marine-themed amusement park and one of the city’s premier attractions. With its diverse array of thrilling rides, captivating animal exhibits, and mesmerizing marine life […]
5 Must Try Rides & and Attractions at Ocean Park
- December 20, 2023
Reading Time: 4 minutes 0 0 Nestled along the vibrant coastline of Hong Kong, Ocean Park emerges as a thrilling haven, blending natural splendour with adrenaline-pumping adventures. As visitors step into this enchanting realm, they are greeted by a fusion of breathtaking landscapes and […]
A Comprehensive Guide for First-Time Visitors at Ocean Park Hong Kong
Reading Time: 5 minutes 0 0 When planning an escapade to Ocean Park Hong Kong, understanding the nuances of acquiring Ocean Park tickets and navigating the Park is essential for a seamless experience. This Ocean Park guide serves as your compass, aiding in maximising […]
Subscribe Our Newsletter
- English English
- தமிழ் தமிழ்
- বাংলা বাংলা
- മലയാളം മലയാളം
- ગુજરાતી ગુજરાતી
- हिंदी हिंदी
- मराठी मराठी
- Business Business
- बिज़नेस बिज़नेस
- Insurance Insurance
The Financial Express
- Q4 Result Live
- Stock Market LIVE
- PSEB Result Live
- Haryana Board 12th Result Live
- TS SSC Results Live
- Jharkhand Board 12th Results Live
- HP Board Result 2024 Live
- UBSE UK Board Result Live
- Manabadi TS SSC Results Live
- Mutual Funds
- Stock Market Stats
- Gold Rate Today
- Top Indices Performance
- Loksabha Election
- Budget 2024
- Stock Market Quotes
- Mutual Fund
- Stock Stats
- Top Gainers
- CaFE Invest
- Investing Abroad
- Gold Rate in India
- Silver Rate in India
- Petrol Rate in India
- Diesel Rate in India
- Express Mobility
- Banking & Finance
- Travel & Tourism
- Brand Wagon
- Entertainment
- Web Stories
- Auto Web Stories
- Infographics
- Today’s Paper
- International
- Edits & Columns
- Personal Finance Print
- PRIVACY POLICY
- TERMS AND CONDITIONS
UK Board Class 10th, 12th Toppers List 2024: Priyanshu Rawat tops Uttarakhand board Class 10 exam
Uttarakhand board 10th, 12th class toppers list 2024: the board has announced this season’s toppers who have carefully secured the highest marks in the board examination..
The Uttarakhand Board of School Education (UBSE) has announced the results of class 10 and class 12th today, on April 30. Students who have appeared for the Uttarakhand Board examination can head to the official website, ubse.uk.gov.in and uaresults.nic.in, to check their results.
For students to check and download the scorecard, they are required to log in with their roll number, application number, and registration number. Importantly, students are required to collect their original marksheets from the concerned school authorities.
Uttrakhand Board 2024 Topper’s list
The board has announced this season’s toppers who have carefully secured the highest marks in the board examination. According to official data,there are 1,15,606 students who registered for the class 10 board exam, while, 90,000 students registered for class 12 boards. The data shows Priyanshu Rawat from Gangolihat has topped the Uttarakhand board Class 10 exam this year.
The top achievers of the Class 12 examinations have been announced as well. Piyush Kholiya from Vivekanand I.C. and Kanchan Joshi have secured the highest positions, each scoring an impressive 488 out of 500. an impressive 488 out of 500.
To check the UK Board Result 2024, follow these steps:
- Visit the official websites of the Uttarakhand Board, which are ubse.uk.gov.in and uaresults.nic.in.
- Look for the link dedicated to UBSE Class 10th and 12th board results.
- Click on the link provided for Uttarakhand 10th and 12th board results.
- Log in using your roll number and other required details.
- Once logged in, view and download your result for future reference.
Uttarakhand Board 2024
The examination took place from February 27 to March 16, 2024, conducted offline in a single shift from 10 am to 1 pm. A total of 2,10,354 candidates registered for the Uttarakhand Class 10th and 12th exams in 2024, comprising 1,15,606 students enrolled for Class 10 and 94,748 for Class 12.
Get live Share Market updates, Stock Market Quotes , and the latest India News and business news on Financial Express. Download the Financial Express App for the latest finance news.
Related News
Vande Bharat Express trains have transformed rail travel in India, reducing travel time between major cities. This success has led to the creation of Vande Metro, a new category aiming to enhance suburban travel at a lower cost. The plan is to connect 124 cities within 100-250km, with more frequent trips at a slower pace than Vande Bharat Express trains.
Photo Gallery
5 UP Board Result 2017 class 10 topper: Tejaswi Devi tops with 95.83 pct; Yogi Adityanath to award Rs 10,000 to every girl who passed
5 Rajasthan 10th result 2016 declared today; visit rajresults.nic.in for latest updates
5 UP Board Result 2017 class 12 topper Priyanshi Tiwari scores 96.20 pct; check upresults.nic.in, upmsp.edu.in for passing percentage and more
Latest News
Vice Admiral Krishna Swaminathan, assumes charge as Vice Chief of the Naval Staff
Puri railway station to be decorated with wheels of Rath Yatra chariots under Amrit Bharat Station scheme
Ambuja Cements Q4 results: Net profit up 6% on year on Q4, declares dividend of Rs 2/share
Studying in America: Overview of the four types of degrees in the US
Heeramandi: The Diamond Bazaar Review – Sanjay Leela Bhansali’s series is a glittering gem in Indian cinema’s crown
Trending topics.
- IPO’s Open and Upcoming 8
- Stock Analysis
- Financial Literacy
- NSE Top Gainers 1191
- NSE Top Losers 1377
- BSE Top Gainers 1960
- BSE Top Losers 2140
- NSE 52-Week High 0
- NSE 52-Week Low 0
- BSE 52-Week High 0
- BSE 52-Week Low 0
- NSE Price Shocker
- NSE Volume Shocker
- BSE Price Shocker
- BSE Volume Shocker
- NSE Sellers
- BSE Sellers
- Silver Rate Today
- Petrol Rate Today
- Diesel Rate Today
IMAGES
VIDEO
COMMENTS
Tourist Places Of Uttarakhand In Hindi : उत्तराखंड भारत का एक खूबसूरत राज्य हैं और इसकी राजधानी देहरादून हैं। उत्तराखंड देवभूमि या देवों की भूमि के रूप में भी प्रसिद्ध हैं ...
Places To Visit In Uttarakhand In Hindi; देवभूमि से प्रसिद्ध उत्तराखंड की इन मशहूर जगहों को भी कर लें अपनी ट्रैवलिंग लिस्ट में शामिल ... Jim Corbett National Park In Uttarakhand In Hindi.
उत्तराखंड 'जिसे पहले उत्तरांचल के नाम से जाना जाता था' उत्तर भारत का एक राज्य, जिसे देवताओं की भूमि यानि देवभूमि के रूप में जाना जाता है।
Best Visiting Places In Uttarakhand In Hindi. दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से हमने उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थलों या उत्तराखंड के प्रमुख दर्शनीय स्थलों के बारे में विस्तार से ...
उत्तराखंड का इतिहास संक्षेप में (Brief History of Uttarakhand in Hindi) उत्तरखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल (List of Uttarakhand Tourist Places in Hindi) 1. हर की पौड़ी (Har ki Paudi) 2. लक्ष्मण झूला ...
Uttarakhand Tourist Place In Hindi. दोस्तों कैसा लगा आपको आज का यह आर्टिकल, इस आर्टिकल में हमने उत्तराखंड में घूमने की जगह के बारे में संपूर्ण जानकारी ...
उत्तराखंड के पर्यटन - Uttarakhand Tourist Place in Hindi. इस खूबसूरत राज्य के उत्तर में जहाँ तिब्बत है वहीँ इसके पूरब में नेपाल देश है। जबकि इसके दक्षिण में उत्तर प्रदेश और ...
Uttarakhand Tourist Places - उत्तराखंड में घूमने के लिए हिमालयी क्षेत्र बर्फ से ढके पहाड़ों बीच एक अनोखे अनुभव और मौज-मस्ती का मजा
राज्य पशु. उत्तराखंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल (Famous tourist places of Uttarakhand) नंदा देवी. कामेट. माणा. बद्रीनाथ. गोमुख. हर की पैड़ी (ब्रह्मकुंड) हरसिल.
उत्तराखंड में घूमने के लिए 10 बेस्ट टूरिस्ट स्थान - Tourist Places in Uttarakhand in Hindi. Supriya Srivastava. हिमालय की गोद में बसा उत्तराखंड, जिसे 'देवभूमि' के नाम से ...
Almora Hill Station. Uttarakhand Full Tour Guide - उत्तराखंड में अल्मोड़ा, कुमाऊं क्षेत्र का बेहद मशहूर हिल स्टेशन है. हरे भरे सुंदर जंगलों से घिरा यह शहर समुद्र ...
Top 10 Tourist Places In Uttarakhand In Hindi भारत का एक बेहतर सुंदर और लोकप्रिय राज्य उत्तराखंड जो हिमालय के पास स्थित एक ऐसा पर्वत स्थल जिसे देवभूम भी कहा जाता है।
उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल (Best Tourist Places in Uttarakhand) उत्तराखंड में तीन मंडल है l. कुमाऊँ मंडल. गढ़वाल मंडल. गैरसेण मंडल. इन मंडलों में स्थित ...
Uttarakhand Top 10 Tourist Places To Visit In Hindi:-उत्तराखंड भारत का एक खूबसूरत राज्य है और इसकी राजधानी देहरादून है। उत्तराखंड देवभूमि या देवताओं की भूमि के रूप में भी प्रसिद्ध है ...
Uttarakhand Places To Visit - उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों को घूमने का अनुभव आपका बहुत ही अच्छा होने वाला है। और अगर आप Bike Traveler तो फिर तो कहना ही क्या क्यूँकि मेने जो जगहें इस ...
42 Tourist Places In Uttarakhand, Top Tourist Places In Uttarakhand , (uttarakhand mein ghumne ke liye sabse achhi jagah) ... HINDI.NVSHQ.org में आपका स्वागत है। यह एक हिंदी ब्लॉगिंग वेबसाइट हैं। हम यहाँ पर सभी राज्य और ...
9 out of 121. Places to visit in Uttarakhand 12. Tourist attractions. Mukteshwar is a small hill town located around 50 km from Nainital in Uttarakhand. Known for adventure sports and a dazzling view of Himalayan ranges, Mukteshwar is named after the 350-year-old Shiva Temple housed here called Mukteshwar Dham.
Shri Badrinath Ji Temple. 503. Religious Sites. It is a Religious Shrine of Lord Vishnu & One of Most Religious Pilgrimage in Char Dham Yatra. It is Located in Chamoli District of Uttarakhand at a elevation of 3,133 mts. We at Uttarakhand Holidays provide all Kind of Services During Badrinath Yatra to the Pilgrimages.
45. Devprayag. 4.7 /5. 45 out of 121. Places to visit in Uttarakhand 3. Tourist attractions. Marked by the confluence of rivers Alaknanda and Bhagirathi, Devprayag is a religious hub in Uttarakhand. It is quite popular among tourists coming for a pilgrimage or seeking solitude close to nature.
Best Places To Visit in Uttarakhand. 1. Dehradun: Located in the foothills of the Himalayas, Dehradun is the capital city of Uttarakhand and a popular tourist destination.The city is known for its pleasant climate, picturesque landscapes, and colonial architecture. Visitors can explore attractions such as the Robber's Cave, Tapkeshwar Temple, and the Forest Research Institute.
Tourism in Uttarakhand. Uttarakhand is a state in the northern part of India. It is often referred to as the "Devbhumi" (literally 'Land of the Gods') due to its religious significance and numerous Hindu temples and pilgrimage sites found throughout the state. As a result, religious tourism forms a major portion of the tourism in the state.
Chopta. Varun Shiv Kapur/Flickr/CC BY 2.0. View Map. Address. WG36+F5H Unnamed Road Chungthang, Sikkim 737120, India. Not to be confused with the Chopta Valley in Sikkim, Chopta lies between Kedarnath and Badrinath in the Garhwal region of Uttarakhand, at the entry to Kedarnath Wildlife Sanctuary.
6. Jim Corbett National Park. The Jim Corbett National Park is a forested wildlife sanctuary and one of the top 10 places to visit in Uttarakhand in India's northern state. One of the best places to visit in Uttarakhand is Jim Corbett National Park. The park houses around 500 species of birds, and 400 types of trees.
Uttarakhand Board 10th, 12th Class Toppers List 2024: The board has announced this season's toppers who have carefully secured the highest marks in the board examination. Written by FE Online ...